रविवार, 10 नवंबर 2019

भारत-बांग्लादेश की सीरीज पर पैनी नजर

नागपुर। भारतीय क्रिकेट टीम की परीक्षा बांग्लादेश के खिलाफ रविवार को यहां खेले जाने वाले तीसरे और आखिरी टी20 मैच के परिणाम से होगी। वैसे भी देखा जाए तो भारतीय टीम की नजरें इस साल घरेलू सरजमीं पर सबसे छोटे प्रारूप की पहली श्रृंखला जीतने पर होगी। कप्तान विराट कोहली सहित कुछ अन्य सीनियर खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी में भारतीय टीम श्रृंखला अपने नाम करने के साथ अगले साल खेले जाने वाले टी20 विश्व कप के लिए कोर खिलाड़ियों की पहचान करना चाहेगी। श्रृंखला के पहले दो मैचों में हालांकि इस मामले में लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल की टीम में सफल वापसी के अलावा ज्यादा फायदा नहीं हुआ। चहल ने एक बार फिर साबित किया कि वह बीच के ओवरों में उनके पास विकेट निकालने की क्षमता है। राजकोट में खेले गये दूसरे टी20 में चहल की अगुवाई में भारतीय गेंदबाजों ने बांग्लादेश को छह विकेट पर 153 रन पर रोक दिया। फिर रही सही कसर कप्तान रोहित शर्मा में 85 रन की ताबड़तोड़ पारी खेलकर पूरी कर दी। चाइनामैच गेंदबाज कुलदीप यादव की जगह टीम में चुने गये वाशिंगटन सुंदर काफी किफायती रहे लेकिन विकेट चटकाने के मामले में चहल से पीछे छूट गये। 
तेज गेंदबाज खलील अहमद ने दोनों मैचों में रन लुटाये जिससे इस मैच शारदुल ठाकुर को अंतिम 11 में जगह मिल सकती है जो दीपक चाहर के साथ नई गेंद साझा कर सकते हैं। रोहित ने पहले दोनों टी20 मैचों की टीम में कोई बदलाव नहीं किया जिससे मनीष पांडे, संजू सैमसन और राहुल चाहर जैसे खिलाड़ी ड्रेंसिंग रूम में ही बैठे रहे। नागपुर में अगर उन्हें मौका नहीं मिला तो उन्हें खुद को साबित करने के लिए वेस्टइंडीज के खिलाफ आगामी टी20 श्रृंखला का इंतजार करना होगा। टीम में जब सीनियर खिलाड़ियों की वापसी होगी तब भी भारत को टीम संयोजन बनाने के लिए काफी मसक्कत करनी होगी खासकर बल्लेबाजी विभाग में जहां टीम के पास आस्ट्रेलिया और इंग्लैंड की तरह बड़े शाट खेलने वाली खिलाड़ियों की कमी है। श्रेयस अय्यर ने कम समय में खुद को साबित किया है जबकि लोकेश राहुल अभी तक प्रभाव छोड़ने में नाकाम रहे है। नये हरफनमौला शिवम दुबे को भी अपनी प्रतिभा से न्याय करना होगा। 
भारतीय टीम में नये खिलाड़ियों के साथ अनुभवी शिखर धवन और युवा विकेटकीपर ऋषभ पंत भी टीम में जगह बनाये रखने के लिए संघर्ष कर रहे है। धवन बल्ले से जबकि पंत बल्ले के साथ विकेट के पीछे भी अपने खराब प्रदर्शन के कारण आलोचना झेल रहे है। रविवार को दोनों खिलाड़ियों के पास आलोचकों को चुप करने का एक मौका होगा। भारतीय टीम जीत की दावेदार होगी लेकिन तमीम इकबाल और शाकिब अल हसन जैसे सीनियर खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी में बांग्लादेश एक बार फिर दिल्ली की तरह चौका सकती है। राजकोट में दूसरे टी20 में भी टीम को अच्छी शुरूआत मिली लेकिन वे इसका फायदा नहीं उठा सके और टीम 20 ओवर में सिर्फ 153 रन बना सकी। बांग्लादेश के लिए 20 साल के लेग स्पिनर अमीनुल इस्लाम ने अपने प्रदर्शन से प्रभावित किया है। उन्होंने किफायती रहते हुए चार विकेट चटकाए। बांग्लादेश को हालांकि तेज गेंदबाजी में सुधार करना होगा खासकर टीम के मुख्य गेंदबाज मुस्ताफिजूर रहमान भारतीय बल्लेबाजों को परेशान करने में नाकाम रहे है। 



