बुधवार, 2 अक्टूबर 2019

इनेलो के 64 उम्मीदवारों की सूची जारी

राणा ओबरॉय


 इनेलो प्रदेशाध्यक्ष बीरबल दास ढालिया ने 64 उम्मीदवारों की एक सूची की जारी

चंडीगढ़। इंडियन नेशनल लोकदल पार्टी की चुनाव समिति की बैठक चौधरी ओमप्रकाश चौटाला की अध्यक्षता में दिल्ली में हुई जिसके उपरांत प्रदेशाध्यक्ष बीरबल दास ढालिया ने 64 उम्मीदवारों की एक सूची जारी की है। इन घोषित प्रत्याशियों में 12 महिलाएं हैं। प्रदेशाध्यक्ष ने यह भी बताया कि उम्मीदवारों के चयन के समय समाज के सभी वर्गों एवं समीकरणों को ध्यान में रखकर निर्णय लिया गया है और उन्हें पूर्ण आशा है कि इन उम्मीदवारों को चुनाव में मतदाताओं का पूरा समर्थन मिलेगा।
अभय सिंह चौटाला 46- ऐलनाबाद, करुणदीप चौधरी 02-पंचकुला, जगमाल सिंह 03-नारायणगढ़, ओंकार सिंह 04-अम्बाला कैंट, श्रीमती दया रानी दुखेड़ी 06-मुलाना (अनुसूचित), दिलबाग सिंह पूर्व विधायक 09- यमुनानगर, राजबीर कम्बोज 10-रादौर, श्रीमती सपना बड़शामी 11-लाडवा, श्रीमती कलावती सैन 13-थानेसर, ओमप्रकाश ढांडा गांव किठाना, 16-कलायत, सिद्धार्थ सैनी पुत्र स्व. मेहर सिंह सैनी 17-कैथल, ज्ञान सिंह गुज्जर एडवोकेट 18-पुण्डरी, मनिंद्र राणा पुत्र श्रीमती रेखा राणा पूर्व विधायक 22-घरौंडा, धर्मवीर पाढा 23-असंध, कुलदीप राठी 24-पानीपत ग्रामीण, सुरेश सैनी 25-पानीपत शहर, रवि कल्सन 26-इसराना (अनुसूचित), श्रीमती पे्रमलता छोक्कर 27-समालखा, विजेंद्र सिंह शेखूपुर 28-गन्नौर, इंद्रजीत दहिया 29-राई, विनोद चौहान 30-खरखौदा (अनुसूचित), बालकृष्ण शर्मा 31-सोनीपत, ओमप्रकाश गोयल 32-गोहाना, जोगेंद्र मलिक 33-बडोदा, जोगेंद्र कालवा 35-सफीदों, विजेंद्र रेढू 36-जींद, सतपाल गैंडाखेड़ा 37-उचाना कलां, सुशील पुत्र सूबे सिंह 38-नरवाना (अनुसूचित), डॉ. सीता राम पूर्व विधायक 43-डबवाली, अशोक वर्मा 44-रानियां, राजेश गोदारा 47-आदमपुर, श्रीमती ललिता टांक 48-उकलाना (अनुसूचित), जस्सी पेटवाड़, प्रदेश युवा संयोजक 49-नारनौंद, अमित सैनी 52-हिसार, सतपाल काजला हलका प्रधान 53-नलवा, राज सिंह गागड़वास 54-लोहारू, विजय पंचगामा 55-बाढड़ा, नितिन जांगू जिला युवा संयोजक 56-दादरी, श्रीमती कमला रानी 58-तोशाम, श्रीमती धर्मों देवी पत्नी श्री जगन्नाथ पूर्व मंत्री 59-बवानीखेड़ा (अनुसूचित), कृष्ण कौशिक 61-गढ़ी सांपला-किलोई, बलराज खासा गांव भाली, 63-कलानौर (अनुसूचित), नफे सिंह राठी पूर्व विधायक 64-बहादुरगढ़, महावीर गुलिया 65-बादली, जोगेंद्र 66-झज्जर (अनुसूचित), ओम पहलवान 67-बेरी, श्रीमती नीतू यादव पत्नी श्री हर्षवर्धन 68-अटेली, राजेंद्र शेखावत पूर्व सरपंच ढाना 69-महेंद्रगढ़, राजेश सिहार जिला युवा प्रधान 70-नारनौल, श्रीमती सुमन विरेंद्र गोठड़ी 71-नांगलचौधरी, सम्पत ढहीनवाल 72-बावल (अनुसूचित), किरणपाल यादव 73-कोसली, श्रीमती कमला शर्मा 74-रेवाड़ी, सुखबीर तंवर 75-पटौदी (अनुसूचित), सोनू ठाकरान 76-बादशाहपुर, रोहताश खटाणा 78-सोहना, नासिर हुसैन पुत्र श्री बद्रुद्दीन 79-नूंह, श्रीमती रानी रावत 82-हथीन, सतपाल देशवाल 84-पलवल, नरेंद्र अत्री एडवोकेट 85-पिरथला, कुमारी जगजीत कौर पन्नू 86-फरीदाबाद एनआईटी, अजय भड़ाना 87-बडख़ल, सोमेश चंदेला 89-फरीदाबाद और उमेश भाटी 90-तिगांव।
बीरबल दास ढालिया ने यह भी कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि इनेलो के यह प्रत्याशी एक बार फिर प्रदेश के समाज में सभी 36 बिरादरियों को एकजुट करने में सफल रहेंगे। उनके इस प्रयास से पिछले पांच वर्षों में जिस तरीके से समाज को बांटने का प्रयास किया गया है उसका अंत होगा।


