शुक्रवार, 27 सितंबर 2019

कागभुसडं-लोमस मुनि क्रियाकलाप

गतांक से...


मैं बेटा चिकित्सा के संबंध में कोई विशेष चर्चा प्रकट करने नहीं आया हूं। मेरे प्यारे, महानंद जी नाना प्रकार की मुझे प्रेरणा देते रहते हैं। आज मैं इस प्रेरणा के ऊपर अपना कोई विचार देना नहीं चाहता हूं। विचार-विनिमय यह है कि काग भूषडं जी महर्षि लोमश मुनि महाराज जी की यह चर्चा हो रही थी कि हमें अपने को कैसे महान बनाना है और ब्रह्म जगत में आंतरिक जगत में जो यज्ञ हो रहा है। इस यज्ञ का संसार में क्या प्रतिफल है। मैंने बहुत पुरातन काल मैं तुम्हें निर्णय देते हुए कहा था कि हमारे यहां प्राण को जान करके ही वैज्ञानिक जन लोक-लोकातंरो के सूत्र को जानते हैं। मुझे एक समय स्मरण है कागभूषडं जी और लोमस मुनि महाराज अपनी स्थली पर विद्यमान हो करके यह अध्ययन कर रहे थे। उन्होंने सूर्य किरणों से सूक्ष्म-सा एक यंत्र का निर्माण किया। सभा में उनके विद्यालय में राजा संपाती महाराज, गरुड़ यह दोनों विद्यमान उनके शिष्य कहलाते थे और दोनों ने सूर्य विज्ञान के ऊपर बहुत अध्ययन किया है। प्राण सूत्र के ऊपर अध्ययन किया है। जब अध्‍यन करने लगे तो ऐसा मुझे स्मरण है कि उन्‍होने एक यंत्र का निर्माण किया और यंत्र में यह दृष्टिपात करते थे कि जो शब्द विज्ञान है। जो पृथ्वी की परिक्रमा कर रहा है जो लोक लोकातंरो की परिक्रमा करने वाला है। जो शब्द लोक में रमण करने वाला है। उस शब्द की प्रतिभा में मानव अपने में परिणित करता रहा है तो विचार विनिमय क्या है? यंत्रों में सूर्य विज्ञान में, सूर्य की किरणों को एकत्रित करने में लगे रहे और मुनि देखो वही सूर्य की किरण जो पृथ्वी के गर्भ में परिणित हो करके परमाणुओं का आदान प्रदान कर दिए थे। उन परमाणुओं को साकार रूप बनाने में सदैव सहयोगी सिद्ध हुए। तो मुझे कुछ ऐसा स्मरण है कि उन दोनों का कागभूषडं जी और लोमस मुनि महाराज जहां आध्यात्मिक विज्ञानवेता जहां आत्मा के ऊपर विवेचना करते रहते थे। वहां वह कई विज्ञान में भौतिक विज्ञान में भी रत रहते थे। एक समय अपने यंत्रों में विद्यमान हो करके एक और आकाशगंगा में गणना लगे। एक आकाशगंगा में चंद्र लोको की गणना करने लगे चंद्रमाओं की गणना करते करते ऐसा मुझे स्मरण है कि उन्होंने एक ही आकाशगंगा में अरबों चंद्रमा को दृष्टिपात किया। चंद्र मंडलों का दृष्टिपात करते हुए शांत हो गए और अंत में यह कहा कि यह तो विशाल विज्ञान है। विशाल विज्ञान में हम जाना नहीं चाहते हैं परमात्मा का विज्ञान इतना नितांत है। किसके ऊपर मानव अनुसंधान करने लगता है और अंत में मौन हो जाता है। अंत में मौन हो करके यह कहता है मैं तो बालक बन गया हूं। मैं तो प्रभु का पुत्र बन गया हूं। विज्ञान को जान नहीं पाता, जैसे माता की लोरीयो का पान करता हुआ बालक रहता है मैं अपने में मोह करके शिशु परवर्ती में परिणत हो जाता है तो देखो यह विशाल जगत है प्रभु का। इसके ऊपर प्रत्येक मानव परंपरागतो से ही अनुसंधानकर्ता रहा है। प्राण सूत्र में अपने को पिरोता रहा है। प्राण सूत्र में लोक-लोकातंरो जो एक सूत्र में पिरोए हुए हैं। उनको निहारता रहा है क्रिया रूप बनाता रहा है। परंतु देखो अंत में मौन हो गया है। आज का वेद मंत्र कह रहा था मातम्‌ ब्रह्म वाचा: देवम वृह।  कागभूषडं जी वेद मंत्रों के ऊपर चिंतन करते थे। चिंतन क्या है? माता एक प्रकार का रथ है माता एक प्रकार का रथ कहलाता है। रथन्‌ ब्रह्मा वाचा वह कैसे हैं। उसमें सब देवता विद्वान रहते हैं सब देवताओं की उसमें एक आत्मा है। वह एक अणु और परमाणु में सर्वत्र देवता विद्यमान रहते हैं। अणु भी परमाणु भी एक प्रकार का रथ बना हुआ है। रथ कैसे बना हुआ है?


