रविवार, 20 अक्टूबर 2019

सार्वजनिक स्थान पर लगाए एसी और कूलर

दोहा। कतर में गर्मी के मौसम के दौरान इस समय तापमान 46 डिग्री सेल्सियस के ऊपर पहुंच गया है। यहां के लोग काफी परेशान हैं। अब लोगों को ठंडक पहुंचाने और उन्हें गर्मी से दूर रखने के लिए यहां के शासन-प्रशासन की ओर से कदम भी उठाए जा रहे हैं। राजधानी दोहा में तो प्रशासन की ओर से सड़कों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर एयर कंडीशनर और एयर कूलर लगाए जा रहे हैं। इसके अलावा भी कई अन्य उपाय आजमाए जा रहे हैं। कतर में इस समय गर्मी का मौसम है। आमतौर पर खाड़ी देश होने के कारण यहां गर्मी भी भीषण पड़ती है। इस समय तापमान 46 डिग्री सेल्सियस के ऊपर चला गया है। ऐसे में लोग घरों से बाहर भी निकलने में कतरा रहे हैं। दोहा में लोगों को गर्मी से राहत देने के लिए यहां के प्रशासन ने बाजारों और सड़कों के किनारे बड़े कूलर और एयर कंडीशनर लगाना शुरू किया है। इसके अलावा सड़कों को भी नीले रंग में रंग दिया है। ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि काले रंग की सड़क धूप और गर्मी अधिक सोखती है। इससे भी शहर के तापमान पर असर पड़ता है। शहर में सार्वजनिक स्थानों पर ऐसे कूलर भी लगाए जा रहे हैं जो लोगों पर ठंडे पानी का छिड़काव भी करेंगे। बता दें कि कतर 2022 में होने वाले फुटबॉल वर्ल्ड कप की मेजबानी भी कर रहा है। ऐसे में यहां पड़ रही बेतहाशा गर्मी से यहां आने वाले लोगों को बचाने के लिए भी अभी से कदम उठाए जा रहे हैं। जिन स्टेडियम में यह फुटबॉल मुकाबला होना है, वहां की सीटों के नीचे तक एयर कंडीशर लगाए जा रहे हैं। ताकि मैच का आनंद लेने के दौरान दर्शकों को कोई परेशानी ना हो।


महिलाओं ने दिया कंधा,किया अंतिम संस्कार

कांकेर! कांकेर के तुमसनार गांव में अंधविश्वास के कारण पुरुषों ने प्रसूता का शव दफनाने से इनकार कर दिया। यही नहीं, उन्होंने शव को कंधा भी नहीं दिया। इसके बाद महिलाओं ने ही अंतिम यात्रा निकाली और शव गांव के बाहर जंगल में दफनाया। यहां ऐसा अंधविश्वास है कि किसी प्रसूता का शव गांव में दफनाने से वह भूत-प्रेत बन जाती है। प्रसूता के शव को शादीशुदा पुरुष हाथ भी नहीं लगाते। तुमसनार की सुकमोतीन कांगे ने राजस्थान के पंकज चौधरी से 2016 में शादी की थी।


सुकमोतीन मां बनने वाली थी, उसे प्रसव के लिए जिला अस्पताल लाया गया. उसने बच्चे को जन्म दिया, शिशु की आधे घंटे बाद ही मौत हो गई। सुकमोतीन को जब इस बारे में पता लगा तो सदमे से उसने भी दम तोड़ दिया। 16 अक्टूबर को जच्चा-बच्चा का शव गांव पहुंचा तो अंतिम संस्कार के लिए कोई पुरुष सामने नहीं आया।


मृतका एनजीओ से जुड़ी थी। इसी सिलसिले में वह कुछ समय जशपुर और राजस्थान गई थी। राजस्थान में पंकज चौधरी नामक युवक से उसकी दोस्ती हो गई और विवाह कर लिया। वर्तमान में दोनों साथ ही गांव में रहते थे।


