रविवार, 6 अक्टूबर 2019

इमरान से उठा सेना-विपक्ष का विश्वास

नई दिल्ली। इमरान ख़ान अपने देश की सेना और विपक्ष का विश्वास खो चुके हैं, लिहाज़ा इमरान के तख्तापलट की तारीख 'तय' हो गई है। एक लाइन की खबर ये है कि इमरान खान की विदाई होने वाली है। या यूं कहें कि पाकिस्तान में फिर एक बार सैनिक शासन की तैयारी हो चुकी है। क्योंकि पाकिस्तान के बड़े बिजनेसमैन के साथ पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में बैठक नहीं होती है। बैठक होती है रावलपिंडी में जहां पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी का हेडक्वार्टर है। वैसे भी पाकिस्तान की तरह वहां के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान भी फेल हो चुके हैं।


सरकार के खिलाफ गुस्से का फायदा उठाएगी बाजवा की सेना:-पाकिस्तान में सेना रेडियो स्टेशन, टीवी स्टेशन, दूर संचार भवन, संसद हर जगह कब्जा कर सकती है और पाकिस्तान में फिर एक बार सेना के बूट की धमक सुनाई देगी। पाकिस्तान में फिर एक बार एक चुनी हुई सरकार की बलि सेना लेने जा रही है। इस बैठक में पाकिस्तान के चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ कमर जावेद बाजवा से पाकिस्तान के बड़े कारोबारियों ने मुलाकात की। ये मुलाकात रावलपिंडी के आर्मी हाउस में की गई थी। मुलाकात के बाद पाकिस्तान के बड़े बिजनेस लीडर्स ने सेना प्रमुख के साथ डिनर भी किया। सूत्रों के मुताबिक बिजनेस लीडर्स ने कहा है कि इमरान सरकार अर्थव्यवस्था सुधारने के लिए कोई बड़ा कदम नहीं उठा रही है। 
पाकिस्तान के बड़े कारोबारियों ने इमरान खान से भी मुलाकात की थी लेकिन क्योंकि उनकी समस्य़ाओं को दूर करने के लिए इमरान खान ने कोई कदम नहीं उठाया इसलिए इन सभी बिजनेस लीडर्स ने अब आर्मी चीफ से मुलाकात की है। 
इमरान के लिए क्यों ये खतरे की घंटी है ये समझिए
तो क्या पाकिस्तान में इमरान की नहीं बाजवा की ज्यादा चलती है? क्या इमरान का कहा शब्द आखिरी नहीं माना जाता? क्या आर्मी चीफ ही पाकिस्तान में सत्ता का सबसे बड़ा केंद्र है? अफसोस यही है कि हर सवाल का जवाब हां में है। पाकिस्तान ने पहले भी तख्तापलट देखें हैं, और फिर एक बार पाकिस्तान का एक जनरल एक चुनी हुई सरकार को उखाड़ फेंके तो हैरानी नहीं होनी चाहिए। 
इमरान खान के तख्तापलट का कोड 111 क्या है:पाकिस्तानी सेना की ट्रिपल वन ब्रिगेड के अधिकारियों और सैनिकों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। ट्रिपल वन ब्रिगेड रावलपिंडी में तैनात रहती है। ट्रिपल वन ब्रिगेड रावलपिंडी में पाकिस्तानी सेना की गैरिसन ब्रिगेड है
इसलिए इसे COUP BRIGADE भी कहते हैं जो तख्तापलट के लिए कुख्यात है। इस ब्रिगेड का इस्तेमाल इससे पहले हुई लगभग हर सैन्य तख्तापलट में किया गया है। ब्रिगेड के सभी अधिकारियों और सैनिकों को ड्यूटी पर लौटने के आदेश दिए गए हैं। पाकिस्तान के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री की सुरक्षा का ज़िम्मा ब्रिगेड 111 के पास ही है।


