बुधवार, 20 नवंबर 2019

शासन-प्रशासन संवाद की प्राथमिकता:योगी

अखिलेश्वर तिवारी
बलरामपुर। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा अपने जनपद बलरामपुर के दो दिवसीय भ्रमण के दूसरे दिन पुलिस लाइन बलरामपुर मे गोंडा तथा बलरामपुर जिले की जनपद स्तरीय अधिकारियों के साथ विकास कार्यों व कानून व्यवस्था की समीक्षा बैठक की गई। इस दौरान जनपद के प्रभारी मंत्री चेतन चैहान व कैबिनेट मंत्री रमापति शास्त्री के अलावा गोंडा व बलरामपुर के विधायक भी मौजूद रहे। 


जिला सूचना कार्यालय द्वारा मिली जानकारी के अनुसार  बैठक के दौरान जिलाधिकारी, बलरामपुर कृष्णा करुणेश व जिलाधिकारी गोण्डा द्वारा जनपद में चल रही, योजनाओं की प्रगति के बारे में जानकारी दी गई। मुख्यमंत्री द्वारा निराश्रित गोवंश, चिकित्सा सुविधा, आयुष्मान भारत, धान खरीद, गन्ना मूल्य भुगतान, स्वच्छ भारत मिशन, एनआरएलएम, पेयजल योजना, गड्डा मुक्ति, नई सड़कों का निर्माण, प्रधानमंत्री आवास योजना, मुख्यमंत्री आवास योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना, पेंशन योजना, शिक्षा व्यवस्था, विद्युत आपूर्ति, किसान सम्मान निधि, फसल बीमा योजना, उर्वरक, बीज की उपलब्धता आदि की गहन समीक्षा की गयी। सीएम योगी द्वारा जनपद बलरामपुर का नीति आयोग के महत्वाकांक्षी जनपदों के लिए तय किये गये विकास के मानको पर समीक्षा की गयी। समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री द्वारा रामजनम भूमि फैसले के दौरान शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए सराहना करते हुये कहा कि शांति व्यवस्था बनाये रखने में प्रत्येक विभाग द्वारा अच्छा कार्य किया गया।  उन्होंने कहा की सबसे बड़ी ताकत जनसंवाद हैै । प्रशासन व जनप्रतिनिधियों में संवाद कायम रहना चाहिए। मुख्यमंत्री द्वारा जनसुनवाई पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया गया। उन्होंने समस्त जनपद स्तरीय अधिकारियों को अपने कार्यालयों में प्रत्येक दिन प्रातः 09ः30 बजे से जनता की शिकायतों को सुनने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने जनपद स्तरीय अधिकारियों को फील्ड में जाने व शासन की योजनाओं की समीक्षा किये जाने का निर्देश दिया। मा0 मुख्यमंत्री जी ने आइजीआरएस व सीएम हेल्पलाइन पर आने वाली शिकायतों का निस्तारण समयबद्ध व गुणवत्तापूर्ण किये जाने का निर्देश दिया। मा0 मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जनपद के पुराने काजी हाउस व गौशालाओं को जनसहभागिता के माध्यम से पुर्नजीवित किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि गोआश्रय स्थल पर गोवंश हेतु चारे व पानी की व्यवस्था होनी चाहिए, इसके लिए मुख्य पशु चिकित्साधिकारी जिम्मेदार होंगे ।उन्होंने निराश्रित गोवंश को किसानों को देने की व्यवस्था किये जाने हेतु निर्देशित किया कि सरकार द्वारा प्रति गोवंश 30 रुपये सहायता राशि दिया जा रहा है। 


