सोमवार, 18 नवंबर 2019

अनियंत्रित यात्री बस पलटी पांच की मौत

बिहार से राजस्थान जा रही यात्री बस पलटी, 5 की मौत


देवरिया। उत्तर प्रदेश के देवरिया के भुजौली गांव के पास रविवार की देर शाम एक टूरिस्ट बस अनियंत्रित होकर पलट गई, जिससे बस में सवार यात्रियों में से 5 लोगों की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। वहीं हादसे में 15 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल रवाना किया गया है। मिली जानकारी के मुताबिक बस बिहार के सीतामढ़ी से जयपुर जा रही थी, कि तभी देवरिया के पास बस अनियंत्रित होकर पलट गई।


हादसे की जानकारी मिलने पर घटनास्थल पहुंचे बचाव दल ने राहत बचाव कार्य शुरू किया और सभी घायलों और मृतकों को बस से बाहर निकाला। घायलों को इलाज के लिए मेडिकल कालेज गोरखपुर रेफर किया गया है। हादसे में दर्जन भर से ज्यादा लोग घायल हुए हैं, जिनके परिजनों को हादसे की सूचना दी जा चुकी है। घटना रामपुर कारखाना थाना क्षेत्र टोल प्लाजा नेशनल हाईवे-28 की है।


हादसे की जानकारी मिलने पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद देवरिया में हुई इस सड़क दुर्घटना में लोगों की मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करते हुए मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को इस हादसे में घायल हुए लोगों का समुचित उपचार कराने के निर्देश दिए हैं।


गाजियाबाद पुलिस ने पकड़े 143 अपराधी

अविनाश श्रीवास्तव


गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश की गाजियाबाद पुलिस ने पिछले 12 घंटों में अब तक 143 अपराधियों को पकड़ा है। गाजियाबाद पुलिस ने यह ऑपरेशन कल रात शुरू किया था। जिले में बढ़ रहे अपराध को लेकर गाजियाबाद पुलिस काफी सतर्क हो गई है। पुलिस आपराधिक गतिविधियों पर नजर बनाए हुए है और लगातार छापेमारी की जा रही है। गाजियाबाद के एसएसपी सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि हमने ऑपरेशन ऑल आउट की योजना बनाई है जिसमें पुलिस स्टेशन के आधार पर करीब 200 अपराधियों की लिस्ट तैयार की गई है, जिन्हें पकड़ा जाना है। इसके लिए पुलिस की टीम तैयार हो चुकी है। बता दें कि ऑपरेशन ऑल आउट कश्मीर से चर्चा में आया था। घाटी में 3 साल पहले सुरक्षाबलों ने यह अभियान शुरू किया था। बीते 3 वर्षों में 600 से ज्यादा आतंकवादी मारे जा चुके हैं। ऑपरेशन ऑलआउट के तहत सेना की रणनीति है कि आतंकी कमांडर चुने जाने या चर्चा में आते ही जल्द से जल्द टॉप आतंकियों को खत्म कर दिया जाए।