भारत पेट्रोलियम बिकने के कगार पर

नोमुरा के नोट के अनुसार बीपीसीएल में हिस्सेदारी खरीदने के बाद रिलायंस को 25 फीसदी मार्केट शेयर हासिल हो जाएगा। इसमें 3.4 करोड़ टन की अतिरिक्त रिफाइनिंग क्षमता के साथ ही उसे सार्वजनिक कंपनी की संपत्ति पर भी अधिकार मिलेगा।
नई दिल्ली। भारत पैट्रोलियम बेचने को तैयार मोदी सरकार,  रिलायंस औद्योगिक संस्था के मुकेश अंबानी लगा सकते हैं बोलीनोमुरा रिसर्च के अनुसार रिलायंस के अलावा इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन भी बोली लगा सकती है।
मोदी सरकार तेल सरकारी तेल मार्केटिंग कंपनी भारत पेट्रोलियम में अपनी हिस्सेदारी बेचने की तैयारी में है। सरकारी कंपनी में हिस्सेदारी खरीदने के लिए मुकेश अंबानी के स्वामित्व वाली कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) बोली लगा सकती है।
जापानी स्टॉकब्रोकर नोमुरा रिसर्च ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज के अलावा सरकारी क्षेत्र की एक अन्य तेल कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन ने भी बीपीसीएल में हिस्सेदारी खरीदने में रुचि दिखाई है। मालूम हो कि हाल ही में विनिवेश मामलों के कोर ग्रुप ने रणनीतिक निवेश के तहत बीपीसीएल में सरकार की पूरी 53.29 फीसदी को बेचने की सिफारिश की थी।
नोमुरा का कहना है कि सचिवों की समिति की तरफ से कंपनी में सरकार की पूरी हिस्सेदारी बेचे जाने की सिफारिश के बाद इस सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी बीपीसीएल के निजीकरण की संभावना बढ़ गई है। हमें लगता है कि इस मामले में कैबिनेट की मंजूरी सिर्फ औपचारिकता भर है।
वैसे भी जिस एक्ट के तहत बीपीसीएल का राष्ट्रीयकरण किया गया था उसे हटाया जा चुका है। ऐसे में इस संबंध में कोई कानूनी बाधा भी नहीं आनी चाहिए। निवेशकों को भेजे गए नोट में नोमुरा ने कहा है कि भले ही रिलायंस रिफाइनिंग/केमिकल में अपनी हिस्सेदारी कम करना चाहती हो और कर्ज को शून्य करना चाहती हो लेकिन वह बीपीसीएल में हिस्सेदारी खरीदने के लिए बोली लगा सकती है।
अर्थव्यवस्था पर लोगों का डिगा भरोसा! 6 साल के सबसे खराब हालात, 50% से ज्यादा की राय- नौकरियों के लिए हालात हुए बदतर।
नोमुरा के नोट के अनुसार बीपीसीएल में हिस्सेदारी खरीदने के बाद रिलायंस को 25 फीसदी मार्केट शेयर हासिल हो जाएगा। इसमें 3.4 करोड़ टन की अतिरिक्त रिफाइनिंग क्षमता के साथ ही उसे सार्वजनिक कंपनी की संपत्ति पर भी अधिकार मिलेगा। इतना ही नहीं कंपनी के करीब 15000 पेट्रोल पंप के जरिये रिलायंस को अपना बिजनेस बढ़ाने में भी महत्वपूर्ण रूप से मदद मिलेगी।


खनन माफिया ने इंस्पेक्टर को मारी गोली

झांसी। उत्तर प्रदेश के झांसी में शुक्रवार देर रात बदमाशों ने एक बार फिर पुलिस को चुनौती देते हुए थाना मोंठ में तैनात थानाध्यक्ष को गोली मारकर सनसनी फैला दी। इस घटना से पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल हो गया।