 मुख्यमंत्री द्वारा आयुष्मान भारत योजना में गोल्डन कार्ड वितरण में कम प्रगति पर नराजगी जताते हुये योजना में तेजी लाने हेतु निर्देश दिया गया। उन्होंने कहा कि अपेक्षित प्रगति न होने पर दोनों जनपदों के सीएमओ के विरुद्ध कार्यवाही की जायेगी। शिक्षा व्यवस्था की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री   ने स्वेटर होने पर नाराजगी जताते हुये 30 नवम्बर तक हर हाल में स्वेटर वितरण हेतु निर्देश दिया। गन्ना बकाया मूल्य भुगतान की समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि गन्ना मिलों के प्रबन्धक को चेतावानी दी जाए तथा निर्धारित समय पर किसानों को बकाया भुगतान न करने पर एफआरआई दर्ज कर कार्यवाही की जाए। स्वच्छ भारत मिशन की समीक्षा के दौरान मा0 मुख्यमंत्री जी ने जनपद में प्लास्टिक का प्रयोग पूर्णतयः बैन किये जाने का निर्देश दिया व एकल उपयोग प्लास्टिक प्रयोग पर कार्यवाही हेतु निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने पराली जलाने की घटनाओं पर कड़ा रुख अपनाते हुये जिलाधिकारियों को निर्देश दिया कि पराली जलाने की घटनाओं पर जबावदेही व कार्यवाही तय करें। कृषि विभाग द्वारा किसानों को गोष्ठी के माध्यम से किसानों को पराली से होने वाले नुकसान से बचाया जाए। धान खरीद की समीक्षा के दौरान धान खरीद में तेजी लायी जाए।  मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि धान क्रय केन्द्र में आने वाले किसानों को विज्ञप्ति व गोष्ठी करके क्रय केन्द्र पर धान सुखाकर लाने हेतु जागरूक किया जाए, जिससे कि कोई भी किसान धान क्रय केन्द्र से वापस न लौटे। मुख्यमंत्री द्वारा थारु जनजाति गांव को प्रधानमंत्री आवास योजना, मुख्यमंत्री आवास योजना व अन्य योजनाओं से संतृप्ति किये जाने हेतु निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि प्रधानमंत्री आवास योजना व मुख्यमंत्री आवास योजना में जो धनराशि लाभार्थी के खाते में दी जा रही उसका लाभार्थी द्वारा अन्य कार्यों में प्रयोग न किया जाए उसके लिए नोडल अधिकारी तैनात किया जाए। एनआरएलएम की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने स्वयं सहायता समूह को बकरी पालन, मुर्गी पालन, सिलाई, कढ़ाई, डेरी उद्योगों से जोड़े जाने का निर्देश दिया। पेयजल योजना की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने  कार्यदाई संस्थाओं के कार्यों पर निगरानी किए जाने का निर्देश दिया। सड़कों की गड्ढा  मुक्त की समीक्षा के दौरान माननीय मुख्यमंत्री जी ने 30 नवंबर तक सड़कों को गड्ढा मुक्त की जाने का निर्देश दिया। सामूहिक विवाह योजना की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी हाल में अपात्र योजना का लाभ न लेने पाए। पेंशन योजना की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कैंप लगाकर गांवों में पात्र लाभार्थियों को योजना का लाभ दिए जाने का निर्देश दिया, । मुख्यमंत्री  ने निर्देश दिया कि किसी भी हाल में आवेदन लंबित नहीं रहना चाहिए। मा0 मुख्यमंत्री जी ने सरकारी कार्यालयों में साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था रखने का निर्देश दिया। सरयू नहर परियोजना की समीक्षा के दौरान किसानों को सही समय पर मुआवजा देने का निर्देश दिया उन्होंने कहा कि परियोजना का कार्य बाधित नहीं होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि 50 लाख से ज्यादा के कार्यों की समीक्षा जिलाधिकारियों  द्वारा प्रत्येक 15 दिन पर किया जाए। यह परियोजनाएं मानक के अनुरूप समयबद्ध तरीके से पूर्ण हो। जिलाधिकारी द्वारा सुनिश्चित किया जाए।  मुख्यमंत्री ने अवैध खनन पर अंकुश लगाने व खनन प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने का निर्देश दिया।  उन्होंने नगर निकायों में ओपन जिम बनाए व ग्रामीण क्षेत्रों में खेल मैदान आरक्षित किए जाने के भी निर्देश दिये गये। मा0 मुख्यमंत्री जी ने जीएसटी रजि0 में तेजी लाने व लक्ष्य निर्धारित किये जाने का निर्देश दिया व प्रत्येक जनपदों की स्वयं की जीडीपी निर्धारित किये जाने का निर्देश दिया।  मुख्यमंत्री ने कहा कि बलरामपुर के0जी0एम0यू0 का सैटेलाइन सेन्टर इसी वित्तीय वर्ष में प्रारंभ हो जायेगा। उन्होंने बताया कि जनपद गोण्डा में मेडिकल कालेज खोलने के निर्देश दिये गये है। उन्होंने आइजीआरएस के अन्र्तगत शिकायतों का निस्तारण गुणवत्तापूर्ण समय से किये जाने का निर्देश देते हुये कहा कि डीएम संबन्धित विभागों की जबावदेही तय करना सुनिश्चित करें। उन्होंने शराब की दुकानों की रैण्डम चेकिंग करने का निर्देश देते हुये कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि शराब की दुकानों पर अवैध शराब न बिकने पाये। इसके साथ ही इन दुकानों पर अधिक मूल्य पर शराब बिक्री न होने पाये। उन्होंने प्रत्येक दशा में अवैध शराब निर्माण पर अंकुश लगाने के निर्देश दिये, ताकि कोई जन हानि न होने पाये। भू-माफियाओं पर प्रभावी कार्यवाही किया जाए तथा अवैध कब्जों से मुक्त कराने हेतु अभियान संचालित हो एवं भू-माफियाओं को चिन्हित करते हुये उनके विरुद्ध कार्यवाही के साथ ही संपत्ति की नीलामी हो। सर्दियों में कोई भी निराश्रित व्यक्ति खुले में न सोये, बल्कि रैन बसेरे में निवासित हो। जरुरत मंदों को खादी ग्रामोद्योग व जैम पोर्टल के माध्यम से अच्छे कम्बल खरीद कर वितरित किया जाए। जनपद के सीमावर्ती क्षेत्रों में अच्छे व दक्ष लोगों की तैनाती की जाये तथा पास्को मामले में समयबद्ध कार्यवाही हेतु जिलाजज, जिलाधिकारी, एसपी, प्रत्येक माह बैठक करें।


