सोमवार, 23 सितंबर 2019

बिना बिजली के ग्रामीणों को थमाया बिल

बलरामपुर। देश के कई गांवों में अभी तक बिजली नहीं पहुंची है, लेकिन यह कोई हैरान करने वाली बात नहीं है। हैरान करने वाली तब होती है जब बिजली भी न हो और लंबा-चौड़ा बिल भी थमा दिया जाए। यह मजाक किया गया है कि छत्तीसगढ़ के बलरामपुर के एक गांव में। बिजली विभाग ने बिजली पहुंचाने की जहमत तो नहीं ही उठाई, गांववालों को बिल जरूर भेज दिए।


मामला बलरामपुर के सानावाल गांव के पटेड़ी पारा का है। यहां के लोगों ने शिकायत की है कि उनके घरों में बिजली की सप्लाई नहीं होती। बच्चे अंधेरे में लैंप जलाकर पढ़ाई करते हैं और अंधेरे में ही खाना बनता है। बावजूद इसके इलाके के लोगों को बिजली विभाग ने बिल थमा दिए हैं। इससे नाराज लोगों ने अपनी शिकायत दर्ज कराई है।


पहली बार नहीं हुआ है ऐसा
मामला सामने आने के बाद बलरामपुर के जिला कलेक्टर संजीव कुमार झा ने कहा है कि मीडिया के जरिए उन्हें यह बात पता चली है। उन्होंने कहा है कि अगर ऐसा कुछ हुआ है तो इसकी जांच की जाएगी।
गौरतलब है कि यह पहली बार नहीं है जब बलरामपुर में ऐसा हुआ है। इससे पहले इसी साल फरवरी में झालपी पारा गांव में भी यही मामला सामने आया था। मीटर लगने के दो महीने बाद तक कनेक्शन नहीं लगाया गया और बिना बिजली आपूर्ति के ही लोगों को 500-600 रुपये का बिल थमा दिया गया।


सीएम हरियाणा के 3सलाहकारों की छुट्टी

राणा ओबराय
सीएम हरियाणा मनोहर लाल के ओएसडी नीरज,भूपेश्वर और अमरिंद्र व तीन सलाहकारों की हुई छुट्टी, इस्तीफे मंजूर


चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री के तीन विशेष कार्यकारी अधिकारी और तीन सलाहकारों के इस्तीफो की आधिकारिक स्वीकृति के आदेश आज जारी किये गए हैं । इस संबंध में जानकारी देते हुए एक प्रवक्ता ने बताया कि गत 18 और 20 सितंबर, 2019 को इन्होने अपने इस्तीफे मुख्यमंत्री को सौंप दिए थे। इन इस्तीफो को मुख्यमंत्री
ने आदर्श आचार संहिता के लागु होते ही तुरंत प्रभाव से स्वीकृत कर लिया था और आज इस सम्बन्ध में मुख्य सचिव कार्यालय द्वारा आधिकारिक आदेश जारी किये गए हैं ।
प्रवक्ता ने बताया कि जिन तीन मुख्य कार्यकारी अधिकारियों ने अपने इस्तीफे सोंपे थे, उनमें
प्रधान विशेष कार्यकारी अधिकारी श्री नीरज दफ़्तुआर, विशेष कार्यकारी अधिकारी श्री भूपेश्वर दयाल और श्री अमरेन्द्र सिंह शामिल हैं । इसी प्रकार इनमे मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकारो श्री राजीव जैन और श्री अमित आर्य तथा प्रधान राजनीतिक सलाहकार श्री दीपक मंगला के इस्तीफे भी शामिल है।


