सोमवार, 18 नवंबर 2019

पाक की नापाक हरकत में जवान शहीद

श्रीनगर। जम्म्म-कश्मीर में एक बार फिर आतंकवादियों ने नापाक हरकत की है! इस बार उन्होंने भारतीय सेना के जवानों को निशाना बनाने की कोशिश की है! आतंकियों ने अखनूर सेक्टर में आईईडी ब्लास्ट किया है, जिसमें भारतीय सेना का एक जवान शहीद हो गया, जबकि दो घायल हो गए हैं! हालांकि, ये ब्लास्ट किस आतंकी संगठन कराया इसका पता नहीं चला है!


जम्मू-कश्मीर के अखनूर में आईईडी धमाके की खबर आ रही है. सेना के सूत्रों के मुताबिक, यह धमाका उस समय हुआ! जब सेना की टुकड़ियां आर्मी के ट्रक के जरिए एक जगह से दूसरी जगह जा रही थीं! इस धमाके में सेना के तीन जवान घायल हो गए हैं! इस तीन जवानों में एक जवान शहीद हो गया है! बताया जा रहा है कि आतंकवादियों ने सेना के काफिले पर एक बार फिर हमला कर भारतीय सेना को चुनौती दी है!


आईईडी ब्लॉस्ट में घायल तीनों जवानों को उनके साथियों ने उधमपुर के सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया, जहां एक जवान ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया है। बाकी दोनों घायल का इलाज अभी चल रहा है। बता दें कि पाकिस्तान ने रविवार को एक बार फिर सीजफायर का उल्लंघन किया। इस बार ये फायरिंग पुंछ जिले के शाहपुर में की गई है। जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान की तरफ से शाहपुर में रविवार सुबह बिना किसी उकसावे के फायरिंग शुरू कर दी। बाद में भारतीय सेना ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए मुहतोड़ जवाब दिया। पाकिस्तान की तरफ से सुबह 10.15 पर फायरिंग शुरू की गई। गौरतलब है कि पिछले कई दिनों से पाकिस्तान लगातार सीजफायर का उल्लंघन कर रहा है। अभी हाल ही में पाकिस्तानी सेना ने तंगधार सेक्टर के सादपुरा, ढाणी और टाड के गांवों मोर्टार दागे। इसमें दो घर तबाह हो गए। जबकि पांच लोग जख्मी हो गए। जिन्हें इलाज के लिए नजदीक के अस्पताल में भर्ती कराया गया। मंगलवार दोपहर को भी पाकिस्तानी सेना ने सीजफायर का उल्लंघन किया था।


रोमांचकारी कुश्ती ने रोकी दिलों की धड़कन

कुशीनगर। विकास खण्ड विशुनपुरा के नेहरू इण्टर कालेज मंसाछापर के क्रिडांगन में रविवार को आयोजित विशाल कुश्ती दंगल में उद्‌दघाटन मैंच नन्दलालछपरा के जितेन्द्र पहलवान ने पवन पहलवान गाजीपुर को चित किया। महिला पहलवानों की कुश्ती काफी रोचक रही।
कुश्ती में मंजित पड़रौना ने संदीप गोरखपुर को,लालबचन बरवा ने नासिर प्रेमनगर को चित किया।गोरखपुर के संदीप पहलवान ने पड़रौना के मंजित पहलवान को,रवि आजमगढ़ ने राकेश अड़रौना को,गोलू पड़रौना विकास आजमगढ़ को,योगेन्दर मगरूआ ने गोबिन्द गोरखपुर को, बबलू बोधिछपरा ने अनूप गोरखपुर को आसमान दिखाया।महिला पहलवान खुशी तिवारी व अमन पहलवान के बीच कुश्ती हुई जो बराबर रहा। इस कुश्ती में आजमगढ़,बनारस,गाजीपुर,बिहार,गोरखपुर के अलावा क्षेञीय पहलवानों का भी जोड़ हुआ।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आजमगढ़ के पूर्व सांसद रमाकांत यादव व कार्यक्रम के अध्यक्ष पूर्व सांसद कुशीनगर रहे।इस मौके पर शिक्षक संघ के ब्लाक अध्यक्ष प्रमोद यादव,राजू यादव प्रदेश अध्यक्ष अटेवा,कैलाश यादव,अनवर  हाफी,श्रीनिवास यादव,सतवन्त यादव,मुलायम यादव,रामदयाल यादव,चन्द्रप्रकाश यादव,गौरव तिवारी,नन्दकिशोर यादव प्रधानाचार्य,जुगुनू गोड़,रविन्दर पटेल,बिपिन तिवारी,पुरन्दर प्रताप यादव,हरिनारायन यादव,धीरज पाठक,बिजय सिंह चन्देल,बृजेन्द्र पाल यादव,ने पहलवानों का जोड़ मिलाया।  इस दौरान मुख्य अतिथि व कार्यक्रम अध्यक्ष को आयोजक समिति ने स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।कार्यक्रम आयोजक बजरंगी यादव पहलवान व उद्‌घोषक पवन उपाध्याय रहे। इस मौके पर गुड्‌डू उपाध्याय,चुम्मन यादव,फिरोज अंसारी,प्रमोद यादव,अतुल मिश्रा,जिलाजीत यादव,रामप्यारे यादव,डा० के पी गोड़ आदी रहे।


