रविवार, 6 अक्टूबर 2019

90 विधानसभा सीटों पर 1846 प्रत्याशी

राणा ओबराय
हरियाणा विधानसभा चुनाव में 90 सीटों पर 1846 चुनावी योद्धाओं ने ठोका था दावा,कल नामांकन वापिस लेंगे कई योद्धा!
चंडीगढ़। हरियाणा विधानसभा आम चुनाव-2019 के लिए उम्मीदवारों द्वारा नामांकन भरने की प्रक्रिया के अंतिम दिन हरियाणा की 90 विधानसभा क्षेत्रों से 1263 नामांकन पत्र भरे गए हैं। पांच दिन चली नामांकन प्रक्रिया में 90 विधानसभा क्षेत्रों से कुल 1846 नामांकन पत्र भरे गए हैं। भिवानी जिले में सबसे अधिक 116 तथा चरखी दादरी में सबसे कम 36 लोगों ने नामांकन पत्र दाखिल किए हैं। नामांकन पत्रों की जांच 5 अक्तूबर को की जाएगी और 7 अक्तूबर तक नाम वापिस लिए जा सकते हैं।
रोहतक में 90 ने किए नामांकन
भिवानी में 116 ने किए नामांकन
गुरूग्राम में 85 ने किए नामांकन
मेवात में 66 ने किए नामांकन
फरीदाबाद में 94 ने किए नामांकन
अम्बाला में 76 ने किए नामांकन
पानीपत में 63 ने किए नामांकन
फतेहाबाद में 75 ने किए नामांकन
कैथल में 82 ने किए नामांकन
चरखी दादरी में 38 ने किए नामांकन
करनाल में 98 ने किए नामांकन
यमुनानगर में 76 ने किए नामांकन
सिरसा में 103 ने किए नामांकन।


राहुल चुनाव बीच बैंकॉक,सवाल उठें

नई दिल्ली। कांग्रेस में जारी आंतरिक कलह और महाराष्ट्र-हरियाणा में विधानसभा चुनाव के बीच पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के बैंकॉक जाने की खबर है। सूत्रों के मुताबिक शनिवार को वह बैंकॉक के लिए विस्तारा एयरलाइन की फ्लाइट से रवाना हो गए। अब तक यह स्पष्ट नहीं है कि राहुल गांधी किस वजह से बैंकॉक गए हैं।


ऐसे वक्त में जब दो सप्ताह बाद ही दो राज्यों में चुनाव हैं और कांग्रेस अंदरुनी जंग में उलझी हुई है, तब राहुल गांधी के बैंकॉक जाने पर सवाल उठ रहे हैं। इससे पहले 2015 में भी उनके बैंकॉक जाने को लेकर सवाल खड़े किए गए थे। इस बीच ट्विटर पर बैंकॉक टॉप पर ट्रेंड कर रहा है। दोनों ही राज्यों में कांग्रेस ने पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को स्टार प्रचारकों की सूची में भी शामिल किया है।


राहुल गांधी के बैंकॉक जाने पर तंज कसते हुए बीजेपी आईटी सेल के मुखिया अमित मालवीय ने ट्वीट किया, 'क्या आप भी हैरान हैं कि बैंकॉक क्यों ट्रेड कर रहा है।' दोनों ही राज्यों में 21 अक्टूबर को मतदान होगा और 24 तारीख को चुनाव के नतीजों का ऐलान होगा। बता दें कि महाराष्ट्र में मुंबई के पूर्व अध्यक्ष संजय निरुपम ने पार्टी में लोकतंत्र की कमी होने का आरोप लगाकर कांग्रेस के लिए प्रचार न करने का ऐलान किया है। वहीं, हरियाणा में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर ने टिकट वितरण में धांधलेबाजी में और राहुल गांधी के करीबियों को किनारे लगाने का आरोप लगाकर पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।


