शनिवार, 5 अक्टूबर 2019

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण


October 06, 2019 RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-63 (साल-01)
2. रविवार, 06 अक्टूबर 2019
3. शक-1941,अश्‍विन,शुक्‍लपक्ष,तिथि-अष्‍ठमी,विक्रमी संवत 2076


4. सूर्योदय प्रातः 06:15,सूर्यास्त 06:09
5. न्‍यूनतम तापमान -22 डी.सै.,अधिकतम-32+ डी.सै., हवा की गति धीमी रहेगी, आद्रता बनी रहेगी।
6. समाचार पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है! सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.201102


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शुक्रवार, 4 अक्टूबर 2019

एकवेणी जपाकर्णपूरा नग्‍ना खरास्‍थिता

माँ दुर्गा की सातवीं शक्ति कालरात्रि के नाम से जानी जाती हैं। दुर्गा पूजा के सातवें दिन माँ कालरात्रि की उपासना का विधान है। इस दिन साधक का मन 'सहस्रार' चक्र में स्थित रहता है। इसके लिए ब्रह्मांड की समस्त सिद्धियों का द्वार खुलने लगता है। देवी कालात्रि को व्यापक रूप से माता देवी - काली, महाकाली, भद्रकाली, भैरवी, मृित्यू, रुद्रानी, चामुंडा, चंडी और दुर्गा के कई विनाशकारी रूपों में से एक माना जाता है। रौद्री और धुमोरना देवी कालात्री के अन्य कम प्रसिद्ध नामों में हैं |


कालरात्रि-सिद्धियां
कालरात्रि- नवदुर्गाओं में सप्तम्
देवनागरी-कालरात्रि
संबंध-हिन्दू देवी
अस्त्र-तलवार
जीवनसाथी-शिव
सवारी-गधा
यह ध्यान रखना जरूरी है कि नाम, काली और कालरात्रि का उपयोग एक दूसरे के परिपूरक है, हालांकि इन दो देवीओं को कुछ लोगों द्वारा अलग-अलग सत्ताओं के रूप में माना गया है। डेविड किन्स्ले के मुताबिक, काली का उल्लेख हिंदू धर्म में लगभग ६०० ईसा के आसपास एक अलग देवी के रूप में किया गया है। कालानुक्रमिक रूप से, कालरात्रि महाभारत में वर्णित, ३०० ईसा पूर्व - ३०० ईसा के बीच वर्णित है जो कि वर्त्तमान काली का ही वर्णन है |


माना जाता है कि देवी के इस रूप में सभी राक्षस,भूत, प्रेत, पिसाच और नकारात्मक ऊर्जाओं का नाश होता है, जो उनके आगमन से पलायन करते हैं |सिल्प प्रकाश में संदर्भित एक प्राचीन तांत्रिक पाठ, सौधिकागम, देवी कालरात्रि का वर्णन रात्रि के नियंत्रा रूप में किया गया है। सहस्रार चक्र में स्थित साधक का मन पूर्णतः माँ कालरात्रि के स्वरूप में अवस्थित रहता है। उनके साक्षात्कार से मिलने वाले पुण्य (सिद्धियों और निधियों विशेष रूप से ज्ञान, शक्ति और धन) का वह भागी हो जाता है। उसके समस्त पापों-विघ्नों का नाश हो जाता है और अक्षय पुण्य-लोकों की प्राप्ति होती है।


श्लोक:-एकवेणी जपाकर्णपूरा नग्ना खरास्थिता | लम्बोष्ठी कर्णिकाकर्णी तैलाभ्यक्तशरीरिणी || वामपादोल्लसल्लोहलताकण्टकभूषणा | वर्धन्मूर्धध्वजा कृष्णा कालरात्रिर्भयन्करि ||


महिमा:-माँ कालरात्रि का स्वरूप देखने में अत्यंत भयानक है, लेकिन ये सदैव शुभ फल ही देने वाली हैं। इसी कारण इनका एक नाम 'शुभंकारी' भी है। अतः इनसे भक्तों को किसी प्रकार भी भयभीत अथवा आतंकित होने की आवश्यकता नहीं है।माँ कालरात्रि दुष्टों का विनाश करने वाली हैं। दानव, दैत्य, राक्षस, भूत, प्रेत आदि इनके स्मरण मात्र से ही भयभीत होकर भाग जाते हैं। ये ग्रह-बाधाओं को भी दूर करने वाली हैं। इनके उपासकों को अग्नि-भय, जल-भय, जंतु-भय, शत्रु-भय, रात्रि-भय आदि कभी नहीं होते। इनकी कृपा से वह सर्वथा भय-मुक्त हो जाता है।


