सोमवार, 7 अक्टूबर 2019

स्विसबैंक ने सौंपी खाता धारकों की लिस्ट

नई दिल्ली। विदेशी धरती से काले धन की जानकारी मिलने के मामले में मोदी सरकार को बड़ी कामयाबी मिली है। स्विट्जरलैंड की सरकार ने भारत सरकार को बैंक खातों से जुड़ी पहली जानकारी सौंप दी है। स्विट्जरलैंड की ओर से स्विस बैंक में खुले भारतीय खातों की जानकारी सरकार को सौंपी है। भारत कुछ चुनिंदा देशों में से एक है जिन्हें ये जानकारी मिल रही है। स्विट्जरलैंड के टैक्स विभाग के अनुसार, इसके बाद भारत सरकार को अगली जानकारी 2020 को सौंपी जाएगी। जानकारी के अनुसार, स्विट्जरलैंड में दुनिया के 75 देशों के करीब 31 लाख खाते हैं जो रडार पर हैं इनमें भारत के कई खाते भी शामिल हैं।


स्विट्जरलैंड की सरकार से जानकारी मिलने के सरकार के सूत्रों का कहना है कि जो जानकारी मिली है उसमें सभी खाते गैरकानूनी नहीं हैं। सरकारी एजेंसियां अब इस मामले में जांच शुरू करेंगी, जिसमें खाताधारकों के नाम, उनके खाते की जानकारी को बटोरा जाएगा और कानून के हिसाब से एक्शन लिया जाएगा।


जम्मू-कश्मीर के हालात सामान्य:जावडेकर

नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर के हालात को लेकर सूचना एंव प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा है कि कश्मीर में स्थिति सामान्य है और वहां लोग खुशी-खुशी रह रहे हैं क्योंकि अब उनके पास भी देश के अन्य नागरिकों के बराबर सम्मान है। प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि कश्मीर में हालात सामान्य है और वहां के लोग अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को निरस्त करने पर खुश हैं क्योंकि उन्हें अब देश के बाकी नागरिकों के बराबर लाभ और अधिकार प्राप्त होंगे। पत्रकारों के साथ बातचीत में उन्होंने यह भी कहा कि मीडिया पर कोई प्रतिबंध नहीं है और घाटी में सभी समाचार पत्रों को बिना किसी कठिनाई के प्रकाशित किया जा रहा है। मंत्री ने विपक्ष के इस आरोप को भी खारिज कर दिया कि भाजपा हरियाणा और महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनावों में जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे की वापसी का इस्तेमाल कर रही थी। उन्होंने कहा कि केवल वे लोग इस ऐतिहासिक कदम के बारे में बात कर रहे हैं, जिन्हें लगता था कि इसे हटाया नहीं जा सकता है। उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 ने लोगों की भावना के साथ जुड़ गया है। देश भर में लोग इसका स्वागत कर रहे हैं। तो आप क्या कर सकते हैं, समाज के सभी वर्गों ने इसका स्वागत किया है। धारा 370 के प्रावधानों को निरस्त करने के बाद कश्मीर में स्थिति के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि स्थिति अच्छी है और यह सामान्य है। घाटी के लोग सरकार के इस कदम का समर्थन कर रहे हैं, वे इस कदम का स्वागत कर रहे है।


अल्पसंख्यक मंत्रालय देगा,3 लाख छात्रवृत्ति

नई दिल्ली। केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय ने मौजूदा वित्त वर्ष में तीन लाख स्कूली बच्चियों को छात्रवृत्ति देने का लक्ष्य रखा है। यह संख्या पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले डेढ़ गुनी है। पिछले वित्तवर्ष में अल्पसंख्यक समुदायों की करीब दो लाख बच्चियों को छात्रवृत्ति प्रदान की गई थी। मंत्रालय की अधीनस्थ संस्था मौलाना आजाद एजुकेशन फाउंडेशन(एमएईएफ) ने स्कूली लड़कियों के लिए चलाई जाने वाली अपनी बेगम हजरत महल राष्ट्रीय छात्रवृत्ति योजना के कुल बजट में बढ़ोतरी की है। हाल ही में अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी की अध्यक्षता में हुई एमएईएफ की जनरल बॉडी की बैठक में इस छात्रवृत्ति योजना के प्रचार-प्रसार को तेज करने पर सहमति बनी। एमएईएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने को बताया कि बेगम हजरत महल योजना के तहत इस बार हमने तीन लाख बच्चियों को छात्रवृत्ति देने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा कि अभी भी इस योजना के बारे में जागरूकता बढ़ाने की जरूरत है। हम इस बार कोशिश कर रहे हैं कि जागरूकता फैलाने के अलग अलग माध्यमों से आक्रामक प्रचार अभियान चलाया जाए। वित्त वर्ष 2018-19 में इस योजना के तहत करीब दो लाख लड़कियों को छात्रवृत्ति दी गई थी। इसके लिए 100 करोड़ करोड़ रुपये से अधिक का बजट निर्धारित था।


