रविवार, 22 सितंबर 2019

मोदी फिर जीत लेंगे अमेरिकनो का दिल

न्यूयॉर्क। अमेरिका के ह्यूस्टन में आज रात भारतीयों का सबसे बड़ा शो हाउडी मोदी शुरू होगा। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी इसमें शामिल होंगे। ह्यूस्टन के एनआरजी स्टेडियम में पीएम नरेंद्र मोदी 50 हजार भारतीय अमेरिकी समुदाय को संबोधित करेंगे।


भारतीय समय के मुताबिक रात साढ़े नौ बजे डोनल्ड ट्रंप हाउडी मोदी कार्यक्रम में शामिल होंगे। ट्रंप भारत-अमेरिका की साझा विरासत और विश्व शांति, मानव सभ्यता की प्रगति पर बात करेंगे। इस कार्यक्रम में अमेरिका के सभी 50 राज्यों से प्रतिनिधि शामिल होने के लिए आ रहे हैं।
ह्यूस्टन के लिए रवाना हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप हाउडी मोदी कार्यक्रम में करीब 50 हज़ार से ज्यादा लोग जमा होने वाले हैं। बताया जा रहा है कि किसी विदेशी नेता के लिए इतने लोगों को जमा होना अप्रत्याशित है।


अपने सात दिन के दौरे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका पहुंच चुके हैं। ह्यूस्टन में होने वाले उनके 'हाउडी मोदी' कार्यक्रम के लिए एनआरजी स्टेडियम में स्टेज भी सज चुका है। ऐसे में एक महिला ने अपने लिए हैदराबाद से एक स्पेशल साड़ी डिजाइन कराई है। इस साड़ी में महिला ने 'HOWDY MODI' लिखवाया है। पीएम मोदी के संबोधन से पहले एनआरजी स्टेडियम में जश्न मना रहे हैं। भारतीय समुदाय के भारत मूल के अमेरिका में रह रहे लोग आज अत्यंत प्रसन्न दिखाई दे रहे हैं। मोदी की यह सातवीं अमेरिकी यात्रा है ।जिससे हमारे और अमेरिकी व्यापारिक और व्यवहारिक सबंध अनुरुप दृष्टिकोण को देखते हुए हम भविष्य में इस संबंध से बहुत सारे लाभ प्राप्त कर सकते हैं। इन संबंधों का अमेरिका को भी बहुत लाभ प्राप्त होगा।


