शुक्रवार, 27 सितंबर 2019

सेना ने घुसपैठ की कोशिश को रोका

नई दिल्ली/श्रीनगर। भारतीय सेना ने घुसपैठ की एक बड़ी साजिश को नाकाम किया है। घुसपैठ की यह कोशिश 30 जुलाई को की गई थी। एलओसी  के पास कुपवाड़ा सेक्टर में हुई घुसपैठ की एक नाकाम कोशिश एक वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में पाकिस्तानी घुसपैठियों को घुसपैठ की कोशिश करते देखा जा सकता है।


भारतीय सेना ने को आतंकियों की इस नापाक हरकत की भनक लग गई। इसके बाद भारतीय सेना ने फायरिंग शुरू कर दी जिसने घुसपैठियों को लौटने पर मजूबर कर दिया। जैसे ही सेना आतंकियों के बारे में पता चला सेना ने फायरिंग शुरू कर दी और आतंकवादियों को वापस लौटने पर मजबूर कर दिया। आतंकवादी एलओसी पार कर भारतीय चौकियों पर हमला करने के फिराक में थे।


लाल पानी ने ली सैकड़ों जानवरों की जान

जगदलपुर। दंतेवाड़ा जिले के अंतर्गत बैलाडिला लौह अयस्क परियोजना से बहते हुए लाल पानी से क्षेत्र के ग्रामीणों के सैकड़ों मवेशी इस समय तक काल कलवित हो चुके हैं और इलाके के ग्रामीणों को इन मृत मवेशियों का मुआवजा तक नहीं मिल सका है।


इस साल भी नदी किनारे बसे दर्जनभर गांव के करीब 1500 मवेशी लाल पानी की चपेट में आकर मारे जा चुके हैं। इसकी शिकायत ग्रामीण पशु चिकित्सा विभाग के साथ पटवारी से कर चुके हैं, परंतु अब तक कोई भी सरकारी नुमाइंदा या जिम्मेदार व्यक्ति इन गांवों तक नुकसान के आंकलन के लिए नहीं पहुंचा है। अंतत: तंग आकर ग्रामीणों ने मृत मवेशियों को अपने खेतों में ही गाड़ दिया है।


क्षेत्र के कमकानार गांव के दर्जनों ग्रामीणों ने बताया कि कमकानार पंचायत में ही करीब 800 गाय, भैंस और बकरियों की मौत हो गई है। कमकानार गांव में ही 200 गाय, 100 सुअर और 60 बकरी या तो नदी में बह गए या फिर लाल पानी पीकर मारे गए हैं। इसी प्रकार की स्थिति पूरे क्षेत्र के चिन्नाजोजेर गांव में 188 गाय, 90 भैंस और 175 बकरियों की मौत लाल पानी पीने की वजह से हो चुकी है। समूचे बीजापुर क्षेत्र के बेरूदी नदी के तट पर बसे गांव पूसनार, गोंगला, कमकानार, चिन्नाजोजेर, रेड्डी, जारगोया, कोटेर, पदमूर, बुरजी, हिरोली, छोटे हिरोली, डूमिरपालनार, चेरपाल, पदेड़ा, कड़ेनार, भोगामगुड़ा, चेरकंटी, कैयका, कडेर, कचिलवाड़, मोसला, पेद्दाकोड़ेपाल, कोइटपाल और कोमला आदि गांवों के लोगों को इस लाल पानी से नुकसान उठाना पड़ रहा है।


यूपी में भारी बारिश की चेतावनी

अगले 48 घंटे तक यूपी में भारी बारिश की चेतावनी


नई दिल्ली। विदा होने से पहले मानसून एक बार फिर पूरे उत्तर प्रदेश पर मेहरबान हुआ है। मानसूनी हवाओं के जोर पकड़ने से बने टर्फ के कारण गुरुवार को राजधानी सहित पूरे प्रदेश में बादल झूम के बरसे। कई जिलों में सुबह से शुरू हुई बरसात बिना रूके कभी धीमे तो कभी पूरी तेजी के साथ जारी रही।इसके चलते बीते 24 घंटे में प्रदेश में सर्वाधिक 89.6 मिमी बारिश रायबरेली के फुर्सतगंज में रिकार्ड हुई जबकि दूसरे नंबर पर 45.4 मिमी बारिश के साथ राजधानी लखनऊ रहा। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे तक मानसूनी टर्फ का जोर बने रहने से पूरे उत्तर प्रदेश में झमाझम बारिश की चेतावनी जारी की है।


