सोमवार, 28 अक्टूबर 2019

मुक्त कश्मीर की कसक मेरे भीतर: मोदी

नई दिल्ली! प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज दिवाली मनाने के लिए जम्मू-कश्मीर के राजौरी में सेना के जवानों के बीच पहुंचे! इस दौरान पीएम मोदी ने वहां जवानों को मिठाई खिलाईं और दिवाली की बधाई दी! इसके बाद पीएम मोदी ने जवानों के शौर्य को याद करते हुए पाकिस्तान पर जमकर हमला बोला! उन्होंने कहा कि आजादी के बाद पाकिस्तान ने हमसे कश्मीर छीनने की कोशिश की, लेकिन हमारे सैनिकों ने उसके मंसूबों को कामयाब नहीं होने दिया!
पीएम मोदी ने कहा कि पाकिस्तान ने अवैध रूप से कश्मीर के एक हिस्से पर कब्जा कर रखा है, जिसकी कसक मेरे अंदर है!
पीएम मोदी रविवार को राजौरी में आर्मी हेडक्वॉर्टर्स पहुंचे और उन्हें अचानक अपने बीच पाकर जवानों में काफी उत्साह देखा गया!
..लेकिन पाकिस्तान ने भारत की पीठ पर खंजर घोंपने की कोशिश की,उन्होंने जवानों को अपने हाथों से मिठाई खिलाई और देश की सुरक्षा में अदम्य साहस दिखाने पर देशवासियों की तरफ से आभार जताया! पीएम मोदी ने उस दिन कश्मीर का दौरा किया जब सेना 'इन्फेंट्री डे' मना रही है! उन्होंने पैदल सेना के शौर्य को याद करते हुए कहा, "आजादी के बाद जब दोनों देश अलग हुए, तो हमने पाकिस्तान से कहा कि वह अपनी राह चले और हम अपनी राह, लेकिन पाकिस्तान ने भारत की पीठ पर खंजर घोंपने की कोशिश कीी!"
पीएम मोदी ने आगे कहा, "उसने कश्मीर पर कब्जे के लिए षडयंत्र रचा, लेकिन हमारी पैदल सेना ने पाक के मंसूबों को चकनाचूर कर दिया! जम्मू-कश्मीर आज भारत का हिस्सा है, लेकिन कश्मीर का कुछ हिस्सा पाक के पास चला गया, जिसकी कसक हमारे दिलों में है!"
पीएम मोदी ने बडे़ फैसले करने का श्रेय जवानों को दिया
मोदी ने कहा कि जवानों के पराक्रम के कारण ही उनकी सरकार वे बड़े फैसले कर पाई जो असंभव माने जाते थे! मोदी एलओसी पर तैनात सैनिकों के साथ बातचीत करने के लिए सीधे सेना ब्रिगेड मुख्यालय पहुंचे! उनके साथ सेना प्रमुख जनरल विपिन रावत भी थे! सेना की जैकेट पहने मोदी ने जवानों को दिवाली की शुभकामनाएं दीं और मिठाइयां बांटींं!
मोदी करीब दो घंटे तक वहां रहे और एलओसी की सुरक्षा में लगे जवानों से बातचीत की! करीब एक हजार जवानों की मौजूदगी में मोदी ने कहा कि भारतीय रक्षा बलों के पराक्रम के कारण ही ये संभव हो पाया कि केंद्र सरकार ने वो निर्णय लिए जो असंभव माने जाते थे! उनका इशारा सीमा के उस पार की गई सर्जिकल स्ट्राइक, बालाकोट एयर स्ट्राइक और जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के विशेष दर्जे वाले प्रावधान को हटाने से जुड़े फैसले की ओर था!


सुप्रीम-कोर्ट के आदेश की उड़ी धज्जियां

नई दिल्ली ! दीपावली में हुई आतिशबाजी की वजह से दिल्ली सहित कई राज्यों में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर रहा! सुप्रीम कोर्ट के आदेश का भी पालन नहीं किया गया! उच्चतम न्यायालय के आदेश की अवहेलना करते हुए लोगों ने देर रात तक पटाखे फोड़े! कोर्ट ने आतिशबाजी के लिए दो घंटे की समय सीमा तय की थी! लेकिन देर रात तक पटाखे फोड़ने की वजह से हर तरफ धुएं के साथ ही पटाखे की गंध और बारुद के कण तैरते मिले! भिलाई सहित कई शहरों में देर रात तक हुई आतिशबाजी की वजह से विजिबिलिटी बेहद कम हो गई! बारुद का धुआं भरने से सड़क 20 मीटर तक ही नजर आ रही थी! हालांकि प्रदेश में प्रदूषण का स्तर क्या रहा, इसके आंकड़े अभी नहीं आए हैंं!