सनसनीखेज पत्रकारिता से बचे: नायडू

कटक। उपराष्ट्रपति श्री एम. वेंकैया नायडू ने आज मीडिया से सनसनीखेज प्रवृत्ति को दूर करने और बिना समाचार तथा विचारों को मिलाए तथ्‍यों को प्रस्‍तुत करने की अपील की। उन्होंने कहा कि मीडिया को ईमानदार और सच्चा बना रहना चाहिए और बहुत संयम और जिम्मेदारी के साथ काम करना चाहिए। ओडिशा के कटक में एक प्रमुख ओडिया दैनिक समाचार पत्र 'द समाजा' के शताब्दी समारोह में बोलते हुए उन्होंने कहा कि एक स्वतंत्र और निष्पक्ष मीडिया न केवल स्वस्थ लोकतंत्र का हिस्सा है, बल्कि एक अनिवार्य शर्त भी है। उन्होंने कहा कि मीडिया को लोकतांत्रिक प्रणाली का चौथा स्तंभ माना जाता है- एक ऐसा स्तंभ जो लोकतंत्र का समर्थन, पालन और पोषण करता है और आवश्यक होने पर सुधार करने में मदद करता है।


श्री नायडू ने कहा कि मीडिया को लोगों को सूचित, शिक्षित और प्रबुद्ध करना चाहिए।  उन्होंने कहा कि जनता की राय बनाने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि मीडिया को नागरिकों को सशक्त बनाना चाहिए और शासन प्रणाली में अधिक पारदर्शिता और जवाबदेही की शुरुआत करने में मदद करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मीडिया को नागरिकों की आवाज आगे बढ़ानी चाहिए और उनके विचारों को कानूनविदों तक पहुंचानी चाहिए।श्री नायडू ने मीडिया से लोकतांत्रिक प्रणाली में खामियों को उजागर करने का आग्रह किया, जिससे सरकार को प्रणाली को अधिक जवाबदेह, उत्तरदायी और नागरिक-अनुकूल बनाने में मदद मिले। उपराष्ट्रपति ने कहा कि मीडिया के बिना लोकतंत्र पहिए के बिना एक वाहन के समान है। श्री नायडू ने पत्रकारिता को एक मिशन के रूप में वर्णित करते हुए कहा कि टीआरपी, सर्कुलेशन की संख्‍या और बॉटम लाइन, हालांकि महत्वपूर्ण हैं पर इससे मीडिया का मार्ग नहीं तय होना चाहिए। उन्होंने कहा कि मीडिया को अपनी सभी गतिविधियों के केंद्र में आम आदमी के कल्याण और राष्ट्र की प्रगति को स्थान देना चाहिए।


उपराष्ट्रपति ने मीडिया को स्थापित पूर्वाग्रहों से छुटकारा पाने और युवाओं, महिलाओं, किसानों और उद्यमियों की उम्मीदों को आवाज देने को कहा। उन्‍होंने कहा कि मीडिया को समाज के नैतिक कम्पास और विवेक के रूप में कार्य करना चाहिए और सभी सामाजिक बुराइयों को समाप्त करने के लिए आक्रामक अभियान चलाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह इसे बेजुबानों की आवाज बननी चाहिए और असहाय की सहायता करनी चाहिए।इस बात को रेखांकित करते हुए कि मीडिया में यथास्थिति में बदलाव के लिए एक माध्‍यम बनने की क्षमता है, उन्होंने सकारात्मक बदलावों को प्रेरित करने के लिए अधिक सकारात्मक कहानियों और सर्वोत्तम प्रथाओं की रिपोर्टिंग और उन्‍हें रेखांकित करने को कहा। उन्होंने मीडिया से भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और भाषाओं की रक्षा, संरक्षण और संवर्द्धन में हाथ बंटाने के लिए कहा।श्री नायडू ने स्वच्छ भारत आंदोलन को सफल बनाने में भारतीय मीडिया द्वारा निभाई गई उल्‍लेखनीय भूमिका का उल्लेख करते हुए मीडिया से कहा कि वह हमारे समय की गरीबी से लेकर बीमारी और जलवायु परिवर्तन जैसी ज्वलंत समस्याओं को हल करने में रचनात्मक भूमिका निभाएं।


उन्होंने उम्मीद जताई कि क्षेत्रीय भाषाओं और ग्रामीण क्षेत्रों की समृद्धि को बढ़ावा देने के लिए अधिक से अधिक स्‍थानीय समाचार पत्र भारत में अस्तित्‍व में आएंगे। उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय मीडिया वास्तव में विवेकपूर्ण, त्वरित और सत्य रिपोर्टिंग के माध्यम से भारत के ग्रामीण परिदृश्य को बदल सकता है।