भारत: रोहित शर्मा (कप्तान), खलील अहमद, युजवेंद्र चहल, दीपक चाहर, राहुल चाहर, शिखर धवन, शिवम दुबे, श्रेयस अय्यर, मनीष पांडे, कृनाल पंड्या, ऋषभ पंत, लोकेश राहुल, संजू सैमसन, वाशिंगटन सुंदर और शारदुल ठाकुर। 



बांग्लादेश: महमूदुल्लाह रियाद (कप्तान), ताईजुल इस्लाम, मोहम्मद मिथुन, लिटन दास, सौम्य सरकार, नईम शेख, मुशफिकुर रहीम, आफिफ हुसैन, मोसादेक हुसैन सेकत, अमीनुल इस्लाम बिप्लब, अराफात सनी, अबू हिदेर, अल अमीन हुसैन, मुस्तफिजूर रहमान और शफीउल इस्लाम। समय: मैच शाम सात बजे शुरू होगा।


घागरा ने बढ़ाई ग्रामीणों के माथे की सीकन

तहसील धौरहरा ब्लाक रमियाबेहड़ के गांव रामनगर बगहा में लखीमपुर खीरी। ब्लाक रमियाबेहड़ के गांव रामनगर बगहा में घाघरा नदी का कहर चर्चा का विषय बना है। नदी ने ग्रामीणों की जमीन तो अपने अंदर समेट ली है। अब ग्रामीणों के घर कटने की कगार पर है। जिसके कारण ग्रामीण बहुत परेशान है। ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन की तरफ से अभी तक इसके समाधान के लिए कोई उचित कदम नही उठाया गया है।


शान् से निकाला ईद मिलादुन्नबी का जुलूस

शान ओ शौकत से निकाला गया ईदमिलादुन्नबी का जुलूस


पीलीभीत। शेरपुर कलां मे जामा मस्जिद के मैदान से ईद मिलादुन्नबी का जुलूस बड़ी शानों शौकत से साथ निकला साथ ही जिले भर में जुलूस शान ओ शौकत से निकाले गए। जुलूस में शामिल लोग इस्लामी झंडे को हाथ में लेकर नबी के नारे लगाते चल रहे थे। इस दौरान बच्चों और युवकों का जोश देखते ही बन रहा था। इस्लामी कलेंडर में ईद मिलादुन्नबी का बड़ा महत्व है। हजरत मोहम्मद सल्ललाहो अलैही वसल्लम के दुनिया में आगमन की खुशी में पिछले 11 दिन से जलसे हो रहे थे। शनिबार को ईदमिलादुन्नबी पर पूरे शेरपुर कलां में शान ओ शौकत से जुलूस निकाला गया।जहां नगर में जामा मस्जिद से जुलूस शुरू हुआ, मैन रोड नबदिया कुरैशियान होता हुआ जुलूस जामा मस्जिद पर समाप्त हुआ।मस्जिदों के सभी इमामो ने नबी ए पाक की जिन्दगी पर रौशनी डाली।जुलूस के रूटों पर जगह जगह लंगर एंव जुलूस का फूल मालाओ से स्वागत किया ग़या। जुलूस के बाद मस्जिद के मैदान मे बड़ी तादात मे लंगर बांटा गया।टी टी एस ग्रुप की देख रेख मे जुलूस निकाला गया।जुलूस में सुरक्षा के लिए पुलिस मुस्तैद रही।