किसान:गांधीवादी विचारधारा को खतरा

अविनाश श्रीवास्तव


गाजियाबाद। गांधी जयंती के मौके पर मंडोला विहार योजना से प्रभावित किसान जोकि अपनी अधिग्रहित जमीन के मुआवजे की मांग को लेकर 2 दिसम्बर 2016 से शान्ति पूर्वक सत्याग्रह कर रहे हैं। आज सत्याग्रही किसानो ने गांधी जी की फोटो पर फूल माला अर्पित करने के बाद अर्धनग्न होकर प्रदर्शन किया। किसान अर्धनग्न होकर, दिल्ली सहारनपुर रोड के किनारे बैठकर सरकार द्वारा पीड़ित किसानो की अनदेखी करने पर अपना रोष प्रकट करते हुए नजर आये। किसानो ने सरकार को किसान विरोधी करार दिया और सरकार व् सरकारी विभाग आवास विकास परिषद के खिलाफ नारेबाजी करते हुए किसानो ने गांधी वादी विचार धारा को खतरे में बताया । 
सत्याग्रही किसानो ने गांधी जी की अहिंसा वादी विचार धारा को जिन्दा रखते हुए अपने आंदोलन को तीन वर्षो से चला रखा है लेकिन सरकार की तरफ से मांगो की अनदेखी व् कानून का गलत स्तेमाल करके  किसानो पर लगातार की जा रही दमनात्मक कार्यवाहियों के चलते किसानो में रोष व्याप्त है जिसको लेकर किसान एक बार फिर अपने आंदोलन के क्रम में अनिश्चित कालीन आमरण अनशन करने को मजबूर हैं । पीड़ित धरनारत किसान पहले भी तीन बार आमरण अनशन कर चुके हैं लेकिन कोरे अस्वासन पर ही किसानो का अनशन खुलवाकर उन्हें छला गया। अबकी बार किसानो ने दृढ़ निश्चय किया है कि अपनी मातृभूमि के लिए प्राणों की आहुति दे देंगे लेकिन अपना अनशन आश्वासन पर नही खोलेंगे। आमरण अनशन पर बैठने की तारीख अभी तय नही की गई है जल्द ही आधिकारिक रूप से तारीख की घोषणा करके सैकड़ो किसान आमरण पर बैठेंगे। आज धरने पर सैकड़ो किसान व् किसान महिलाये मौजूद रहे। किसान मुकेश त्यागी ने गांधी जी का वेश धारण करके धरनारत किसानो को सत्य और अहिंसा का पाठ भी पढ़ाया।