महिला का अंतिम संस्कार नहीं करने देना गलत है। यह साबित हो चुका है कि भूत-प्रेत का कोई अस्तित्व नहीं है। समिति गांव जाएगी। अंधविश्वास हटाने के लिए लाेगों को जागरूक करेगी।


भीड़ और बाजार को बनाएगे आतंकी निशाना

नई दिल्ली! आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद दिल्ली में 400 से ज्यादा बड़ी इमारतों और भीड़ भरे बाजारों को निशाना बना सकता है। खुफिया जानकारी के मुताबिक, त्योहार के मद्देनजर आतंकी राजधानी में बड़े हमले को अंजाम देने की फिराक में हैं। दिल्ली पुलिस ने जानकारी मिलने के बाद हाई अलर्ट जारी कर दिया है।


दिल्ली पुलिस के एक अफसर ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर न्यूज एजेंसी को बताया कि दिल्ली के 15 इलाकों में से 8 इलाकों को संवेदनशील करार दिया गया है। रोहिणी, दिल्ली उत्तर-पूर्व, उत्तर-पश्चिम, उत्तर, नई दिल्ली, द्वारका, पूर्वी और मध्य में 400 से ज्यादा इमारतें और कुछ बाजार आतंकियों के निशाने पर हो सकते हैं।


सूत्रों के मुताबिक, सबसे ज्यादा संवेदनशील इमारतें नई दिल्ली इलाके में हैं। दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद करते हुए पुलिसकर्मियों को इमारतों-बाजारों का ब्योरा उपलब्ध कराना शुरू कर दिया है। इन आठ जिलों में लगभग 425 इमारतें ऐसी हैं, जिनकी सुरक्षा दिन-रात की जाती है। वहीं, 200 इमारतें वीआईपी कैटेगरी की हैं। जैश की धमकी के बाद इन इमारतों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।


जानकारी के मुताबिक, जैश-ए-मोहम्मद और उसके साथी आतंकी संगठन इन इमारतों के पास आत्मघाती हमले को अंजाम दे सकते हैं। इसके अलावा वे भीड़ पर बम फेंकने से लेकर संवेदनशील इलाकों में अंधाधुंध फायरिंग भी कर सकते हैं।


सूत्रों के मुताबिक, 3 मई 2016 को गिरफ्तार किए गए जैश के तीन आतंकवादियों ने दिल्ली पर हमले की साजिशों का खुलासा किया था। तीनों दिल्ली के चांद बाग इलाके से गिरफ्तार किए गए थे। बाद में इन्हें शरण देने वाले 10 से ज्यादा लोगों को भी गिरफ्तार कर लिया गया था। इसके बाद जनवरी 2019 को गिरफ्तार जैश आतंकी अब्दुल लतीफ गनी उर्फ उमैर और हिलाल अहमद भट से भी दिल्ली पुलिस और खुफिया तंत्र को हमले से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां हासिल हुई थीं।


2 सैनिक एक नागरिक की हुई मौत

श्रीनगर! पाकिस्तान ने संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में सैन्य चौकियों और गांवों को निशाना बनाया। तांघर सेक्टर में भारी गोलीबारी के चलते दो जवान शहीद हो गए। एक नागरिक की मौत हो गई। इसके अलावा तीन अन्य गंभीर रूप से जख्मी हुए। अधिकारियों के मुताबिक, एलओसी पर फायरिंग के चलते दो घर पूरी तरह तबाह हुए हैं। वहीं कई अन्य घर क्षतिग्रस्त हुए हैं।


15 सितंबर को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बताया था कि इस साल अब तक पाकिस्तान 2050 से अधिक बार सीजफायर उल्लंघन कर चुका है। इसमें 21 नागरिकों की मौत हुई। सीजफायर उल्लंघन की इन घटनाओं में आतंकियों की घुसपैठ भी शामिल है।