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण


september 28, 2019 RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-56 (साल-01)
2. शनिवार,28 सितबंर 2019
3. शक-1941,अश्‍विन, कृष्‍णपक्ष,तिथि अमावस्‍या,विक्रमी संवत 2076


4. सूर्योदय प्रातः 6:15,सूर्यास्त 6:10
5. न्‍यूनतम तापमान -24 डी.सै.,अधिकतम-34+ डी.सै., हवा की गति धीमी रहेगी।
6. समाचार पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है! सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


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गुरुवार, 26 सितंबर 2019

मामूली कहासुनी में चले ईट-पत्थर, डंडे

प्रयागराज। जनपद प्रयागराज के सोरांव थाना अंतर्गत फाफामऊ चौकी क्षेत्र के मलाक हरिहर गांव में बच्चे वॉलीबॉल खेल रहे थे। किसी बात को लेकर खिलाड़ी आपस में भिड़ गए और हाथापाई करने लगे ।जब यह बात दोनों खिलाड़ियों के घरवालों को मालूम हुई तो दोनों पक्ष आमने-सामने हो गए तथा दोनों तरफ से ईटा पत्थर वह लाठी-डंडे चलने लगे। जिससे एक पक्ष के मकबूल हुसैन पुत्र वाजिद अली उम्र 45 वर्ष अरशद पुत्र इकबाल हुसैन उम्र 28 वर्ष अरशद खान पुत्र मकबूल हुसैन उम्र 22 वर्ष को गंभीर चोटें आई हैं। जिसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोरांव में इलाज के लिए भर्ती कराया गया स्थिति गंभीर होने पर सीएससी प्रभारी ने तीनों घायलों को बेली प्रयागराज रेफर कर दिया। सूत्रों से जानकारी प्राप्त हुई की पुरानी रंजिश को लेकर दोनों पक्षों में मारपीट हुई है। जिसमें दूसरे पक्ष के लोग दिलशाद गोलू सलमान सहान कल्लू राम के खिलाफ मुकदमा लिखा गया। थाना प्रभारी सोरांव अरुण कुमार चतुर्वेदी मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच पड़ताल शुरू कर दी।


रिपोर्ट -बृजेश केसरवानी


रेप पीड़िता को एम्स से मिली छुट्टी

एम्स से छुट्टी, डर से दिल्ली में ही रहेगी


उन्नाव। रेप केस की पीड़िता को मंगलवार देर रात एम्स अस्पताल से छुट्टी मिल गई। तीस हजारी 
कोर्ट के आदेश के अनुसार पीड़िता के रहने का इंतजाम अगले 7 दिनों के लिए एम्स के ट्रामा सेंटर हॉस्टल मे किया गया है। दरअसल, पीड़िता के परिवार वालो ने कोर्ट से कहा था कि उनकी जान को उनके गांव में खतरा है, लिहाजा अपनी सुरक्षा के मद्देनजर वह दिल्ली में रहना चाहते हैं। जिसके बाद कोर्ट ने मंगलवार को ये आदेश दिया था। मामले की अगली सुनवाई 28 सितम्बर को होगी।
रिपोर्ट -बृजेश केसरवानी


