शनिवार, 26 अक्टूबर 2019

अज्ञानता, अंधकार के विपरीत

दीपावली को विभिन्न ऐतिहासिक घटनाओं, कहानियों या मिथकों को चिह्नित करने के लिए हिंदू, जैन और सिखों द्वारा मनायी जाती है! लेकिन वे सब बुराई पर अच्छाई, अंधकार पर प्रकाश, अज्ञान पर ज्ञान और निराशा पर आशा की विजय के दर्शाते हैं।


हिंदू दर्शन में योग, वेदांत, और सामख्या विद्यालय सभी में यह विश्वास है कि इस भौतिक शरीर और मन से परे वहां कुछ है जो शुद्ध अनंत, और शाश्वत है जिसे आत्मन् या आत्मा कहा गया है। दीवाली, आध्यात्मिक अंधकार पर आंतरिक प्रकाश, अज्ञान पर ज्ञान, असत्य पर सत्य और बुराई पर अच्छाई का उत्सव है।


हिंदू धर्म:दीपावली धन की देवी लक्ष्मी के सम्मान में मनाई जाती है! दीपावली का धार्मिक महत्व हिंदू दर्शन, क्षेत्रीय मिथकों, किंवदंतियों, और मान्यताओं पर निर्भर करता है।


प्राचीन हिंदू ग्रन्थ रामायण में बताया गया है कि, कई लोग दीपावली को 14 साल के वनवास पश्चात भगवान राम व पत्नी सीता और उनके भाई लक्ष्मण की वापसी के सम्मान के रूप में मानते हैं। अन्य प्राचीन हिन्दू महाकाव्य महाभारत अनुसार कुछ दीपावली को 12 वर्षों के वनवास व 1 वर्ष के अज्ञातवास के बाद पांडवों की वापसी के प्रतीक रूप में मानते हैं। कई हिंदु दीपावली को भगवान विष्णु की पत्नी तथा उत्सव, धन और समृद्धि की देवी लक्ष्मी से जुड़ा हुआ मानते हैं। दीपावली का पांच दिवसीय महोत्सव देवताओं और राक्षसों द्वारा दूध के लौकिक सागर के मंथन से पैदा हुई लक्ष्मी के जन्म दिवस से शुरू होता है। दीपावली की रात वह दिन है जब लक्ष्मी ने अपने पति के रूप में विष्णु को चुना और फिर उनसे शादी की।लक्ष्मी के साथ-साथ भक्त बाधाओं को दूर करने के प्रतीक गणेश; संगीत, साहित्य की प्रतीक सरस्वती; और धन प्रबंधक कुबेर को प्रसाद अर्पित करते हैं कुछ दीपावली को विष्णु की वैकुण्ठ में वापसी के दिन के रूप में मनाते है। मान्यता है कि इस दिन लक्ष्मी प्रसन्न रहती हैं और जो लोग उस दिन उनकी पूजा करते है वे आगे के वर्ष के दौरान मानसिक, शारीरिक दुखों से दूर सुखी रहते हैं।


भारत के पूर्वी क्षेत्र उड़ीसा और पश्चिम बंगाल में हिन्दू लक्ष्मी की जगह काली की पूजा करते हैं, और इस त्योहार को काली पूजा कहते हैं। मथुरा और उत्तर मध्य क्षेत्रों में इसे भगवान कृष्ण से जुड़ा मानते हैं। अन्य क्षेत्रों में, गोवर्धन पूजा (या अन्नकूट) की दावत में कृष्ण के लिए 56 या 108 विभिन्न व्यंजनों का भोग लगाया जाता है और सांझे रूप से स्थानीय समुदाय द्वारा मनाया जाता है।


भारत के कुछ पश्चिम और उत्तरी भागों में दीवाली का त्योहार एक नये हिन्दू वर्ष की शुरुआत का प्रतीक हैं।