रेल भर्ती के नाम पर ठगे रायबरेली के युवा

रेलवे की मल्टीनेशनल कंपनी में नौकरी के नाम पर ठगे गये रायबरेली के युवक


सन्दीप मिश्रा


रायबरेली। रेलवे विभाग की एक मल्टीनेशनल कंपनी मैं नौकरी दिलाने के नाम पर लखनऊ की एक महिला द्वारा रायबरेली जनपद के युवकों को ठगे जाने का मामला प्रकाश में आया है। बताते हैं रेलवे विभाग का कार्य कर रही एलएनटी कंपनी में नौकरी दिलाने के लिए लखनऊ की एक महिला उमा श्रीवास्तव ने अपने पुत्र शिवेंद्र श्रीवास्तव और कंपनी के एक सेक्शन इंजीनियर हितेश राय के साथ जनपद के नवयुवकों को अपना शिकार बनाने का षड्यंत्र रचा । जिसके तहत नौकरी का प्रलोभन देकर नव युवकों से उनके अंक पत्रों की फोटो कॉपी आधार कार्ड फोटो और तमाम तरह के जरूरी कागजात के साथ-साथ एक से डेढ़ लाख रुपए तक ले लिए और उन्हें बताया कि पहले आप सबकी 2 महीने तक ट्रेनिंग होगी उसके बाद सभी को कंपनी के माध्यम से नौकरी मिल जाएगी। जगतपुर निवासी शोभित पांडेय ने बताया कि पैसा जमा करने के बाद उमा श्रीवास्तव के पुत्र शिवेंद्र श्रीवास्तव ने सभी को लखनऊ बुला कर दो महीने तक उनकी कोचिंग क्लास चलाई । कोचिंग क्लास का कोर्स पूरा होने के बाद सब को यह कहकर भेज दिया गया कि जब भी कंपनी से बुलावा आएगा आप सबको सूचित कर दिया जाएगा। बताते है कि उमा श्रीवास्तव और उनके पुत्र द्वारा फैलाए गए इस जाल में रायबरेली जनपद के ही नहीं बल्कि लखनऊ कानपुर सुल्तानपुर प्रतापगढ़ तक के युवक उनके शिकार में फस गए और आज 2 साल बीत जाने के बाद भी नौकरी के लिए भटक रहे हैं । रायबरेली के ही गवर्नमेंट कॉलोनी निवासी और ठगी का शिकार हुए एक युवक का कहना है कि इन लोगों ने फर्जी ढंग से सभी को आई कार्ड तक एलएनटी कंपनी का जारी कर दिया था और कुछ लोगों को तो भोपाल उड़ीसा आदि जगहों पर ट्रेनिंग के नाम पर भेज भी दिया था । परंतु आज तक उन लोगों को नौकरी नहीं मिली उल्टा उन लोगों का पूरा पैसा इन फर्जीवाड़ा करने वालों के पास जमा है । सूत्र बताते है कि इन लोगो ने तमाम जनपदो से लगभग 4 सौ युवकों को अपना शिकार बना रखा है । यही वजह है कि कई युवकों ने अपने रुपये वापस करने की बात कही तो उनको धमकी या फिर भय दिखा कर शांत करा दिया गया। लेकिन युवक आज भी अपनी नोकरी या इन ठगों के पास जमा धन के लिये भटक रहे है।



अंतर-कलह का फायदा उठाये भाजपा

राजस्थान में कांग्रेस की अंर्तकलह का फायदा उठा सकती है भाजपा। 

जयपुर। राजस्थान प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि अंर्तकलह के चलते प्रदेश में कांग्रेस की सरकार हिट विकेट हो जाएगी। भाजपा का प्रयास होगा कि अशोक गहलोत के नेतृत्व में चलने वाली कांग्रेस सरकार अपना कार्यकाल पूरा न कर सके। कांग्रेस में सीएम अशोक गहलोत और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट के बीच पिछले कई माह से खींचतान चल रही है, लेकिन यह पहला मौका है जब प्रमुख विपक्षी भाजपा की ओर से इस तरह का बयान आया है। अब तक भाजपा के नेताओं का यही कहना रहा कि कांग्रेस के आंतरिक विवाद से हमारा कोई सरोकार नहीं है। असल में भाजपा और कांग्रेस के विधायकों में बड़ा अंतर है। कांग्रेस के पास अब 200 में से 106 विधायक हो गए हैं, जबकि भाजपा के 72 विधायक हैं। सरकार को गिराने के लिए भाजपा को कम से कम 28 विधायकों का जुगाड़ करना है। अब तक की चुप्पी के बाद 22 सितम्बर को जिस तरह भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष पूनिया का बयान आया है, उससे कांग्रेस में खलबली मच सकती है। अब तक जो भाजपा तमाशबीन की मुद्रा में थी, वह अब कांग्रेस के अंर्तकलह में रुचि दिखाने लगी है। यदि भाजपा की रुचि बढ़ती है तो राजस्थान में कांग्रेस की सरकार को खतरा हो सकता है। हालांकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को फिलहाल अपने ही लोगों से खतरा नजर आ रहा है। पिछले दिनों बसपा के छह विधायकों को कांग्रेस में शामिल करवाने से सीएम गहलोत बेहद उत्साहित थे। उम्मीद थी कि सरकार को मजबूती देेने के लिए बसपा के विधायकों को मंत्री बनाया जाएगा। गहलोत मंत्रिमंडल का विस्तार करते इससे पहले ही प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं क ो राजनीतिक नियुक्तियां देने का मुद्दा उठा दिया। हालांकि बसपा विधायकों को शामिल करने में पायलट की कोई भूमिका नहीं थी, लेकिन फिर भी पायलट ने कहा कि बसपा के विधायक बिना शर्त कांग्रेस में शामिल हुए हैं। पायलट का कहना रहा कि पहले कांग्रेस के उन कार्यकर्ताओं को सम्मान मिलना चाहिए जिन्होंने पांच वर्ष खून पसीना बहाकर प्रदेश में सरकार बनवाई है। पायलट के इस बयान के बाद गहलोत के मंत्रिमंडल का विस्तार टल गया। क्रिकेट की राजनीति में भी पायलट की ओर से गहलोत को खुली चुनौती दी जा रही है। पायलट के समर्थक माने जाने वाले कांग्रेस के दिग्गज नेता रामेश्वर डूडी ने राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष पद पर दावा ठोक दिया है। यह दावा तब किया गया है, जब सीएम गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत को एसोसिएशन का अध्यक्ष बनाने की कवायद हो रही है। देखना होगा कि अब भाजपा किस तरह से कांग्रेस की अंर्तकलह को हवा देती है। प्रदेश अध्यक्ष पूनिया के ताजा बयान से राजस्थान की राजनीति में खलबली मच गई है। 
एस.पी.मित्तल


