शुक्रवार, 25 अक्टूबर 2019

प्रशासन ने छात्रों की चारों मांगे मानी

दिल्ली! राजधानी दिल्ली की विश्वविख्यात यूनिवर्सिटी जमिया मिल्लिया इस्लामिया पिछले कई दिनों से छात्रों के आपसी हंगमेबाजी का शिकार बनी हुई थी,जिसके चलते काफी गहमागहमी मची हुई थी।


प्राप्त समाचार के दो दिनों से चल रहा छात्रों का प्रदर्शन खत्म हो गया है! साथ ही जामिया प्रशासन ने छात्रों की सभी 4 मांगें मान ली हैं! इसके अलावा किसी के खिलाफ कोई एक्शन नहीं होगा। यूनिवर्सिटी में मंगलवार शाम करीब 5 बजे जमकर मारपीट और तोड़फोड़ हुई थी! छात्रों का आरोप है कि यूनिवर्सिटी प्रशासन के लोगों ने उनके साथ मारपीट की! जबकि प्रशासन का कहना है कि अनुशासनहीनता पर 5 छात्रों को 'कारण बताओ नोटिस' दिया गया था लेकिन जवाब देने के बजाए उन्होंने नोटिस की कॉपियों को जलाया और अनुशासन समिति का बहिष्कार भी किया।


छात्रों का कहना है कि वे लोग 5 छात्रों को मिले 'कारण बताओ नोटिस' के विरोध में शांति से प्रदर्शन कर रहे थे तभी प्रशासन के लोग आए और बेल्ट और गमले उठाकर छात्रों को मारने लगे! दूसरी ओर यूनिवर्सिटी प्रशासन का कहना है कि मंगलवार के दिन यूनिवर्सिटी के इंग्लिश विभाग में एक सेमिनार था, वहां पर आए लोग जब वापस जा रहे थे तो प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने उनका रास्ता रोक दिया।


प्रशासन का कहना है कि प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने रास्ते में गमले रख दिए थे! तभी दूसरे ग्रुप के कुछ छात्र आए और उनकी आपस में मारपीट हो गई! दरअसल, छात्रों के एक गुट ने 5 अक्टूबर को हुए एक ग्लोबल कॉन्फ्रेंस में इजराइल के प्रतिनिधि के भाग लेने का विरोध किया था! इसके बाद इस मामले ने तूल पकड़ लिया था।


भारत और तुर्की के रिश्तो में खटास

नई दिल्ली! भारत और तुर्की के रिश्तों के बीच इन दिनों कुछ खटास नज़र आ रही है,भारत सरकार की तरफ तुर्की जाने वाले नागरिकों के लिये एडवाइजरी जारी की है। जिसमें उनसे अत्यंत सावधानी बरतने का अनुरोध किया गया है। तुर्की और सीरिया के बीच चल रहे विवाद और जम्मू-कश्मीर के मसले पर तुर्की के रुख के बीच ये एडवाइजरी जारी की गई है। तुर्की में मौजूद भारतीय दूतावास द्वारा जारी एडवाइजरी में लिखा गया है, 'भारत सरकार के पास लगातार तुर्की में यात्रा करने को लेकर सवाल किए जा रहे थे, तुर्की के ताजा हालातों को देखते हुए लोग काफी चिंतित लग रहे हैं। वहीं कश्मीर मामले पर तुर्की द्वारा पाकिस्तान के समर्थन देने के बाद भारत ने अपनी दूरी बरतने का संकेत दिया है।


इससे पहले भारत ने तुर्की को कड़ा संदेश देते हुए प्रधानमंत्री मोदी की दो दिवसीय यात्रा को रद्द कर दिया था। दरअसल, तुर्की के राष्ट्रपति ने सितंबर में हुई संयुक्त राष्ट्र सभा में कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान का समर्थन करते हुए भारत का विरोध किया था। यही नहीं फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स की पैरिस में हुई बैठक के दौरान भी तुर्की ने पाकिस्तान का ही साथ दिया था। बता दें कि, 27-28 अक्टूबर को सऊदी अरब में मेगा इन्वेस्टमेंट समिट के बाद पीएम मोदी की तुर्की यात्रा प्रस्तावित थी। तुर्की के इस कदम से दोनो देशों के संबंधों में खटास आई है। हलांकि दोनों देशों के बीच कभी भी बेहतर संबंध नहीं रहे हैं।