हवाई यात्रा की नामंजूरी, मंशा साफ

इस्लामाबाद! पाकिस्तान ने रविवार को दावा किया कि भारत ने अपने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सऊदी अरब की यात्रा के लिए पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र के इस्तेमाल की अनुमति मांगी थी जिसे नामंजूर कर दिया गया है! पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने रविवार को कहा कि पाकिस्तान ने भारत के उस अनुरोध को नामंजूर कर दिया है! जिसमें भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सऊदी अरब यात्रा के लिए उनके विमान को पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र से गुजरने देने की अनुमति मांगी गई थी!
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत सरकार ने मोदी के विमान के लिए 28 अक्टूबर को पाकिस्तान (Pakistan) के वायु क्षेत्र के इस्तेमाल की अनुमति मांगी थी! मोदी 29 अक्टूबर को होने वाले एक सम्मेलन में शिरकत के लिए सऊदी अरब जाने वाले हैं! पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान भी इस सम्मेलन में भाग लेने के लिए 28 अक्टूबर को सऊदी अरब जाएंगे!


रेडियो पाकिस्तान ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री कुरैशी ने अपने बयान में कहा कि 'यह फैसला मनाए जा रहे 'काला दिवस' और जम्मू-कश्मीर में लगातार जारी मानवाधिकार उल्लंघन के संदर्भ में लिया गया है!' गौरतलब है कि 27 अक्टूबर को पाकिस्तान में 'काला दिवस' मनाया गया! उसका कहना है कि 27 अक्टूबर 1947 को ही भारतीय सेना ने जम्मू-कश्मीर को अपने 'कब्जे' में ले लिया था जिसकी याद में हर साल यह काला दिवस मनाया जाता है!


उल्‍लेखनीय है कि पिछले महीने पाकिस्तान ने प्रधानमंत्री मोदी के विमान के अपने हवाई क्षेत्र से गुजरने की इजाजत देने से इनकार कर दिया था! उस वक्त मोदी संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक के लिए जा रहे थे! पाकिस्तान ने पिछले महीने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के विमान को भी अपने हवाई क्षेत्र के इस्तेमाल की इजाजत देने से मना किया था! कोविंद आइसलैंड के दौरे पर गए थे!


मुस्लिम खूब बच्चे पैदा करें: बदरुद्दीन

दिल्ली! भाजपा सरकार ने असम में कानून लागू किया है कि जिनके दो से अधिक बच्चे हैं! उन्हें सरकारी नौकरी नहीं दी जाएगी! इसके खिलाफ ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के नेता और सांसद बदरुद्दीन अजमल ने बयान दिया है!


अजमल ने कहा कि मुसलमानों को किसी की भी नहीं सुनना चाहिए और अपने मन मुताबिक बच्चे पैदा करने चाहिए क्योंकि हमें कोई सरकार कुछ भी नहीं देने जा रही है!


बीजेपी सरकार पर हमला बोलते हुए अजमल ने कहा कि सरकार कोई भी कानून बना ले मुस्लिम समाज पर कोई भी असर नहीं पड़ेगा! उन्होंने कहा कि मुस्लिम बच्चे पैदा करने के लिए जो भी बन पड़ेगा वो करेंगे क्योंकि मुस्लिम समाज में किसी को इस दुनिया में आने से रोकने का प्रावधान नहीं है!


कीमती वस्तुएं संभाल कर रखे:सिंह

राशिफल


मेष:--अनहोनी की आशंका रहेगी। शारीरिक कष्ट संभव है। विवेक से कार्य करें। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। ऐश्वर्य के साधनों पर व्यय होगा। दुष्टजनों से दूरी बनाए रखें। विरोधी सक्रिय रहेंगे। दांपत्य जीवन सुखमय रहेगा। कानूनी अड़चन दूर होगी। आय में वृद्धि होगी।



वृष:--पारिवारिक चिंता बनी रहेगी। सही बात का भी विरोध होगा। भूमि व भवन इत्यादि की खरीद-फरोख्त की योजना बनेगी। लाभ में वृद्धि होगी। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। पार्टनरों का सहयोग प्राप्त होगा। भाग्य का साथ मिलेगा। स्वास्थ्‍य कमजोर रहेगा।


मिथुन:--पार्टी व पिकनिक का आनंद मिलेगा। मित्रों के साथ समय आनंद‍पूर्वक व्यतीत होगा। रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। संगीत इत्यादि में रुचि रहेगी। स्वादिष्ट भोजन का आनंद मिलेगा। ईर्ष्यालु व्यक्तियों से सावधान रहें। पठन-पाठन के लिए किसी का मार्गदर्शन प्राप्त होगा।


कर्क:--शत्रु सक्रिय रहेंगे। किसी अपने ही व्यक्ति से विवाद हो सकता है। दु:खद समाचार मिल सकता है। पुराना रोग परेशानी का कारण बन सकता है। भागदौड़ रहेगी। समय पर काम न होने से क्षोभ उत्पन्न होगा। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। आय में निश्चितता रहेगी। धैर्य रखें।


सिंह:--कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। नौकरी में नई जिम्मेदारी मिल सकती है। पिछले समय में की गई मेहनत का फल मिलेगा। आय में वृद्धि होगी। मित्रों व संबंधियों की सहायता कर पाएंगे। मान-सम्मान मिलेगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। प्रसन्नता रहेगी!