माँ कालरात्रि के स्वरूप-विग्रह को अपने हृदय में अवस्थित करके मनुष्य को एकनिष्ठ भाव से उपासना करनी चाहिए। यम, नियम, संयम का उसे पूर्ण पालन करना चाहिए। मन, वचन, काया की पवित्रता रखनी चाहिए। वे शुभंकारी देवी हैं। उनकी उपासना से होने वाले शुभों की गणना नहीं की जा सकती। हमें निरंतर उनका स्मरण, ध्यान और पूजा करना चाहिए।


प्रदूषण फैलाने वाली फैक्ट्रियों पर गिरी गाज

प्रदूषण फैलाने वाली फैक्ट्रियों पर गाज
अविनाश श्रीवास्तव


गाजियाबाद,लोनी। क्षेत्र में हजारों अनधिकृत औद्योगिक इकाइयां जल, वायु और ध्वनि प्रदूषण को बढ़ती जा रही है। मानकों के विरुद्ध संचालित औद्योगिक इकाइयों के विरुद्ध प्रशासन सख्त नजर आ रहा है।
क्षेत्र में रूप नगर, आर्य नगर, बुध नगर आदि स्थानों पर अनधिकृत रूप में फैक्ट्रियों का संचालन किया जा रहा है। सर्वेक्षण के अनुसार संचालित अधिकतर फैक्ट्रियां निर्धारित मानकों के विरुद्ध संचालित की जा रही हैं। संचालित अधिकतर फैक्ट्रियां वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण और ध्वनि प्रदूषण को बढ़ा रहे हैं। कई औद्योगिक इकाइयां रिहायशी क्षेत्रों में भी संचालित की जा रही है। माना जा रहा था कि अधिकारियों और नेताओं की सांठगांठ से यह अवैध धंधा फल-फूल रहा है। जनता के स्वास्थ्य के प्रति सकारात्मकता का अभाव प्रतीत किया जा रहा था।
परंतु वास्तविकता कुछ और ही है, उपजिलाधिकारी और तहसीलदार के द्वारा मामले की गंभीरता पर संज्ञान लेते हुए अवैध फैक्ट्रियों के विरुद्ध कार्यवाही का बिगुल बजा दिया है। जनता के स्वास्थ्य पर प्रदूषण का बहुत बुरा असर पड़ रहा है। प्रदूषण को नियंत्रित करना हम सबकी नैतिक जिम्मेदारी है। इसे बढ़ाना जनता के स्वास्थ्य से स्पष्ट खिलवाड़ हैै। प्रदूषण के विरुद्ध इस प्रकार की निरंतर कार्यवाही की जरूरत है।


नियम से हज जाएंगे भारतीय मुसलमान

नई दिल्ली।आज हज 2020 की घोषणा की। 10 अक्टूबर से हज के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी जो 10 नवम्बर, 2019 तक चलेगी। इस बार हज प्रक्रिया शत प्रतिशत ऑनलाइन/डिजिटल होगी। सभी हज यात्रियों को ई-वीजा की सुविधा दी गयी है। मोबाइल ऐप के जरिये भी हज के लिए आवेदन किया जा सकता है। हज 2019 के पूरा होने एवं अगले हज के संदर्भ में तैयारियों हेतु समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय के सचिव श्री शैलेश, अतिरिक्त सचिव श्री एस के देव बर्मन, संयुक्त सचिव-हज श्री जान-ए-आलम, सऊदी अरब में भारत के राजदूत श्री औसफ सईद बैठक में शामिल हुए। हज कमिटी ऑफ़ इंडिया के चेयरमैन श्री शेख जिन्ना नबी, हज कमिटी के सीईओ श्री एम ए खान, जेद्दाह में भारत के कौंसल जनरल मोहम्मद नूर रहमान शेख, विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव (गल्फ) श्री टी.वी नागेंद्र प्रसाद, नागरिक उड्डयन मंत्रालय के संयुक्त सचिव श्री एस. के. मिश्रा एवं स्वास्थ्य मंत्रालय सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए। हज ग्रुप ऑर्गनाइजर (एचजीओ) के लिए पोर्टल पर आवेदन की प्रक्रिया 1 नवम्बर से शुरु होगी जो 1 दिसंबर तक चलेगी। हज प्रक्रिया जल्द शुरू करने से भारत एवं सऊदी अरब में हज के इंतजाम बेहतर तरह से हो सकेंगे। जहाँ पिछले वर्ष देश भर में 21 इम्बार्केशन पॉइंट्स थे, वहीँ हज 2020 के लिए 1 नया इम्बार्केशन पॉइंट्- विजयवाड़ा (आंध्र प्रदेश) शुरू किया जायेगा। इस प्रकार हज 2020 के लिए देश भर के 22 इम्बार्केशन पॉइंट्स के जरिये भारतीय मुसलमान हज यात्रा पर जायेंगे। हज 2019 कई मायनों में ऐतिहासिक एवं पिछले कई वर्षों में अब तक का सबसे सफल हज रहा। भारत के इतिहास में पहली बार रिकॉर्ड 2 लाख भारतीय मुसलमानों ने 2019 में बिना किसी सब्सिडी के हज यात्रा की।