आज होगा विश्वामित्र मिलन मंचन

प्रयागराज। श्री दारागंज रामलीला कमेटी के तत्वाधान में ऐतिहासिक आकाशवाणी व प्रभु श्री राम जन्म की लीला धूमधाम के साथ संपन्न हुई । दारागंज स्थित बक्शी खुर्द सिंगार भवन में आकाशवाणी की लीला आरंभ हुई। जिसमें कमेटी के लीला-मचंन संयोजक पंडित रमेश चंद्र मिश्र के द्वारा आकाशवाणी की लीला की गई। जिसमें उन्होंने आकाश से हुई भविष्यवाणी, जिसमें कहा गया कि हे धरतीवासियों आप परेशान मत हो, आसुरी अत्याचार से धरती को मुक्त कराने हेतु शीघ्र ही धरती पर प्रभु श्री राम जन्म लेने वाले हैं। इस तरह से इस आकाशवाणी को सुनकर सब लोग चौक जाते हैं। दूसरे दृश्य में प्रभु श्री राम के जन्म की किलकारी अयोध्या में गूंजती है। उसके पश्चात सोहर बधाई गीत गाए जाते हैं और सभी लोग एक दूसरे को बधाई देते हैं। आतिशबाजी और शंखनाद से लोग अयोध्या में खुशी मनाते हैं आज की लीला यही तक हुई। कमेटी के मीडिया प्रभारी तीर्थराज पांडेय ने बताया कि दिनांक 26 सितबंर 2019 को रामलीला मंचन स्थल बड़ी कोठी के पास सायंकाल काल 7:00 बजे विश्वामित्र मिलन की लीला होगी आज के आयोजन में उपस्थित प्रमुख रूप से कमेटी के अध्यक्ष कुल्लू यादव, महामंत्री जितेंद्र गौड़, उपाध्यक्ष अरविंद पांडेय, हीरालाल यादव, कोषाध्यक्ष मुन्ना आजाद, मंत्री विजय सोनकर, विक्कू, निषाद, पंचू यादव, मुन्ना यादव, पुरुषोत्तम, लाल संजय पाठक, राहुल यादव, पंडित धर्मराज पांडेय, पवन यादव, हनी सिंगारिया आदि उपस्थित रहे।
रिपोर्ट- बृजेश केसरवानी


अपनी जमीं-आसमां (संपादकीय)

अपनी जमीं-आसमां  (संपादकीय)


संयुक्त राष्ट्र की महासभा में अधिकतर देशों के प्रमुख, विभागों विभागों के प्रमुख और जलवायु संबधित प्रतिनिधियों के द्वारा ग्लोबल वार्मिंग पर अपने-अपने विचार रखे गए। बार-बार एक ही बात दोहराई गई कि विभिन्न स्थानों पर, विभिन्न संगठनों के द्वारा जागरण किया गया। जिसकी लगभग उपस्थित सभी लोगों ने आवाज भी सुनी, कुछ नारे भी लगाए गए हैं। लेकिन उस जागरण और आवाज पर, नारों पर किसी के द्वारा कुछ संतोषजनक नहीं किया गया। ग्लोबल वार्मिंग के जो मौजूदा कारक है। जिनमें कुछ कारकों पर प्रतिबंध की आवश्यकता है। कुछ कारको को परिवर्तित किया जा सकता है। साथ ही कुछ नए उपयोग भी करने की आवश्यकता है। जलवायु परिवर्तन में आश्चर्यजनक बदलाव अनुभव किए जा रहे हैं। सूर्य की तपन से कई नये परिणाम सामने आए हैं। बहुत अधिक सर्दी बरसात का होना या बहुत कम सर्दी बरसात का होना। समुद्री तूफानों में वृद्धि होना, अधिक चक्रवात और सुनामी के साथ तेज गति वाले तूफानों का लगातार बढ़ना। भूकंप अथवा जीवाश्म का केंद्र अस्थित होना। अधिक भूकंप आना, समुंद्र और भूमि में गैसों की उचित सूचना, उनके घटकों की ठीक-ठीक जानकारी ना होना। दुनिया के लिए चिंताजनक विषय हो जाता है। भौगोलिक-भौतिक और वातावरण परिवर्तन से उत्पन्न होने वाले अनुभव चिंतित करने वाले है। मानव सभ्यता की रक्षा-सुरक्षा की प्रमाणिकता का कोई परिपक्व प्रमाण न होना सार्वभौमिक चिंतन का विषय बन गया है। इस प्रकार के परिवर्तनों के पीछे मानव का भौतिक विकास भी जिम्मेदार है। भौगोलिक संतुलन में हस्तक्षेप की क्रिया भी बढी है। क्या हमें सुविधा भोगी बने रहना चाहिए। सुविधाओं की उपेक्षा नहीं करनी चाहिए। अतिआवश्यक सुविधाओं का उपयोग करके जलवायु के उत्सर्जन को नियंत्रित करने का प्रयास करना चाहिए। सबकी अपनी जमीन और आसमान होता है ,होना चाहिए। भविष्य की नींव वर्तमान में रखनी होती है,आज विश्व इस विषय पर चिंतित है।