'पदयात्रा-संदेश यात्रा' की राजनीति

गांधी जयंती पर अजमेर में भाजपा की पद यात्रा और कांग्रेस की संदेश यात्रा।

देश भर में गांधी जयंती उत्साह और संकल्प के साथ मनाई गई। सांसद भागीरथ चौधरी के नेतृत्व में पद यात्रा तथा कांग्रेस की ओर से अजमेर शहर में संदेश यात्रा निकाली गई। चूंकि राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है, इसलिए संदेश यात्रा में सरकार का पूरा लवाजमा रहा। हालांकि इस यात्रा को सफल बनाने के लिए महात्मा गांधी जीवन दर्शन के जिला समन्वयक और पूर्व विधायक डॉ. श्रीगोपाल बाहेती और समन्वयक शक्ति प्रताप ने विशेष प्रयास किए। शहर में निकाली गई इस पद यात्रा में जिला कलेक्टर विश्व मोहन शर्मा, पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप सिंह, अधिकारी सहित स्कूली बच्चे शामिल रहे, अजमेर डेयरी के अध्यक्ष रामचन्द्र चौधरी ने इस यात्रा में खासतौर से भाग लिया। इस मौके पर गांधीवादी विचारक डॉ. बाहेती ने कहा कि आज भी महात्मा गांधी की प्रासांगिकता बनी हुई है। महात्मा गांधी के बताए हुए रास्ते पर चल कर ही समाज का निर्माण किया जा सकता है।  वहीं पुष्कर में भाजपा सांसद चौधरी के नेतृत्व में निकाली गई पद यात्रा में विधायक श्रीमती अनिता भदेल, सुरेश सिंह रावत, भाजपा के जिला अध्यक्ष बीपी सारस्वत आदि भाजपा नेता उपस्थित रहे। सांसद चौधरी ने कहा कि महात्मा गांधी के मार्ग पर चलते हुए ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2 अक्टूबर से सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है। इससे पहले गांधी जयंती पर स्वच्छता अभियान की भी शुरुआत की गई। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी महात्मा गांधी को लेकर सिर्फ भाषण नहीं देते बल्कि उनके बताए कार्यों पर अमल भी करते हैं। यही वजह है कि आज देश में घर घर शौचालय बन गए हैं। 
एस.पी.मित्तल


1हजार डॉक्टरों पर 11 हजार का काम

11 हजार पशु चिकित्सकों के स्थान पर राजस्थान में मात्र एक हजार नियुक्त।
डिग्री के बाद भी बेरोजगार हैं चिकित्सक। 
सात साल से नहीं हुई भर्ती। 

हर सरकार ग्रामीण विकास का दवा करती है, लेकिन जमीनी हकीकत अलग होती है। सरकारी रिकॉर्ड के मुताबिक राजस्थान में करीब 577 लाख पशुधन है। मानकों के अनुसार पांच हजार पशुधन पर एक चिकित्सक की नियुक्ति होनी चाहिए। इस लिहाज से राजस्थान के सरकारी पशु चिकित्सालयों में 11 हजार चिकित्सक होने चाहिए, लेकिन इसे दुर्भाग्यपूर्ण कहा जाएगा कि राजस्थान में मात्र एक हजार पशु चिकित्सक ही नियुक्त हैं। सरकार के ग्रामीण विकास के दावों की पोल तो तब खुलती है, जब स्वीकृत पदों पर भी नियुक्ति नहीं होती। राज्य सरकार ने 1937 पद स्वीकृत कर रखे हैं, लेकिन मौजूदा समय में 929 पद रिक्त पड़े हैं। एक ओर युवा डिग्री लेकर इधर-उधर भटक रहा है तो दूसरी ओर सरकारों के गैर जिम्मेदाराना रवैये की वजह से पिछले सात वर्षों से पशु चिकित्सकों की भर्ती नहीं हुई है। 577 लाख पशुधन की देखभाल मात्र एक हजार चिकित्सक कैसे कर रहे होंगे, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। राजस्थान पशु चिकित्सक बेरोजगार संघ के बैनर तले हजारों युवा लम्बे अर्सें से आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन निर्वाचित सरकारों में सुनने वाला कोई नहीं है। युवाओं को जो आंदोलन भाजपा के शासन में करना पड़ता था वहीं अब कांग्रेस के शासन में करना पड़ रहा है। कांग्रेस सरकार ने रिटायर आईएएस दीपक उप्रेती को राजस्थान लोक सेवा आयोग का अध्यक्ष नियुक्त किया था ताकि विभिन्न पदों की भर्ती की प्रक्रिया को तेज किया जा सके, लेकिन अभी तक उप्रेती की प्रभावी भूमिका सामने नहीं आई है। आयोग की वजह से हजारों युवाओं को अभी धरना प्रदर्शन करना पड़ रहा है। राजस्थान पशु चिकित्सक बेरोजगार संघ के मीडिया प्रभारी डॉ. नरसीराम गुर्जर ने बताया कि सरकार ने 900 पदों पर भर्ती का प्रस्ताव आयोग के पास भिजवा दिया है, लेकिन आयोग के ढीले रवैये की वजह से भर्ती की प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है। बेरोजगार युवक आयोग में धक्के खाते हैं, लेकिन सुनने वाला कोई नहीं है। पशु चिकित्सकों के आंदोलन के बारे में और अधिक जानकारी मोबाइल नम्बर 9694005684 पर डॉ. नरसीराम गुर्जर से ली जा सकती है। 
एस.पी.मित्तल