आंतरिक कलह से जूझ रही कांग्रेस पार्टी
गौरतलब है कि आने वाले कुछ ही दिनों में दो राज्यों में विधानसभा चुनाव है। 21 अक्टूबर को हरियाणा और महाराष्ट्र में वोटिंग होगी, जिसके नतीजों का ऐलान 24 तारीख को होगा। अभी हाल में कांग्रेस की लोकसभा चुनाव में स्थिति खराब रही है। वहीं, दो राज्यों में चुनाव को लेकर पार्टी आंतरिक कलह से जूझ रही है।


दो महिला वैज्ञानिक करेगी स्पेसवॉक

नई दिल्ली। भारत के चंद्रयान-2 के असफल होने के बाद अंतरिक्ष में एक नया इतिहास बनने वाला है। दो महिलाएं मिलकर अंतरिक्ष में इतिहास बनाने जा रही हैं। ये दोनों एक साथ अंतरिक्ष में चहलकदमी करेंगी। विश्व के अंतरिक्ष विज्ञान के इतिहास में ऐसा पहली बार है जब दो महिलाएं एक साथ स्पेसवॉक करने जा रही हैं। ये इतिहास 21 अक्टूबर 2019 को बनने वाला है। इन दो महिलाओं का नाम है जेसिका मीर और क्रिस्टीना कोच। ये दोनों नासा की एस्ट्रोनॉट हैं। ये दोनों फिलहाल इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में हैं। 21 अक्टूबर को ये दोनों महिला एस्ट्रोनॉट्स स्पेस स्टेशन के सोलर पैनल में लगी लिथियम आयन बैटरी को बदलने के लिए आईएसएस से बाहर निकलेंगी। उसी दौरान ये स्पेसवॉक भी करेंगी। गौरतलब है कि पहले महिलाओं का स्पेसवॉक मार्च 2019 में होना था। लेकिन स्पेससूट नहीं होने के कारण इसे टाल दिया गया था। बता दें कि अक्टूबर 2019 में कुल पांच स्पेसवॉक होने वाले हैं। अंतरिक्ष यात्रियों द्वारा ये सभी स्पेसवॉक आईएसएस की मरम्मत के दौरान आईएसएस से बाहर आने पर किए जाने वाले हैं। ये अलग-अलग तारीखों पर होंगे। अक्टूबर के बाद पांच स्पेसवॉक फिर से दिसंबर 2019 में किए जाने की योजना है।



11 अक्टूबर : क्रिस्टीना कोच और एंड्रयू मॉर्गन स्पेस स्टेशन से बाहर निकल कर स्पेसवॉक करेंगे।


16 अक्टूबर : जेसिका मीर और एंड्रयू मॉर्गन स्पेसवॉक करेंगे।


21 अक्टूबर : जेसिका मीर और क्रिस्टीना कोच आईएसएस से बाहर निकलेंगी और साथ स्पेसवॉक कर इतिहास बनाएंगी।


25 अक्टूबर : जेसिका मीर और लूका परमितानो स्पेसवॉक करेंगे।


31 अक्टूबर : ओलेग स्क्रीपोचा और एलेक्जेंडर स्कवोर्तसोव आईएसएस की मरम्मत करने के साथ-साथ स्पेसवॉक करेंगे।


कार-बस की भिड़ंत में तीन जिंदा जले

बाडमेर। राजस्थान के बाड़मेर में कार और बस की भिड़ंत में 3 लोगों के जलने की खबर है। इन तीनों लोगों की मौत हो चुकी है। इस दर्दनाक हादसे में दोनों गाड़ियों के जलने की खबर है। दरअसल ये हादसा रामदेव मन्दिर निम्बानिया की ढाणी के पास हुआ जहां बस और कार की आपस में भिड़त हो गई। इस हादसे में मरने वाले तीन लोगों में से एक की पहचान हो गई है। मृतक का नाम धनराज रोडा बताया जा रहा है, जो बाड़मेर के ही रहने वाले थे। रिपोर्ट्स की मानें तो ये हादसा ओवर टेकिंग के चलते हुआ। एक्सीडेंट होते ही बस में आग लग गई।