रेप पीड़िता की गिरफ्तारी पर रोक से इंकार

 चिन्मयानंद मामले में पीड़ित महिला की गिरफ्तारी पर रोक लगाने से इनकार किया 


शाहजहांपुर। प्रयागराज इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने चिन्मयानंद यौन उत्पीड़न मामले में पीड़ित छात्रा की गिरफ्तारी पर रोक लगाने की अर्जी पर किसी तरह की राहत देने से सोमवार को इनकार कर दिया। उच्चतम न्यायालय द्वारा इस मामले का स्वतः संज्ञान लिए जाने के बाद न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा और न्यायमूर्ति मंजू रानी चौहान की पीठ ने एक याचिका पर सुनवाई करते हुए यह आदेश पारित किया। पीड़ित छात्रा ने अपनी गिरफ्तारी पर रोक लगाने की मांग की थी लेकिन अदालत ने कहा कि यदि पीड़ित छात्रा इस संबंध में कोई राहत चाहती है तो वह उचित पीठ के समक्ष नयी याचिका दायर कर सकती है। अदालत ने कहा कि यह पीठ इस मामले में केवल जांच की निगरानी करने के लिए नामित की गई है और गिरफ्तारी के मामले में रोक लगाने का कोई आदेश पारित करना उसके अधिकार क्षेत्र में नहीं आता है। इस मामले की सुनवाई के समय पीड़ित छात्रा भी अदालत में मौजूद थी। अदालत ने चिन्मयानंद मामले में एसआईटी की प्रगति रिपोर्ट पर संतोष जताया और आगे की रिपोर्ट दाखिल करने के लिए 22 अक्तूबर 2019 की तारीख तय की। इस अदालत के समक्ष पीड़ित छात्रा ने दूसरी प्रार्थना यह की थी कि मजिस्ट्रेट के समक्ष सीआरपीसी की धारा 164 के तहत दर्ज कराया गया बयान ठीक नहीं था और उसे नया बयान दर्ज कराने की अनुमति दी जाए। लेकिन अदालत ने उसकी यह प्रार्थना भी स्वीकार नहीं की।अदा लत का कहना था कि नये बयान के लिए आवेदन में संबंधित मजिस्ट्रेट के खिलाफ कोई आरोप नहीं लगाया गया है औऱ न ही पीड़ित छात्रा का नया बयान दर्ज कराने के लिए कोई प्रावधान दर्शाया गया है। केवल यह आरोप लगाया गया है कि उसके बयान के प्रत्येक पेज पर उसके हस्ताक्षर नहीं लिये गये और केवल अंतिम पेज पर हस्ताक्षर लिये गये और उसका बयान दर्ज किए जाते समय एक महिला मौजूद थी। इस पर अदालत ने कहा कि उस महिला द्वारा किसी तरह का हस्तक्षेप किए जाने संबंधी आरोप न होने से ऐसा लगता है कि चैंबर में महिला की मौजूदगी केवल इसलिए थी ताकि पीड़ित छात्रा अपना बयान दर्ज कराने के दौरान सहज और सुरक्षित महसूस कर सके। इससे पूर्व एसआईटी ने अदालत के समक्ष एक सीलबंद लिफाफे में जांच की प्रगति रिपोर्ट और केस डायरी पेश की। इस प्रगति रिपोर्ट का सारांश देखने के बाद अदालत ने पाया कि एसआईटी की जांच सही ढंग से चल रही है और पीड़ित छात्रा ने अपने आवेदन में एसआईटी द्वारा जांच में किसी तरह की अनियमितता का आरोप नहीं लगाया है। उल्लेखनीय है कि इस मामले का स्वतः संज्ञान लेते हुए उच्चतम न्यायालय ने दो सितंबर 2019 को इलाहाबाद उच्च न्यायालय को इस मामले की जांच की निगरानी का निर्देश दिया था और साथ ही पीड़िता छात्रा के परिजनों की सुरक्षा को देखने को कहा था। इससे पूर्व उच्च न्यायालय ने आदेश दिया था कि विशेष जांच टीम एसआईटी का एक जिम्मेदार सदस्य जांच की प्रगति की रिपोर्ट दाखिल करेगा। अपर पुलिस अधीक्षक अतुल कुमार श्रीवास्तव अदालत में मौजूद थे।


अजब माया नेकर पर मुकदमा लिखवाया

मुजफ्फरनगर। 24 सालों से मुजफ्फरनगर कलक्ट्रेट में धरना देकर भ्रष्टाचार और भूमाफिया के खिलाफ न्याय की लड़ाई लड़ रहे मास्टर विजय सिंह पर धरनास्थल के बाहर खुले में अंडर गारमेंट सुखाने का मुकदमा दर्ज किया गया है। हाल ही में डीएम मुजफ्फरनगर सेल्जा कुमारी ने उन्हें धरने से उठवा दिया था। मास्टर विजय सिंह के खिलाफ नाजिर सदर संजय कुमार ने थाना सिविल लाइन में धारा- 509 के तहत मुकदमा दर्ज कराया है।


बता दें कि इस धारा में स्त्री लज्जा भंग की कार्यवाही होती है। जो कोई किसी स्त्री की लज्जा का अनादर करने के आशय से कोई शब्द कहेगा, कोई ध्वनि या अंग विक्षेप करेगा, या कोई वस्तु प्रदर्शित करेगा, इस आशय से कि उस स्त्री द्वारा ऐसा शब्द या ध्वनि सुनी जाए, या ऐसा अंगविक्षेप या वस्तु देखी जाए, अथवा उस स्त्री की एकान्तता का अतिक्रमण करेगा, तो उसे किसी एक अवधि के लिए साधारण कारावास की सजा जिसे तीन वर्ष तक बढ़ाया जा सकता है, या आर्थिक दंड, या दोनों से, दण्डित किया जाएगा।