आदित्य ने किया नामांकन, शक्ति-प्रदर्शन

(फडणवीस ने फोन कर दिया आशीर्वाद)
मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के परिवार के किसी सदस्य द्वारा चुनाव न लड़ने की परंपरा को तोड़ते हुए उनके बेटे आदित्य ठाकरे ने आज गुरुवार को नामांकन पत्र भरा। मुंबई की वर्ली सीट से चुनाव लड़ने के लिए नामांकन से पहले आदित्य ठाकरे ने रोड शो किया। रोड शो के दौरान शिवसेना कार्यकर्ता काफी जोश में दिखे। जगह-जगह फूल बरसाकर आदित्य ठाकरे का स्वागत किया गया। सीएम देवेंद्र फडणवीस ने सुबह फोन कर आदित्य ठाकरे को आशीर्वाद दिया। उधर, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने आदित्य ठाकरे को समर्थन के लिए जनता का शुक्रिया किया। उन्होंने कहा, 'जनता की सेवा करने हमारे परिवार की परंपरा है। नई पीढ़ी, नई सोच के साथ आई है और मैं जनता के समर्थन के लिए उन्हें धन्यवाद देता हूं। मैं वचन देता हूं कि जनता जब भी बुलाएगी तब आदित्य हाजिर होंगे।' हालांकि इस दौरान एक सवाल के जवाब में उद्धव ने कहा कि वह चुनाव नहीं लड़ेंगे।
ज्ञात हो कि दिवंगत बाल ठाकरे द्वारा 1966 में शिवसेना की स्थापना किए जाने के बाद से ठाकरे परिवार से किसी भी सदस्य ने कोई चुनाव नहीं लड़ा है या वे किसी भी संवैधानिक पद पर नहीं रहे है। उद्धव के चचेरे भाई और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) प्रमुख राज ठाकरे ने 2014 में राज्य में हुए विधानसभा चुनाव लड़ने की अपनी इच्छा जताई थी। हालांकि उन्होंने बाद में अपना मन बदल लिया था। ऐसे में ठाकरे परिवार से चुनाव लड़ने वाले आदित्य पहले सदस्य बन गए हैं।
शिवसेना के मौजूदा विधायक सुनील शिंदे आदित्य ठाकरे के लिए वर्ली सीट छोड़ेंगे। आदित्य ने कहा, मैं सिर्फ वर्ली नहीं बल्कि पूरे महाराष्ट्र के लिए काम करूंगा, मुझे जीत का भरोसा है क्योंकि आप सभी का आशीर्वाद मेरे साथ है। आदित्य ठाकरे ने कहा, 'राजनीति से बहुत से लोगों का भला किया जा सकता है। पूरे महाराष्ट्र को घूमकर मैंने समझा है कि आगे कैसा काम करना है। जिनकी आवाज हम तक नहीं पहुंच पा रही है, उनकी आवाज जनता हम तक पहुंचाए।' इससे पहले शिवसेना की यूथ विंग 'युवा सेना' के चीफ आदित्य ने कहा था कि सक्रिय राजनीति में आने का फैसला बहुत बड़ा है लेकिन मुझे भरोसा है कि आप लोग मुझे संभाल लेंगे। मुख्यमंत्री बनने के सवाल पर आदित्य ने कहा कि वह आम आदमी हैं और जनता आगे जो फैसला करेगी, वह वही करेंगे।
मालूम हो कि सीटों के बंटवारे को लेकर हुए विवाद के बाद 2014 का विधानसभा चुनाव भाजपा और शिवसेना ने अलग-अलग लड़ा था। भाजपा ने 260 सीटों पर चुनाव लड़ा था जिसमें से उसे 122 सीटों पर जीत मिली थी जबकि शिवसेना ने 282 सीटों पर चुनाव लड़ा था और उसे 63 सीटें मिली थी।


