करतारपुर! पाकिस्तान के करतारपुर स्थित दरबार साहिब जाने वाले तीर्थयात्रियों से सालाना करीब 258 करोड़ रुपए की कमाई करेगा। पाकिस्तान की सरकार सिख श्रद्धालुओं से 20 डॉलर रुपए का शुल्क हटाने पर राजी नहीं हुई और आखिरकार भारत सरकार ने पाकिस्तान के फैसले पर निराशा जताते हुए करतारपुर कॉरिडोर पर समझौते के लिए मंजूरी दे दी है। करतारपुर कॉरिडोर जाने वाले श्रद्धालुओं को पाकिस्तान द्वारा वीजा फ्री एक्सेस देने के लिए 23 अक्टूबर को समझौते पर हस्ताक्षर किए जाएंगे।
एक सरकारी अधिकारी ने बताया, तीर्थयात्रियों से सेवा शुल्क के जरिए पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार मजबूत होगा जो फिलहाल लगभग खाली हो चुका है।गुरुद्वारा साहिब करतारपुर में हर रोज 5000 तीर्थयात्रियों को ही दर्शन करने की अनुमति मिलेगी और पाकिस्तान हर तीर्थयात्री से 20 अमेरिकी डॉलर का सेवा शुल्क वसूलेगा यानी उसकी हर दिन 1,00,000 डॉलर की कमाई होगी।
वर्तमान में एक डॉलर की कीमत 70।95 भारतीय रुपया है यानी पाकिस्तान हर दिन 70.95 लाख रुपए की कमाई करेगा। वहीं, पाकिस्तानी करेंसी की बात करें तो एक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी रुपए की कीमत 156.46 है यानी पाकिस्तान हर दिन 1.56 करोड़ रुपए (पाकिस्तानी रुपए) की कमाई करेगा। तीर्थयात्रियों को साल के 365 दिन करतारपुर जाने की अनुमति होगी, ऐसे में पाकिस्तान 3.65 करोड़ डॉलर अपने मुद्रा भंडार में जुटाएगा। यह धनराशि भारतीय रुपए में 258 करोड़ और पाकिस्तानी करेंसी 571 करोड़ रुपए होगी।
हालांकि भारत ने करतारपुर कॉरिडोर जाने वाले तीर्थयात्रियों के लिए पाकिस्तान के साथ 23 अक्टूबर को समझौते पर हस्ताक्षर करने का फैसला कर लिया है लेकिन साथ ही इस्लामाबाद से भविष्य में अपने फैसले पर पुनर्विचार करने के लिए कहा है।