बेंगलुरु से अंतरराष्ट्रीय सट्टेबाज गिरफ्तार

नई दिल्ली । सेंट्रल क्राइम ब्रांच (सीसीबी) ने कर्नाटक प्रीमियर लीग (केपीएल) में मैच फिक्सिंग के आरोप में एक और गिरफ्तारी की है। सीसीबी ने अंतरराष्ट्रीय सट्टेबाज सय्यम को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया है। वह हरियाणा का रहने वाला है। उसके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया था। इससे पहले इस मामले में भारतीय क्रिकेटर निशांत सिंह शेखावत सलाखों के पीछे भेजे जा चुके हैं।
केपीएल में आईपीएल की तर्ज पर स्पॉट फिक्सिंग का खुलासा होने के बाद भारी बवाल मचा हुआ है। सीसीबी का कहना है कि बरेली टस्कर्स और हुबली टाइगर्स की टीम के बीच 31 अगस्त 2019 को हुए मैच में स्पॉट फिक्सिंग की गई। बल्लेबाज सीएम गौतम और अबरार काजी ने 20 लाख रुपये लेकर धीमी बल्लेबाजी की। सीसीबी इन दोनों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। सीएम गौतम आईपीएल में मुंबई इंडियंस की टीम में तीन सीजन खेल चुके हैं। वह कर्नाटक और गोवा की रणजी टीम में भी रहे हैं। अबरार काजी कर्नाटक रणजी टीम का हिस्सा रहे हैं।
निशांत सिंह शेखावत पर सटोरियों के संपर्क में रहने और बेंगलोर ब्लास्टर्स के बॉलिंग कोच वीनू प्रसाद पर खिलाड़ियों को मैच फिक्सिंग के लिए मनाने की कोशिश का आरोप है। शेखावत पर 2018 में हुए केपीएल में बेंगलोर और बेलगावी टीम के बीच खेले गए मुकाबले में पांच लाख रुपये लेकर धीमी बल्लेबाजी करने का आरोप है। मैच फिक्सिंग के इस प्रकरण में टीम बेलगावी पैंथर्स के मामलिक अली, वीनू प्रसाद और बल्लेबाज विश्वनाथन सलाखों के पीचे जा चुके हैं। उल्लेखनीय है कि आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग में टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाज एस श्रीसंत सजा का सामना कर चुके हैं। मैच फिक्सिंग पर पाकिस्तान के गेंदबाज शोएब अख्तर स्वीकार कर चुके हैं कि उन्हें सटोरियों ने मर्सिडीज कार और करोडों रुपये का प्रलोभन दे चुके हैं।


बंगाल में चक्रवात बुलबुल से भारी तबाही

कोलकाता । पश्चिम बंगाल में चक्रवात बुलबुल से भारी तबाही हुई है। समुद्र तटीय इलाकों में हाहाकार है। बुलबुल की मार से करीब एक लाख 65 हजार लोग विस्थापित हुए हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नियंत्रण कक्ष पहुंचकर हालात की जानकारी ली। नुकसान का आकलन ड्रोन से किया जाएगा।
चक्रवात बुलबुल ने शनिवार रात करीब 8:00 बजे धरातलीय क्षेत्र में प्रवेश किया। करीब चार घंटे तक समुद्र के तटीय क्षेत्रों में उथल-पुथल मचा रहा। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य सचिवालय नवान्न में बैठकर हालात पर निगरानी रखी। रात करीब 12:00 बजे ममता बनर्जी ने इस बारे में मीडिया से बात की।
उन्होंने कहा कि चक्रवात बुलबुल से 100 से 200 किलोमीटर के क्षेत्र में तबाही हुई है। वास्तविक स्थिति का आकलन करने के लिए रविवार सुबह से कोलकाता पुलिस का विशेष ड्रोन उड़ाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रभावित लोगों की हर संभव मदद की जा रही है। चक्रवात से करीब एक लाख 65 हजार लोग विस्थापित हुए हैं। इन लोगों को 118 शिविरों में रखा गया है।
मौसम विभाग ने कहा है कि बुलबुल चक्रवात ने रात 8:00 बजे रात 12:00 बजे तक तांडव मचाया है। कोलकाता में हवा की गति 60 किलोमीटर प्रति घंटे और अन्य जिलों में 100 से 110 किलोमीटर प्रति घंटे रही।कच्चे मकान ध्वस्त हो गए। कई इमारतों की छतें उड़ गई हैं। बड़ी संख्या में पेड़ टूटकर गिर गए हैं। हजारों घरों की टीन की छत उड़ गई है। बुलबुल का सबसे अधिक असर पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर जिले में हुआ है। उत्तर और दक्षिण 24 परगना में भी लाखों लोग प्रभावित हुए हैं। दीघा, नामखाना, सुंदरबन जैसे पर्यटन क्षेत्रों के हजारों परिवार विस्थापित हुए हैं। रात को चक्रवात से जनहानि की सूचना नहीं है।


