गुरुवार, 14 नवंबर 2019

सबरीमाला मंदिर में महिलाओं का प्रवेश जारी

नई दिल्ली। केरल के प्रसिद्ध सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश के फैसले पर दाखिल की गई पुनर्विचार याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सूना दिया है। सबरीमाला मंदिर में महिलाओं का प्रवेश जारी रहेगा। बता दें कि सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश पर सर्वोच्च अदालत ने पिछले साल फैसला दिया था। अदालत ने 10 से 50 साल की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश की इजाजत दे दी थी, अदालत के इसी फैसले पर कई पुनर्विचार याचिकाएं दायर की गई थी। गुरूवार को सुप्रीम कोर्ट कुल 65 याचिकाओं पर अपना निर्णय सुनाएगा, इनमें 56 पुनर्विचार याचिका, 4 नई याचिका और 5 ट्रांसफर याचिकाएं हैं।


इस मामले की सुनवाई चीफ जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस आर.एफ. नरीमन, जस्टिस एएम खानविलकर, जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और जस्टिस इंदु मल्होत्रा कर रहे हैं। पीठ ने 6 फरवरी को अपने फैसले को सुरक्षित रख लिया था। पुनर्विचार याचिकाओं में फैसला देते समय पांच जजों की बेंच में से 3 जजों का मानना था कि इस मामले को सात जजों की बेंच को भेज दिया जाए। लेकिन जस्टिस नरीमन और जस्टिस चंद्रचूड़ ने इससे अलग विचार रखे। अंत में पांच जजों की बेंच ने 3:2 के फैसले इसे 7 जजों की बेंच को भेज दिया।  हालांकि, सबरीमाला मंदिर में अभी महिलाओं की एंट्री जारी रहेगी। जस्टिस नरीमन ने फैसला पढ़ते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला ही अंतिम होता है। फैसला अनुपालन करना कोई विकल्प नहीं है। संवैधानिक मूल्यों की पूर्ति करना सरकार को सुनिश्चित करना चाहिए।


ठोस सबूतों के बिना रक्षा-सौदे मे दखल नहीं

नई दिल्ली! सुप्रीम कोर्ट आज राफेल विमान डील और सबरीमाला मामले में अपना फैसला सुनाएगा! राफेल विमान डील मामले में शीर्ष अदालत के 2018 के आदेश पर वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण समेत अन्य लोगों की ओर से पुनर्विचार के लिए याचिका दाखिल की गई थी! चीफ जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस संजय किशन कौल और जस्टिस केएम जोसेफ की पीठ इस पुनर्विचार याचिका पर फैसला सुनाएगी!


कोर्ट में दायर याचिका में डील में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए हैं! साथ ही 'लीक' दस्तावेजों के हवाले से आरोप लगाया गया है कि डील में PMO ने रक्षा मंत्रालय को बगैर भरोसे में लिए अपनी ओर से बातचीत की है! कोर्ट में विमान डील की कीमत को लेकर भी याचिका डाली गई है! हालांकि कोर्ट साफ कर चुका है कि बिना ठोस सबूतों के वह रक्षा सौदे में कोई भी दखल नहीं देगा! ऐसे में अब कोर्ट इन सभी याचिकाओं को लेकर अपना फैसला सुना सकता है!  


चीफ जस्टिस रंजन गोगोई 17 नवंबर को रिटायर हो रहे हैं, उससे पहले उनकी बेंच के सामने कई बड़े फैसले घोषित करने के लिए बचे हुए हैं! इसके अलावा कई फैसले सुनाए जा चुके हैं! अब राफेल डील और सबरीमाला विवाद पर गुरुवार को फैसला आ रहा है!


लोकसभा चुनाव के दौरान राफेल विमान डील का मामला काफी सुर्खियों में रहा है! कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल डील को लेकर पीएम मोदी को जमकर घेरा था! उन्होंने इस मामले को लेकर पीएम मोदी को 'चौकीदार चोर है' तक कह दिया था! सुप्रीम कोर्ट में फ्रांस से राफेल लड़ाकू विमान खरीदने को लेकर दो जनहित याचिका दायर की गई थीं, जिसमें भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया था! इसके अलावा लड़ाकू विमान की कीमत, करार और कंपनी की भूमिका पर सवाल खड़ा किया गया था!


