पोस्टमार्टम होते ही सपाइयों का आक्रोश फूटा
झांसी। पुलिस के हाथों एनकाउंटर में मारे गए पुष्पेंद्र यादव का देर शाम शव जैसे ही कड़ी सुरक्षा के बीच फोर्स लेकर रवाना हुई, सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं का आक्रोश फूट पड़ा। सैकड़ों की संख्या में सपाइयों ने परिजनों के साथ जमकर बवाल किया। मेडिकल कालेज के गेट नंबर तीन पर जाम कर पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। कुछ पुलिस वालों से अभद्रता कर उनके साथ धक्कामुक्की भी सपाइयों ने की। परिजनों और सपा नेताओं का आरोप है कि षडयंत्र के तहत पुलिस वालों ने लेनदेन के विवाद में हत्या की है। दोषी पुलिस वालों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर तत्काल गिरफ्तारी की जाएगी।
बुन्देलखंड स्थित झांसी में देर रात पुलिस की तरफ से किए गए खनन माफिया पुष्पेंद्र यादव के एनकाउंटर पर सवालिया निशान उठने लगे हैं। समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद चंद्रपाल यादव ने पुलिस की कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करते हुए कहा कि “ एनकाउंटर नहीं यह मर्डर है”। सांसद का आरोप है कि लेनदेन में हत्या के बाद पुलिस ने कथित एनकाउंटर की फेक “कहानी” गढ़ दी है। श्रीयादव ने दोषी पुलिस वालों के खिलाफ हत्या की FIR रजिस्टर्ड करने की मांग करते हुए कहा कि वे इस गंभीर मामले को संसद में उठाएंगे। उनके इस बड़े बयान के बाद से झांसी पुलिस“बैकफुट” पर है।
क्या है पूरा मामला ?
शनिवार देर रात मोंठ कोतवाल धर्मेंद्र सिंह चौहान Kanpur से Jhansi वापस जा रहे थे। वे छुट्टी पर घर आए थे। पुलिस अफसरों के मुताबिक बम्हौरी चौराहे के पास खनन माफिया पुष्पेंद्र यादव ने कोतवाल को घेर लिया और मारपीट कर उन पर फायरिंग की। इसके बाद हमलावर इंस्पेक्टर की क्रेटा कार लूटकर भाग निकले। सूचना पर पुलिस ने घेराबंदी की। गुरसरांय थाना एरिया में लोकेशन के बाद फोर्स ने घेरा तो पुष्पेंद्र ने फायरिंग की। क्रॉस फायरिंग में पुष्पेंद्र घायल हो गया। उसे अस्पताल ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मीडिया से बातचीत में पुष्पेंद्र के चचेरे भाई और चाचा ने बताया कि उसके खिलाफ कोई मुकदमा पंजीकृत नहीं था। पुष्पेंद्र के पास दो ट्रक थे। वो बालू को काम करता था। कब और क्या हो गया ? किसी को मालुम ही नहीं चला। सुबह कुछ दोस्तों ने फोन कर जानकारी दी। जिसके बाद सभी लोग मऊरानीपुर पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। परिजनों का कहना है कि पुलिस ने सूचना देना भी मुनासिब नहीं समझा। वहीं, सूत्रों की मानें तो तनाव को देख पुष्पेंद्र के गांव में फोर्स की तैनाती की गई है।