पक्षपात में घुस गए दरगाह अध्यक्ष (विचार)

केन्द्र सरकार की दरगाह कमेटी के अध्यक्ष अमीन पठान अब कांग्रेस के पक्ष में आए। इसे कहते हैं दोनों हाथ में लड्डू रखना। क्रिकेट लीग के नाम पर वसूली के आरोप। 

मौका परस्त व्यक्तियों के लिए कहावत है कि दोनों हाथ में लड्डू रखना। इस कहावत को अब अजमेर स्थित सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह की प्रबंध कमेटी के अध्यक्ष अमीन पठान चरितार्थ कर रहे हैं। दरगाह कमेटी केन्द्रीय अल्पसंख्यक मंत्रालय के अधीन काम करती है। स्वयं को कट्टर भाजपाई साबित कर अमीन पठान गत दो बार से कमेटी के अध्यक्ष बन रहे हैं। केन्द्रीय अल्पसंख्यक मंत्री मुख्त्यार अब्बास नकवी की मिजाजपुर्सी कर पठान दो बार से कमेटी का अध्यक्ष पद हथियाने में सफल रहे हैं। राजस्थान में गत भाजपा के शासन में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को प्रभावित कर पठान हज कमेटी के अध्यक्ष भी बन गए। यानि भाजपा की सरकार राज्य में हो या केन्द्र में, पठान ने राजनीतिक लाभ लेने में कोई कसर नहीं छोड़ी। लेकिन राजस्थान की क्रिकेट की राजनीति में अब पठान कांग्रेस के नेताओं के साथ खड़े हो गए हैं। पठान पूर्व में राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के उपाध्यक्ष रह चुके हैं, इसलिए पठान का क्रिकेट की राजनीति में भी दखल हैं। इन प्रदेश में क्रिकेट की राजनीति में घमासान मचा हुआ है। विधानसभा और राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष सीपी जोशी चाहते हैं कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत एसोसिएशन के अध्यक्ष बने। हालांकि जोशी-गहलोत को अपनी ही पार्टी के नेता रामेश्वर डूडी से चुनौती मिल रही है, लेकिन मौका देखते हुए पठान ने कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुत्र की उम्मीदवारी का समर्थन कर दिया है। जो अशोक गहलोत रोजाना भाजपा राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ को कोसते हैं उन्हीं गहलोत के पुत्र को पठान खुला समर्थन दे रहे हैं। असल में एक कारोबारी ने जयपुर में पठान के विरुद्ध 80 लाख रुपए वसूलने का आरोप लगाते हुए पुलिस में मुकदमा दर्ज करवाया है। पठान अब इसी मुकदमे में एफआर लगवाना चाहते हैं। एफआर लगवाने में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मदद चाहिए। यानि पठान पहले अपना हित देख रहे हैं। मुकदमे में एफआर लगवाने में केन्द्रीय अल्पसंख्यक मंत्री नकवी कोई मदद नहीं कर सकते है। 
यूनिवर्सिटी के नाम पर भी चंदा वसूली:
ख्वाजा साहब की दरगाह के अनेक खादिमों ने दरगाह कमेटी के अध्यक्ष अमीन पठान पर ख्वाजा साहब के नाम पर बनने वाली यूनिवर्सिटी के लिए चंदा वसूली का आरोप लगाया है। खादिमों का कहना है कि जिस यूनिवर्सिटी का शिलान्यास पठान ने केन्द्रीय अल्पसंख्यक मंत्री मुख्त्यार अब्बास नकवी से करवाया उस यूनिवर्सिटी के भवन का मानचित्र भी अभी तक स्वीकृत नहीं करवाया है। इतना ही नहीं इस यूनिवर्सिटी के लिए किसी भी सरकारी संस्थान से मान्यता नहीं ली गई है। लेकिन इसके बावजूद भी व्यापक पैमाने पर प्रचार प्रसार कर यूनिवर्सिटी के नाम पर चंदा उगाया जा रहा है। 
एस.पी.मित्तल