'पिता' ने 'किडनैप' कर दिया 8 बच्चों को जन्म

ओकलाहोमा। वह लड़की सिर्फ 11 साल की थी जब सौतेले पिता ने ही उसे किडनैप कर लिया और फिर सालों उसे कैद में रखा। इन सालों में सौतेले पिता ने बेटी को मजबूर किया कि वह उसके बच्चों जन्म दे।


कैद से भागने के 3 साल बाद अब लड़की ने अपनी कहानी सार्वजनिक करने का फैसला किया है। अमेरिकी से प्रसारित होने वाले एक टीवी शो में लड़की का इंटरव्यू दिखाया जा रहा है। द सन की रिपोर्ट के मुताबिक, पीडि़ता की मां को तकलीफ पहुंचाने के मकसद से सौतेले पिता ने 1997 में उसे किडनैप किया था। अमेरिका के ओकलाहोमा में रहने वाली लड़की को किडनैप करके मेक्सिको ले जाया गया। सालों कैद में रही सौतेली बेटी, पिता के ही 8 बच्चों को मां बनी। मेक्सिको में सौतेले पिता ने जबरन लड़की से शादी कर ली, फिर उससे संबंध बनाए और 8 बच्चे पैदा किए। इस दौरान उसे एक टेंट में रखा गया था ताकि अधिकारियों की नजर से बच सकें। 2016 में लड़की अपने बच्चों के साथ भागकर अमेरिकी एम्बैसी पहुंच गई थी। भागने के दौरान कुछ अजनबियों ने उसकी मदद की। इसी साल सौतेले पिता को किडनैपिंग के लिए कोर्ट ने दोषी करार दिया है। रेप के मामला अभी भी कोर्ट में चल रहा है। ऐसा ही एक मामला ऑस्ट्रिया से भी सामने आया था, जहां एक शख्स ने अपनी ही बेटी को लंबे वक्त तक कैद कर रखा था। 24 साल के दौरान उसने 7 बच्चों को भी जन्म दिया था।