मुनकाद ने कहा,बंद करें पैर छूने की प्रथा

बसपा प्रदेश अध्यक्ष ने कार्यकर्ताओं को दी नसीहत, कहा, बंद करें पैर छूने की प्रथा


गोरखपुर। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की मंडल स्तरीय कार्यकर्ता बैठक आम बैठकों की तुलना में अलग नजर आई। पहली बार गोरखपुर आए प्रदेश अध्यक्ष हाजी मुनकाद अली ने कार्यकर्ताओं को जमीन से जुड़े रहने की नसीहत दी। उन्होंने स्वीकार किया कि पदाधिकारियों को स्वयं में सुधार लाने की जरूरत है। कहा कि पार्टी मुखिया यह नहीं चाहतीं कि कार्यकर्ता उनका या किसी पदाधिकारी का पैर छुएं, हमें पार्टी में पैर छूने की प्रथा को बंद करना होगा।


देवरिया बाईपास स्थित अंबे पैलेस में मंडल के चारों जिलों से आए पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने उन कारणों की ओर ध्यान दिलाया, जिनके चलते सकारात्मक परिणाम नहीं आ रहे।


चीन ने लगाया दुनिया का सबसे बड़ा प्यूरीफायर

सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार से कहा है कि वायु प्रदूषण की भीषण समस्या से निपटने के लिए उसे कई इलाकों में एयर प्यूरिफायर टॉवर बनाना चाहिए। चीन ने करीब दो साल पहले ऐसा ही एक टॉवर झियान शहर में लगाया था। इस शहर में वायु प्रदूषण एक गंभीर समस्या थी लेकिन एयर प्यूरिफायर के बनने के बाद हवा साफ हो गई। ये दुनिया सबसे बड़ा प्यूरीफायर भी है।


झियान शहर चीन के शांक्शी प्रांत में है। यहां बना एयर प्यूरिफायर टॉवर 330 फीट ऊंचा है। दुनिया में इतना बड़ा प्यूरिफायर और कहीं नहीं है। इसे चीन के दिमाग की उपज भी कह सकते हैं।


पूरे शहर की हवा साफ रखने की क्षमता
ये पूरे शहर की हवा को साफ करने की क्षमता रखता हैै। ये रोज एक करोड़ घनमीटर हवा को साफ करता है। इसके लगने के बाद शहर की साफ हवा की स्थिति में बहुत सुधार हुआ है। इस शहर की स्थिति इस एयर प्यूरिफायर लगने से पहले ये थी कि शहर का शख्स हवा में 21 सिगरेट के बराबर विषैले तत्व हवा के साथ पी रहा था।


वैज्ञानिक ही इसका पूरा कामकाज देखते हैं. ये जब से लगाया गया है तब से दस किलोमीटर के रेंज की हवा को साफ रखता है। केवल यही नहीं ये प्यूरिफायर टॉवर हवा की गुणवत्ता में सुधार के साथ-साथ स्मॉग को भी 15 से 20 प्रतिशत तक कम करता हैं ।



सारी प्रणाली सौर ऊर्जा से नियंत्रित
टॉवर की सारी कार्य प्रणाली सौर ऊर्जा से नियंत्रित है। इसलिए इसको बाहर से कोई बिजली नहीं दी जाती। ये सूरज से मिलने वाली ऊर्जा से खुद ब खुद काम करता हैै। जो खबरें हैं, उसके अनुसार इसके रिजल्ट्स को लेकर चीन की साइंस एकेडमी के वैज्ञानिक संतुष्ट हैं।