पराविद्या की दीक्षा

गतांक से...
 आज मैं तुम्हें विशेषता में नहीं, केवल यह आज जहां हमारी आकाशवाणी जा रही है। वहां एक भव्य यज्ञ का आयोजन हुआ। मैं प्रभु से प्रार्थना करता रहता हूं। अपने गुरुदेव से आज्ञा पाता हूं। हे यजमान, तेरे जीवन का सौभाग्य अखंड बना रहे, सदैव उसके ग्रह में दर्व का सदुपयोग होता रहे। धर्म का दुरुपयोग नहीं करना चाहिए। आधुनिक जगत में जितना धर्म का दुरुपयोग किया जाता है। उससे भी समाज में हीनता चली आती है। आज मैं विशेषता में जाना नहीं चाहता हूं। विचार क्या है कि धर्म का सदुपयोग हो। अखंडता में सदैव यजमान बना रहे। यह मेरा सदैव एक नृत्य बना रहे। क्रिया, विचारों की क्रिया में रत रहना चाहिए। पूज्य-पाद गुरुदेव से आज्ञा पता हुआ, अपने विचार व्यक्त करता रहता हूं और वे विचार है कि नाना प्रकार की जो वृतिया विद्यमान है। वह राष्ट्र में समाप्त करनी चाहिए। राष्ट्रवेता अपने में विशुद्ध कर्तव्यवादी बने और कर्तव्य वादी ही राष्ट्रवेता रहे या ना रहे। परंतु मुझे तो अपने कर्तव्य का पालन करना है। परंतु पदलोलुकता में जब राजा परिणत हो जाता है, तो समाज में भी अभाव रह जाता है। मानवता समाप्त हो जाती है। विचार आता रहता है और मैंने कई काल में अपने पूज्य-पाद गुरुदेव से अपने विचार व्यक्त भी किया है। आज मैं विशेष चर्चा नहीं दे रहा हूं। विचार केवल यह है कि समाज में महानता होनी चाहिए। महाराजा विश्वमित्र के सहित चारों राजकुमार ब्रह्मचारी के साथ विद्यालय में अध्यन कर रहे हैं। मैं इस समय जो उदगीत गा रहा हूं कि राम व लक्ष्मण ही उनके सहित गए। परंतु ऐसा नहीं है,मुझे ऐसा स्मरण है कि चारों भ्राता ने अपने में प्राय अस्त्र-शस्त्रों की विद्या प्राप्त की और वे अध्ययन करने में तत्पर रहें। क्योंकि राष्ट्र ऐसा आरोपण नहीं कर रहा है। पुरोहित भी नहीं कर रहा है ।पुरोहित कहते हैं कि सब विद्वान धनुर्विद्या को पान करने वाले हैं। बहुत पुरातन काल में हमारे यहां प्रणाली रही है। परंपरागतो से यह प्रणाली रही है। वर्तमान में है या नहीं इसके ऊपर जाना भी नहीं चाहता, परंतु परंपरा की प्रणालियां यह रही है कि मेरी पुत्रीया बालकों को भयंकर वनों में ले जाकर के अस्त्र-शस्त्र की शिक्षा देती रही है।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


नवंबर 19, 2019 RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-105 (साल-01)
2. मंगलवार, नवंबर 19, 2019
3. शक-1941, मार्गशीर्ष-कृष्ण पक्ष, तिथि- अष्टमी, संवत 2076


4. सूर्योदय प्रातः 06:36,सूर्यास्त 05:32
5. न्‍यूनतम तापमान -13 डी.सै.,अधिकतम-24+ डी.सै., छिटपुट बरसात की संभावना रहेगी।
6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.,201102


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रविवार, 17 नवंबर 2019

साधू-संत समाज को आहत कर रही सरकार

महंत आशीष गिरी ने खुद को क्यों मारी गोली, जाने पूरी खबर


प्रयागराज। संत समाज इस समय शौक में है। आज सुबह निरंजनी अखाड़े के महंत आशीष गिरी ने लाइसेंसी पिस्टल से खुद को गोली मार ली। घटना की खबर मिलते ही डीआईजी, एसपी सिटी समेत फॉरेंसिंक टीम भी घटनास्थल पर पहुंच गई। उन्हें करीब से जानने वाले धर्मगुरुओं का कहना है कि वह अपनी बीमारी को लेकर काफी परेशान रहते थे। बताते हैं कि उनका लिवर खराब हो गया था, इसी से वह परेशान रहते थे। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी भी मौके पर पहुंच गए। खबरों में बताया जा रहा है कि आज सुबह ही अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी ने आशीष गिरी से फोन पर बात की थी। उन्हें नाश्ते के लिए मठ में बुलाया था। फोन पर आशीष गिरी ने कहा था कि वह स्नान करने के बाद आ रहे हैं। कुछ देर बाद जब वह नहीं आए, तब मठ के लोग उनके आवास पर गए। दूसरी मंजिल पर बने कमरे का दरवाजा खुला था। नीचे जमीन पर बिस्तर पर खून से लथपथ आशीष गिरी का शरीर पड़ा था। उनके हाथ में पिस्टल थी। बताया जा रहा है कि आशीष गिरी हाई ब्लड प्रेशर और पेट की बीमारी से परेशान थे।
रिपोर्ट-बृजेश केसरवानी


नेताओं ने बसपा छोड़ कांग्रेस की सदस्यता ली

प्रयागराज। बसपा को इलाहाबाद से लगा झटका, भाजपा से सभी दल के नेता इस कदर प्रभावित है की सत्ता और प्रभाव की चाह में अपनी विचारधारा के विरुद्ध खड़े होने सेेे नहीं नहीं कतरा रहे हैं। परिणाम चाहे जो भीी हो, सुख-सुविधा और सत्ता की चाह आदमीी को अपने कर्तव्य से भटकानेेे के लिए सबसेे महत्वपूर्ण एवं कारगर रास्ता है!
इलाहाबाद से बसपा के पूर्व जिलाध्यक्ष आरके गौतम शहर उत्तरी विधानसभा के कोषाध्यक्ष श्रीश चंद्र दुबे, शहर उत्तरी के सेक्टर अध्यक्ष रितेश कुमार सहित सैकड़ों कार्यकर्ता आज लखनऊ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष श्री अजय कुमार लल्लू एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री पीएल पुनिया के नेर्तत्व में कांग्रेस पार्टी की सदस्ययता ग्रहण कीी।



