बुधवार, 6 नवंबर 2019

कब्र से महिला का शव निकाल किया गैंगरेप

कराची! मृतक के शव को कुछ लोगों ने कब्र से बाहर निकला और उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। मृतक को इस घटना से एक दिन पहले कब्र में दफनाया गया था।


पाकिस्तान के कराची में कुछ अज्ञात लोगों ने कब्र खोदकर एक महिला के शव के साथ रेप किया। ये घिनौनी हरकत लांधी शहर में स्थित कब्रिस्तान में हुई। जब इस बात की जानकारी मृतक महिला के परिजनों को हुई तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई लेकिन वह इस मामले में कोई मामला नहीं दर्ज कराना चाहते।


महिला के शव के साथ सामूहिक दुष्कर्म


जानकारी के मुताबिक इस घिनौने कांड के सामने आने के बाद इस्माइल गोठ कब्रगाह के पास बड़ संख्या में महिला के परिजन तथा उनके रिश्तेदार एकत्र हुए। उन्होंने बताया कि मृतक के शव को कुछ लोगों ने कब्र से बाहर निकला और उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। मृतक को इस घटना से एक दिन पहले कब्र में दफनाया गया था। 


कब्र खोदकर निकाला शव


बताया जा रहा है कि इस घिनौनी घटना को अंजाम देने में कितने लोग शामिल थे इसका पता अभी नहीं चल सका है। परिवार ने कहा कि कब्रिस्तान में रखरखाव के लिए जिम्मेदार केयरटेकर ने उन्हें बताया कि एक कुत्ते ने ताजी बनी कब्र से स्लैब हटा दिया था। पर महिला के परिजन ऐसा नहीं मानते कि कुत्ता कब्र से स्लैब हटाने में सक्षम होगा। उन्होंने यह भी कहा कि कब्र-खोदने वाला व्यक्ति बाद में कब्रिस्तान से गायब हो गया। साथ ही कब्र के पास से कुछ सबूत भी बरामद हुए हैं।


'अटल पेंशन योजना'से ₹5 हजार प्रति माह

नई दिल्ली। रोजाना 7 रुपए बचाकर पाएं 5 हजार की प्रतिमाह पेंशन, मोदी सरकार की इस योजना का लाभ उठाएं।  अब तक अटल पेंशन योजना (Atal Pension Yojana) के सदस्यों की संख्या 1.9 करोड़ से अधिक हो गई है! असंगठित क्षेत्र के कामगारों को सामाजिक सुरक्षा देने के उद्देश्य से केंद्र सरकार ने इस योजना की शुरुआत की है।


31 अक्टूबर 2019 तक अटल पेंशन योजना के 36 लाख से अधिक खाता खोले गए हैं! यह 33 फीसदी की बढ़ोतरी को दर्शाता है. एक साल पहले की इसी अवधि में वृद्धि 26 प्रतिशत थी! 36 लाख APY खातों में 27.5 लाख खाते सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों, 5.5 लाख खाते क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक और करीब 3 लाख खाते निजी बैंक और भुगतान बैंक द्वारा खोले गए हैं!


नेशनल सिक्योरिटीज डिपोजिटरी (NSDL) की वेबसाइट के मुताबिक 18 वर्ष से लेकर 40 वर्ष तक की आयु के लोग इस योजना से जुड़ सकते हैं! हालांकि, इस योजना का लाभ वे लोग ही उठा सकते हैं, जो इनकम टैक्स स्लैब से बाहर हैं।


असुविधा में यज्ञ कैसे करें?