वैष्णो देवी पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा-सुविधा

नई दिल्‍ली/जम्‍मू । मां वैष्णो देवी (Maa Vaishno Devi) के दर्शन को आने वाले श्रद्धालुओं को अब ना तो ओवरचार्जिंग से जूझना पड़ेगा और ना ही उनकी सुरक्षा को लेकर किसी भी तरह की परेशानी होगी। भवन मार्ग पर चलने वाली बैटरी कार सेवा (Vaishno Devi Battery Car Service) श्रद्धालुओं के लिए पूरी तरह से सुरक्षित हो, इसके लिए श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड द्वारा सभी बैटरी कारों में अत्याधुनिक जीपीएस सिस्टम लगाया गया है। 24 घंटे बैटरी कारों पर निगरानी रखने के लिए भवन के साथ ही अर्धकुंवारी (Ardhkuwari) में कंट्रोल रूम स्थापित किया है, जिससे एक और जहां श्रद्धालुओं को ओवरलोडिंग से निजात मिलेगी तो वहीं बैटरी कार चालक नियमित गति में ही बैटरी कार मार्ग पर चला सकेंगे। वहीं बैटरी कार चालक श्रद्धालुओं से ओवर चार्जिंग नहीं कर सकेंगे और ना ही बीच रास्ते में अपने मर्जी से किसी अन्य को बिठा सकेंगे।


दरअसल, इस बाबत श्रद्धालुओं को हो शिकायतें हो रही थीं और कई तरह की शिकायतें श्राइन बोर्ड को प्राप्त हो रही थीं। इसको लेकर साइन बोर्ड ने इन सभी बैटरी कारों में अत्याधुनिक जीपीएस सिस्टम तैनात कर दिया है। 


बढ़ाया गया है बैटरी कार चलाने का समय
श्रद्धालुओं को अधिक से अधिक समय के लिए बैटरी कार सेवा भवन मार्ग पर उपलब्ध हो इसके प्रयास श्राइन बोर्ड द्वारा लगातार किए जा रहे हैं। हालांकि बीते माह श्रद्धालुओं को सुबह 7:30 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक बैटरी कार सेवा उपलब्ध होती थी। पर अब श्राइन बोर्ड ने इसका समय बढ़ाकर रात 10:00 बजे तक कर दिया है, ताकि अधिक से अधिक श्रद्धालु इस सेवा का लाभ उठा सकें। अब श्रद्धालुओं को करीब 7 चरणों में बैटरी कार सेवा उपलब्ध होती है। इनमें सुबह 7:30 बजे तक, उसके बाद सुबह 10 बजे तक. फिर दोपहर 1 बजे तक इसके उपरांत बाद दोपहर 3:30 बजे तक तथा शाम 6 बजे और उसके बाद रात्रि 8 बजे तथा अंतिम में रात्रि 10 बजे तक यह बैटरी कार सेवा श्रद्धालुओं के लिए वर्तमान में उपलब्ध है।


अभी 25 बैटरी कारें दे रही हैं श्रद्धालुओं को अपनी सेवा
मां वैष्णो देवी के मार्ग पर करीब 25 बैटरी कारें वर्तमान में श्रद्धालुओं को अपनी सेवा दे रही हैंं। प्रत्येक बैटरी कार में 7 श्रद्धालु सवार हो सकते हैंं। अगर कहीं भी ओवरलोडिंग की शिकायत पाई जाती है तो तुरंत श्राइन बोर्ड द्वारा कार्रवाई की जाती हैै। श्रद्धालुओं को इस सेवा का लाभ लेने के लिए किराया अदा करना पड़ता है। अगर श्रद्धालु बैटरी कार द्वारा अर्धकुंवारी से लेकर भवन की ओर जाता है तो श्रद्धालु को प्रत्येक सवारी ₹354 अदा करना पड़ेंगे। अगर श्रद्धालु भवन से अर्धकुंवारी की ओर वापस आता है तो उसे प्रति सवारी ₹236 अदा करना पड़ेंगे। हालांकि इस बैटरी कार सेवा में दिव्यांग के साथ ही बुजुर्ग महिला तथा बच्चों को प्राथमिकता दी जाती है, लेकिन अन्य श्रद्धालु भी इस सेवा का भरपूर लाभ उठा रहे हैंं।