आनन-फानन में घायल इंस्पेक्टर को उपचार के लिए झांसी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि मोंठ प्रभारी निरीक्षक धर्मेद्र सिंह चौहान ने दो दिन पहले अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई की थी। एक खनन माफिया का ट्रक सीज कर दिया था। इससे माफिया खुन्नस खाए हुए थे। घटना को अंजाम देने के बाद खनन माफिया अपने साथी के साथ कार भी लूट ले गए। घटना की जानकारी होने पर कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गई। मौके से पुलिस को बाइक और कारतूस बरामद हुए हैं।
वारादत के पुलिस ने पूरे इलाके में नाकेबंदी कर दी। इसी दौरान मोंठ इंस्पेक्टर पर गोली चलाने वाले आरोपी खनन माफिया पुष्पेंद्र यादव की पुलिस से मुठभेड़ हो गई। गुरसराय इलाके में पुलिस को देखकर पुष्पेंद्र ने फायरिंग कर दी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में गोली लगने से पुष्पेंद्र घायल हो गया। घायल आरोपी को लेकर पुलिस जिला अस्पताल पहुंची, जहां डाॅक्टर ने मृत घोषित कर दिया।
हमले से पहले इंस्पेक्टर को किया फोन:-बताया जा रहा है कि धर्मेंद्र दो दिन पहले छुट्टी पर अपने घर कानपुर गए थे। शनिवार की रात मोंठ इंस्पेक्टर कानपुर से अपनी कार से मोंठ आ रहे थे। खनन माफिया ने रास्ते में उनको फोन कर कहा कि वह मिलना चाहता है। इस पर इंस्पेक्टर ने मोंठ से पहले हाइवे पर मिलने के लिए कहा। जैसे ही वहां कार से इंस्पेक्टर पहुंचे खनन माफिया ने फायरिंग कर दी। गोली उनके बगल से निकल गई। इसके बाद माफिया और उसके साथी ने इंस्पेक्टर पर हमला कर दिया। घटना की जानकारी पाकर डीआईजी सुभाष सिंह बघेल, एसएसपी डॉ. ओपी सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक देहात राहुल मिठास समेत कई थानों का फोर्स मौके पर पहुंच गई।
एसएसपी डॉ. ओपी सिंह ने बताया कि दो दिन पहले मोंठ इंस्पेक्टर ने एक बालू माफिया की गाड़ी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए सीज कर दी थी। इसके बाद बदमाशों ने इस घटना को अंजाम दिया है। एसएसपी ने बताया कि बदमाशों की तलाश में छापेमारी की जा रही है। वहीं, इंस्पेक्टर की हालत स्थिर बताई जा रही है। एसएसपी ने जानकारी देते हुए बताया कि गोली इंस्पेक्टर के गाल को छूते हुए निकल गई।
सपा राज्यसभा सांसद ने एनकाउंटर पर सवाल खड़े किये:- 
समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद डाॅक्टर चन्द्रपाल सिंह यादव ने इस एनकाउंटर पर सवाल खड़े किये है। उन्होंने कहा कि पुष्पेन्द्र यादव का मोंठ थानेदार ने ट्रक पकड़ा था। जिसको छोड़ने के लिए पुष्पेन्द्र यादव और मोंठ थानेदार के बीच पैसे के लेन-देन को लेकर कहा-सुनी हो गई। कहा-सुनी के दौरान ही पुष्पेन्द्र की पुलिस ने पेशबंदी कर हत्या की है।
वह पुलिस से पूछना चाहते है कि जैसा उनका कहना है कि पुष्पेन्द्र थानेदार की कार लूटकर भाग गया था। यदि ऐसा है तो रास्ते में कई थाने पड़ते है, बीच में किसी थाने की पुलिस ने उन्हें क्यों नहीं रोका। इतनी दूर ले जाकर क्यों पुष्पेन्द्र का एनकाउंटर किया गया है। पुष्पेन्द्र की मौत एनकाउंटर से नहीं बल्कि पुलिस की पेशबंदी के कारण हुई है। वह इस मामले में जांच की मांग करते हैं और पुलिस पर हत्या का मामला दर्ज करने की मांग करते है।