71 बच्चे फाइलेरिया पॉजिटिव मिले

रायपुर। राज्‍य को फाइलेरिया मुक्‍त बनाने के लिए रेंडम प्रक्रिया के माध्‍यम से स्‍कूली बच्‍चों का सर्वे किया गया। जिसमें रायपुर जिले के 71 बच्चों में फाइलेरिया (हाथी पांव) की पुष्टि होने के बाद स्‍वास्‍थ्‍य विभाग अलर्ट हो गया है।


चिरायु की टीम ने जिले के चयनित 71 स्‍कूलों के पहली और दूसरी कक्षा में अध्‍ययनरत कुल दर्ज 3544 बच्‍चों में से 2737 बच्‍चों का ब्‍लड सेम्‍पल लेकर फाइलेरिया टेस्‍ट स्‍टीप कीट से जांच किया जिसमें 71 बच्‍चों में फाइलेरिया के लक्षण मिले हैं। जबकि 2529 बच्‍चों में फाइलेरिया निगेटीव पाए गए।


सर्वे रिपोर्ट के बाद फाइलेरिया पॉजेटिव बच्‍चों को 12 दिनों तक नियमित दवाईयां दी जा रही है। वहीं स्‍वास्‍थ्‍य विभाग की टीम प्रभावित बच्‍चों के स्‍कूल और निवास स्‍थान के आस-पास कैम्‍प लगाकर प्रभावित परिवार सहित मोहल्‍लों के अन्‍य परिवारों का भी लाइन लिस्टिंग कर हाथी पांव से पीडि़त मरीजों की खोज किया जाएगा।


स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव-मोहल्ले में नाइट सर्वे भी करेगी और पीड़ित बच्चों की स्लाइड बनाएगी। फाइलेरिया टांसमिशन असेसमेंट सर्वे-2019 के लिए चयनित रायपुर जिले में हाथी पांव रोग के संक्रमण की जांच के लिए 20 से 30 सितंबर 2019 तक सर्वे किया गया।


इस बीमारी का परजीवी मौजूद
जिला मलेरिया अधिकारी डॉक्टर विमल किशोर रॉय के अनुसार प्रारंभिक जांच से पता चला कि इन बच्चों के अंदर इस बीमारी का परजीवी मौजूद है। इसी को देखते हुए राष्ट्रीय वेक्‍टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत जल जनित रोगों को दूर करने के लिए चिरायु की 11 टीम सर्वे के बाद स्‍थानीय स्‍वास्‍थ्‍य विभाग के अमले को निगरानी करने के निर्देश दिए गए हैं।


डॉ राय ने बताया जिले के चार ब्‍लॉक अभनपुर के 12 स्‍कूल में 9, आरंग के 13 स्‍कूल में 16 , तिल्‍दा के 12 स्‍कूल में 23, धरसींवा के 11 स्‍कूल में 6 और राजधानी रायपुर व बिरगांव नगर निगम क्षेत्र के 23 स्‍कूलों में 17 बच्‍चों में फाइलेरिया के लक्षण मिलने की पुष्टि की गई है।


फाइलेरिया उन्‍नमूलन के लिए रायपुर में 80, बलौदाबाजार में 49, गरियाबंद में 79 और महासमुंद में 73 चिंहाकिंत सरकारी और निजी स्‍कूलों में सर्वे किया गया। डॉक्टर राय ने बताया, फ़ाइलेरिया को हाथीपांव भी कहा जाता है।


इसे ग्रसित लोगों का जीवन बहुत कष्ट दाई होता है हालांकि यह जान लेवा नहीं होता है लेकिन इसका इलाज नहीं होता है। यह रोग मूलत गरीबी अवस्‍था में जीवन यापन करने वालों में पाया जाता है। इस रोग के कारण कार्यक्षमता प्रभावित होने से रोगी की आर्थिक स्थिति और खराब होते जाती है।