लेन-देन में जल्दबाजी हानिकारक:धनु

राशिफल 


मेष-चोट व दुर्घटना से शारीरिक कष्ट की आशंका है, लापरवाही न करें। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रह सकता है। क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। भावना में बहकर कोई निर्णय न लें। घर में व्यय होगा। व्यापार अच्‍छा चलेगा।


वृष-कानूनी अड़चन दूर होकर स्थिति मनोनुकूल बनेगी। कारोबार में वृद्धि होगी। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। भेंट व उपहार पर व्यय होगा। नौकरी में सहकर्मी साथ देंगे। स्त्री पक्ष का सहयोग विशेषकर प्राप्त होगा। चिंता तथा तनाव रह सकते हैं। दुष्टजनों से सावधान रहें।


मिथुन-भूमि व भवन इत्यादि की खरीद-फरोख्त की योजना बनेगी। कोई बड़ा सौदा बड़ा लाभ दे सकता है। रोजगार में वृद्धि के योग हैं। निवेश में जल्दबाजी न करें। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। घर-बाहर प्रसन्नता का वातावरण रहेगा। जोखिम न उठाएं।


कर्क-संगीत इत्यादि रचनात्मक कार्यों में रुचि जागृत हो सकती है। पठन-पाठन व लेखन इत्यादि कार्यों में लगन व उत्साह से कार्य कर पाएंगे। किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर प्राप्त हो सकता है। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड इत्यादि में लाभ हो सकता है।


सिंह-स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। लेन-देन में जल्दबाजी हानिकारक होगी। किसी के भी उकसाने में न आएं। भावना पर नियंत्रण रखें। बुरी खबर मिल सकती है। कारोबार, नौकरी व निवेश लाभदायक रहेंगे।


कन्या-किसी मित्र या रिश्तेदार की सहायता करने का अवसर प्राप्त होगा। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। प्रतिद्वंद्वी सक्रिय रहेंगे। व्यापार-व्यवसाय से लाभ बना रहेगा। नौकरी में अधिकार बढ़ेंगे। निवेश शुभ रहेगा। घर-बाहर प्रसन्नता में वृद्धि होगी।


तुला-भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी। उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी। नए मित्र बनेंगे। शेयर मार्केट से लाभ होगा। कारोबार अच्‍छा चलेगा। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। विवाद को बढ़ावा न दें। प्रसन्नता बनी रहेगी। थकान रह सकती है। शत्रु सक्रिय रहेंगे।


वृश्चिक-रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। अप्रत्याशित लाभ होने की संभावना है। नौकरी में प्रभाव वृद्धि होगी। निवेश इत्यादि लाभदायक रहेगा। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। कोई बड़ी समस्या से छुटकारा मिल सकता है। स्वास्थ्‍य का विशेष ध्यान रखें।


धनु-लेन-देन में जल्दबाजी हानिकारक रहेगी। कानूनी कागजातों पर विशेष ध्यान दें। किसी व्यक्ति के बहकावे में न आएं। व्ययवृद्धि होगी। चिंता तथा तनाव बने रहेंगे। थकान व कमजोरी रह सकती है। कारोबार अच्‍छा चलेगा। नौकरी में कार्यभार रहेगा।


मकर-डूबी हुई रकम प्राप्ति के प्रबल योग हैं। भरपूर प्रयास करें। आय में वृद्धि होगी। यात्रा लाभदायक रहेगी। व्यापार-व्यवसाय से लाभ बढ़ेगा। नए काम मिल सकते हैं। पारिवारिक सहयोग से संतुष्टि व प्रसन्नता दोनों रहेंगे। समय की अनुकूलता का लाभ लें।


कुंभ-आर्थिक उन्नति के लिए नए विचार मन में आएंगे। कार्यस्थल पर सुधार व परिवर्तन हो सकता है। तत्काल लाभ नहीं मिलेगा। समाजसेवा की प्रेरणा मिलेगी। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। प्रेम-प्रसंग अनुकूल रहेंगे। मित्रों पर व्यय होगा। विवाद से बचें।


मीन-अध्यात्म में रुचि रहेगी। सत्संग का लाभ प्राप्त होगा। विवाद को बढ़ावा न दें। कानूनी अड़चन दूर होकर स्थिति मनोनुकूल रहेगी। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। नौकरी में मातहतों का सहयोग प्राप्त होगा। समय पर काम होने से प्रसन्नता में वृद्धि होगी।


पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया

पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को बृहस्पतिवार को ...