ट्रंप के खिलाफ महाभियोग की कार्रवाई

वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के खिलाफ महाभियोग मामले की सुनवाई शुरू हो चुकी है। मामले की पड़ताल के पहले दिन 'सार्वजनिक साक्ष्य' में अमेरिका के दो राजनयिकों ने इशारा किया है कि ट्रम्प ने अपने राजनीतिक उद्देशों की पूर्ति के लिए सत्ता का इस्तेमाल किया। अमेरिकी राष्ट्रपति के खिलाफ इस तरह की सुनवाई पिछले दो दशक में पहली बार हो रही है।


बुधवार को सार्वजनिक सुनवाई के दौरान डेमोक्रेट और रिपब्लिकन के बीच राष्ट्रपति के खिलाफ महाभियोग पर सुनवाई को लेकर रस्साकशी शुरू हो गई है। अमेरिकी कांग्रेस के डेमोक्रेट बहुल निम्न सदन की इंटेलीजेंस समिति ने अमेरिका के दो वरिष्ठ राजनयिकों बिल टेलर (यूक्रेन में राजदूत) तथा जार्ज केंट (स्टेट डिपार्टमेंट में सहायक सचिव) से यूक्रेन में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के कथित मंतव्यों के बारे में पूछताछ की थी। यह पूछताछ करीब छह घंटों तक चली।


मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बिल टेलर ने अपने साक्ष्य में कहा कि ट्रम्प ने यूक्रेन नीति की बजाय अपने प्रतिद्वंद्वी (2020 में राष्ट्रपति पद के संभावित उम्मीदवारों में एक) जोई बिडेन और उनके बेटे हंटर की जांच में ज्यादा रुचि ली थी। इस पड़ताल का उद्देश्य 25 जुलाई को ट्रम्प और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदीमीर जेलेंस्की के बीच हुई उस बातचीत का पता लगाना है जिसमें ट्रम्प ने यूक्रेन को मिलिट्री सहायता दिए जाने के बदले राजनीतिक पक्षपात की मांग की थी। वह जोई बिडेन के खिलाफ जांच का आश्वासन चाहते थे। बिल ने कहा कि कीव के एक रेस्तरां में यूरोपीय यूनियन के अमेरिकी राजदूत गार्डन स्काटलैंड और यूक्रेन के राष्ट्रपति के बीच हुई बातचीत के बाद ट्रम्प और गार्डन की फोन पर बातचीत हुई। उस टेलीफोनिक बातचीत में उसने जो कुछ सुना, उसके आधार पर वह अपनी बात कह रहे हैं।


बस-ट्रक की भिड़ंत में 36 की मौत

बीजिंग! चीन के जिआंगसु क्षेत्र में रविवार को हुए सड़क हादसे में 36 लोगों की मौत हो गई।
पुलिस के अनुसार पश्चिमी प्रांत के यिक्सिंग शहर में सुबह बस और ट्रक की भिड़ंत हो गई। बस में 69 यात्री सवार थे। हादसे में 36 लोगों की मौत हो गई और 35 लोग घायल हो गए। पुलिस का कहना है कि शुरुआती जांच में हादसे की वजह बस का टायर फटना है।


सड़क हादसे में 7 की मौत 8 घायल

सीकर। सीकर जिले के रींगस थाना क्षेत्र में बुधवार देर शाम को एक भीषण सड़क हादसे में 7 लोगों की मौत हो गई जबकि आठ लोग गंभीर घायल हो गए। हादसा एक मिनी बस और क्रूजर जीप की आमने सामने की टक्कर से हुआ।


पुलिस के मुताबिक हादसा खाटू श्याम से पांच किलोमीटर पहले चौंमू पुरोहितान में हुआ है। सूचना मिलने पर पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया। जहां से आठ गंभीर घायलों को जयपुर रेफर कर दिया है। हादसे की जानकारी मिलते ही आस पास के लोगों ने निजी गाड़ियों और एंबुलेंस की मदद से घायलों को अस्पताल पहुंचाया। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने एंबुलेंस की मदद से तीन शवों को खाटू के अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया और चार शव रींगस अस्पताल में रखवाए हैं। मृतकों की पहचान की जा रही है। हादसे की जानकारी मिलते ही अस्पताल के बाहर लोगों की भीड़ जुट गई। समाचार लिखे जाने तक पुलिस की कार्रवाई जारी थी।


राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर इस दुर्घटना पर शोक जताया और मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की हैं और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की।