गतांक से...
 परंतु मैं जहां राष्ट्रवाद की चर्चा करता रहता हूं! हे राजन, तू संसार को ऊंचा बनाना चाहता है! तो तेरे राष्ट्र में रूढ़िवाद नहीं होना चाहिए! जब राजा के राष्ट्र में ईश्वर के नाम पर भिन्न-भिन्न प्रकार की रोढियां बन जाती है! एक समय वह आता है कि रूडिया ही विनाश का मूल बन जाती है! रूढि नहीं होना चाहिए! जब रूढ़िवाद का प्रचार हो तो उस रूढ़ी को प्रथम विचारते हैं जो हमारे समीप आती है! विचार आता रहता है हे मानव, तू रूढ़िवाद में परिणतन हो, जन यदि तू रूढ़िवाद में चला गया तो राष्ट्र का विनाश हो जाएगा! मुझे स्मरण आता रहता है! आधुनिक काल का जो समय है यह जो जगत है! यह अपने में बिखरा हुआ मुझे दृष्टिपात होता है! पूज्य पाद इस बिखरे हुए जगत को मैं दृष्टिपात नहीं कर पाऊंगा! मुझे स्मरण आता रहता है कि राम का जीवन कितना भव्यता में गमन करता रहा, विचार आता रहता है हे राजन, तेरे राष्ट्र में रूढि नहीं रहनी चाहिए! रूढ़ि का अर्थ है कि ईश्वर के नाम पर नाना प्रकार की रूढ़िया, धर्म एक है धर्म अनेक नहीं हुआ करते हैं! एक ही धर्म की पूजा होनी चाहिए! जब धर्म अपनी आभा में रत हो जाता है तो मानव के जीवन में एक प्रकाश आ जाता है! इसलिए मेरा तो यह विचार रहता है कि यज्ञमान के गृह में रूढ़िवाद का प्रसार नहीं होना चाहिए!जिन रूढियो के समाज अपने से दूर हो जाता है! गुरुदेव ने कई साल में मुझे प्रकट करते हुए कहा था कि ब्रह्म संभव ब्रव्हे:,यह जो रूढ़िवाद है यह परंपरागतो से ही रहा है! परंतु वर्तमान में भी है! राजा रावण के यहां मत बन गए थे, वह रूढिया बनकर ही तो रावण का नाश हो गया था! उसके मूल में यह रूढ़िवाद था! इसी प्रकार वर्तमान के काल में यह रूढ़िया प्रतीत हो रही है! रूढियो में मुझे ऐसा प्रतीत होता है जैसे अग्निकांड दृष्टिपात आ रहा हूं! क्योंकि रूढि वाद विनाश का कारण होता है! जब भी धर्म के नाम पर भिन्न-भिन्न प्रकार के रूढ़ियां बन जाती है! वे रूढिया राष्ट्र के विनाश का एक मूल बन करके रहती है!


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


नवंबर 07, 2019 RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-93 (साल-01)
2. बृहस्पतिवार, नवंबर 07, 2019
3. शक-1941, कार्तिक-शुक्ल पक्ष, तिथि- एकादशी, संवत 2076


4. सूर्योदय प्रातः 06:28,सूर्यास्त 05:41
5. न्‍यूनतम तापमान -16 डी.सै.,अधिकतम-23+ डी.सै., हवा की गति बढ़नेे की संभावना रहेगी।
6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.,201102


https://universalexpress.page/
email:universalexpress.editor@gmail.com
cont.935030275
 (सर्वाधिकार सुरक्षित



मंगलवार, 5 नवंबर 2019

किसानों को किस आधार पर बनाया बंदी

रायपुर! भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष संदीप शर्मा ने राजिम से पदयात्रा कर राजधानी जा रहे किसानों को अकारण बंधक बनाए रखने पर प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है। शर्मा ने कहा कि अपने भुगतान के लिए भटकते किसानों को राजधानी जाने से रोकना शांतिपूर्ण लोकतांत्रिक आंदोलन के अधिकारों का खुला हनन है। भाजपा किसान नेता शर्मा ने कहा कि मंडी प्रांगण से अपनी मांगों को लेकर निकल रहे किसानों को घंटेभर तक बंधक बनाए रखा गया, जो प्रदेश सरकार के किसान विरोधी चेहरे को बेनकाब करने के लिए पर्याप्त है। लोकतांत्रिक अधिकारों की दुहाई देने और किसानों के प्रति हमदर्दी का राग अलापने वाली प्रदेश सरकार और उसके प्रशासन ने किसानों को बंधक बनाकर यह साबित कर दिया है कि गंगाजल हाथ में लेकर किसानों के हितों की कसमें खाने वाले कांग्रेस नेता और प्रदेश सरकार के लोग किसानों को महज वोटों की फसल से ज्यादा कुछ नहीं मानते और किसानों के लिए कांग्रेस सरकार न तो पहले कभी संवेदनशील रही है, और न ही अब भी संवेदनशील है। शर्मा ने कहा कि किसानों को सब्जबाग दिखाने वाली मौजूदा प्रदेश सरकार अपने किसान विरोधी राजनीतिक चरित्र और एजेंडे का परिचय दे रही है। धान खरीदी के नाम पर अपने वादे से मुकरने की नीयत का प्रदर्शन कर रही सरकार एक ओर किसानों के हितों का गला घोटकर धान खरीदी के मसले का राजनीतिकरण करने पर आमादा है। दूसरी ओर किसानों के बिके धान का भुगतान दिलाने में सहायक होने की बजाय वह उन्हें बंधक बनाकर शांतिपूर्ण पदयात्रा-आंदोलन के लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन करने का निंदनीय कृत्य कर रही है। शर्मा ने प्रदेश सरकार को चेतावनी दी कि किसानों के प्रति वह राजनीतिक नजरिये से काम करने की बजाय संवेदनशील बने। उन्होंने कहा कि भाजपा किसानों के हितों की लड़ाई लड़कर किसानों का अहित करने वालों के मंसूबे किसी कीमत पर सफल नहीं होने देगी!