पराविद्या की दीक्षा

गतांक से...
 मुझे स्मरण आता रहता है बेटा, ऋषि-मुनियों ने बहुत पुरातन काल में एक पद्धति का निर्माण किया था। वह उस पद्धति से प्रत्येक ग्रह में पुरोहित होना चाहिए। क्योंकि हमारे यहां राष्ट्र में भी पुरोहित होते हैं और वे पुरोहित इसलिए होते हैं कि मानव उल्टे मार्ग पर न चला जाए। वह सदैव सुमार्ग पर गमन करते, वह विचार देते रहते हैं और राजा को भी उपदेश देते हैं कि वह ऐसे कनिष्ठ मार्ग पर न चला जाए। जिस मार्ग पर चले जाने के पश्चात समाज चिंतित हो जाए और रक्तमयी मानव का समाज बन जाए। इसलिए हमारे यहां पुरोहित की बड़ी विवेचना मानी गई है। क्योंकि पुरोहित ही राष्ट्र का निर्वाचन करते रहे हैं। हमारे यहां सृष्टि के आरंभ से, जब से राष्ट्रवाद का निर्माण हुआ। यहां भगवान मनु ने राष्ट्र का निर्माण किया था और भगवान मनु ने यह कहा कि पुरोहित होना चाहिए। राष्ट्र में और मानव समाज में यदि पुरोहित नहीं है। पराविद्या देने वाला नहीं है तो है समाज ऊंचा नहीं बन सकेगा। विद्यालयों में भी जब हम प्रवेश करते रहें तो वहां भी एक महान पुरोहित कहलाता है। वहां आचार्यों के अंगरक्षक का और उनकी आध्यात्मिक प्रतिभा का वह स्त्रोत कहलाता है। तो इसलिए बेटा हमारे आचार्यों ने बड़ी तत्परता से यह कहा कि हमारे यहां पुरोहित होने चाहिए। प्रत्येक ग्रह में पुरोहित की जो परंपरा मानी गई है। पुरोहित ही ज्ञान से ग्रह को ऊंचा बनाते हैं और वे आशीर्वाद की प्रतिभा में सदैव निहित रहते हैं। आज जब भी क्रियाकलाप होते हैं वह बालक से लेकर बूढो तक उनको मानवीय शिक्षा दी जाती है। मैं मानवीय शिक्षा प्रणाली में इतना प्रवीणतम आता रहता है। त्रेता के काल में वशिष्ठ मुनि महाराज अयोध्या के राष्ट्र पुरोहित कहलाते थे। वेद रविता थे ब्रह्म, ज्ञान विज्ञान की उड़ाने उड़ने वाले थे। ब्रह्मवेता कहलाता है जो ज्ञान में विज्ञान में और योगिकवाद में ब्रह्मा की निष्ठा में परायण जो ब्राह्म का निर्णय करने वाला विश्वसनीय हो । वही उसके द्वारा वह राजपुरोहित बना हुआ है। परमपिता परमात्मा को जानने वाला ही पराविद्या में अग्रणी कहलाता है। परा विद्या किसे कहते हैं? बेटा उसे कहते हैं जो आत्मा और परमात्मा का एक मौलिक विषय है। मौलीक की चर्चाएं हैं। आदमी बेटा अपने में चिंतन कर रहा है, मनन कर रहा है और मनन करता हुआ वह परमपिता परमात्मा की महती को जानने में तत्पर है। वह  शंका में नहीं है अंधकार में नहीं है। क्रियात्मक अपने जीवन को लाता है तो वह 'पुरोहिताम ब्राह्मणे वेता:, वह परमपिता परमात्मा के ज्ञान विज्ञान को जानता हुआ पुरोहित कहलाता है। तो विचार आता रहता है कि वशिष्ठ मुनि महाराज पुरोहित थे। पुरोहित राष्ट्रवाद को भी विचारते हैं और वे पराविद्या को प्रदान करने वाले है। अध्यात्मिक विज्ञान में बड़े परायण रह रहे हैं और उस आध्यात्मिक वाद को जानते हुए भी महानता का सदैव प्रदर्शन करते रहे।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


नवंबर 11, 2019 RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-97 (साल-01)
2. सोमवार, नवंबर 11, 2019
3. शक-1941, कार्तिक-शुक्ल पक्ष, तिथि- चतुर्दशी, संवत 2076


4. सूर्योदय प्रातः 06:33,सूर्यास्त 05:37
5. न्‍यूनतम तापमान -14 डी.सै.,अधिकतम-23+ डी.सै., छिटपुट बरसात की संभावना रहेगी।
6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.,201102


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फिर से मेरे खिलाफ छापामार कार्यवाही की जाएगी

फिर से मेरे खिलाफ छापामार कार्यवाही की जाएगी  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भविष्यवाणी क...