भाजपा-शिवसेना में फिर पेंच फंसा

मुंबई! महाराष्‍ट्र विधानसभा चुनाव में भले ही बीजेपी-शिवसेना गठबंधन को स्‍पष्‍ट जनादेश मिला हो लेकिन मुख्‍यमंत्री पद को लेकर खींचतान जारी है! इस बीच उद्धव ठाकरे ने बीजेपी के समक्ष 50-50 फॉर्मूले की शर्त साफतौर पर रख दी है! शिवसेना पहले शासन के लिए इस फॉर्मूले को फाइनल करना चाहती है! उसके बाद ही नई सरकार के गठन पर चर्चा होगी!उद्धव ठाकरे की शर्त के मुताबिक 50-50 फॉर्मूले का आशय पांच साल के कार्यकाल में ढाई साल तक मुख्‍यमंत्री की कुर्सी शिवसेना के पास होनी चाहिए! इसलिए ही महाराष्‍ट्र में सरकार के गठन पर चर्चा फिलहाल टल गई है! दीपावली के बाद नई सरकार का गठन होगा! सूत्रों के मुताबिक शिवसेना अब डिप्‍टी सीएम का पद नहीं बल्कि मुख्‍यमंत्री की कुर्सी चाहती है!


वैसे शिवसेना के नवनिर्वाचित विधायकों की शनिवार को बैठक होने वाली है! उससे पहले कई विधायकों ने कहा कि पहली बार वर्ली से विधायक बने आदित्‍य ठाकरे को मुख्‍यमंत्री बनाया जाना चाहिए! शिवसेना के दोबारा निर्वाचित विधायक प्रकाश सुर्वे ने कहा कि आदित्‍य मुख्‍यमंत्री बनें, ये हमारी शर्त है! महाराष्ट्र में बीजेपी से फिफ्टी-फिफ्टी फॉर्मूले पर बात हुई थी! उद्धवजी अब उसे ही पूरा करने वाले हैं! विधायक आदित्य को सीएम बनाना चाहते हैं!


निर्दलीय विधायकों का भाजपा को समर्थन

नई दिल्ली! बीजेपी के लिए हरियाणा में सरकार बनना लगभग तय हो गया है! हरियाणा बीजेपी के प्रभारी अनिल जैन ने बड़ा दावा करते हुए कहा है कि आठ निर्दलीय विधायकों ने हमें समर्थन दे दिया है! उन्होंने यह भी दावा किया कि शपथ ग्रहण समारोह दिवाली के बाद होगा!


इससे पहले हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा है कि हम सरकार बनाने जा रहे हैं. दरअसल खट्टर का यह बयान बीजेपी को पांच निर्दलीय विधायकों के समर्थन देने के घोषणा के बाद आया. खट्टर शुक्रवार को  दिल्ली के हरियाणा भवन पहुंचे उनके साथ तीन निर्दलीय विधायक भी मौजूद थे!


इससे पहले 5 निर्दलीय विधायकों- पुंडरी से रणधीर गोलन, रानियां से रणजीत सिंह, महम से बलराज कुंडू, बादशाहपुर से राकेश दौलताबाद और सिरसा से गोपाल कांडा ने बीजेपी को अपना समर्थन देने की घोषणा कर दी थी!


बता दें खट्टर दिल्ली में बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा और पार्टी के हरियाणा प्रभारी अमित शाह के साथ बैठक करेंगे! गौरतलब है कि बीजेपी को इस बार विधानसभा चुनावों में 40 सीटें मिली हैं और सरकार बनाने के लिए 6 विधायकों की ज़रूरत हैं!


हरियाणा के निर्वतमान मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर आज शाम तक या शनिवार को सीएम पद की शपथ ले सकते हैं! सूत्रों के मुताबिक वह आज शाम ही राज्यपाल से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे! बता दें हरियाणा विधानसभा चुनाव में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है हालांकि वह बहुमत से कुछ दूर रह गई है!


सूत्रों के मुताबिक शुक्रवार को बीजेपी विधायक दल की बैठक होगी जिसमें खट्टर को विधायक दल का नेता चुना जाएगा! इसके बाद वह राज्यपाल से मुलाकात करेंगे और सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे! सूत्रों का यह भी कहना है कि दिवाली के बाद मंत्रिमंडल का गठन हो सकता है!