जल्द ही अधिक सवारियों वाली बैटरी कार होंगी उपलब्ध
हालांकि वर्तमान में जो बैटरी कारें श्रद्धालुओं को सेवाएं दे रही हैं, उसमें प्रति बैटरी कार में केवल 7 श्रद्धालु ही सवार हो सकते हैं। पर जल्द ही श्राइन बोर्ड करीब 10 सवारी की क्षमता वाली बैटरी कार भवन मार्ग पर लगाने जा रहा है। इसकी तैयारियां जोर-शोर से जारी हैं, ताकि अधिक से अधिक श्रद्धालु इस बैटरी कार सेवा का लाभ उठा सकेंं। वैष्णो देवी भवन तथा धार्मिक स्थल अर्धकुंवारी में बनेगी अत्याधुनिक मल्टी लेयर कार पार्किंग हालांकि श्रद्धालु चाहते हैं कि उन्हें यह बैटरी कार सेवा 24 घंटे यानी दिन-रात उपलब्ध ।
वर्तमान में 25 बैटरी कारें अपनी सेवाएं दे रही हैं....
इसके प्रयास श्राइन बोर्ड लगातार कर रहा है, लेकिन अर्धकुंवारी के साथ ही वैष्णो देवी भवन (Vaishno Devi Bhavan) पर उचित कार पार्किंग ना होने के कारण श्राइन बोर्ड इस सेवा का विस्तार नहीं कर पा रहा है, जबकि  वर्तमान में 25 कारें अपनी सेवाएं दे रही हैं पर इन कारों को मार्ग पर ही पार्क करना पड़ रहा है, जिसको लेकर आने जाने में श्रद्धालुओं को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैै। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड अपनी महत्वपूर्ण योजना पर लगातार कार्य जारी रखे हुए हैं। उम्मीद है कि जल्द ही श्राइन बोर्ड अर्धकुंवारी के साथ ही वैष्णो देवी भवन पर अत्याधुनिक मल्टी लेयर कार पार्किंग स्थापित करेगा, ताकि एक और जहां श्रद्धालुओं को आने-जाने में हो रही परेशानियों से निजात मिल सके तो दूसरी तरफ बैटरी कारों में भी इजाफा संभव होगा।
जल्द ही बनाई जाएंगी अत्याधुनिक मल्टी लेयर कार पार्किंग
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (Shri Mata Vaishno Devi Shrine Board) के सीईओ सिमरनदीप सिंह ने कहा कि भवन पर जारी बैटरी कार सेवा के रखरखाव के साथ ही पार्किंग के लिए वैष्णो देवी भवन व अर्धकुंवारी में जल्द ही अत्याधुनिक मल्टी लेयर कार पार्किंग स्थापित की जाएगीी। इस महत्वपूर्ण योजना पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है। तो वहीं अधिक से अधिक श्रद्धालु इस सेवा का लाभ उठा सकें, इसके लिए 9 से 10 सवारियों की क्षमता वाली अत्याधुनिक बैटरी कार जल्द ही सेवा में लाई जाएंगी। इस बात की कोशिश की जाएगी कि जल्द से जल्द श्रद्धालुओं को दिन-रात यानी 24 घंटे बैटरी कार सेवा उपलब्ध हो सके।