आरोपियों का नाम हाथ पर लिख,लगाई फांसी

मुजफ्फरनगर। थाना छपार के एक गांव में रेप पीड़िता का शव उसके ही घर में रस्सी के फंदे से लटका पाया गया। बताया जा रहा है कि मृतका ने अपने बाएं हाथ पर आरोपियों के नाम लिखे थे। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच पड़ताल शुरु कर दी है। पुलिस ने मामले में एक नामजद और तीन अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया है। घटना के बाद मृतका के घर में कोहराम मच गया।
घटना छपार थानांतर्गत के बढीवाला गांव की है। जानकारी के अनुसार, चार वर्ष पूर्व ससुराल में युवती के मामा ससुर ने उसके साथ रेप किया था। बाद में कुछ लोगों ने मामले में समझौता करा दिया था, लेकिन पीड़िता इससे काफी नाराज थी। बताया जाता है कि इसी कारण वह तनाव में रहती थी। इतना ही नहीं, एक वर्ष पूर्व रोहाना खामपुर मार्ग पर राजवाहे के पास पीड़िता को रिक्शे से उतारकर उसके साथ गांव के ही तीन युवकों ने गैंगरेप भी किया था। मामले में मुजफ्फरनगर शहर कोतवाली में आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। फिलहाल तीनों आरोपी जमानत पर हैं।


बाएं हाथ लिखा आरोपियों का नाम:-बताया जाता है कि पीड़िता की मां जब जंगल से लौटी तो बेटी का शव मकान में रस्सी के फंदे से लटका हुआ पाया. मृतका ने अपने बाएं हाथ पर आरोपी बिरजू और तीन अन्य युवकों के नाम लिखे थे। काफी देर बाद पुलिस को घटना की जानकारी दी गई। पुलिस ने जांच पड़ताल के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। मृतका के पिता ने एक को नामजद और तीन अज्ञात के खिलाफ थाने पर रिपोर्ट दर्ज कराई है।
पुलिस के मुताबिक, छपार थाना क्षेत्र के बढीवाला गांव में एक 21 वर्षीय युवती ने फंदे पर लटककर आत्महत्या कर ली और रेप जैसी कुछ बात सामने आई है। इस मामले में जांच की जा रही है। वहीं, युवती ने अपने हाथ पर कुछ नाम भी लिखे हुए थे, उसकी भी छानबीन की जा रही है।


71 नौकरशाहों की पीएम को चिट्ठी

PM मोदी को 71 पूर्व नौकरशाहों की चिट्ठी, सियासी बढ़त के लिए हमें न बनाएं निशाना



नई दिल्ली। इस पत्र पर जिन पूर्व अधिकारियों के दस्तखत हैं उनमें ब्यूरो ऑफ पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट के डीपीपी रहे मीरां बोरवनकर, पंजाब के पूर्व नौकरशाह जुलियो रिबेरो, मध्य प्रदेश में अतिरिक्त मुख्य सचिव रहीं रश्मि शुक्ला शर्मा हैं।
सरकार का कदम ईमानदार सेवा के लिए एक गंभीर 'हतोत्साहन'ईमानदार अधिकारियों को चुनिंदा ढंग से बनाया जा रहा निशाना आईएनएक्स मीडिया मामले में वित्त मंत्रालय के चार पूर्व अधिकारियों पर मुकदमा चलाने की मंजूरी मिलने के बाद 71 पूर्व नौकरशाहों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है। इस चिट्ठी में पूर्व अधिकारियों ने इस मामले को 'राजनीतिक' बताते हुए चिंता जताई है और कहा है कि ऐसी कार्यवाही मौजूदा अधिकारियों को हतोत्साहित करेगी और इसके खतरनाक परिणाम होंगे।


पूर्व अधिकारियों के खिलाफ अभियोग


केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई की अपील पर सरकार ने चार पूर्व अधिकारियों के खिलाफ आईएनएक्स मीडिया मामले में अभियोग चलाने की इजाजत दी है। इन चारों पूर्व अधिकारियों में वित्त मंत्रालय में पूर्व अवर सचिव आर प्रसाद, निदेशक प्रबोध सक्सेना, संयुक्त सचिव अनूप पुजारी और अतिरिक्त सचिव सिंधुश्री खुल्लर हैं। सरकार ने इन सभी अधिकारियों पर केस दायर करने की अनुमति दे दी है। पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम को लेकर सरकार ने पहले ही मुकदमा चलाने की अनुमति दे दी थी। चिदंबरम फिलहाल न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल में बंद हैं।


क्या कहा गया है चिट्ठी में?