उपराष्ट्रपति ने समाज के संस्थापक उत्कलमणि पंडित गोपबंधु दास को श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि वे एक महान शिक्षक, पुनर्जागरण के कवि, अनुभवी पत्रकार, निस्वार्थ सामाजिक कार्यकर्ता, अग्रिम पंक्ति के स्वतंत्रता सेनानी और गांधीवादी विचारधारा तथा नैतिक मूल्य के महान समर्थक थे। उपराष्ट्रपति ने डॉ. सुभाष चंद्र मिश्रा द्वारा गोपबंधु दास पर लिखित एक पुस्तक का भी विमोचन किया।  इस अवसर पर ओडिशा के माननीय राज्यपाल प्रो. गणेशी लाल, ओडिशा के मुख्‍यमंत्री श्री नवीन पटनायक, पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस तथा इस्‍पात मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान, सांसद डॉ. अच्‍युत सामंत और अन्य गणमान्‍य व्‍यक्ति उपस्थित थे।


चुनाव-प्रचार में अशोक तंवर, हुड्‍डा को चुनौती

कांग्रेस से इस्तीफे के बाद प्रचार में उतरे अशोक तंवर, हुड्डा को चुनौती


रोहतक। कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देने के बाद हरियाणा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर ने अब पार्टी के खिलाफ बागी रुख अख्तियार कर लिया है। तंवर ने कहा है कि वो कांग्रेस का नाश करने वालों के खिलाफ पूरे प्रदेश में प्रचार करेंगे। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा को निशाने पर लिया।


रविवार को कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर रोहतक पहुंचे और यहां पर्यटक केंद्र में उन्होंने केक काटकर जुल्म दिवस मनाया। अशोक तंवर ने यहां कहा कि कांग्रेस का नाश करने वालों के खिलाफ वह पूरे प्रदेश में चुनाव प्रचार करेंगे और अभी उनका किसी भी पार्टी में जाने का मन नहीं है। उन्होंने पूर्व सीएम हुड्डा पर तंज कसा और कहा कि हरियाणा में पुत्र मोह में पार्टी का सत्यानाश हुआ है।


तंवर ने कहा कि उन्होंने पार्टी के लिए दिन रात काम किया था, लेकिन उनका पांच साल का संघर्ष नहीं दिखा, बल्कि 14 दिन की चौधर देखी गई है। उन्होंने कहा कि वह गढ़ी सांपला-किलोई विधानसभा जाकर देखेंगे कि हाल कैसा है जनाब का और किलोई में कांग्रेस का नाश करने वालों के खिलाफ चुनाव प्रचार करेंगे। बता दें कि गढ़ी-सांपला सीट से भूपिंदर सिंह हुड्डा चुनाव लड़ रहे हैं।


कांग्रेस को नहीं बचाया जा सकता:ओवैसी

कांग्रेस को अब 'कैल्शियम का इंजेक्शन' देकर भी नहीं बचाया जा सकता- असदुद्दीन ओवैसी


नई दिल्‍ली। एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का सफाया हो चुका है और अब उसे 'कैल्शियम का इंजेक्शन' देकर भी नहीं बचाया जा सकता है। ओवैसी ने दावा किया कि कांग्रेस नेतृत्व महाराष्ट्र और हरियाणा के महत्वपूर्ण चुनावों को नजरअंदाज कर रहा है। 


इससे पहले कांग्रेस पर हमला बोलते हुए ओवैसी ने कहा था कि ''कल तक कांग्रेस के नेता उन्हें बीजेपी की ए टीम और बी टीम कहा करते थे। आज वही कांग्रेस के नेता कांग्रेस छोड़-छोड़ के बीजेपी को ज्वाइन कर रहे हैं। महाराष्ट्र में मुस्लिमों को आरक्षण देने का समर्थन करते हुए ओवैसी ने कहा था कि वह इस मुद्दे पर बराबर आवाज उठाते रहेंगे। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी पिछड़े तबकों की आवाज है और उनकी पार्टी ने मुसलमानों समेत हिंदू धर्म की तमाम छोटी जाति के उम्मीदवारों को भी अलग-अलग विधानसभा सीटों से अपना उम्मीदवार बनाया है।


शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे के चुनाव लड़ने पर ओवैसी ने कहा कि शायद अब रिमोट कंट्रोल काम नहीं कर रहा है यही कारण है कि उन्हें चुनाव लड़ना पड़ रहा है। ऐसा पहली बार है जब ठाकरे परिवार से कोई व्यक्ति चुनाव में उतर रहा है। एआईएमआईएम नेता 21 अक्टूबर को महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले जनसभा को संबोधित कर रहे थे।