उल्‍लेखनीय है कि विश्व प्रसिद्ध माता वैष्णो देवी यात्रा को लेकर श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड द्वारा समय-समय पर कई तरह की सुविधाएं उपलब्ध करवाई है, जिनमें बैटरी कार सेवा भी प्रमुख है। श्रद्धालु वैष्णो देवी यात्रा के दौरान भवन मार्ग पर चलने वाली बैटरी कार सेवा का सहारा लेते हैं। यह बैटरी कार अर्धकुंवारी से मां वैष्णो देवी भवन के नई 5.50 किलोमीटर लंबे मार्ग पर चलती हैं। यह बैटरी कार सभी श्रद्धालुओं के लिए विशेषकर दिव्यांग, बुजुर्ग, महिलाओं तथा बच्चों के लिए बेहद सहायक होती हैं, क्‍योंकि वे बिना किसी परेशानी के वैष्णो देवी यात्रा करते हैं। 
बैटरी कार हैं श्रद्धालुओं के लिए प्रमुख सहारा
विश्व प्रसिद्ध तीर्थ स्थल वैष्णो देवी भवन पर बीते कुछ वर्ष पहले पहुंचने के लिए एकमात्र पारंपरिक मार्ग होता था। करीब 13 किलोमीटर लंबा यह पारंपरिक मार्ग श्रद्धालुओं के लिए किसी चुनौती से कम नहीं एक और कठिन चढ़ाई तो दूसरी और कहीं ना कहीं समय की बर्बादी। हालांकि पारंपरिक मार्ग पर श्रद्धालुओं को घोड़ा- पिट्ठू के अलावा पालकी आदि की भी सुविधा उपलब्ध है। वहीं श्रद्धालुओं की वैष्णो देवी यात्रा आसान करने के लिए वर्ष 2000 में श्राइन बोर्ड द्वारा अर्धकुंवारी से लेकर भवन तक 5.50 किलोमीटर लंबा सुगम मार्ग बनाया गया और साथ ही श्रद्धालुओं के लिए बैटरी कार सेवा शुरू की गई। जो वर्तमान में भी निरंतर जारी हैै। विशेषकर यह बैटरी कार सेवा दिव्यांग, बुजुर्ग, महिलाओं तथा बच्चों के लिए वरदान साबित हो रही हैै।


आकलन करने के बाद हटाई सुरक्षा: नड्डा

नई दिल्ली। गृह मंत्रालय की ओर वीवीआईपी सुरक्षा में कटौती किए जाने के बाद कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी बुधवार को बिना एसपीजी सुरक्षा के संसद पहुंचीं। कांग्रेस ने राज्यसभा में गांधी परिवार की एसपीजी सुरक्षा हटाए जाने के मुद्दे को उठाया। कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा कि नेताओं की सुरक्षा का मुद्दा पक्षपात और राजनीति से ऊपर होना चाहिए। 
इस पर जेपी नड्डा ने कहा कि खतरे का आकलन करने के बाद ही गृह मंत्रालय ने यह फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि यह फैसला किसी राजनीतिक पार्टी या नेता का नहीं है, बल्कि गृह मंत्रालय का है। भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा कि सुरक्षा नहीं हटाई गई है। उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय का पैटर्न और प्रोटोकॉल तय है, किसी नेता नहीं गृह मंत्रालय के द्वारा खतरे का आकलन कर सुरक्षा दी या हटाई जाती है। 


मालूम हो कि गृह मंत्रालय द्वारा समीक्षा के बाद गांधी परिवार की सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा की एसपीजी सुरक्षा वापस ले ली गई है। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की सुरक्षा से भी एसपीजी कवर हटा लिया गया है। इन नेताओं को सीआरपीएफ की जेड-प्लस सुरक्षा दी गई है। सीआरपीएफ के अनुसार, गांधी परिवार को एडवांस सिक्यॉरिटी लायजन (एएसएल) प्रोटोकॉल के तहत सुरक्षा दी गई है। सीआरपीएफ इसके लिए नई बटालियन बनाएगी। 


लोकसभा में भी उठाया था मुद्दा, कांग्रेस ने किया था हंगामा
गांधी परिवार से एसपीजी सुरक्षा वापस लिए जाने के विरोध में कांग्रेस सदस्यों ने मंगलवार को लोकसभा में भी हंगामा किया था। शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस के सदस्य नारेबाजी करते हुए आसन के निकट पहुंच गए थे, जिसके बाद डीएमके के सदस्यों ने भी कांग्रेस का समर्थन किया था। कांग्रेस और डीएमके के सदस्यों ने 'बदले की राजनीति बंद करो', 'एसपीजी के साथ राजनीति करना बंद करो' और 'वी वांट जस्टिस' के नारे लगाए थे।