वैज्ञानिक कहते हैं कि अभी तो ये शुरुआत है। इस टॉवर से आने वाले समय में और बेहतर रिजल्ट मिलने लगेंगे। वैज्ञानिक आने वाले समय इसकी क्षमता और ऊंचाई दोनों बढाएंगे ताकि ये 30 किलोमीटर रेंज की हवा को साफ रख सके। यानि अगर ऐसा प्यूरिफायर किसी छोटे शहर में लगा दिया जाए तो आराम से पूरे शहर को हेल्दी हवा देता रहेगा।


दो साल में बना प्रोजेक्ट


कभी ये हाल था कि इस शहर में सर्दियों के दौरान इतना ज्यादा प्रदूषण होता था कि लोगों का सांस लेना दुश्वार हो चुका था। मुख्य तौर पर इस शहर का हीटिंग सिस्टम कोयला आधारित था। इस प्रोजेक्ट को 2015 में शुरू किया गया और दो साल के भीतर इसे पूरा कर लिया गया।


वैसे बीजिंग में भी चीन ने इसी तरह का एक विशाल स्मॉग टॉवर बनवाया हैै। ये केवल बिजली से चलता है हालांकि इसकी क्षमता उतनी नहीं है, जितनी शांक्शी प्रांत के इस झियान शहर के टॉवर कीी। झियान शहर के लोग महसूस करने लगे हैं कि अब जाड़े के दौरान जिस हवा में वो सांस ले रहे हैं, वो बेहतर है और इससे वो खुद में अच्छा फील कर रहे हैं।


अंतरराष्ट्रीय छात्र दिवस और महत्व

अंतर्राष्ट्रीय छात्र दिवस 17 नवंबर को क्यों मनाया जाता है, जानें इसका महत्व और इतिहास
इसे मनाने के पीछे बहुत पुराना ऐतिहासिक कारण है। 1933 में जर्मनी में एडोल्फ हिटलर सत्ता में आया और एक साल में जर्मनी ने अपनी सीमाओं के बाहरी क्षेत्र में आक्रामक दावे करने शुरू कर दिए। 1938 में हिटलर ने आस्ट्रिया को अपनी होम कंट्री में जोड़ लिया। उसके तुरंत बाद वो चेकोस्लोवाकिया को अपने क्षेत्रों के हिस्सों को देने के लिए मजबूर कर दिया। चेकोस्लोवाकिया को विभाजित कर उसके साथ 'सैटलाइट स्टेट' की तरह बर्ताव किया जाने लगा। 28 अक्टूबर 1939 को प्राग के चार्ल्स विश्वविद्यालय में छात्रों ने चेकोस्लोवाकिया गणराज्य की स्वतंत्रता की 21 वीं वर्षगांठ मनाने के लिए एक प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन को नाजी कब्जे वाली ताकतों ने क्रूरता से दबा दिया था, इस प्रदर्शन में 15 छात्र गंभीर रूप से घायल हो गए और उनमें से एक की दो हफ्ते बाद गोली लगने से मौत हो गई।


15 नवंबर 1939 को मृत छात्र के अंतिम संस्कार के लिए दुखी प्राग के छात्रों ने जुलूस के लिए अनुमति का अनुरोध किया, जो कि रक्षात्मक रूप से सरकार की ओर से प्रदान किया गया थाा। इस जुलूस ने हजारों छात्रों को आकर्षित किया, जो नाजी ताकतों के खिलाफ प्रदर्शन का बहुत बड़ा हिस्सा बन गयाा। जिसके बाद नाजी ताकतों ने छात्रों पर बड़ी क्रूरता और हिंसा कीी। हिंसक परिणामों की वजह से सभी चेक विश्वविद्यालयों को बंद कर दिया गयाा। विद्रोही शैक्षणिक कार्यकर्ताओं को कमजोर कर रहे थेे। उन्होंने न केवल विश्वविद्यालयों को बंद कर दिया, बल्कि 1200 से अधिक छात्रों को भी गिरफ्तार कर लिया और उन्हें सैक्सनसेन कैम्प में भेज दियाा। 17 नवंबर 1939 को, प्रदर्शनकारियों ने आठ से नौ छात्रों और एक प्रोफेसर को मार दियाा। कैम्प ले जाए गए 1200 छात्रों में से कम से कम 20 ने अपने कारावास में ही दम तोड़ दियाा।