हिंदुओं का कट्टरवाद भी खतरनाक:सिंह

इंदौर। इंदौर में एक कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जिस तरह से मुस्लिमों की कट्टरता खतरनाक है, उसी तरह हिंदुओं की भी कट्टरता खतरनाक है। उन्होंने कहा कि अगर बहुसंख्यक आबादी का संप्रदायीकरण होता है तो देश के लिए बड़ी मुश्किल होगी।
दिग्विजय सिंह ने कहा, 'पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने इस्लामोफोबिया और कट्टरता पर बात की। जिस तरह से मुस्लिमों की कट्टरता खतरनाक है उसी तरह हिंदुओं की भी कट्टरता खतरनाक है। भारत में यदि बड़े पैमाने पर सांप्रदायीकरण बढ़ता है तो इससे देश को बचा पाना आसान नहीं होगा।'
दिग्विजय ने पीएम मोदी पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा, 'जब नारा लगता था हर हर मोदी, घर घर मोदी तब वाकई में नफरत की आग नरेंद्र मोदी और उस विचारधारा ने घर-घर तक पहुंचा दी है। और आज मैं इस बात को मानता हूं कि सांप्रदायिकता का भूत जबतक बोतल में बंद है, तबतक बंद है, एकबार निकल गया तो इसको वापस बोतल में डालना आसान नहीं है।'
सोनिया ने किया बीजेपी पर हमला
उधर, दिल्ली में महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मनाते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बीजेपी पर जमकर हमला किया। उन्होंने कहा, 'गांधीजी का नाम लेकर भारत को उन्हीं के रास्ते से हटाकर अपनी दिशा में ले जाने की कोशिश करने वाले पहले भी कम नहीं थे लेकिन पिछले कुछ वर्षों में तो वे साम-दाम-दंड-भेद का खुला कारोबार करके खुद को बहुत ताकतवर समझते हैं।'
'आरएसएस को प्रतीक बनाने की कोशिश'
सोनिया गांधी ने कहा, 'भारत और गांधीजी एक दूसरे के पर्याय हैं, यह अलग बात है आजकल कुछ लोगों ने इसे उल्टा करने की जिद पकड़ ली है। वे चाहते हैं कि गांधीजी नहीं बल्कि आरएसएस भारत का प्रतीक बन जाए।'


खेल अनुशासन और भावना से खेलें

ऋषिकेश। श्री भरत मंदिर इंटर कॉलेज ऋषिकेश के दो दिवसीय नगर क्षेत्रीय क्रीड़ा प्रतियोगिता के समापन दिवस पर उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने आज कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने खेल को जीवन का अहम हिस्सा बताते हुए खिलाड़ियों से खेल को खेल की भावना व अनुशासन के साथ खेलने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में खेल प्रतिभाओं की कमी नहीं है बस जरूरत है उन्हें तलाशने और सही मार्गदर्शन देने की।


दो दिवसीय नगर क्षेत्रीय क्रीड़ा प्रतियोगिता में भरत मंदिर इंटर कॉलेज,राजकीय बालिका इंटर कॉलेज,हरीश चंद्र गुप्ता इंटर कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग किया। खेल प्रतियोगिताओं की मेजबानी पंजाब सिंध क्षेत्र इंटर कॉलेज ऋषिकेश द्वारा की गई।दो दिवसीय खेल प्रतियोगिताओं के दौरान दौड़,थ्रो,ऊंची कूद,लंबी कूद एवं अन्य खेल प्रतियोगिताओं कराई गई। इन सभी प्रतियोगिताओं में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों को उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष द्वारा प्रशस्ति पत्र एवं प्रतीक चिन्ह भेंट कर पुरस्कृत किया गया।
दो दिवसीय खेल प्रतियोगिताओं के समापन दिवस का शुभारंभ विधानसभा अध्यक्ष ने विधिवत रूप से किया। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने पूर्व प्रधानाचार्य को सॉल एवं प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित भी किया।इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि इंटरनेट एवं मोबाइल के इस युग में हमारा आज का भविष्य खेलकूद एवं अन्य प्रतिस्पर्धा से दूर हो रहा है जो की चिंता का विषय है।अग्रवाल ने इस दौरान सभी स्कूलों के प्रधानाचार्य एवं अध्यापक गणों से आह्वान किया कि स्कूलों में इस प्रकार की खेल प्रतियोगिताओं का निरंतर आयोजन किया जाना चाहिए जिससे कि बच्चे खेल प्रतिभाओं में प्रतिभाग करें एवं स्वस्थ रहें।


 इस अवसर पर भरत मंदिर इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य गोविंद सिंह रावत, पंजाब सिंध इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य ललित किशोर शर्मा,वरुण कुमार, चंद्रप्रकाश,श्रीमती नीलम रावत,बृजेश शर्मा,प्रतिभा सकलानी, हेमलता मेहर,पूर्व प्रधानाचार्य पंजाब सिंद इंटर कॉलेज सुरेश चंद शर्मा, अजय शेखर, देवेश्वर प्रसाद रतूड़ी,हरिश्चंद्र इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य पूनम शर्मा, बालिका इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य रचना अग्रवाल, यमुना प्रसाद त्रिपाठी सहित स्कूल की छात्र छात्राएं एवं अध्यापक गण उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन पंकज शर्मा एवं सुनील थपलियाल ही द्वारा किया गया।


सीएम ने 'महाकुंभ' की तैयारियों का जायजा लिया

सीएम ने 'महाकुंभ' की तैयारियों का जायजा लिया  बृजेश केसरवानी  प्रयागराज। महाकुंभ की तैयारियों का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री योगी ...