भारत ने पाकिस्तान से कई बार अनुरोध किया कि वे 2003 के सीजफायर समझौते का उल्लंघन न करें और अपने सैनिक को सीमा पर शांति और संयम बरतने का आदेश दे। इसके बावजूद सीमा पार से इन घटनाओं को दोहराया गया।


श्रीनगर में अशांति फैलाने की कोशिशें जारी हैं। 10 से ज्यादा आतंकी श्रीनगर के आसपास छिपे हुए हैं। खुफिया सूत्रों के मुताबिक ये बस सही मौके के इंतजार में हैं। ये कश्मीर में सख्ती कम होने और सुरक्षा प्रतिबंधों के ढीला होने की ताक में हैं। पत्थरबाजों के नेटवर्क को भी सक्रिय करने की कोशिशें जारी हैं। खुफिया सूत्रों के मुताबिक इन आतंकियों को श्रीनगर के बाहरी इलाकों में घूमता देखा गया है।


मनमोहन आम आदमी की तरह जाएंगे

इस्लामाबाद! पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने दावा किया है कि भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने करतारपुर आने की सहमति दे दी है। कुरैशी ने कहा कि मनमोहन सिंह ने कॉरिडोर के उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होने की जगह, आम आदमी की तरह आने की बात कही है। हालांकि, पंजाब के मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह कह चुके हैं कि मैं और मनमोहन सिंह कॉरिडोर के कार्यक्रम पाकिस्तान नहीं जाएंगे।


कुरैशी ने कहा, “मैंने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को आमंत्रित किया था। मैं उनका शुक्रगुजार हूं कि इसके बाद उन्होंने मुझे पत्र लिखा। उन्होंने कहा है कि वह करतारपुर आएंगे, लेकिन मुख्य अतिथि की तरह नहीं, बल्कि एक आम आदमी की तरह। अगर वह आम आदमी की तरह भी आते हैं, तो हम उनका स्वागत करेंगे।” पाकिस्तान 9 नवंबर को अपनी तरफ से कॉरिडोर का उद्घाटन करेगा। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि पूर्व प्रधानमंत्री ने इमरान सरकार का निमंत्रण स्वीकार नहीं किया है।


मनमोहन की तरफ से पाकिस्तान का आमंत्रण स्वीकार करने को लेकर पहले अटकलें लगाई जा रही थीं। इसके बाद पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने साफ किया था कि न तो वे और न ही पूर्व प्रधानमंत्री बतौर अतिथि पाकिस्तान जाएंगे। अमरिंदर ने कहा था कि वे केवल करतारपुर जाने वाले सर्वदलीय जत्थे में शामिल होंगे।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 8 नवंबर को पंजाब के गुरदासपुर में डेरा बाबा नानक से पाकिस्तान के करतारपुर साहिब तक बन रहे कॉरिडोर का उद्घाटन करेंगे। इस कॉरिडोर के तैयार होने के बाद सिख श्रद्धालु पासपोर्ट के बिना, विशेष परमिट पर गुरु नानक देव के तीर्थस्थल तक जा सकेंगे। भारत और पाकिस्तान दोनों ही अपने-अपने क्षेत्र में कॉरिडोर का निर्माण कर रहे हैं।


टीचर ने किया महिलाओं से अनाचार

बालोद, डौंडी। एक शिक्षक द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता विधवा महिला से अनाचार का मामला सामने आया है। महिला ने जब शिशु को जन्म दिया।