दीप जलाने की प्रथा के पीछे अलग-अलग कारण या कहानियाँ हैं। राम भक्तों के अनुसार दीवाली वाले दिन अयोध्या के राजा राम लंका के अत्याचारी राजा रावण का वध करके अयोध्या लौटे थे। उनके लौटने कि खुशी में आज भी लोग यह पर्व मनाते है। कृष्ण भक्तिधारा के लोगों का मत है कि इस दिन भगवान श्री कृष्ण ने अत्याचारी राजा नरकासुर का वध किया था। इस नृशंस राक्षस के वध से जनता में अपार हर्ष फैल गया और प्रसन्नता से भरे लोगों ने घी के दीए जलाए। एक पौराणिक कथा के अनुसार विंष्णु ने नरसिंह रूप धारणकर हिरण्यकश्यप का वध किया था[33] तथा इसी दिन समुद्रमंथन के पश्चात लक्ष्मी व धन्वंतरि प्रकट हुए।


राम का राष्ट्रवाद उपदेश

गतांक से...
 प्रात कालीन भगवान राम पंचवटी में यज्ञ करते थे, नाना राजा और ऋषिजन उनके दर्शनार्थ को प्राय: आते रहते थे! मानव के जीवन में एक सार्थकता का दिग्दर्शन तभी हो सकता है! जब वह मानव अपने में अहिंसा परमो धर्म: ही बन जाए! भगवान राम जब पंचवटी पर रहते थे तो उनके यहां नाना प्राणी क्रीड़ा करते रहते थे! नागराज जैसे प्राणी भी क्रीड़ा करते रहते और भी नाना प्राणी क्रीड़ा करते रहते! परंतु जब अपनी भव्यता में आते तो अपने में मेघराज से वार्ता प्रकट करते रहते हैं! हमें यह दो ही वस्तुओं का निर्णय दे रहा है! हे मानव तू याज्ञिक बन, तू अपने में निर्भय बन, विष्णु-ब्रह्मा बनकर के मानव परमपिता परमात्मा की नीति को जान ले! उसकी प्रतिभा को जान ले! उसके ज्ञान और विज्ञान को जानने वाला बने!वह अपने में उपदेश देते रहते थे! यह अपने में सार्थक बनाने वाला वाक्य है! हम अपने जीवन में प्रत्येक समय में अहिंसा परमो धर्म को अपना करके निर्भयता का पठन-पाठन करते! मानो उसकी कृतिका को हम अपने में ध्यानस्थित होकर के हम स्वतंत्र होकर के विचरण करने वाले बने! राजा वही होता है जो निर्भय रहता है! वह प्रभु की गोद में चला गया है! प्रभु के राष्ट्र में भ्रमण करता रहता है! विचार-विनिमय यह है कि प्रत्येक मानव अपने में महानता का सदैव दिग्दर्शन करता हुआ, अपने जीवन को ऊंचा बनाता रहे! मैं भगवान राम की वही अनूठी चर्चा कर रहा हूं, जहां उनके यहां नाना ऋषिवर अपने में अध्ययन सील बने हुए हैं! वेदों का पठन-पाठन चल रहा है! भयंकर वनों में भगवान राम अपने में प्रतिभासित हो रहे हैं !