कांग्रेस का मतभेद सार्वजनिक

इधर सीएम अशोक गहलोत ने देश में डर का माहौल बताया, उधर दिग्गज कांग्रेसी रामेश्वर डूडी ने अपनी ही सरकार को तानाशाह कहा। अब जनता देगी जवाब। 

जयपुर। राजस्थान में गांधी जयंती के अवसर पर कांग्रेस और प्रदेश सरकार को लेकर अजीब स्थिति रही। सीएम अशोक गहलोत ने गांधी जयंती के विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेते हुए कहा कि देश में डर का माहौल है। केन्द्र की भाजपा सरकार की नीतियों की वजह से सामाजिक तानाबाना बिगड़ गया है। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की साम्प्रदायिक सोच के चलते हालात बहुत बिगड़ गए हैं। कांग्रेस ने अब तक देश में लोकतंत्र को बचाए रखा, लेकिन अब लोकतंत्र को खतरा हो गया है। हमारी संवैधानिक संस्थाएं दबाव में काम कर रही हैं। कांग्रेस आज भी गांधी जी के बताए मार्ग पर चल रही है। सीएम गहलोत जब स्वयं को महात्मा गांधी का अनुयायी मानते हुए प्रवचन दे रहे थे, तभी जयपुर के एसएमएस स्टेडियम में राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के कार्यालय पर जोरदार हंगामा हो रहा था। कांग्रेस के ही कार्यकर्ताओं को नियंत्रित करने के लिए स्टेडियम पर वाटर केकन, वज्र वाहन, क्यूआरटी आरएसी आदि के सशस्त्र जवान तैनात किए गए। ऐसे तनाव पूर्ण माहौल में जब कांग्रेस के दिग्गज नेता और क्रिकेट एसोसिएशन के चुनाव में सीएम गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत को चुनौती देने वाले रामेश्वर डूडी पहुंचे तो हालात बेकाबू हो गए। धक्का मुक्की के बीच डूडी ने आरसीए के कार्यालय में प्रवेश किया। डूडी का कहना रहा रहा कि सरकार ने तानाशाह रवैया अपना रखा है। अब प्रदेश की जनता सरकार को जवाब देगी। यानि डूडी ने अपनी ही सरकार को कठघरे  में खड़ा कर दिया। एक तरफ सीएम गहलोत देश में डर का माहौल बता रहे है तो दूसरी ओर उन्हीं की पार्टी के नेता गहलोत सरकार को तानाशाह कह रहे हैं। जब कांग्रेस के नेताओं को ही मुख्यमंत्री पर भरोसा नहीं है तो गहलोत के कथन के क्या मायने हैं। डूडी के समर्थकों ने आरसीए दफ्तर के बाहर ही नारा लागया। आरसीए का अध्यक्ष कैसा हो, रामेश्वर डूडी जैसा हो। समर्थकों का कहना है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने बेरोजगार पुत्र को रोजगार दिलवाने के लिए आरसीए का अध्यक्ष बनवा रहे हैं। मालूम हो कि वैभव गहलोत  को ही अध्यक्ष बनवाने के लिए रामेश्वर डूडी वाले नागौर जिला क्रिकेट संघ को भी अयोग्य घोषित कर दिया है। नागौर के साथ साथ अलवर और श्रीगंगानगर जिला संघों को भी अयोग्य माना गया है। देखना है कि क्रिकेट की जंग राजस्थान में कांग्रेस को कितना नुकसान पहुंचगी। 
एस.पी.मित्तल


हरियाणा बसपा के 27 प्रत्याशियों का ऐलान

चंडीगढ़। बहुजन समाज पार्टी(बसपा) ने हरियाणा विधानसभा चुनावों के मद्देनजर 27 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है। बसपा सुप्रीमो मायावती के कार्यालय से उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की गई है। बसपा ने बेरी विधानसभा सीट से रमेश दलाल को टिकट दिया है, आरक्षित वर्ग की सीट इसराना से सुनीता सभ्रवाल को टिकट दिया है। रानिया विधानसभा सीट से दया राम और डबवाली विधानसभा से सुभाष नंबरदार को टिकट दिया गया है। बसपा ने दादरी विधानसभा सीट से बक्शी सैनी को टिकट दिया है, वहीं कालका से अश्विनी नागरा को उतारा है।