घबराएं नहीं, सरकारी अस्पताल जाएं
मुख्‍य स्‍वास्‍थ्‍य चिकित्‍सा अधिकारी डॉ श्रीमती मीरा बघेल ने बताया, किसी को फाइलेरिया बीमार के लक्षण नजर आते हैं तो वे घबराएं नहीं। स्वास्थ्य विभाग के पास इसका पूरा उपचार उपलब्ध है। विभाग स्तर पर मरीज का पूरा उपचार निशुल्क होता है। इसलिए सीधे सरकारी अस्पताल जाएं।


उन्‍होंने बताया सर्वे में लिए गए रक्त के नमूने की जांच में ये पता किया जाता है कि मरीज के रक्त में परजीवी की संख्या कितनी है। इसके बाद मरीज का उपचार शुरू किया जाता है। मरीज को 12 दिन की दवा की खुराक दी जाती है इससे बीमारी के परजीवी मर जाता है। और मरीज इस रोग के दुष्‍प्रभाव से बच जाता है। फाइलेरिया के बीमारी से बचाव के लिए लोगों में जागरुकता जरुरी है।


कैसे फैलता है रोग
फाइलेरिया को हाथी पांव रोग भी कहा जाता है। ये रोग क्यूलेक्स मच्छर काटने की वजह से होता है। इस मच्छर के काटने से पुवेरिया नाम के परजीवी शरीर में जाने से ये रोग होता है। वयस्क मच्छर छोटे-छोटे लार्वा को जन्म देता है, जिन्हें माइक्रो फाइलेरिया कहा जाता है। ये मनुष्य के रक्त में रात के समय एक्टिव होता है। इस कारण स्वास्थ्य टीम रात में ही पीड़ित का ब्लड सैंपल लेगी।


चिंपांजी पेंटिंग के रिकॉर्ड तोड़ मूल्य

नई दिल्ली। पेंटिंग बनाने वाले कलाकरों की अलग-अलग पेंटिंग दुनिया भर में भारी कीमत पर बिकती है और अपने घरों में शौक से पेंटिंग लगाने वाले लोग अच्छी कलाकृति को मनचाहे दाम पर खरीदना भी चाहते है। आज हम आपको एक ऐसी पेंटिंग के बारे में बताने जा रहे है जो रिकॉर्ड कीमत में बिकी है। हम बात कर रहे है लंदन में एक गुमनाम पेंटर द्वारा बनाई गई ब्रिटिश संसद  'हाउस ऑफ कॉमन्स' में बैठे चिम्पांजियों वाली पेंटिंग की जिसे साल 2009 में बनाया गया था। शुरुआत में इस पेंटिंग की कीमत 13 से 20 करोड़ करोड़ रुपये आंकी गई थी, लेकिन नीलामी में यह करीब 86.41 करोड़ रुपये में बिकी। इस पेंटिंग का शीर्षक है 'डिवॉल्व्ड पार्लियामेंट'। नीलामी में इस पेंटिंग को खरीदने के लिए कुल 10 लोगों ने बोली लगाई थी। 13 फीट लंबी यह पेंटिंग महज 13 मिनट में ही बिक गई। 'ब्रिटिश संसद में बैठे चिम्पांजी' वाली पेंटिंग बनाने वाले पेंटर ने शुरुआत में इसका नाम 'क्वेश्चन टाइम' रखा था, लेकिन इसी साल मार्च महीने में ब्रिस्टल म्यूजियम में इसकी प्रदर्शनी से एक दिन पहले उसने इसका नाम बदल कर 'डिवॉल्व्ड पार्लियामेंट' रख दिया। इस पेंटिंग की तस्वीर बैंक्सी नाम के इंस्टाग्राम अकाउंट पर डाली गई थी। पेंटर के एक पूर्व सहयोगी ने बताया कि इस पेंटिंग को खरीदने वाले ने इसमें जरूर मौद्रिक मूल्य से अधिक कुछ देखा होगा, तभी इसे खरीदा है। अगर वह सिर्फ पैसे को अहमियत देते तो सोने में निवेश नहीं करते।