रेलवे कराएगा सबसे सस्ता भारत-भ्रमण

रायपुर। इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कार्पोरेशन लिमिटेड (IRCTC) भारत दर्शन छत्तीसगढ़ के इतिहास में पहली बार प्रदेश के लिए भारत दर्शन ट्रेन चला रही है। यह ट्रेन 21 दिसंबर से चलेगी और 11 दिनों तक देश भर की जनता को बेहद कम दाम पर पर्यटन और तीर्थ स्थलों का दर्शन एवं भ्रमण करायेगी।


आईआरसीटीसी के बिलासपुर एरिया मैनेजर राजेंद्र बोरबन ने प्रेस वार्ता में बताया कि रेलवे बोर्ड ने वित्तीय वर्ष 2019 में भारत दर्शन पर्यटन ट्रेन चलाने के लिए नोटिफिकेशन जारी किया है। जिसके तहत IRCTC की पूर्वी क्षेत्र जोनल कार्यालय कोलकाता ने इस पर्यटन ट्रेन की घोषणा की है, जो छत्तीसगढ़ से पहली बार चलेगी।


राजेंद्र बोरबन बताते हैं कि देशभर के अन्य शहरों और राज्यों में भारत दर्शन (जिसका नाम अब आस्था सर्किट कर दिया गया है) ट्रेनें काफी लंबे समय से चल रही हैं, लेकिन छत्तीसगढ़ के लिए पहली बार भारत दर्शन ट्रेन चलाया जा रहा है। IRCTC की इस पर्यटन यात्रा में 'दक्षिण भारत यात्रा' (साउथ इंडियन टूर) का ऐलान किया है।


21 दिसंबर 2019 को प्रारंभ होने वाली भारत दर्शन पर्यटन ट्रेन तिरुपति, मदुरै, रामेश्वरम, कन्याकुमारी, मल्लिकार्जुन की यात्रा कराएगी। यह यात्रा बोकारो स्टील शहर से शुरु होगी।


राजेंद्र बोरबन के मुताबिक, छत्तीसगढ़ के यात्रियों की सुविधा को देखते हुए सिनी, टाटानगर, झारसुगुड़ा, रायगढ़, चम्पा, बिलासपुर, रायपुर, दुर्ग तथा राजनांदगांव को बोर्डिंग स्टेशन बनाया गया है। इसका मतलब यह है कि रायपुर से जाने वाले पर्यटकों को ट्रेन यहीं से ले जाएगी और यात्रा की वापसी में इसी जगह पर लाकर छोड़ेगी।


इसके तहत प्रतिदिन 800 यात्रियों को स्लीपर क्लास में यात्रा करने का अनुभव मिलने वाला है। भारतीय रेलवे की इस बेहद सस्ते बजट पैकेज की कीमत प्रति व्यक्ति मात्र 10,395 रुपये है। इतने सस्ते दाम पर बजट पैकेज में आपको सारी सुविधाएं मिलेंगी। जिसमें, स्लीपर क्लास में रेल का सफर, आईआरसीटीसी का स्वादिष्ट शाकाहारी भोजन, धर्मशाला में रहने की सुविधा, बसों में दर्शनीय स्थलों की यात्रा, आदि शामिल है। यहां तक कि सभी यात्रियों को बीमा की व्यवस्था इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कार्पोरेशन लिमिटेड द्वारा की जाएगी।


राजेंद्र बोरबन ने बताया कि छत्तीसगढ़ के लिए अगर यह पर्यटन ट्रेन सफल रही तो ट्रनों की संख्या बढ़ा दी जाएगी। साथ ही कुछ समय के बाद गुजरात के सोमनाथ दर्शन स्पेशल ट्रेन भी चलाए जाने की योजना है। इस प्रेसवार्ता में आईीसीटीसी कोलकाता पूर्वी जोनल ऑफिस से वरिष्ठ सुपरवाइजर मनीष कुमार तथा दीपांकर मन्ना भी आये थे।


अदिक जानकारी के लिए IRCTC की आधिकारिक वेबसाइट www.irctctourism.com पर देख सकते हैं। यहां ऑनलाइन बुकिंग कर सकते हैं। Help Line Number: 8287932329 पर संपर्क कर सकते हैं। आप IRCTC के एजेंट के माध्यम से भी बुकिंग करवा सकते हैं। या फिर रायपुर रेलवे स्टेशन पर मौजूद IRCTC फूड प्लाजा से संपर्क कर बुकिंग करवा सकते हैं।