कन्या:--घर में अतिथियों का आगमन होगा। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। किसी बड़े कार्य को करने का मन बनेगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। पार्टनरों से मतभेद हो सकते हैं। वाणी पर नियंत्रण रखें। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा।


तुला:--अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। किसी मनोरंजक यात्रा का आयोजन हो सकता है। किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर प्राप्त हो सकता है। मित्रों व संबंधियों के साथ समय प्रसन्नतापूर्वक व्यतीत होगा। व्यापार ठीक चलेगा।


वृश्चिक:-किसी अप्रत्याशित खर्च के सामने आने से तनाव बढ़ सकता है। व्यवस्था में मुश्किल होगी। क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। आसपास का वातावरण मनोनुकूल नहीं रहेगा। पुराना रोग उभर सकता है। शत्रु शांत रहेंगे। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। धैर्य रखें।


धनु:--प्रेम-प्रसंग में जल्दबाजी न करें। थकान व कमजोरी रह सकती है। किसी आनंदायक यात्रा का कार्यक्रम बन सकता है। रुका हुआ धन वापस मिलने के योग हैं, भरपूर प्रयास करें। कोई बड़ा काम करने का मन बनेगा। उत्साह व प्रसन्नता बने रहेंगे!


मकर:--नई योजना बनेगी। नए काम मिल सकते हैं, प्रयास करें। नए लोगों से संपर्क बनेगा। पार्टनरों का सहयोग प्राप्त होगा। मित्रों तथा संबंधियों की सहायता कर पाएंगे। मान-सम्मान प्राप्त होगा। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। आय होगी। प्रमाद न करें।


कुंभ:--किसी धार्मिक स्थान के दर्शन के लिए यात्रा हो सकती है। पूजा-पाठ में मन लगेगा। किसी प्रभावशाली व्यक्ति का मार्गदर्शन व सहयोग प्राप्त हो सकता है। चोट व रोग से स्वयं को बचाएं। वाणी पर नियंत्रण रखें। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा।


मीन:--कोई पुराना रोग उभर सकता है। किसी अपने ही व्यक्ति से कहासुनी की आशंका है। स्वाभिमान को चोट पहुंच सकती है। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। व्यापार-व्यवसाय व नौकरी मनोनुकूल रहेंगे।


पहाड़ी पुष्प 'पलाश'

पलास भारतबर्ष के सभी प्रदेशों और सभी स्थानों में पाया जाता है। पलास का वृक्ष मैदानों और जंगलों ही में नहीं, ४००० फुट ऊँची पहाड़ियों की चोटियों तक पर किसी न किसी रूप में अवश्य मिलता है। यह तीन रूपों में पाया जाता है—वृक्ष रूप में, क्षुप रूप में और लता रूप में। बगीचों में यह वृक्ष रूप में और जंगलों और पहाड़ों में अधिकतर क्षुप रूप में पाया जाता है। लता रूप में यह कम मिलता है। पत्ते, फूल और फल तीनों भेदों के समान ही होते हैं। वृक्ष बहुत ऊँचा नहीं होता, मझोले आकार का होता है। क्षुप झाड़ियों के रूप में अर्थात् एक स्थान पर पास पास बहुत से उगते हैं। पत्ते इसके गोल और बीच में कुछ नुकीले होते हैं जिनका रंग पीठ की ओर सफेद और सामने की ओर हरा होता है। पत्ते सीकों में निकलते हैं और एक में तीन तीन होते हैं। इसकी छाल मोटी और रेशेदार होती है। लकड़ी बड़ी टेढ़ी मेढ़ी होती है। कठिनाई से चार पाँच हाथ सीधी मिलती है। इसका फूल छोटा, अर्धचंद्राकार और गहरा लाल होता है। फूल को प्रायः टेसू कहते हैं और उसके गहरे लाल होने के कारण अन्य गहरी लाल वस्तुओं को 'लाल टेसू' कह देते हैं। फूल फागुन के अंत और चैत के आरंभ में लगते हैं। उस समय पत्ते तो सबके सब झड़ जाते हैं और पेड़ फूलों से लद जाता है जो देखने में बहुत ही भला मालूम होता है। फूल झड़ जाने पर चौड़ी चौ़ड़ी फलियाँ लगती है जिनमें गोल और चिपटे बीज होते हैं। फलियों को 'पलास पापड़ा' या 'पलास पापड़ी' और बीजों को 'पलास-बीज' कहते हैं।