लगातार हो रही बारिश और खराब मौसम के चलते आज नर्सरी से कक्षा 12 तक सभी स्कूल बंद रहेंगे। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने ट्वीट कर ये आदेश जारी किया है। विशेषतौर पर उत्तर पूर्वी प्रदेश में आने वाले इलाहाबाद, बांदा, कौशांबी सुल्तानपुर, रायबरेली व लखनऊ में मध्यम से भारी बरसात की आशंका जतायी गयी है। मौसम के इस बदले मिजाज से न्यून्तम और अधिकतम पारे के गोता लगाने से सिहरन का एहसास भी रहा। 


पाकिस्तान के साथ तनाव बढ़ रहा है

न्यूयार्क। भारत सरकार ने 5 अगस्त को जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 के कई प्रावधानों को समाप्त करने के बाद से पाकिस्तान के साथ उसका तनाव बढ़ गया है।


कश्मीर मुद्दे पर भारत के फैसलों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पाकिस्तान ने नई दिल्ली के साथ अपने कूटनीतिक रिश्तों को कमतर किया और भारतीय उच्चायुक्त को हटा दिया। पाकिस्तान कश्मीर के मुद्दे को इंटरनेशनल लेवल पर उठाने की पुरजोर कोशिश में लगा है जबकि भारत ने साफ कर दिया है कि अनुच्छेद 370 को समाप्त करना उसका आंतरिक मामला है। वहीं भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर के संबोधन के दौरान पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र महासभा से इतर दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (SAARC) के विदेश मंत्रियों की बैठक में उनका बहिष्कार किया। जयशंकर गुरुवार को जब बैठक को संबोधित कर रहे थे, पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी इससे दूर रहे। भारतीय मंत्री के संबोधन समाप्त कर जाते ही पाकिस्तानी मंत्री बैठक में शामिल हो गए। पाकिस्तान ने यह हरकत ऐसे समय की है जब वह लगातार भारत पर ही सार्क और दक्षिण एशियाई एकता में बाधा उत्पन्न करने का आरोप लगाता रहा है।


आतंकवाद का सफाया जरूरी
भारतीय विदेश मंत्री ने बैठक में कहा कि आतंकवाद का हर रूप में सफाया करना ना सिर्फ दक्षिण एशियाई पड़ोसियों के बीच सार्थक सहयोग के लिए बल्कि क्षेत्र के अपने अस्तित्व के लिए भी पूर्व शर्त है। उन्होंने कहा कि “सार्क वास्तव में सिर्फ चूके हुए अवसरों की नहीं बल्कि जानबूझकर बाधाओं में फंसने की कहानी भी है। आतंकवाद उनमें से एक है।”दक्षिण एशियाई उपग्रह का हवाला देते हुए, उन्होंने बताया कि भारत कैसे उस पहल को अंजाम दे रहा है जो पड़ोस को समृद्ध कर रहा है। दक्षिण एशियाई उपग्रह को सार्क क्षेत्र में गरीबी दूर करने के लिए वैज्ञानिक समाधान का पता लगाने के उद्देश्य से 2017 में लॉन्च किया गया था।


क्या है सार्क
दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (SAARC) एशिया के देशों का समूह है. इसमें भारत, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, मालदीव, नेपाल और श्रीलंका समेत 8 देश शामिल हैं।


आय के नए स्रोत प्राप्त होंगे-मकर

राशिफल


मेष-किसी भी कार्य में जल्दबाजी व लापरवाही न करें। शारीरिक कष्ट की आशंका है। भावना में बहकर कोई निर्णय न लें। कुसंगति से हानि होगी। आवश्यक वस्तु समय पर नहीं मिलेगी। तनाव रहेगा। आय में निश्चितता रहेगी। व्यापार-व्यवसाय से लाभ होगा।


वृष-व्यापार-व्यवसाय मनमाफिक चलेगा। राजकीय सहयोग समय पर प्राप्त होगा। जीवनसाथी से सहयोग प्राप्त होगा। दांपत्य जीवन सुखमय रहेगा। भाइयों का साथ रहेगा। सभी कार्य पूर्ण सफल होंगे। प्रसन्नता रहेगी। धन प्र‍ाप्ति सुगम होगी। प्रमाद न करें।


मिथुन-कारोबार में वृद्धि के योग हैं। संपत्ति के कार्य बड़ा लाभ दे सकते हैं। प्रमाद न कर समय का लाभ लें। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड इत्यादि से मनोनुकूल लाभ होगा। जल्दबाजी में कोई निर्णय न लें। घर-बाहर प्रसन्नता बनी रहेगी।