नाना ऋषिवर अध्ययन कराने वाले, अध्ययन कर आते रहते हैं! वेदों की प्रतिभा में रत रहते हैं! क्योंकि वे अमृत का पान करने वाला प्राणी ही प्रणायाम करता है और प्रणायाम करके अपने सखा के द्वार पर चला जाता है! जहां सखा विद्यमान है भगवान राम पंचवटी पर रहकर के नाना प्रकार के प्राणियों के द्वारा उद्धार के अनेक कर्तव्य परायण के संबंध में विचारते रहते थे! अपना अन्वेषण करते रहते थे! विचार-विनिमय करते रहते थे! भयंकर वनों में भी कुछ समय के पश्चात वहाँ कहीं से प्रातः कालीन एक व्याघ्र आ गया!  व्याघ के आने पर माता सीता ने कहा कि भगवान यह व्याघ्र कहां से आ गया है! उन्होंने कहा कोई प्रेमी होगा, कोई प्राणी वंदना करने के लिए आया हुआ! भगवान राम जब व्याघ्र के समीप पहुंचे तो व्याघ्र अपने वाक्य में अपनी वाणी में वाक्य उच्चारण करने लगे! बेटा प्रत्येक मानव के हृदय में यह आशंका बनी रहती है किस पशु की वार्ता को राजा कैसे स्वीकार करता है! परंतु इसके संदर्भ में यह है कि भगवान राम एक यज्ञ करा रहे हैं और भी यज्ञ हो रहे हैं! उनकी अवहेलना में प्रतिपादित होने वाला 'अप्रवह: वाचप्रवहे: लोकाम्' मेरे प्यारे देखो उन्होंने अपने में 'धाराह प्रवहे रघुऊ संभूति ब्रह्मलोकम वाच प्रहे वस्तुत सुप्रजा: वर्णम ब्रह्मा वाच प्रहे वस्तुतै' जब व्याघ वहां पहुंचा तो भगवान राम अपने में वेदों का अध्ययन कर रहे थे! उनके अध्ययन में जो स्वर ध्वनियां हो रही थी उसको अपने में श्रवण करने लगा? राम बड़े प्रसन्न हुए और उन्होंने व्याघ्र से प्रीति की और ब्याघ से है कहा की हे ब्याघ, तेरा जो यह वचन है यह तेरा राष्ट्र है तेरी राष्ट्रीयता इसमें रहती है! मानो यह हमें बड़ी प्रसन्नता है कि तुम्हारे राष्ट्र में हम भी भ्रमण कर रहे हैं! परंतु तुम भी प्राणी हो हम भी प्राणी है और प्राणी, प्राणी अपने में प्रीति करने वाला बने!