उपचुनाव में सपा को मिला दिवाली गिफ्ट

लखनऊ! उपचुनाव के नतीजों ने समाजवादी पार्टी की दीपावली को 'हैपी' कर दिया है। बिना बड़े नेता के जमीन पर उतरे एसपी ने न केवल अपनी सीट बचाई, बल्कि बीजेपी-बीएसपी की भी एक-एक सीट छीन ली। 'हाथी' के उतरते ही साइकल को मिली रफ्तार और बीजेपी को दी गई कड़ी चुनौती ने पार्टी के लिए 2022 में एकला चलने की और मजबूत वजह दे दी है।
उपचुनाव के नतीजों में बीएसपी के उतरने के बाद भी एसपी को मिले बेहतर परिणाम ने साफ कर दिया है कि दोनों का साथ आना गलत प्रयोग था। दोनों ही पार्टियों के कोर वोटर जो किसी भी कीमत पर एक-दूसरे को वोट नहीं देना चाहते थे उन्होंने बीजेपी को विकल्प चुना या घर बैठ गए। इस बार यह धर्मसंकट नहीं था। इसका फायदा एसपी को हुआ। यह बात एसपी मुखिया अखिलेश यादव को भी समझ में आ चुकी है, इसलिए वह अब 2022 का चुनाव अकेले लड़ने का ऐलान कर रहे हैं।


मुख्य विपक्ष के ओहदे पर फिर कब्जा
लोकसभा चुनाव में बीएसपी से गठबंधन के बाद भी नतीजों में एसपी पिछड़ गई थी। एसपी से दोगुनी सीटें जीत बीएसपी ने न केवल मुख्य विपक्ष पर दावा ठोंक दिया था, बल्कि एसपी के वोट ट्रांसफर होने के आरोप लगाया था। लेकिन, बीएसपी की मौजूदगी में हुए उपचुनाव में एसपी ने अपने प्रदर्शन से मुख्य विपक्ष की सीट फिर कब्जा ली है। पार्टी जिन 9 सीटों पर चुनाव लड़ी उसमें उसे 22.50% से अधिक वोट मिले हैं। इसमें 3 पर जीत मिली है जबकि 4 सीटों पर वह दूसरे नंबर पर रही है। बीएसपी की जिस जलालपुर सीट को एसपी ने कब्जाया है, 2017 में वह वहां तीसरे नंबर पर थी। घोसी में एसपी समर्थित प्रत्याशी को भी पार्टी कोटे में मान लें तो एसपी का वोट शेयर करीब 24% हो जाता है और हारी हुई 7 सीटों में 5 पर वह दूसरे नंबर पर रही। खास बात यह है कि मध्य प्रदेश के बाद महाराष्ट्र में भी एसपी ने खाता खोला है। पार्टी ने वहां दो सीटें जीती हैं।


माइनॉरिटी वोटरों की एसपी ही पहली पसंद!
एसपी के एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि लगातार हार व बीएसपी के गठबंधन से उपजी परिस्थितियों में पार्टी का कोर वोट भी खिसक रहा था। इन नतीजों से वोटरों व कार्यकर्ताओं दोनों का ही भरोसा लौटेगा। खास बात यह है कि अल्पसंख्यक बहुल सीटों में रामपुर में पार्टी को लगभग 50% वोट मिला है। बीएसपी व कांग्रेस मुस्लिम उम्मीदवार उतारने के बाद भी दोनों मिलाकर 5% भी वोट नहीं पा सके। बीएसपी को 2% वोट मिले हैं। आजम खां के खिलाफ राजनीतिक मुकदमों की बाढ़ ने भी वहां अल्पसंख्यकों को एकजुट किया। जीत के साथ ही रामपुर में एसपी का वोट प्रतिशत भी बढ़ा है। घोसी, बलहा में भी एसपी दूसरे नंबर पर रही। गंगोह में भी शानदार टक्कर दी। इसके बाद जैदपुर और जलालपुर में मिली जीत ने साबित कर दिया कि अल्पसंख्यक वोटरों की पहली पसंद आज भी एसपी है। गठबंधन के नाते ही इसका फायदा बीएसपी को मिला था, जिसने उनकी सीट की टैली बेहतर की थी।


नेतृत्व जमीन पर उतरता तो और बेहतर होते नतीजे
पार्टी सूत्रों का कहना है कि अगर नेतृत्व ने जमीन पर पसीना बहाया होता तो पार्टी के हिस्से में कुछ और सीटें आ सकती थीं। घोसी से जिस प्रत्याशी का सिंबल के चलते पर्चा खारिज हुआ वह मात्र 1700 वोटों से ही चुनाव हारा। अगर, यह लापरवाही नहीं होती तो यह नजदीकी लड़ाई एसपी के पक्ष में आ सकती थी। गंगोह में एसपी प्रत्याशी को 57 हजार से अधिक वोट मिले। अगर वहां अखिलेश यादव की रैली हुई होती तो एसपी अपने वोटरों में जिताऊ होने का अधिक भरोसा पैदा कर सकती थी।