कर्क-बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे। किसी प्रबुद्ध व्यक्ति का सहयोग व मार्गदर्शन प्राप्त होगा। पार्टी व पिकनिक का कार्यक्रम बन सकता है। लगन व उत्साह से कार्य कर पाएंगे। मनपसंद भोजन का आनंद प्राप्त होगा। निवेश शुभ रहेगा। आय में वृद्धि होगी। जीवन सुखमय व्यतीत होगा।


सिंह-किसी के उकसाने में न आएं। धनहानि की आशंका है। भावना में न बहकर विवेक का प्रयोग करें। लाभ होगा। कोई शोक समाचार मिल सकता है, धैर्य रखें। थकान व कमजोरी रह सकती है। भागदौड़ रहेगी। आय में निश्चितता बनी रहेगी।


कन्या-मेहनत का फल प्राप्त होगा। असहाय लोगों की मदद करने की इच्छा रहेगी। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। ईर्ष्यालु व्यक्तियों से सावधान रहें। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। जीवन सुखमय व्यतीत होगा।


तुला-दूर से अच्छे समाचार प्राप्त होंगे। प्रसन्नता रहेगी। पुराने मित्रों से मुलाकात होगी। किसी प्रभावशाली व्यक्ति से परिचय हो सकता है। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। विवाद से बचें। कोई बड़ा काम करने का मन बनेगा। धन प्राप्ति सुगम होगी।


वृश्चिक-काफी समय से कोई बड़ा रुका हुआ कार्य पूर्ण हो सकता है। सफलता प्राप्त होगी। प्रसन्नता का माहौल रहेगा। आय में वृद्धि नए कार्य के साथ हो सकती है। निवेशादि में जल्दबाजी न करें। भाग्य की अनुकूलता का लाभ लें। प्रमाद न करें।


धनु-कोई बड़ा खर्च सामने आ सकता है। आर्थिक स्थिति बिगड़ सकती है। कुसंगति से हानि होगी। विवेक का प्रयोग करें। व्यस्तता के चलते स्वास्थ्य खराब हो सकता है। नौकरी में किसी से विवाद हो सकता है। क्रोध न करें। व्यापार, निवेश व यात्रा लाभदायक रहेंगे।


मकर-आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। रुका हुआ धन प्राप्त हो सकता है। यात्रा लंबी हो सकती है। पार्टनरों से मतभेद दूर होंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। नौकरी में नए काम मिल सकते हैं। प्रसन्नता रहेगी।


कुंभ-योजना फलीभूत होगी। आय में वृद्धि होगी। कार्यकारी नए अनुबंध हो सकते हैं। प्रभावशाली व्यक्ति का सहयोग व मार्गदर्शन प्राप्त होगा। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। घर-बाहर प्रसन्नता का वातावरण निर्मित होगा। जल्दबाजी न करें।


मीन-तंत्र-मंत्र में रुचि जागृत हो सकती है। किसी विद्वान व्यक्ति का मार्गदर्शन प्राप्त होगा। क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। धन प्राप्ति के प्रयास भरपूर करें। अधिक लाभ की संभावना है। चारों तरफ से सहयोग प्राप्त होगा। प्रसन्नता रहेगी।


