नई दिल्ली। पेट्रोल और डीजल के दाम में मंगलवार को लगातार आठवें दिन वृद्धि दर्ज की गई। पेट्रोल का भाव देश की राजधानी दिल्ली में फिर 74 रुपये लीटर को पार कर गया है और डीजल भी 67 रुपये लीटर से ऊंचे भाव पर मिलने लगा है। उधर, अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की मांग कमजोर रहने की आशंकाओं से फिर तेल के दाम में नरमी देखी जा रही है। हालांकि, खाड़ी क्षेत्र के तनाव को देखते हुए ज्यादा नरमी की संभावना नहीं है।
सऊदी अरब के तेल संयंत्रों पर हमले के बाद कच्चे तेल के दाम में आए जोरदार के बाद भारत में पेट्रोल और डीजल की महंगाई थमने का नाम नहीं ले रही है। इस हमले के बाद भारत में पेट्रोल दो रुपये से ज्यादा महंगा हो गया है। वहीं, डीजल का दाम दिल्ली में 1.70 रुपये लीटर बढ़ गया है तो कुछ अन्य शहरों में डीजल के दाम में इससे ज्यादा की वृद्धि हुई है। पेट्रोल के दाम मंगलवार को दिल्ली, कोलकाता और मुंबई में 22 पैसे, जबकि चेन्नई में 23 पैसे प्रति लीटर बढ़ गए। डीजल के दाम में दिल्ली में 14 पैसे, कोलकाता में 12 पैसे जबकि मुंबई और चेन्नई में 15 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि हुई।इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली, कोलकता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल के दाम बढ़कर क्रमश: 74.13 रुपये, 76.82 रुपये, 79.79 रुपये और 77.06 रुपये प्रति लीटर हो गए हैं। चारों महानगरों में डीजल के दाम भी बढ़कर क्रमश: 67.07 रुपये, 69.47 रुपये, 70.37 रुपये और 70.91 रुपये प्रति लीटर हो गए हैं।
इसी महीने 14 सितंबर को सऊदी अरब की सरकारी तेल कंपनी सऊदी अरामको के तेल संयंत्रों पर ड्रोन से हुए हमले के बाद अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में बीते सोमवार को यकायक तकबरीन 20 फीसदी का उछाल आया जो कि 28 साल बाद आई सबसे बड़ी एक दिनी तेजी थी। कथित तौर हमले की जिम्मेदारी यमन के हौती विद्रोहियों ने ली थी।
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में बेंचमार्क कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड के नवंबर डिलीवरी अनुबंध में इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज पर पिछले सत्र के मुकाबले 0.34 फीसदी की नरमी के साथ 64.43 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था।
एंजेल ब्रोकिंग के डिप्टी वाइस प्रेसिडेंट (ऊर्जा एवं करेंसी रिसर्च) अनुज गुप्ता ने कहा कि यूरोप और जापान के विनिर्मिाण क्षेत्र के आंकड़ों के इंतजार में बाजार अभी ठहरा हुआ है क्योंकि मंदी की आशंकाओं से तेल की मांग नरम रहने की संभावना जताई जा रही है। हालांकि उनका कहना है कि खाड़ी क्षेत्र के तनाव को देखते हुए तेल के दाम में बहरहाल ज्यादा नरमी की संभावना नहीं है।