'जहर' की एक बूंद कर सकती है 'शहर' तबाह

सिडनी। समुद्र के किनारे लहरों का मजा लेना हर कोई पसंद करता है, लेकिन यह कितना जोखिम भरा हो सकता है, इसका अनुमान नहीं लगाया जा सकता। पत्थरों के बीच मछली की शक्ल में मौत से भी सामना हो सकता है। समंदर में कई तरह के जीव-जंतु पाए जाते हैं। इनमें से कई ऐसे भी हैं जो इतने जहरीले होते हैं कि  जान ले सकते हैं। ऐसे ही जहरीले जीव में शुमार है स्टोन फिश नामक मछली। दुनिया में पाई जाने वाली तमाम मछलियों से यह बिलकुल अलग है। दिखने में ये मछलियों जैसी नहीं दिखती बल्कि पत्थर जैसी दिखती है। सभी मछलियों का शरीर बेहद कोमल होता है तो वहीं इसका शरीर पत्थर के समान होता है। इसका ऊपरी खोल एकदम पत्थर के जैसे सख्त होता है। मछली के ऊपर यह पत्थर का खोल कुछ-कुछ इंसानी चेहरे के जैसा नजर आता है।
स्टोन फिश ज्यादातर मकर रेखा के आसपास समुंद्र में पाई जाती है। पत्थर की तरह दिखती इस मछली को ज्यादातर लोग पहचान नहीं पाते और इसका शिकार हो जाते हैं। अगर गलती से भी इस मछली पर किसी का पैर पड़ जाए तो ये अपने ऊपर पड़ने वाले वजन की मात्रा में जहर निकालती है। यह जहर इतना खतरनाक होता है कि किसी ने भी इस पर पैर रख दिया तो पैर काटना ही पड़ेगा और जरा सी लापरवाही मौत का कारण भी बन सकती है। पैर रखते ही यह फिश 0.5 सेकेंड की तेजी से अपना जहर छोड़ती है। मछली का जहर इतना खतरनाक है कि इसकी एक बूंद अगर किसी शहर के पानी में मिला दी जाए तो शहर के हर इंसान की मौत हो सकती है।


नाबालिक की आंख निकाली,एक कान काटा

मुरैना। मध्य प्रदेश के मुरैना से एक सनसनीखेज वारदात सामने आई है। जहां डोंडरी गांव के पास खेतों में लापता नाबालिग का शव मिलने से हड़कंप मच गया। बताया जा रहा है कि शव का गला घोंटा गया था और एक कान भी कटा हुआ था। गांव वाले इसे नरबलि का मामला मान रहे हैं क्योंकि शव के पास तंत्र-मंत्र का सामान, पूजा सामग्री, नारियल आदि पड़ा हुआ था। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।


मुरैना के डोंडरी गांव का रहने वाला एक युवक सोमवार की सुबह अपने दोस्तों के साथ दौड़ लगाने घर से निकला था। लेकिन पूरा दिन बीत जाने के बाद भी वह वापस नहीं लौटा। पुलिस और गांववालों ने जब नाबालिग की तलाश शुरू की तो मंगलवार को उसका शव खेतों में एक पेड़ के पास पाया गया। उसका गला घोंट दिया गया था। उसका दाहिना कान भी कटा हुआ था। दोनों आंखे गायब थी और उनसे खून बह रहा था। इस निर्दयता से की गई हत्या के बाद गांव में तनाव की स्थिति बन गई।


परिजनों ने दोस्त व तांत्रिक पर जाता हत्या का आशंका:-इस हत्या के पीछे परिजनों ने उसके दोस्तों और एक तांत्रिक पर शक जताया है। जिसके बाद पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। नाबलिग के शव के पास तंत्र-मंत्र का सामान, पूजा सामग्री और नारियल पाए जाने से नरबलि से इनकार नहीं किया जा सकता है।