तब मामले का खुलासा हुआ। घटना सामने आने के बाद शिक्षक पर अनाचार का आरोप लगाने के बाद गांव में अधिकारियों की उपस्थिति में बैठक हुई।बैठक में सबूत के अभाव में शिक्षक ने अनाचार के आरोप को नकार दिया। डौंडी नगर के वार्ड 14 नयापारा के रहवासियों के अनुसार वार्ड में आंगनबाड़ी केंद्र और प्राथमिक शाला भवन आसपास लगा हुआ है।बीते 30 सितंबर को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता विधवा महिला ने बच्चे को जन्म दिया है। जिसके बाद ग्रामीणों द्वारा प्राथमिक विद्यालय प्रांगण में बैठक लेकर विधवा महिला से शिशु के बारे में पूछताछ की।पीड़ि़ता ने ग्रामीणों व महिला बाल विकास समिति से जांच में आए कर्मचारी के समक्ष प्राथमिक शाला के शिक्षक गणेश गायकवाड़ का नाम लिया।इसके बाद शिक्षक को भी बैठक में बुलाकर ग्रामीणों ने पूछताछ की। शिक्षक ने बिना ठोस प्रमाण के शिशु को अपना मानने से इनकार कर दिया।


इसके बाद ग्रामीणों ने सर्वसम्मति से महिला बाल विकास विभाग के जांचकर्ता को लिखित बयान देकर विधवा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और शिक्षक को गांव के स्कूल से अन्यत्र हटाने की मांग की है।ग्रामीणों ने बताया कि यह पहला मामला नहीं है। इसके पहले इस शिक्षक स्कूल की प्यून महिला को ब्लैकमेल कर रहा था। मामला थाने पहुंचा तो शिक्षक ने ग्रामीणों को बहला फुसलाकर मामले को थाने में ही रफादफा करवा दिया।इस मामले के बाद महिला प्यून की नौकरी चली गई। इसी तरह इस शिक्षक ने गांव की एक कुंवारी लड़की को प्रेग्नेंट कर दिया था।ग्रामीणों के दबाव के कारण उसने उक्त लड़की को अपना लिया। जिसके बाद मामला शांत हो गया। तीसरी घटना ने गांव वालों की आंखें खोल दी है। ग्रामीणों ने शिक्षक को हटाने और थाने में शिकायत की बात कही है।


ग्रामीणों की बैठक में शिशु के पिता होने के शिक्षक ने इनकार कर दिया है। इस मामले की थाने की शिकायत और डीएनए टेस्ट से शिशु के पिता का खुलासा हो सकता है।ग्रामीणों ने विधवा महिला को न्याय दिलाने डीएनए का टेस्ट कराकर शिशु के पिता का पता लगाने की मांग की है।वहीं आरोपी के खिलाफ थाने के अलावा न्यायालय में भरण-पोषण के लिए याचिका लगाने और राज्य महिला आयोग से शिकायत किए जाने की जानकारी दी है।


भगवे भेष में कमलेश की हत्या की

लखनऊ। राजधानी में बेकौफ बदमाशों ने दिन दहाड़े घटना को अंजाम दिया है। यहां नाका इलाके में हिन्दू महासभा के पूर्व अध्यक्ष कमलेश तिवारी की बदमाशों ने हत्या कर दी। पहले उनको गोली मारे जाने की बात कही जा रही थी लेकिन डॉक्टरों का कहना है कि उनकी हत्या किसी धारदार हथियार से गला रेतकर की गई है। पुलिस घटना की छानबीन कर रही है। फिलहाल इस मामले में पुलिस को अभी कभी कोई खास सफलता नहीं मिली हैं लेकिन पुलिस के मुखिया ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही हत्यारों का खुलासा किया जायेगा।


उधर पुलिस इस हत्याकांड को सुलझाने में लगी हुई और उसे रविवार को तब और बड़ी सफलता हाथ लगी जब हत्यारे का ठिकाने की जानकारी पुलिस के हाथ लगी। आनन-फानन में पुलिस उस होटल जा पहुंची है जहां ये हत्यारे रूके थे। मौके पर वहां से दोनों के सामान बरामद किए हैं। जानकारी के मुताबिक दोनों हत्यारे लखनऊ के ही नाका थाना क्षेत्र के खालसा होटल में रूके थे।


'सीएम' आतिशी ने एलजी सक्सेना को पत्र लिखा

'सीएम' आतिशी ने एलजी सक्सेना को पत्र लिखा  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने मंदिरों और बौद्ध संरचनाओं को ध...