पराविद्या की दीक्षा

गतांक से...
 मेरे पुत्रों देवी ने कहा कि प्रभु क्या चाहते हो? ऋषि ने वेदों का ही उद्घोष करते हुए कहा कि मेरी इच्छा यह है कि राजकुमारों को अपने यज्ञ में रक्षार्थ ले जाना चाहता हूं। ताकि मेरा धनुयज्ञ संपन्न हो सके। उन्होंने कहा कि नाना प्रकार के यज्ञों में प्रवृत्ति, जागृति होगी। मानव समाज ऊंछा बनेगा। जब इस प्रकार "दिव्याम् भुताम् दिव्यं बहे" जब उन्होंने कहा कि राजकुमारों को प्रदान कीजिए। राजा ने कहा यह बालक तो किशोर है और यह आपके यज्ञ को कैसे संपन्न कराएंगे? आप के यज्ञ को मैं संपन्न कर आऊंगा। तो देवियों ने कहा। हे राजन, इस यज्ञ का नाम धनुरयज्ञ है और धनुरयज्ञ जो होता है वह युवा पुरुषों का होता है। यज्ञ ब्रह्मचारी के द्वारा पूर्ण होता है। इसको पूर्ण करने के लिए अपने में याज्ञिक बने रहते हैं और अपने में उसका क्रियाकलाप उधरवा को प्राप्त होता है। उन्होंने कहा बहुत प्रियतम देवियों ने प्रार्थना की। राजा ने मोहबस इसका उदगीत नहीं गया। तो कौशल्या जी ने कहा "अमृतां  दिव्यं ब्रह्मे:" हमारे गर्भ से उत्पन्न होने वाले बालक, यदि ऋषि की सेवा नहीं कर सकते। तो हमारा गर्भाशय दूषित हो जाएगा। माता कौशल्या ने यह कहा तो राजा मौन हो गए। कर्तव्यवाद में ममता नहीं हुआ करती। कर्तव्यवाद में एक मानत्व रहता है और आत्मा विशुद्ध रहती है। मेरे पुत्रों, जब उन्होंने यह वाक्य कहा तो राजा ने राजकुमारों को प्रदान कर दिया। तो चारों राजकुमारों ने शिक्षा के लिए वहां से प्रस्थान किया। सब को आशीर्वाद देकर महर्षि ने वहां से गमन किया और वे दंडक वन में यज्ञ के लिए तत्पर हो गए। धनुरयाग क्या है? धनुरयाग उसे कहते हैं जहां वैज्ञानिकजन,विद्यार्थीजनों को धनुर्विद्या का अभ्यास कराते हैं। और जहां शास्त्रों का निर्माण होता है। यहां प्रातः कालीन यज्ञ होता है और उसके पश्चात धनुरयाग में परिणत होकर के अपने में महानता को वैगमन्न करते रहते हैं ।इसमें राष्ट्र का बड़ा सहयोग रहता है। विचार आता रहता है कि हमारे यहां यज्ञ अपनी स्थिति में बड़ा विचित्र माना गया है विभिन्न प्रकार के यज्ञों का चयन होता रहता है। तो विचार आता है कि हम यज्ञ में परिणत हो जाए और यज्ञ को दृष्टिपात करते हुए अपने में एकीकरण हो जाए। यज्ञ की भिन्न प्रकार की प्रतिक्रिया बन जाती है। विचार आता रहता है कि "यज्ञम मन्यु:  प्रब्रौही:" मेरे पुत्रों देखो यज्ञ होना चाहिए। उन्होंने धनुष यज्ञ किया, धनुरयज्ञ के पश्चात वे अपने "क्रिया कलापं ब्रहे:" पुत्रों और पुत्रियों को उपदेश दिया करते थे और वे पुरोहित बनकर के ब्रह्मविद्या और धनुर्विद्या को प्रदान करते रहते थे। मुझे स्मरण आता रहता है। बेटा मैं ऋषि वशिष्ठ मुनि के आश्रम में विज्ञान के कुछ यंत्र थे। अमृतां मन्यू: आस्तेह:" विश्वामित्र दंडक वन में पहुंचे। दंडक वन में अन्वेषण हो रहा है, अनुसंधान हो रहा है, विचार-विनिमय हो रहा है कि एक यान ऐसा निर्माण किया जाए। जिस यंत्र में विधमान होकर के वैज्ञानिक लोको में जाए, यात्री लोको की आभा में भ्रमण करता हुआ। अपने में लोक-वेता बन जाता है। मेरे पुत्रों इस प्रकार का विज्ञान ऋषि के आश्रम में था। ऋषि विश्वामित्र अपने में प्रसन्न रहते थे। विचार यह है कि धनुरयज्ञ वह हैं, जहां धनुर्विद्या की शिक्षा को प्रदान किया जाता है। 


यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...