रिपोर्ट-बृजेश केसरवानी


सीएम टीम में किस-किसको मिलेगा स्थान

राणा ओबराय
हरियाणा मन्त्रिमण्डल के बाद अब सीएम की टीम में किस-किस को मिलेगा स्थान, पूर्व मंत्री कृष्ण बेदी हो सकते हैं मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार
चंडीगढ़। आखिरकार 20 दिनों के बाद हरियाणा मंत्रिमंडल के गठन का कार्य पूरा हो ही गया। वैसे तो मंत्रिमंडल के गठन होने के तुरंत बाद मुख्यमंत्री कार्यालय में अधिकारियों को तुरंत समायोजित कर दिया जाता है। परंतु अब की बार मुख्यमंत्री को मंत्रिमंडल की तरह अपने कार्यालय में अधिकारियों और नेताओं को फिट करने के लिए भी जद्दोजहद करनी पड़ रही है। आईएएस अधिकारियों और पूर्व में ओएसडी व एडवाइजर के पद पर रहे सभी मुख्यमंत्री की टीम में शामिल होना चाहते हैं सभी अपने आकाओं के द्वारा अपनी गोटियां फिट कर रहे हैं ! अब देखना यह है कि सीएमओ में स्थान पाने में कौन-कौन से आईएएस और पूर्व में ओएसडी आदि रहे स्थान पाने में कामयाब होते हैं। खट्टर सरकार में प्रधान सचिव व अतिरिक्त प्रधान सचिव राजेश खुल्लर तथा वी उमाशंकर अपने- अपने पद पर बने रह सकते हैं! निजी सुत्रो के अनुसार यदि मुख्यमंत्री अपने कार्यालय में प्रधान सचिव को बदलते हैं तो आईएएस सुधीर राजपाल, अनुराग रस्तोगी अथवा संजीव कौशल मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव हो सकते हैं! यदि मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार की बात की जाए तो जिस तरह से पूर्व मीडिया सलाहकार अमित आर्य मुख्यमंत्री के इर्दगिर्द हमेशा देखे जाते हैं! तो इससे ऐसा लगता है कि वह इस बार पहले की तरह मुख्यमंत्री मनोहर लाल के मीडिया सलाहकार चंडीगढ़ हो सकते हैं! पूर्व मीडिया सलाहकार राजीव जैन को मीडिया सलाहकार दिल्ली एनसीआर का कार्यभार सौंपा जा सकता है! सुत्रो की माने तो अबकी बार सीएमओ में स्थान पाने के लिए सबसे मुश्किल दौर पूर्व ओएसडी भूपेश्वर दयाल और अमरिंदर सिंह का चल रहा है। मुख्यमंत्री कार्यालय में इनकी नियुक्ति को लेकर संशय बरकरार है। आरएसएस के कई सक्रिय कार्यकर्ता भी मुख्यमंत्री कार्यालय में स्थान पाने के लिए अपने अपने नेताओं से मुख्यमंत्री को सिफारिश करवाने में लगे हुए हैं! हो सकता है मुख्यमंत्री कार्यालय और निवास में अधिकारी के रूप में कुछ नए चेहरे देखने को मिले।निजी सुत्रो के अनुसार मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार पद के लिए पूर्व मंत्री कृष्ण बेदी का नाम भी तेजी से आगे आ रहा है। क्योंकि सीएम मनोहर लाल के पूर्व राजनीतिक सलाहकार दीपक मंगला अबकी बार पलवल से विधायक बन गए हैं। इसलिए सीएम का राजनीतिक सलाहकार कोई अनुभवी नेता ही होना चाहिए जो सरकार और संगठन में पूरी तरह तालमेल बिठा सके!


'पीएम' ने देश को रेल परियोजनाओं की सौगात दी

'पीएम' ने देश को रेल परियोजनाओं की सौगात दी  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को रेल परियोजनाओं की सौगात...