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


October 27, 2019 RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-84 (साल-01)
2. रविवार ,27 अक्टूबर 2019
3. शक-1941,अश्‍विन,कृष्णपक्ष, तिथि- अमावस्य (लक्ष्मी पूजा-दीपावली) संवत 2076


4. सूर्योदय प्रातः 06:23,सूर्यास्त 05:53
5. न्‍यूनतम तापमान -20 डी.सै.,अधिकतम-29+ डी.सै., हवा की गति धीमी रहेगी।
6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


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शुक्रवार, 25 अक्टूबर 2019

वर्तमान उत्तर प्रदेश की दलगत स्थिति

लखनऊ,कुल सदस्य संख्या-404
1-भारतीय जनता पार्टी- 302 से बढ़कर- 309
2- समाजवादी पार्टी- 47 से बढ़कर- 50
3- बहुजन समाज पार्टी- यथास्थिति- 18
4- अपना दल-सोनेलाल- 08 से बढ़कर- 09
6- कांग्रेस यथास्थिति- 07
7- सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी यथास्थिति- 04
8- राष्ट्रीय लोकदल यथास्थिति- 01
9- निर्बल आम दल यथास्थिति- 01
10- निर्दलीय यथास्थिति- 03
11- नामित सदस्य- 01
12- एक रिक्त सीट टूंडला (फीरोजाबाद) पर उप चुनाव घोषित नहीं है। मामला हाईकोर्ट में लंबित।  
कम हुआ भाजपा का जनाधार, सपा व कांग्रेस ने बनायी बढ़त
उत्तर प्रदेश की 11 विधान सभा सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजों से जुड़े आंकड़े कई दिलचस्प कहानियां बयान करते हैं। इस चुनाव में हर विस सीट पर 2017 के मुकाबले भाजपा का जनाधार कम हुआ और सपा, कांग्रेस के जनाधार में इजाफा हुआ।
गंगोह में चार फीसदी हुआ कम 
गंगोह विस सीट हालांकि भाजपा ने जीती मगर 2017 के आम विस चुनाव के मुकाबले इस उपचुनाव में यहां उसका वोट प्रतिशत कम हो गया जबकि कांग्रेस के वोट प्रतिशत में 2017 के मुकाबले 4 प्रतिशत का इजाफा हुआ।
रामपुर में भाजपा का 20 फीसदी वोट बढ़ा
रामपुर विस सीट पर भाजपा ने जनाधार काफी अच्छे ढंग से मजबूत किया है। यहां 2017 के आम चुनाव में भाजपा को महज 25.84 प्रतिशत वोट मिले थे जबकि इस बार के उपचुनाव में भाजपा ने 44.34 प्रतिशत वोट हासिल किए यानि करीब 20 प्रतिशत वोट भाजपा का रामपुर में बढ़ा।
लखनऊ कैंट में गिरा सपा का वोट बैंक
लखनऊ कैण्ट विस सीट पर 2017 के मुकाबले मतदान प्रतिशत कम रहा। भाजपा का जनाधार तो जस का तस रहा मगर सपा के वोट बैंक में यहां गिरावट आई। 2017 के आम चुनाव में इस सीट पर 33.04 प्रतिशत हासिल करने वाली सपा इस उपचुनाव में महज 19 फीसद वोट ही हासिल कर पाई। हालांकि सपा रही नम्बर दो पर है।
गोविंद नगर में भाजपा का कम हुआ दस फीसदी वोट
कानपुर नगर की गोविन्दनगर सीट पर 2017 की ही तरह इस उपचुनाव में भी मुकाबला भाजपा व कांग्रेस के बीच ही रहा। मगर 2017 के मुकाबले इस बार कांग्रेस का वोट प्रतिशत यहां करीब 10 फीसदी बढ़ा। भाजपा के वोट बैंक में 10 फीसद की कमी आई।
मानिकपुर में सात फीसदी वोट हुआ कम
मानिकपुर सीट पर भाजपा के वोट बैंक में 2017 के मुकाबले करीब 7 फीसदी की कमी आयी, हालांकि यहां जीत भाजपा को ही मिली। प्रतापगढ़ सीट पर अपना दल को 2017 के मुकाबले करीब 10 फीसदी वोट का नुकसान हुआ हालांकि जीत अपना दल को ही मिली है। 
जैदपुर में 2017 के सारे चुनावी समीकरण बिगाड़ते इस बार सपा आगे निकल गई।  सपा ने यहां अपने जनाधार में काफी सुधार किया। जलालपुर में भी सपा का प्रदर्शन अच्छा रहा और यह सीट उसने बसपा से छीन ली।


जेवर एयरपोर्ट: 30 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण

जेवर एयरपोर्ट के लिए दयानतपुर ग्राम मे 30 हेक्टेयर भूमि प्रशासन ने और की अधिग्रहित