तो क्या यही कश्मीरी है? (विविध)

तो क्या सुरक्षा बलों पर पत्थर फेंकने वाले ही कश्मीरी हैं? पीएम नरेन्द्र मोदी ने अमरीका में कश्मीरी पंडितों से मुलाकात पाकिस्तान को करारा जवाब दिया। 

 भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अमरीका के ह्यूस्टन में भारतीय मूल के कश्मीरी  पंडितों के समुदाय से मुलाकात की। मोदी ने स्वीकारा की आम लोगों (कश्मीरी पंडित) को बहुत कष्ट झेलना पड़ा है। लेकिन कश्मीरी पंडितों ने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने पर मोदी का आभार प्रकट किया। पंडितों का कहना रहा कि अब हम अपने घरों पर जा सकेंगे। असल में 370 हटने के बाद से पाकिस्तान और भारत में रह रहे पाकिस्तान परस्त नेता कश्मीर घाटी में लगी पाबंदियों को उठा रहे हैं। कहा जा रहा है कि कश्मीरियों पर अत्याचार हो रहा है। जब जानते हैं कि 5 अगस्त के बाद से सुरक्षा बलों को घाटी में एक भी गोली नहीं चलानी पड़ी है। मोदी ने कश्मीरी पंडितों से मुलाकात कर बता दिया कि असली कश्मीरी कौन हैं। पाकिस्तान तो उन कश्मीरियों की तरफदारी कर रहा है जो सुरक्षा बलों पर पत्थर फेंकते हैं। कश्मीर घाटी के मात्र पांच जिलों में कुछ पाबंदियां उन्हीं कश्मीरियों पर लगा रखी हैं जो अभी पत्थर फेंकने और माहौल बिगाडऩे को उतावले हैं। उन्हीं नेताओं को नजरबंद कर रखा है जो पत्थरबाजों को भड़काते हैं। असल में पाकिस्तान परस्त नेताओं की खेल खत्म हो गया है। अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद जम्मू कश्मीर प्रांत को केन्द्र शासित प्रदेश बना दिया है और 80 प्रतिशत क्षेत्र को आतंक से मुक्त कर दिया है। पाकिस्तान परस्त नेता जम्मू और लद्दाख के लोगों की खुशियों की बात नहीं करते, बल्कि मु_ीभर उन कश्मीरियों की दुहाई देते हैं, जो पाकिस्तान से पैसा लेकर आतंक फैलाते हैं। क्या भारत को अपने देश में आतंकियों के खिलाफ कार्यवाही का अधिकार नहीं है? जब जम्मू, लद्दाख तथा कश्मीर के अधिकांश जिलों से सभी पाबंदियां हटा ली गई है तो फिर घाटी के पाबंदी वाले पांच जिलों की स्थिति को समझा जा सकता है। ह्यूस्टन में कश्मीरी समुदाय से मुलाकात कर मोदी ने बताया कि कश्मीरी इतने मेहनती और सच्चे दिल के होते हैं। पाकिस्तान परस्त नेताओं की वजह से कश्मीरी पंडितों को कश्मीर छोडऩा पड़ा। अब जब कश्मीरी वापस अपने घरों पर जाएंगे तो उनकी खुशी का अंदाजा लगाया जा सकता है। पाकिस्तान को चाहिए कि वह अब कश्मीर का राग अलापना बंद करे। 
एस.पी.मित्तल


