नई दिल्ली। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह आज सोमवार को आईएनएक्स मीडिया केस में फंसे पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस के सीनियर नेता पी. चिदंबरम से मिलने तिहाड़ जेल पहुंचे।हाल ही में कांग्रेस के सीनियर नेता गुलाम नबी आजाद और अहमद पटेल पिछले हफ्ते तिहाड़ जेल में पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम से मुलाकात की थी। इस दौरान उनके साथ चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम भी मौजूद थे।सूत्रों के अनुसार आधे घंटे तक चली बैठक के दौरान नेताओं ने मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर चिदंबरम से चर्चा की। इस दौरान उन्होंने कश्मीर, आगामी चुनाव और देश में आर्थिक स्थिति पर चर्चा हुई थी।
तेजी से घट रहा चिदंबरम का वजन
दरअसल, पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम की सेहत ठीक नहीं है. चिदंबरम को कई तरह की बीमारियां होने के कारण उनका वजन तेजी से घट रहा है। चिदंबरम के वकील कपिल सिब्बल ने कोर्ट से चिदंबरम को समय-समय पर मेडिकल सर्विस और सप्लीमेंट्री डाइट देने की मांग की है।तिहाड़ से मिली जानकारी के मुताबिक, जेल में बंद चिदंबरम की पीठ और पेट में काफी दर्द रहने लगा है, जिसके कारण वह न तो बैठ पा रहे हैं और न ही लेट पाते हैं। चिदंबरम की न्यायिक हिरासत की अवधि 3 अक्टूबर तक बढ़ा दी गई है।गौरतलब है कि पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम पर आरोप है कि उन्होंने पद पर रहते हुए आईएनएक्स मीडिया को साल 2007 में 305 करोड़ रु. लेने के लिए विदेशी निवेश प्रोत्साहन बोर्ड से मंजूरी दिलाई थी। मनी लॉन्ड्रिंग के इस मामले में ईडी पूर्व वित्त मंत्री से पूछताछ कर रही है।
जमानत याचिका पर आज सुनवाई
कोर्ट ने बीते गुरुवार को सुनवाई के दौरान चिदंबरम की न्यायिक हिरासत की अवधि 3 अक्टूबर तक बढ़ा दी थी। अब उनकी जमानत याचिका पर 23 सितंबर को दिल्ली की हाईकोर्ट में सुनवाई होगी।
जयराम रमेश ने की टिप्पणी
वहीं कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने कहा कि 'हमारे पूर्व गृहमंत्री चिदंबरम के खिलाफ सरकार द्वारा चलाया गया एक अभियान है, जिसमें चिदंबरम के खिलाफ उकसाने वाली राजनीति में आईएनएक्स मीडिया से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण तथ्यों और विवरणों का उल्लेख नहीं किया गया है।जयराम रमेश ने कहा कि 'जांच एजेंसियों ने कभी नहीं कहा कि अधिकारियों ने कुछ भी गलत किया है, फिर कैसे मंत्री को दोषी ठहराया जा सकता है। आप मुझसे पूछते हैं कि क्या अधिकारियों को अब गिरफ्तार किया जाना चाहिए, तो मैं कहूंगा कि पूर्व एफएम ने स्पष्ट रूप से कहा है कि कुछ भी गलत नहीं किया गया है। फिर किसी अधिकारी को क्यों गिरफ्तार किया गया है? यह बहुत स्पष्ट है कि किंगपिन सरकार में है जो इस एजेंडे को चला रहे हैं न कि चिदंबरम।