मास्टर जी पर नाजिर सदर संजय कुमार ने कलक्ट्रेट में अपने धरने के बाहर अपना अंडरवियर सुखाने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने तत्काल मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्यवाही शुरू कर दी।


मास्टर विजय सिंह का कहना है कि मैं हटने वाला नहीं हूं.. संघर्ष करता रहूंगा, मुझे फांसी पर लटका दीजिए जबकि यह अंडरवियर मेरे नहीं थे। वही इस मामले में पुलिस का कोई भी अधिकारी बोलने के लिए तैयार नहीं है। इस मामले में भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि प्रशासन गुंडागर्दी के बल पर विजय सिंह के आंदोलन को कुचलने का प्रयास कर रहा है इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।


 


मजदूरी मांगने पर मजदूर को इतना पीटा

दिनेश प्रजापति


बिजनौर। धामपुर थाना क्षेत्र के ग्राम कुण्डी केदारपुरा में मजदूरी के पैसे मांगने को लेकर गांव के दबंग परिवार ने मजदूरी पेशा व्यक्ति के साथ मारपीट की और उससे इतनी बुरी तरह से मारा की उसकी हालत खराब हो गयी।


घटना के बाद पीड़ित ने पुलिस से कार्यवाही की गुहार लगाई, लेकिन राजनैतिक दवाब के चलते पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की। हालांकि जब कई दिन इस मामले को गुजर गये तो सीओ के आदेश पर धामपुर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने को मजबूर होना पड़ा।बताया जाता है कि दलित परिवार बहुत डरा हुआ है और उसे खतरा बना है कि कहीं दबंग परिवार उसके परिवार पर फिर से हमला न कर दें। ग्रामीणों का कहना है कि दबंग परिवार ने संदीप के साथ न सिर्फ मारपीट की और जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए जान से मारने की धमकी भी दी।


प्राइवेट बसों के काटे चालान, खलबली

वसीम अब्बासी


मुज़फ्फरनगर। चरथावल थाना क्षेत्र में स्कूली बच्चों का बसों पर लटक कर मौत का सफ़र करते हुए वीडियो वायरल हुआ था।  आज सोमवार को जैसे ही स्कूल खुले तो चरथावल पुलिस बसों पर लटक कर सफर कर रहे स्कूली बच्चों के प्रति गम्भीर नज़र आयी।चरथावल थाना प्रभारी सूबे सिंह यादव, क़स्बा इन्चार्ज योगेंद्र चौधरी ने पुलिस टीम के साथ मुज़फ्फरनगर-थानाभवन रोड पर नहर पुल पर बसों की चैकिंग का अभियान चलाया।जिस बस पर स्कूली बच्चे लटक कर आये उन बसो का चालान किया गया। चालक परिचालक को भी जमकर हड़काया। बस पर लटक कर सफ़र कर रहे स्कूली बच्चों को उनकी सुरक्षा के बारे में बताकर चेतावनी भी दी गयी। जिससे बस संचालको में हड़कम्प मच गया।


बम की सूचना से यात्रियों में मचा हड़कंप

लखनऊ। हरिद्वार से पुरी ट्रेन 18478 कलिंग-उत्कल एक्सप्रेस में बम की सूचना से हड़कंप मच गया। ट्रेन को टपरी जंक्शन पर रोका गया। जीआरपी की टीम फिलहाल ट्रेन की तलाशी ले रही है। वहीं अन्य ट्रेनों को रास्ते में रोका गया है।


जानकारी के अनुसार, उत्तराखंड के हरिद्वार से ओडिशा के पुरी जाने वाली उत्कल एक्सप्रेस ट्रेन में यह बम की सूचना मिलने के बाद रेलवे प्रशासन में हड़कंप मच गया है। फिलहाल उत्कल एक्सप्रेस को सहारनपुर जिले के टपरी जंक्शन पर रोका गया है। बम की सूचना मिलते ही अधिकारियों की टीम टपरी स्टेशन पर चेकिंग करने पहुंची और पुलिस, जीआरपी और आरपीएफ तलाशी अभियान चलाया।उत्कल एक्सप्रेस में बम की सूचना मिलने के बाद हड़कंप मच गया।एक युवक ने पुलिस को फोन कर सूचना दी। जिसके बाद से रेलवे विभाग में भी अफरा-तफरी मच गई। जीआरपी ने ट्रेन से एक संदिग्ध बैग बरामद किया है। टीम ने बैग को अपने कब्जे में लेकर जांच पड़ताल शुरू कर दी है। हालांकि सूचना देने वाले शख्स का सुराग नहीं मिला है।पुलिस और रेलवे अफसर भी मौके पर पहुंचे हैं।


यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...