चिट्ठी में कहा गया है, 'अपना कामकाजी जीवन सरकार की सेवा में लगाने के चलते यह मुद्दा उठाना हमारा कर्तव्य है कि वित्त मंत्रालय के चार पूर्व अधिकारियों पर मुकदमा चलाने का फैसला बेहद खतरनाक है। मंत्रालय में सेवारत रहते हुए अधिकारी अपनी सेवाएं देने के लिए बाध्य होते हैं। पॉलिसी पैरालिसिस को दूर करने के प्रयास में सरकार ने पिछले साल भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम में संशोधन किया था। इसमें रिटायर्ड या सेवारत अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा चलाने से पहले सरकार से अनुमति लेने का प्रावधान किया गया था।


इस पत्र पर जिन पूर्व अधिकारियों के दस्तखत हैं उनमें ब्यूरो ऑफ पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट के डीपीपी रहे मीरां बोरवनकर, पंजाब के पूर्व नौकरशाह जुलियो रिबेरो, मध्य प्रदेश में अतिरिक्त मुख्य सचिव रहीं रश्मि शुक्ला शर्मा हैं।



कर्तव्य निभाने के लिए कोई सुरक्षा नहीं


देश भर के पूर्व अधिकारियों ने सरकार के इस कदम को ईमानदार सेवा के लिए एक गंभीर हतोत्साहन बताया है. पत्र में लिखा है, 'यह कदम सिविल सेवकों की सबसे खराब आशंकाओं को सच साबित करता प्रतीत होता है कि उन्हें अपना कर्तव्य निभाने के लिए कोई सुरक्षा नहीं दी जाएगी। इस कदम के बाद यह कोई हैरत की बात नहीं होगी कि सिविल अधिकारी हर प्रस्ताव की जांच करने के लिए उसे लटकाए रखें, क्योंकि उनके पास कोई गारंटी नहीं है कि उन्हें कई सालों बाद आपराधिक कार्यवाही में नहीं फंसाया जाएगा।आईएनएक्स मीडिया केस को राजनीतिक बताते हुए पत्र में कहा गया है, 'यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि अधिकारी, खास तौर पर वे जो अब सेवा में नहीं हैं, उन्हें ऐसी कार्यवाही का सामना करना पड़ रहा है जो राजनीतिक लाभ लेने के लिए की जा रही है। केंद्र और राज्य की सभी सत्ताओं में, चाहे उनकी राजनीतिक संबद्धता कोई भी हो, सभी इस अपराध के लिए दोषी हैं।


ईमानदार अधिकारियों बनाया जा रहा दोषी


इन अधिकारियों का कहना है कि अगर पूर्व अधिकारियों पर इस तरह की कार्यवाही होगी तो स्वाभाविक है कि जो अधिकारी सेवा में हैं वे हतोत्साहित होंगे। ईमानदार और समर्पित अधिकारियों को चुनिंदा ढंग से निशाना बनाया जा रहा है जबकि उनका कोई दोष नहीं है, वे अपने पद पर रहते हुए उस समय की सरकार के निर्णय और नीतियों को लागू कर रहे थे।पत्र में कहा गया है कि अगर इस तरह से फाइलों को खोदकर निकालने और अंदेशे के आधार पर कार्यवाही की जाएगी तो सरकार में कोई निर्णय ही नहीं हो पाएगा। किसी अधिकारी के रिटायरमेंट के बाद एक निश्चित समय सीमा ​होनी चाहिए कि उसके बाद उससे जुड़ी फाइल नहीं खोली जाएगी। अधिकारियों को रिटायरमेंट के बाद शांतिपूर्ण जीवन जीने का आवश्यकता है।