पलास के पत्ते प्रायः पत्तल और दोने आदि के बनाने के काम आते हैं। राजस्थान और बंगाल में इनसे तंबाकू की बीड़ियाँ भी बनाते हैं। फूल और बीज ओषधिरूप में व्यवहृत होते हैं। वीज में पेट के कीड़े मारने का गुण विशेष रूप से है। फूल को उबालने से एक प्रकार का ललाई लिए हुए पीला रंगा भी निकलता है जिसका खासकर होली के अवसर पर व्यवहार किया जाता है। फली की बुकनी कर लेने से वह भी अबीर का काम देती है। छाल से एक प्रकार का रेशा निकलता है जिसको जहाज के पटरों की दरारों में भरकर भीतर पानी आने की रोक की जाती है। जड़ की छाल से जो रेशा निकलता है उसकी रस्सियाँ बटी जाती हैं। दरी और कागज भी इससे बनाया जाता है। इसकी पतली डालियों को उबालकर एक प्रकार का कत्था तैयार किया जाता है जो कुछ घटिया होता है और बंगाल में अधिक खाया जाता है। मोटी डालियों और तनों को जलाकर कोयला तैयार करते हैं। छाल पर बछने लगाने से एक प्रकार का गोंद भी निकलता है जिसको 'चुनियाँ गोंद' या पलास का गोंद कहते हैं। वैद्यक में इसके फूल को स्वादु, कड़वा, गरम, कसैला, वातवर्धक शीतज, चरपरा, मलरोधक तृषा, दाह, पित्त कफ, रुधिरविकार, कुष्ठ और मूत्रकृच्छ का नाशक; फल को रूखा, हलका गरम, पाक में चरपरा, कफ, वात, उदररोग, कृमि, कुष्ठ, गुल्म, प्रमेह, बवासीर और शूल का नाशक; बीज को स्तिग्ध, चरपरा गरम, कफ और कृमि का नाशक और गोंद को मलरोधक, ग्रहणी, मुखरोग, खाँसी और पसीने को दूर करनेवाला लिखा है।


यह वृक्ष हिंदुओं के पवित्र माने हुए वृक्षों में से हैं। इसका उल्लेख वेदों तक में मिलता है। श्रोत्रसूत्रों में कई यज्ञपात्रों के इसी की लकड़ी से बनाने की विधि है। गृह्वासूत्र के अनुसार उपनयन के समय में ब्राह्मणकुमार को इसी की लकड़ी का दंड ग्रहण करने की विधि है। वसंत में इसका पत्रहीन पर लाल फूलों से लदा हुआ वृक्ष अत्यंत नेत्रसुखद होता है। संस्कृत और हिंदी के कवियों ने इस समय के इसके सौंदर्य पर कितनी ही उत्तम उत्तम कल्पनाएँ की हैं। इसका फूल अत्यंत सुंदर तो होता है पर उसमें गंध नहीं होते। इस विशेषता पर भी बहुत सी उक्तियाँ कही गई हैं।


काला तीतर

पेंटेड फ़्रैंकोलिन (मराठी:काला तीतर) (Painted Francolin) (Francolinus pictus) फ़्रैंकोलिन जाति का एक पक्षी है जो मध्य और दक्षिणी भारत के घास के इलाकों में और दक्षिण-पूर्व श्रीलंका के निचले इलाकों में पाया जाता है। क्योंकि यह पक्षी हिन्दी भाषी प्रदेशों में नहीं पाया जाता है इसलिए इसका हिन्दी नाम भी नहीं है। लेकिन पश्चिमी तथा दक्षिणी भारतीय भाषाओं और सिंहला भाषा में इस पक्षी का नाम है। प्रजनन काल में यह पक्षी अपनी तेज़ आवाज़ के कारण आसानी से पहचाना जा सकता है। यह काले तीतर की मादा से थोड़ा भिन्न दिखता है क्योंकि इसके गर्दन के किनारों में लाल रंग नहीं होता है। यह एक मध्यम आकार का पक्षी है जिसकी लंबाई तक़रीबन ३० से.मी. होती है और वज़न लगभग ३१० से ३७० ग्राम होता है। कई क्षेत्रों में यह अपना इलाका काले तीतर के साथ सांझा करता है और ऐसा मानना है कि कहीं-कहीं यह आपस में प्रजनन भी करते हैं।


यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई

यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई  संदीप मिश्र  लखनऊ। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन को लेकर उत्तर प्रदेश में भी 7 दिनों के...