एसपी की बढ़ेगी आक्रमकता, दिखेगी सक्रियता
बिना किसी अहम के प्रयास के स्थानीय समीकरण जलालपुर से लेकर जैदपुर तक जिस तरह से एसपी के पक्ष में गए हैं इससे पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं का आत्मविश्वास और मजबूत करेगा। एसपी अधिक आक्रामक व सक्रिय दिखेगी। अखिलेश यादव ने नतीजों के तुरंत बाद मुलायम सिंह यादव का आशीर्वाद लिया। सूत्रों के अनुसार दीपावली बाद अखिलेश पूर्व सांसद भालचंद यादव के निधन पर शोक जताने संतकबीर नगर उनके घर जाएंगे। यह कवायद अपने कोर वोटरों को एकजुट कर फिर से पार्टी का पुराना तेवर लौटाने की है।


नतीजों के बाद निर्णय की तस्वीर साफ

नई दिल्ली! महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजे आ गए हैं। हालांकि, अब तक सभी सीटों पर विजेताओं की घोषणा पूरी नहीं हो सकी है, लेकिन चुनावी नतीजों की तस्वीर लगभग साफ हो चुकी है।
बता दें कि बीजेपी कार्यालय में संसदीय बोर्ड की बैठक खत्म हो गई है। बैठक में महाराष्ट्र और हरियाणा के चुनाव नतीजे पर चर्चा हुई। दोनों राज्यों में सरकार गठन को लेकर जो भी फैसले हो उसके लिए अध्यक्ष अमित शाह को पार्लियामेंट्री बोर्ड ने अधिकृत किया। महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस और हरियाणा में मनोहर लाल खट्टर मुख्यमंत्री होंगे। चर्चा में पीएम मोदी और शाह समेत कई लोग शामिल थे।
महाराष्ट्र की सभी 288 सीटों के रुझान आ गए हैं, जिनमें से 160 बीजेपी गठबंधन आगे चल रहा है, जबकि 104 पर कांग्रेस गठबंधन को बढ़त मिली हुई है। वहीं, हरियाणा की बात की जाए तो बीजेपी 40 सीट और कांग्रेस 31 सीटों पर आगे है। यानी महाराष्ट्र में बीजेपी-शिवसेना की सरकार बनना बिल्कुल तय लग रहा है, लेकिन हरियाणा में अभी सस्पेंस बरकरार है।
सूत्रों के मुताबिक, जानकारी आ रही है बीजेपी यहां जेजेपी के समर्थन से सरकार बना सकती है। इस बीच बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक में फैसला लिया गया है कि मनोहर लाल खट्टर और देवेंद्र फडणवीस ही सीएम होंगे।


पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट,3 मरे 5 घायल

ग्वालियर। देर रात्रि ग्वालियर में एक घर मे बना रखी अवैध पटाखा फेक्ट्री में विस्फोट हो गया। वारूद में विस्फोट के कारण घर में रखा गैस सिलेंडर भी फट गया। विस्फोट होने की बजह से घर की छत उड़ गई और उसके मलबे में दबकर तीन लोगों की मौत हो गई और पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए जिन्हें जयारोग्य अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
ग्वालियर जिले के चीनौर में नोन की सराय में नबी खान ने बारूद का अवैध भण्डारण कर रखा था। वो दीपावली पर पटाखों का कारोबार करते हैं इसलिए परिवार के साथ चोरी छिपे इअक निर्माण कर  रहे थे। एसपी नवनीत भसीन के मुताबिक नबी खान के घर में बारूद भरी थी रात को करीब 11 बजे नबी की साली रब्बो और बेटी रजिया पटाखे बना रहे थे । तभी अचानक बारूद में चिंगारी निकली और विस्फोट हो गया विस्फोट के कारण झोपड़े में रखा गैस सिलेंडर फट गया। विस्फोट इतना तेज था कि घर की छत उड़ गई और आसपास के घरों में दरार आ गई। तेज आवाज के दर से पड़ोसी बाहर निकल आये। उन्होंने मलबे में दबे लोगों को बाहर निकाला और पुलिस को सूचना दी। हादसे में नबी खान , बेटी रजिया और नबी खान का साढू अबरिन की मौत हो गई जबकि  नबी की पत्नी रानी, बेटी निशा, बेटा साहिल, फरिहान और साली रब्बो गंभीर रूप से घायल हो गए जिन्हें जयारोग्य  अस्पताल की बर्न यूनिट में भर्ती कराया गया है।


यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...