पी चिदंबरम पर आरोप


पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम पर आरोप लगा है कि उन्होंने उस समय वित्त मंत्रालय के अधिकारियों के साथ मिलकर आईएनएक्स मीडिया को अनुमति दी। हालांकि, सीबीआई की हिरासत में रहने के दौरान पी चिदंबरम ने दावा किया था कि कि आईएनएक्स मीडिया सौदे को प्रभावित करने के लिए उन्हें किसी भी अधिकारी ने नहीं फंसाया है। चिदंबरम का यह भी दावा है कि उनके खिलाफ सीबीआई की कार्रवाई बीजेपी के कहने पर की जा रही है।


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24 घंटे में ही खत्म आमरण अनशन

मनोज पाण्डेय


कुशीनगर। थानाध्यक्ष और तहसीलदार खड्डा ने नेबुआ नौरंगिया बिकास खण्ड अंतर्गत ग्राम पंचायत सूरत छपरा में रास्ते और नाली के चल रहे विवाद में विराम लगा दिया। वहीं तहसीलदार खडडा और एसओ खडडा रामाशीष यादव द्वारा ग्रामीणों की मांग को मानते हुए सोलिंग कार्य को पूर्ण कराया तथा धरने को समाप्त कराया। इस दौरान ग्राम प्रधान प्रतिनिधि सूरत छपरा द्वारा ग्रामीणों के सहयोग से सोलिंग कार्य में संपूर्ण सहयोग कर इस निर्माण कार्य को पूर्ण कराया। जिसमे मौके पर कानूनगो योगेन्द्र गुप्ता, लेखपाल बिजेन्दर सिंह के साथ ब्लॉक नेबुआ के भगवंत प्रसाद सहित पुलिस फोर्स उपस्थित रही।
बताते चले कि वर्षों से यह काम कोई भी ग्राम प्रधान नहीं करा सका था जिसे शासन, प्रशासन और ग्रामीणों के सहयोग से पूरा करा दिया गया। वही दुसरी तरफ खडडा ब्लॉक अंतर्गत ग्राम पंचायत खैरी में आमरण अंंसन पर बैठे रबिन्द्र चौबे जो अपने ही बड़े भाई के खिलाफ अंंसन कर रहे थे वहां भी तहसीलदार खडडा ने थानाध्यक्ष नेबुआ नौरंगिया, कानूनगो योगेंद्र गुप्ता मौके पर जा कर दोनों पक्षोंं को समझा बुझाकर रबिन्दर चौबे को जूस पिला कर अंंसन को तोड़वाया।


विशाखापट्टनम टेस्ट सीरीज में भारत जीता

विशाखापट्टनम टेस्ट में भारत की विशाल जीत


विशाखापट्टनम। राजशेखर रेड्डी स्टेडियम पर खेले गए तीन टेस्ट मैच की सीरीज के पहले मुकाबले को 203 रन से जीतकर टीम इंडिया ने सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली। आखिरी दिन 395 रन के विशाल लक्ष्य का पीछा करने उतरी दक्षिण अफ्रीकी टीम 191 रन पर ऑलआउट हो गई।पांचवे दिन के पहले सत्र में भारतीय गेंदबाजों ने कमाल की गेंदबाजी करते हुए सात विकेट झटक मुकाबले को भारत के पाले में कर दिया। लंच के बाद के सत्र में दो विकेट लेकर भारत ने विशाखापट्टनम टेस्ट को अपने नाम कर लिया।


अश्विन ने इस मैच में कुल 8 विकेट लिए, जडेजा ने चार, मोहम्मद शमी ने पांच और इशांत शर्मा ने दो विकेट चटकाए। अश्विन ने इस मैच में टेस्ट करियर के 350 विकेट पूरे किए। रोहित शर्मा ने दो शतक जड़े (176,127) और मयंक अग्रवाल ने दोहरा शतक (215) लगाया। दक्षिण अफ्रीका की ओर से डीन एल्गर ने पहली पारी में 160 रन बनाए और क्विंटन डीकॉक ने 111 रन बनाए।


यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...