एसएचओ की रिवाल्वर छीन बदमाश फरार

लुटेरों से भिड़ गए एसएचओ, सर्विस रिवॉल्‍वर छीन बदमाश हुए फरार, भीड़ देखती रही तमाशा


रोहतक। लाखनमाजरा चौक के पास सदर थाना एसएचओ बदमाशों से भिड़ गए। वे सिविल वर्दी में गोहाना की तरफ से बाइक सवारों का पीछा कर रहे थे। लाखनमाजरा चौक के नजदीक पंक्‍चर लगवा रहे बदमाशों पर एसएचओ ने रिवाल्वर तान दी। बदमाशेां ने भी एसएचओ पर अवैध पिस्तौल तान दी। किसी भी ओर से गोली नहीं चलाई गई और फिर दोनों तरफ से हाथापाई शुरू हो गई। इसी बीच बदमाश एसएचओ की सर्विस रिवाल्वर लूटकर फरार हो गए।
इसके बाद मामले की सूचना आग की तरह फैल गई और घटनास्‍थल पर रोहतक एसपी राहुल शर्मा भी पहुंचे मौके पर पहुंचे। लाखनमाजरा थाने में मामला दर्ज करवाया गया है। और नाकेबंदी भी कर दी गई है। बताया जा रहा कई दिन से बाइक सवार बदमाशों की वीटी चल रही थी। शक होने पर एसएचओ ने पीछा करना शुरू किया था और जब बदमाशों ने उनके उपर पिस्‍तौल तानी तो शक यकीन में बदल गया। मगर हैरत की बात ये रही कि चौक पर एसएचओ और बदमाशों के बीच हाथापाई होती रही और भीड़ तमाशा देखती रही।


देखते हैं पाकिस्तान कितने आतंकी भेजेगा

पटना। देश के अभिन्न हिस्से को हम किसी भी रूप में अपने से जुदा नहीं कर सकते हैं। हमारे राष्ट्र का प्रत्येक भूभाग  स्वच्छंद रूप से हमारा है और हम राष्ट्रहित में उसका सदुपयोग करने से पीछे नहीं हटेगे। देश की जनता को इस बात का विश्वास होना चाहिए कि अनुच्छेद 370 ऐसा कैंसर था जिसने कश्मीर का बहुत खून बहाया है। जिन लोगों का खून बहाया गया है वे सब भारत के नागरिक थे। खून-खराबे से छुटकारे के लिए यह उचित समय था। जिसका हमारी सरकार ने लाभ भी उठाया। आज पाकिस्तान की जनता भय के साए से मुक्त है और स्वतंत्र जीवन जीने के लिए आजाद है। जो उन्हें इससे पहले कभी नहीं मिला वह भाजपा की सरकार ने दिया है। रही बात पाकिस्तान की पाकिस्तान अपनी निम्न हरकतों से बाज आने वाला नहीं है हम भी देखते हैं कि पाकिस्तान कितने आतंकवादी भेज सकता है, कोई लौट कर नहीं जा सकेगा। राजनाथ सिंह ने कहा
जम्मू कश्मीर की तीन चौथाई जनता अनुच्छेद-370 के अधिकतर प्रावधानों को निरस्त किए जाने के पक्ष में थी। 
आशा करते हैं कि पाकिस्तान 1965 और 1971 की गलतियां नहीं दोहराएगा, उनके साथ बातचीत सिर्फ पीओके पर होगी। अन्य किसी विषय पर बात करने का कोई औचित्य नहीं है।


दिल्ली में 'एक्यूआई' 391 पर दर्ज किया गया

दिल्ली में 'एक्यूआई' 391 पर दर्ज किया गया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली और एनसीआर इलाके में प्रतिबंध के बावजूद जमीन से...