बिहार: बारिश के बाद डेंगू का डेरा

पटना। जलजमाव के बाद शहर पर डेंगू का कहर टूट पड़ा है शनिवार को एक दिन में सर्वाधिक 85 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। ये सभी के सभी मरीज पटना जिले के ही हैं। पीएमसीएच के वायरोलॉजी डिपार्टमेंट में तैयार हो रही अब तक की रिपोर्ट के मुताबिक एक दिन में मरीजों की सबसे ज्यादा संख्या है।


इसके साथ ही इस मौसम में डेंगू मरीजों का आंकड़ा बढ़कर 775 हो गया है। इसके पहले शुक्रवार को एक दिन में 67 मरीज डेंगू से प्रभावित मिले थे। वहीं, गुरुवार को दो दिनों में अस्पताल में 58 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई थी।


डॉक्टरों के मुताबिक घरों के आस पास जमा बारिश का पानी भी इसका एक कारण हो सकता है। डेंगू के अलावा चिकुनगुनिया के 23 मरीज और दिमागी बुखार यानी जेई के 46 रोगी भी इस सीजन में अबतक मिल चुके हैं। इस कारण तुरंत घरों में जमा साफ पानी को गिरा दें और घर के आगे जमा पानी पर किरासन तेल डाल दें। शनिवार को पीएमसीएच के इमरजेंसी डिपार्टमेंट में डेंगू के सात नये मरीज भर्ती हुए हैं। इलाज डेंगू वार्ड में किया जा रहा है। लंगरटोली का 15 वर्षीय आशाब, चिरैयांटांड की हेमा कुमारी, नटराज गली के विश्वेश्वर साह, मसौढ़ी के नंदबिहारी, दानापुर की नेहा कुमारी, फुलवारी की रोशन खातून और वैशाली के रोशन कुमार शामिल हैं। पीएमसीएच के ब्लड बैंक, रेडक्रॉस सोसायटी और जयप्रभा मॉडल ब्लड बैंक की ओर से मरीजों के परिजनों को प्लेटलेट्स मुहैया कराये जा रहे हैं। पंचलोक डाइग्नोस्टिक सेंटर के साथ डेंगू का निःशुल्क टेस्ट शिविर आयोजित किया जा रहा है।


85 मरीजों में डेंगू की पुष्टि एक दिन में 775 डेंगू की पुष्टि अब तक जांच में मिले डेंगू के चार मरीज
पटना सिटी। नालंदा  मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में शनिवार को 18 सैंपल  की जांच की गयी, जिनमें चार में  डेंगू होने की पुष्टि हुई, जबकि 14 की   रिपोर्ट निगेटिव मिली। विभागाध्यक्ष डॉ हीरा लाल महतो ने बताया कि  अब तक  डेंगू के 477 मरीजों की जांच हुई है। इनमें 100 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है, जबकि  377 मरीज  की रिपोर्ट निगेटिव मिली है। चिकनगुनिया के दो मरीजों की जांच हुई, जिनकी रिपोर्ट निगेटिव मिली। विभागाध्यक्ष ने बताया कि चिकनगुनिया के 76 मरीजों की जांच हो चुकी  है। चार में बीमारी की पुष्टि हुई है, जबकि 72 की रिपोर्ट निगेटिव  मिली है।


सीएम ने 'महाकुंभ' की तैयारियों का जायजा लिया

सीएम ने 'महाकुंभ' की तैयारियों का जायजा लिया  बृजेश केसरवानी  प्रयागराज। महाकुंभ की तैयारियों का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री योगी ...