शिक्षकों ने की सकारात्मकता की प्रशंसा

बलिया। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक मृतक आश्रित शिक्षणेत्तर कर्मचारी संघ का प्रदेश स्तरीय पदाधिकारी सम्मेलन प्रेक्षाग्रह, कृषि निदेशालय, लखनऊ में सम्पन्न हुआ। जिसमें जनपद बलिया के जिला पदाधिकारी भी शामिल हुए, रविवार को अपने जनपद पहुँचे संगठन के जिलाध्यक्ष मुकेश उपाध्याय ने बातचीत में कहा कि सम्मेलन में ये बताया गया कि मृतक आश्रित शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की विभिन्न प्रकार की समस्याओं को निस्तारित कराने में जिला पदाधिकारियों को तत्परता से कार्य करने की जरूरत है। किसी प्रकार की दिक्कत आये हो तो तुरन्त प्रदेश पदाधिकारियों को सूचित किया जाए। लखनऊ सम्मेलन के दौरान प्रदेश अध्यक्ष जुबेर अहमद ने जिला पदाधिकारियों से संगठन को मजबूती देने के लिए सदस्यता अभियान अक्टूबर में पूरा करने का निर्देश दिया। जिलाध्यक्ष मुकेश उपाध्याय ने  कहा कि सम्मेलन के दौरान प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि परियोजना निदेशालय द्वारा उच्च योग्यताधारी व कम्प्यूटर की डिग्री रखने वाले मृतक आश्रित शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के योग्यतानुसार कार्य लेने के लिए आदेश जारी हो गया है। 9 सितम्बर को अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा की अध्यक्षता में एक आधिकारिक बैठक उच्चाधिकारियों तथा संगठन के पदाधिकारियों एवम राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष एवं महामंत्री जी के साथ संपन्न हुई थी।बैठक के बाद सभी उच्च योग्यताधारियों को नियुक्ति के समय बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा हुई गलतियों को स्वीकार करते हुए उनके उच्चीकरण हेतु प्रस्ताव तैयार करने के लिए कहा गया है ।इसके लिए प्रदेश के समस्त जनपदों से मृतक आश्रित शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की सूचना मांगी गई है जिसकी कार्यवृति भी शासन द्वारा जारी हो चुकी है । शीघ्र ही प्रस्ताव शासन से मंजूरी के लिए जाएगा ।बेसिक शिक्षा में मृतक आश्रित नियुक्ति के लिए प्रयोग किये जाने वाले त्रुटिपूर्ण 4 सितम्बर 2000 के आदेश को एक माह में पुनः निरीक्षण के लिए कहा गया है।। इसके बाद मृतक आश्रितों को उच्च योग्यता का लाभ मिलेगा। प्रदेश महामंत्री विनोद कुमार एवं प्रदेश सचिव पंकज बाजपेई ने कहा कि अब बीएड टीईटी वाले शिक्षक बन सकते है । तो वही नियुक्त मृतक आश्रित बीएड टीईटी योग्यताधारी कर्मचारियों को यदि शासन से मंजूरी मिल जाती है तो वो भी जल्द ही शिक्षक बन सकेंगे। प्रदेश कोषाध्यक्ष श्री हर्षित अरोरा ने बताया कि कार्यवृति के अनुसार बनने वाले प्रस्ताव को शासन से मंजूरी मिल जाती है तो इंटर व कम्प्यूटर की डिग्री रखने वाले पद रिक्त न होने के बावजूद भी अधिसंख्य संख्या में परिचारक के जगह पर लिपिक बनेंगे । वही नियुक्त ऐसे योग्यताधारी को उच्चीकृत किया जाएगा। सम्मेलन में राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष एस पी तिवारी एवम महामंत्री आर के निगम भी शामिल हुए। जानकारी के बाद पूरे प्रदेश के मृतक आश्रित शिक्षणेत्तर कर्मचारियों में हर्ष का माहौल है। सम्मेलन में राज्य सरकार के बेसिक शिक्षा मंत्री द्वारा मृतक आश्रित उच्च योग्यताधारी शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के प्रति सकारात्मक पहल की प्रशंसा भी की गई।जिलाध्यक्ष मुकेश उपाध्याय ने बताया कि जनपद के सभी मृतक आश्रित शिक्षणेत्तर कर्मचारी, प्रदेश पदाधिकारियों को हमेशा हर प्रकार के सहयोग के लिए संकल्प लिया है।


सीएम ने 'महाकुंभ' की तैयारियों का जायजा लिया

सीएम ने 'महाकुंभ' की तैयारियों का जायजा लिया  बृजेश केसरवानी  प्रयागराज। महाकुंभ की तैयारियों का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री योगी ...