इस घटना के दो साल बाद 1941 में यूनाइटेड किंगडम में आयोजित हुई अंतर्राष्ट्रीय छात्र परिषद में, जिसमें कई शरणार्थी छात्र भी शामिल थे, उन्होंने मिलकर इस दिन को मनाने का फैसला किया और  17 नवंबर को अंतर्राष्ट्रीय छात्र दिवस लागू करने का निर्णय लिया गया। इस दिन दिए गए विद्यार्थियों के बलिदान की याद में  17 नवंबर को अंतर्राष्ट्रीय स्टूडेंट्स डे मनाया जाता है।


पाक ने यात्रियों की जान बचाने में की मदद

नई दिल्ली। भले ही भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते बेहद कड़वे हों लेकिन इस बीच दोनों देशों के बीच कुछ न कुछ ऐसा हो रहा है जिससे ये कड़वाहट थोड़े वक्त के लिए ही सही लेकिन कम हो रही है।


पाकिस्तान ने कुछ ऐसा किया जिसकी हर भारतीय तारीफ कर रहा है। दरअसल भारतीय विमान 150 यात्रियों को लेकर जयपुर से मस्कट जा रहा था जो पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र में बेहद खराब मौसम में फंस गया। आकाश में बिजली गिरने से विमान अचानक 2 हजार फीट नीचे आ गया। पायलट ने तुरंत मदद के लिए सभी नजदीकी एयर ट्रैफिक कंट्रोलरों के पास अलर्ट भेजा। विमान को खतरे में देखकर पाकिस्तानी एयर ट्रैफिक कंट्रोलर तुरंत हरकत में आए औऱ विमान की मदद कर उसे हादसे का शिकार होने से बचा लिया।


विमान में 150 यात्री सवार थे। विमान जब कराची के ऊपर से उड़ान भर रहा था उसी वक्त वह आकाशीय बिजली की चपेट में आ गया। पाकिस्तान के एयर ट्रैफिक कंट्रोलर ने संकेत मिलते ही पायलट की चेतावनी पर तुरंत हरकत में आते हुए विमान को बाकी के सफर के लिए पाकिस्तानी एयर स्पेस में तब तक रास्ता बताया जब तक वह पाकिस्तान की हवाई सीमा से सुरक्षित बाहर नहीं निकल गया। जिसने भी ये खबर पढ़ी उसने पाकिस्तान की इस हरकत की खूब तारीफ की।


क्षेत्र में यातायात पुलिस केंद्र बढ़ाने की मांग

ऑटो यूनियन खिदमत ए आवाम की लोनी में यातायात पुलिस बढ़ाने की मांग सौंपा ज्ञापन


अश्वनी उपाध्याय 


गाजियाबाद। ऑटो यूनियन खिदमत आवाम ने श्रीमान श्याम नारायण सिंह पुलिस अधीक्षक यातायात गाजियाबाद उत्तर प्रदेश को ज्ञापन दिया और मांग की लोनी में ट्रैफिक जाम की बहुत ज्यादा समस्या रहती है। बेशुमार अवैध परमिट वाले ऑटो लोनी में चलते हैं। जिनके कारण लोनी तिराहा, इंदिरा पुरी, नहर डिपो पर जाम की स्थिति बनी रहती है। इसीलिए 'ऑटो यूनियन' ने पुलिस अधीक्षक यातायात को ज्ञापन सौंपते हुए मांग की है कि इस समस्या को मद्दे नजर रखते हुए जल्द से जल्द लोनी में 4 यातायात पुलिस पॉइंट बढ़ा दिए जाएं। जिससे लोनी की आवाम को कुछ राहत मिल सके और बढ़ते पॉल्युशन पर कुछ अंकुश लगाया जा सके।
पुलिस अधीक्षक यातायात महोदय ने आश्वासन दिया और कहा है कि बहुत जल्द लोनी में यातायात पुलिस की ड्यूटी बढ़ा दी जाएगी। जिससे हमारी लोनी यातायात और प्रदूषण मुक्त विधानसभा कहलाएगी।इस मौके पर ऑटो यूनियन अध्यक्ष शानू खान, महासचिव मोहम्मद रिजवान, सचिव लक्ष्मीकांत शर्मा उर्फ पंडित आदि उपस्थित रहे।


यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई

यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई  संदीप मिश्र  लखनऊ। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन को लेकर उत्तर प्रदेश में भी 7 दिनों के...