दिल्ली पुलिस के समर्थन में उतरा 'परिवार'

नई दिल्ली। स्टार्टअप्स को ईज ऑफ डूइंग बिजनेस और फंडिंग के मोर्चे पर राहत देने के लिए मोदी सरकार बड़ा कदम उठा सकती है. सूत्रों के मुताबिक, कॉरपोरेट अफेयर्स मंत्रालय ने एक प्लान तैयार किया है जिसके मुताबिक मौजूदा रेगुलेटरी फाइलिंग होती है, उसको 5 साल से बढ़ाकर 10 साल तक एग्जम्पट किया जा सकता है!
इसके अलावा जो दूसरी बड़ी राहत मिल सकती है वो पेडअप कैपिटल शेयर पर मिल सकती हैै! सरकार पेडअप शेयर कैपिटल का 50 फीसदी हिस्सा तक कंपनी के डायरेक्टर्स, प्रोमोटर्स और इम्लाइज के लिए स्वीट शेयर के तौर पर जारी करने की इजाजत दे सकती है! अभी तक जो नियम है उसके मुताबिक पेडअप शेयर कैपिटल के 100 फीसदी से ज्यादा डिपॉजिट्स को स्वीकार नहीं किया जा सकता है. लेकिन सरकार इस मोर्चे पर भी राहत दे सकती है!
रेगुलेटरी फाइलिंग के लिए कंपनीज एक्ट में बदलाव करने की जरूरत पड़ेगी, लेकिन जो फंडिंग को लेकर नियम आसान करने की बात की जा रही है, उसके लिए एक नोटिफिकेशन जारी करना होगा! इसके लिए सरकार जल्द ही ऐलान कर सकती है!


मोदी सरकार बड़ा कदम उठाने के मूड में

नई दिल्ली। स्टार्टअप्स को ईज ऑफ डूइंग बिजनेस और फंडिंग के मोर्चे पर राहत देने के लिए मोदी सरकार बड़ा कदम उठा सकती है! सूत्रों के मुताबिक, कॉरपोरेट अफेयर्स मंत्रालय ने एक प्लान तैयार किया है जिसके मुताबिक मौजूदा रेगुलेटरी फाइलिंग होती है, उसको 5 साल से बढ़ाकर 10 साल तक एग्जम्पट किया जा सकता है!
इसके अलावा जो दूसरी बड़ी राहत मिल सकती है वो पेडअप कैपिटल शेयर पर मिल सकती हैै! सरकार पेडअप शेयर कैपिटल का 50 फीसदी हिस्सा तक कंपनी के डायरेक्टर्स, प्रोमोटर्स और इम्लाइज के लिए स्वीट शेयर के तौर पर जारी करने की इजाजत दे सकती है! अभी तक जो नियम है उसके मुताबिक पेडअप शेयर कैपिटल के 100 फीसदी से ज्यादा डिपॉजिट्स को स्वीकार नहीं किया जा सकता है! लेकिन सरकार इस मोर्चे पर भी राहत दे सकती है.
रेगुलेटरी फाइलिंग के लिए कंपनीज एक्ट में बदलाव करने की जरूरत पड़ेगी, लेकिन जो फंडिंग को लेकर नियम आसान करने की बात की जा रही है, उसके लिए एक नोटिफिकेशन जारी करना होगा! इसके लिए सरकार जल्द ही ऐलान कर सकती है!


यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...