गौतमबुध नगर! जिलाधिकारी ब्रजेश नारायण सिंह के निर्देशानुसार गौतमबुद्धनगर के प्रशासनिक अधिकारीयों ने अन्तरराष्ट्रीय ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट जेवर के लिए शुक्रवार को ग्राम दयानतपुर मे नवनीत गोयल ओएसडी यमुना प्राधिकरण, दुर्गेश सिंह तहसीलदार जेवर, शयामजीत शाही नायब तहसीलदार जेवर, बालेन्दु भूषण वर्मा नायब तहसीलदार जेवर, राजेश कुमार नायब तहसीलदार यमुना प्राधिकरण की मौजूदगी मे 30 हेक्टेयर भूमि की (पन्द्रहवीं किस्त) किसानों से अधिग्रहित की गयी, जिसको तत्काल ही यमुना प्राधिकरण को कब्जा दिलाकर उसे हस्तांतरित कर दिया। प्रशासन के द्वारा सिर्फ उन किसानों की जमीन को ही अधिग्रहित किया जा रहा है, जिन किसानों ने अपनी जमीन का प्रतिकर ले लिया है। गौरतलब है कि एयरपोर्ट के लिए 1334 हेक्टेयर भूमि लेनी है। जिसमे 1239 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाना है, जिसमें से प्रशासन द्वारा आज तक 973 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहित कर यीडा को सौंपी जा चुकी है, जो कि अधिग्रहण होने वाली भूमि का 78.53% हिस्सा है। जेवर एयरपोर्ट प्रभारी डिप्टी कलेक्टर अभय कुमार सिंह ने बताया कि अधिग्रहण होने वाली 1239 हेक्टेयर भूमि मे से 80% यानि 992 हेक्टेयर भूमि का मुआवजा वितरण हो चुका है। जिसके तहत प्रशासन ने आज ग्राम दयानतपुर मे 30 हेक्टेयर भूमि किसानों से अधिग्रहित कर यमुना प्राधिकरण को सौंप दी हैं। उन्होंने बताया कि 6 अगस्त को ग्राम रन्हेरा मे प्रशासन ने 80 हेक्टेयर और 16 अगस्त को ग्राम पारोही मे 45 हेक्टेयर, 19 अगस्त को ग्राम किशोरपुर मे 78 हेक्टेयर, 21 अगस्त को ग्राम रोही मे 225 हेक्टेयर और बनवारीबांस मे 4.5 हेक्टेयर कुल 229.5 हेक्टेयर, 23 अगस्त को ग्राम दयानतपुर मे 125 हेक्टेयर,2 सितंबर को ग्राम किशोरपुर मे 22.28 हेक्टेयर और रन्हेरा मे 13.64 हेक्टेयर कुल 35.92 हेक्टेयर भूमि, 3 सितंबर को ग्राम पारोही मे 30 हेक्टेयर, 5 सितंबर को ग्राम रोही मे 81.5 हेक्टेयर और ग्राम बनवारीबांस मे 1.5 कुल 83 हेक्टेयर भूमि,6 सितम्बर को ग्राम दयानतपुर मे 38 हेक्टेयर, 24 सितम्बर को ग्राम किशोरपुर मे 31.28 हेक्टेयर और ग्राम रन्हेरा मे 7.72 हेक्टेयर कुल 39 हेक्टेयर, 26 सितंबर को ग्राम रोही मे 41.50 हेक्टेयर और ग्राम पारोही मे 15.46 हेक्टेयर कुल 59.96 हेक्टेयर, 28 सितंबर को ग्राम दयानतपुर मे 82 हेक्टेयर, 21 अक्टूबर को ग्राम किशोरपुर मे 4 हेक्टेयर, 22 अक्टूबर को ग्राम रोही मे 16 हेक्टेयर भूमि किसानों से अधिग्रहित कर यमुना प्राधिकरण को सौंपी जा चुकी है। अब तक 6 ग्राम दयानतपुर मे 274 हेक्टेयर, ग्राम रोही मे 364 हेक्टेयर, ग्राम पारोही मे 90.46 हेक्टेयर, ग्राम रन्हेरा मे 101.36 हेक्टेयर,ग्राम किशोरपुर मे 135.56 हेक्टेयर, ग्राम बनवारीबांस मे 6 हेक्टेयर कुल 973 हेक्टेयर जमीन किसानों से अधिग्रहित की जा चुकी है। राकेश चौहान जिला सूचना अधिकारी गौतम बुद्ध नगर।