प्याज का निर्यातक भारत

प्याज़ एक वनस्पति है जिसका कन्द सब्ज़ी के रूप में प्रयोग किया जाता है। भारत के महाराष्ट्र में प्याज़ की खेती सबसे ज्यादा होती है। यहाँ साल मे दो बार प्याज़ की फ़सल होती है। एक नवम्बर में और दूसरी मई के महीने के क़रीब होती है। प्याज़ भारत से कई देशों में निर्यात होता है, जैसे कि नेपाल, पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश, इत्यादि। प्याज़ की फ़सल कर्नाटक, गुजरात, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल मध्य प्रदेश जैसी जगहों पर अलग-अलग समय पर तैयार होती है। विश्व में प्याज 1,789 हजार हेक्टर क्षेत्रफल में उगाई जाती हैं, जिससे 25,387 हजार मी. टन उत्पादन होता है। भारत में इसे कुल 287 हजार हेक्टर क्षेत्रफल में उगाये जाने पर 2450 हजार टन उत्पादन प्राप्त होता है। महाराष्ट्र, उड़ीसा, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु तथा गुजरात आदि प्रदेशों में अधिकता से उगाया जाता है। यह शल्ककंदीय सब्जी है, जिसके कन्द सब्जी के रूप में उपयोग किए जाते हैं। कन्द तीखा होता है। यह तीखापन एक वाष्पशील तेल एलाइल प्रोपाइल डाय सल्फाइड कारण होता है। प्याज का उपयोग सब्जी, मसाले, सलाद तथा अचार तैयार करने के लिए किया जाता है। कन्द में आयरन, कैल्शियम, तथा विटामिन 'सी' पाया जाता है। कन्द तीखा, तेज, बलवर्धक, कामोत्तेजक, स्वादवर्धक, क्षुधावर्धक तथा महिलाओं में रक्त वर्धक होता है। पित्तरोग, शरीर दर्द, फोड़ा, खूनी बवासीर, तिल्ली रोग, रतौंधी, नेत्रदाह, मलेरिया, कान दर्द तथा पुल्टिस के रूप में लाभदायक है। अनिद्रा निवारक (बच्चों में), फिट (चक्कर) में सुंघाने के लिए उपयोगी। कीड़ों के काटने से उत्पन्न जलन को शान्त करता है (आयुर्वेद)। प्याज, एक तना जो कि छोटी-सी तस्तरी के रूप में होता है, अत्यन्त ही मुलायम शाखाओं वाली फसल है, जो कि पोले तथा गूदेदार होते हैं। रोपण के 2) से 3 माह पश्चात् तैयार हो जाती है। इसकी फसल अवधि 120-130 दिन है। औसत उपज 300 से 375 क्विंटल प्रति हेक्टर होती है। फसल मार्च-अप्रेल में तैयार हो जाती है।


विश्व की पांचवीं अर्थव्यवस्था

अर्थव्यवस्था विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है।क्षेत्रफल की दृष्टि से विश्व में सातवें स्थान पर है, जनसंख्या में इसका दूसरा स्थान है और केवल 2.4% क्षेत्रफल के साथ भारत विश्व की जनसंख्या के 17% भाग को शरण प्रदान करता है।


1991 से भारत में बहुत तेज आर्थिक प्रगति हुई है जब से उदारीकरण और आर्थिक सुधार की नीति लागू की गयी है और भारत विश्व की एक आर्थिक महाशक्ति के रूप में उभरकर आया है। सुधारों से पूर्व मुख्य रूप से भारतीय उद्योगों और व्यापार पर सरकारी नियंत्रण का बोलबाला था और सुधार लागू करने से पूर्व इसका जोरदार विरोध भी हुआ परंतु आर्थिक सुधारों के अच्छे परिणाम सामने आने से विरोध काफी हद तक कम हुआ है। हंलाकि मूलभूत ढाँचे में तेज प्रगति न होने से एक बड़ा तबका अब भी नाखुश है और एक बड़ा हिस्सा इन सुधारों से अभी भी लाभान्वित नहीं हुये हैं।


पाँचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था संपादित करें
2017 में भारतीय अर्थव्यवस्था मानक मूल्यों (सांकेतिक) के आधार पर विश्व का पाँचवा सबसे बड़ा अर्थव्यवस्था है। अप्रैल 2014 में जारी रिपोर्ट में वर्ष 2011 के विश्लेषण में विश्व बैंक ने "क्रयशक्ति समानता" (परचेज़िंग पावर पैरिटी) के आधार पर भारत को विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था घोषित किया। बैंक के इंटरनैशनल कंपेरिजन प्रोग्राम (आईसीपी) के 2011 राउंड में अमेरिका और चीन के बाद भारत को स्थान दिया गया है। 2005 में यह 10वें स्थान पर थी।2003-2004 में भारत विश्व में 12वीं सबसे बडी अर्थव्यवस्था थी। संयुक्त राष्ट्र सांख्यिकी प्रभाग (यूएनएसडी) के राष्ट्रीय लेखों के प्रमुख समाहार डाटाबेस, दिसम्बर 2013 के आधार पर की गई देशों की रैंकिंग के अनुसार वर्तमान मूल्यों पर सकल घरेलू उत्पाद के अनुसार भारत की रैंकिंग 10 और प्रति व्यक्ति सकल आय के अनुसार भारत विश्व में 161वें स्थान पर है। सन 2013 में प्रति व्यक्ति आय के लिहाज से विश्व बैंक के अनुसार भारत का 143 वाँ स्थान था।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण  1. अंक-364, (वर्ष-11) पंजीकरण संख्या:- UPHIN/2014/57254 2. रविवार, दिसंबर 29, 2024 3. शक-1945, पौष, कृष्ण-पक्ष, तिथ...