आतंकी कलीमुद्दीन ने किए कई खुलासे

रांची। झारखंड पुलिस के आतंक निरोधी दस्ता (एटीएस) के हाथों गिरफ्तार किया गया अलकायदा का आतंकी मौलाना कलीमुद्दीन ने अपने कोलकाता कनेक्शन का भी खुलासा किया है। पता चला है कि कोलकाता में उसका बेटा हुजैफा रहता है। कलीमुद्दीन भी लंबे समय तक कोलकाता में रहा है और महानगर के अलावा बंगाल के विभिन्न हिस्सों का दौरा कर उसने कई आतंकियों को तैयार किया है। एटीएस की पूछताछ में इस बात का खुलासा होने के बाद कोलकाता पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) सक्रिय हो गई है। एसटीएफ की एक टीम झारखंड की राजधानी रांची के लिए रवाना हुई है जहां मौलाना कलीमुद्दीन से पूछताछ होनी है।


वही कलीमुद्दीन से पूछताछ में पता चला है कि अलकायदा से जुड़ने वालों को सऊदी अरब से काठमांडू के रास्ते पाकिस्तान भेजा जाता है, जहां से वे प्रशिक्षण लेकर लौटते हैं। जमशेदपुर के धतकीडीह का अब्दुल सामी, अबु सूफियान और मसूद प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके हैं। अब्दुल सामी तिहाड़ जेल जबकि मसूद जमशेदपुर के घाघीडीह जेल में बंद हैं। 2016 में इन दोनों की गिरफ्तारी हुई थी. सामी दिल्ली के पास हरियाणा के मेवात और मसूद जमशेदपुर से गिरफ्तार हुआ था. सामी को दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने गिरफ्तार किया था। बुधवार को एसटीएफ सूत्रों ने बताया कि मौलाना कलीमुद्दीन ने झारखंड के अलावा ओडिसा और पश्चिम बंगाल में अपने विशाल नेटवर्क के बारे में खुलासा किया है। उसके बेटे और परिवार के अन्य सदस्यों की मौजूदगी कोलकाता में ही है जिन पर निगरानी रखी जा रही है। कलीमुद्दीन से पूछताछ कर यह पता लगाने की कोशिश की जाएगी की पश्चिम बंगाल से उसके आतंक नेटवर्क का क्या कुछ कनेक्शन रहा है। दरअसल 21 सितंबर की रात को जमशेदपुर से कोलकाता आने के लिए वह रवाना हुआ था। टाटानगर स्टेशन पर एटीएस की टीम ने उसे गिरफ्तार किया था। उसका एक अन्य सहयोगी है जिसका नाम अब्दुल रहमान कटकी है। 2015 में उसे ओडिशा में गिरफ्तार कर लिया गया था और तब से लेकर अब तक वह तिहाड़ जेल में बंद है।


पूछताछ में उसी ने इस बात का खुलासा किया था कि दुनिया का सबसे खूंखार आतंकी माना जाने वाला ओसामा बिन लादेन का संगठन अलकायदा का भारत में नेटवर्क चलाने की जिम्मेदारी मौलाना कलीमुद्दीन का है। उसके बाद से सुरक्षा एजेंसियां उसकी तलाश में जुटी हुई थी। कोलकाता पुलिस की एसटीएफ और अन्य एजेंसियों से भी उसकी जानकारी साझा की गई थी। देश भर की सुरक्षा एजेंसियों उसकी तलाश में थी लेकिन वह सब को चकमा देने में सफल रहा था। आखिरकार उसे झारखंड पुलिस की एटीएस ने गिरफ्तार कर लिया है। अब जबकि उसने अपने कोलकाता कनेक्शन का खुलासा किया है तो बंगाल की सुरक्षा एजेंसियां भी चौकस हो गई हैं। आतंकी ने बताया है कि उसने झारखंड के अलावा बंगाल, ओडिशा और आंध्र प्रदेश में अलकायदा के नेटवर्क को मजबूत किया है। कई जगहों पर उसने आतंकियों का स्लीपर सेल तैयार किया है जिन्हें सऊदी अरब से काठमांडू के रास्ते ट्रेनिंग के लिए पाकिस्तान भेजा जाता था। वहां से प्रशिक्षण लेकर ही आतंकी भारत लौटते थे जहां आतंकी नेटवर्क फैलाने और आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की साजिश रची जाती थी।


यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...