अवैध पटाखों के खिलाफ सख्त कार्रवाई

उपजिलाधिकारी की एक बार फिर कार्यवाही


पटाखो के ऊपर उपजिलाधिकारी की रोज़ हो रही कार्यवाही


गाजियाबाद! डीएम अजय शंकर पांडेय के सख्त निर्देश पर लोनी एसडीएम प्रशांत तिवारी और तहसीलदार प्रकाश सिंह के द्वारा अवैध पटाखा व्यापारियों के खिलाफ सघन जांच और कार्रवाई को अंजाम दिया गया! लोनी क्षेत्र स्थित फरूक नगर चौकी इंचार्ज अतुल चौहान व पुलिस फोर्स कार्रवाई के दौरान सात रही। छापेमारी के दौरान घरों के अंदर छिपाकर रखे गए पटाखे पाए गए। पटाखों की कीमत लगभग पांच लाख रुपए बताई जा रही है। दिवाली पर बिक्री के लिए रखे गए एक कैन्टर भर के पटाखा बरामद किये गये है! पटाखा माफियाओं और व्यापारियों में हड़कंप मचा है! एसडीम प्रशांत तिवारी की सख्त कार्रवाई के कारण भारी मात्रा में अवैध पटाखे बरामद हो पाये हैं!


अली खान नहटौरी


ऑपरेशन क्लीन के तहत हुई सघन जांच

ग्रेटर नोएडा में चलाया गया 'ऑपरेशन क्लीन', दुकानों की हुई सघन जांच 



गौतम बुध नगर! ग्रेटर नोएडा में SSP वैभव कृष्ण ने 'ऑपरेशन क्लीन' चलाया! इसके तहत जिले में सभी सर्राफा और बर्तनों की दुकानों की सघन जांच की गई! इस दौरान CCTV की भी जांच की गई!


ग्रेटर नोएडा त्योहारों को शांतिपूर्वक मनाए जाने और किसी प्रकार की अप्रिय घटना या किसी असामाजिक तत्व किसी प्रकार की कोई वारदात को अंजाम ना दे सकें, इसके लिए गौतमबुद्ध नगर के एसएसपी वैभव कृष्ण ने पूरे जिले में 'ऑपरेशन क्लीन' चलाया! इस अभियान के तहत जिले में सभी सर्राफा और बर्तनों की दुकानों की सघन जांच की गई और उन्हें त्योहारों को लेकर सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए निर्देश भी दिए गए! एसएसपी का कहना है कि इस तरह के ऑपरेशन आगे भी जारी रहेंगे! ग्रेटर नोएडा में चलाया गया 'ऑपरेशन क्लीन'CCTV ठीक करवाने के दिए निर्देशइस अभियान के अंतर्गत सर्राफा दुकानों/प्रतिष्ठानों में और इनके आसपास संदिग्ध व्यक्तियों साथ ही वाहनों की चेकिंग की गई! ये अभियान पूरे जनपद में एक साथ चलाया गया और नोएडा क्षेत्र मे 157 और ग्रेटर नोएडा क्षेत्र मे 206 मतलब कुल 363 सर्राफा दुकानों की चेकिंग की गई!
वहां के सुरक्षा उपकरण सीसीटीवी/डीवीआर चेक किए गए तो कुल 1080 सीसीटीवी और 248 डीवीआर सुचारू रुप से कार्यरत पाये गए, जबकि 38 सीसीटीवी और 18 डीवीआर निष्क्रिय पाये गए! इनमें 20 सीसीटीवी और 8 डीवीआर नोएडा क्षेत्र के तथा 18 सीसीटीवी व 10 डीवीआर ग्रेटर नोएडा क्षेत्र के निष्क्रिय थे, जिनको तत्काल ठीक कराकर चालू कराने के निर्देश दिये गये! इन सर्राफा संस्थानों में कार्यरत कर्मचारियों की सूची तैयार की गई, जिनमें से 393 नोएडा क्षेत्र के तथा 203 ग्रेटर नोएडा क्षेत्र के कुल 596 कर्मचारियों के जांच की पर्ची उनके मूल निवास के पतों पर तैयार कर रवाना की जा रही है! इस अभियान के दौरान अवधि में एक अभियुक्त को थाना दादरी पुलिस ने एक तमंचा और एक जिंदा कारतूस के साथ गिरफ्तार किया गया ।


यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...