निर्मम हत्या से गांव में तनाव का माहौल:-फिलहाल नाबालिग की निर्मम से गांव में तनाव की स्थिति को देखते हुए एमपी पुलिस ने अतिरिक्त फोर्स को तैनात कर दिया गया है। साथ ही पुलिस ने संदिग्धों से पूछताछ कर केस का खुलासा जल्द करने की बात कही है। बता दें कि ऐसा ही एक मामला जून 2019 में सामने आया था जब एक व्यक्ति ने अपने 12 वर्षीय भतीजे को अच्छी फसल के लिए देवताओं को खुश करने के लिए मौत के घाट उतार दिया था। इसके अलावा जुलाई में, असम में एक परिवार ने घर में तीन साल के बच्चे की बलि देने की कोशिश की थी। हालांकि पड़ोसियों और पुलिस की सतर्कता से वो बच गया था।


आतंकी गठजोड़, दुनिया के लिए खतरा

न्यूयार्क । संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि सैयद अकबरूद्दीन ने कहा है कि लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मुहम्मद और इस्लामिक स्टेट जैसे आतंकवादी संगठनों और अपराधी गिरोहों के बीच गठजोड़ है। यह गठजोड़ पूरी दुनिया के लिए खतरा है। उन्होंने यह बात बुधवार को संयुक्त राष्ट्र और शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के बीच सहयोग संवाद के लिए आयोजित सम्मलेन में कही।


सैयद अकबरूद्दीन ने कहा, अपराधी गिरोह अपनी असामाजिक गतिविधियों से आतंकवादी संगठनों को धन मुहैया कराते हैं। नशीले पदार्थों की तस्करी, हथियारों की अवैध खरीद फरोख्त, मानव तस्करी, यौन शोषण और कलाकृतियों के कारोबार के जरिये भारी धनराशि का लेनदेन करते हैं। आतंकवादी संगठन और अपराधी गिरोह साथ मिलकर काम करते हैं और कभी-कभी आतंकवादी और अपराधी में भेद कर पाना भी मुश्किल हो जाता है।


उन्होंने कहा, यह संगठन विभिन्न देशों में मजहबी कट्टरता फैलाने के लिए रंगरूटों की भर्ती करते हैं। इसके लिए साइबर माध्यम और सोशल मीडिया का उपयोग किया जाता है। उल्लेखनीय है कि रूस और चीन के प्रभाव वाले संगठन एससीओ में भारत और पाकिस्तान दोनों शामिल हैं। इस संगठन में द्विपक्षीय मामले नहीं उठाए जा सकते इसलिए भारतीय प्रतिनिधि ने आतंकवादी खतरे के संबंध में पाकिस्तान का नाम नहीं लिया लेकिन उनका संकेत साफ था।


संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि सैयद अकबरूद्दीन ने संयुक्त राष्ट्र के धनशोधन निरोधक कार्रवाई दल (एफएटीएफ) को अधिक कारगर बनाने और एससीओ देशों की आतंकवाद विरोधी प्रणाली को और सक्रिय करने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि देशों की सीमाओं के आर-पार आतंकवादियों और अपराधियों की गतिविधियों पर काबू पाने के लिए मजबूत अंतरराष्ट्रीय सहयोग जरूरी है। दुर्भाग्य से इस संबंध में विश्व समुदाय का रवैया लचर है।


उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद जैसे विश्व संगठनों से आतंकवादियों और उनके सगठनों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करने का आग्रह किया। साथ ही, आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए व्यापक अंतरराष्ट्रीय समझौता किये जाने पर जोर दिया। अकबरूद्दीन ने कहा कि आतंकवादियों और अपराधियों की मंशा और उनका शक्ति स्रोत एक जैसा है। दोनों मिलकर विकास, प्रशासन और समाज जीवन को तहस-नहस करने की कोशिश करते हैं।


सीएम योगी ने 'दा साबरमती रिपोर्ट' मूवी देखी

सीएम योगी ने 'दा साबरमती रिपोर्ट' मूवी देखी  संदीप मिश्र  लखनऊ। उत्तर प्रदेश में भी 'दा साबरमती रिपोर्ट' मूवी के टैक्स फ्री ...