रविवार, 22 सितंबर 2019

जहरीली शराब से छह की मौत,चार गंभीर

अजित सिंह


देहरादून। जहरीली शराब के सेवन से देहरादून में छह लोगों की मौत हो गई है और चार की हालत खराब है। बताया जा रहा है कि मरने वालों की संख्या में इजाफा हो सकता है। घटना के बाद से ही लोगों में आक्रोश बना हुआ है। मृतकों के नाम आकाश (22 साल) पुत्र किशन, सुरेंद्र (38 साल) पुत्र अशोक चौहान, इंदर, गुड्डु (35 साल) पुत्र नत्थू, राजेंद्र (45 साल) पुत्र प्यारे लाल और शरन पुत्र सुखलाल सभी निवासी पथरिया पीर देहरादून हैं। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मामले की गंभीरता को देखते हुए न्यायिक जांच के आदेश दे दिए हैं और तीन आबकारी अधिकारियों को भी निलंबित कर दिया है।


आसमानी बिजली गिरने से तीन की मौत

चरखीदादरी। जिले के गांव बीजना के पास खेत मे काम करते समय आसमानी बिजली गिरने से तीन लोगों की मौत हो गई।मिली जानकारी के अनुसार आज दिन मे मोहित सुपुत्र श्री सुरेश कुमार शर्मा (उम्र 20 वर्ष), गांव जावा निवासी धोलिया यादव (उम्र 40 वर्ष )और उसकी पत्नी (उम्र 37 वर्ष) खेत में काम कर रहे थे, उसी समय गरज के साथ आसमानी बिजली गिरने से उनकी मौत हो गई । गांव बीजना के सरपंच श्री कृष्ण कुमार ने बताया कि इस दुखद घटना से गांव बीजना,जावा मे मातम पसर गया है।गाव के सभी लोग इस घटना से बहुत दुखी है। घटना के बाद गांव मे लोगों का सांत्वना देने के लिए तांता लगा है।


कश्मीरी पंडितों से अलग-अलग मुलाकात की

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सात दिनों के अमेरिकी दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने ह्यूस्टन में सिख, बोहरा और कश्मीरी पंडितों के एक-एक प्रतिनिधिमंडल से अलग-अलग मुलाकात की। इस दौरान प्रधानमंत्री लोगों से बात करते दिखे और फोटो खिंचवाई। कश्मीरी पंडितों के प्रतिनिधिमंडल में शामिल सुरिंदर कौल ने पीएम मोदी के हाथों को चूम लिया। उन्होंने पीएम मोदी से कहा, ''सात लाख कश्मीरी पंडितों की तरफ से आपको धन्यवाद.'' इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आपने जो कष्ट झेला है वो भी कम नहीं है। सुरिंदर कौल ने बताया, ''पीएम ने कहा कि कश्मीरी पंडितों ने बहुत पीड़ा सही है। हम नया कश्मीर बनाएंगे। मैंने समुदाय की ओर से एक ज्ञापन दिया। उसने स्वीकार कर लिया।'' उन्होंने कहा, ''हमने एतिहासिक फैसले (अनुच्छेद 370) के लिए दुनिया भर के सात लाख कश्मीरी पंडितों की ओर से उन्हें धन्यवाद दिया। हमने पीएम मोदी को आश्वासन दिया कि हमारा समुदाय कश्मीर के लिए आपके सपने को पूरा करने के लिए सरकार के साथ काम करेगा।''


हाउडी मोदी कार्यक्रम लगभग 3 घंटे चलेगा

टेक्सास। अमेरिका के ह्यूस्टन में आयोजित 'हाउडी मोदी' कार्यक्रम में भारतीय मूल के लोगों को संबोधित करने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल टेक्सास राज्य के ह्यूस्टन शहर पहुंच गए हैं।


पीएम मोदी का एयरपोर्ट पर ट्रेड एंड इंटरनेशनल अफेयर्स के डायरेक्टर क्रिस्टोफर ओलसन और अन्य अधिकारियों ने रिसीव किया। इस दौरान भारत में यूएस के राजदूत केनेथ जस्टर और यूएस में भारत के राजदूत हर्षवर्धन श्रंगला भी मौजूद रहे। पीएम मोदी आज कार्यक्रम में भारतीय मूल के लोगों को संबोधित करेंगे। 'हाउडी मोदी' कार्यक्रम की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। इस समारोह के अब तक 50 हजार टिकट बिक चुके हैं। हाउडी मोदी कार्यक्रम करीब तीन घंटे तक चलेगा।


इस कार्यक्रम में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी शिरकत करेंगे। ह्यूस्टन को अमेरिका के तेल और गैस की राजधानी के रूप में जाना जाता है। भारत और अमेरिका ने ऊर्जा के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के लिए पिछले साल रणनीतिक ऊर्जा साझेदारी को समझौता किया था।अमेरिका में भारत के राजदूत हर्षवर्धन श्रंगला ने कहा कि ह्यूस्टन आगमन के बाद मोदी एक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे, जिसमें वह ऊर्जा कंपनियों के कुछ प्रमुख सीईओ से मुलाकात करेंगे। उन्होंने कहा कि ऊर्जा का केंद्र होने के कारण ह्यूस्टन दौरे के केंद्र में रहेगा।श्रंगला ने कहा, “अमेरिका के शेल से उत्पादित तेल और एलएनजी क्षेत्र में दिलचस्पी के होने के कारण ऊर्जा के क्षेत्र में अमेरिका के साथ हमारा सहयोग काफी बढ़ेगा। हम भारतीय ऊर्जा कंपनियों के लिए प्रौद्योगिकी की भी तलाश कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ऊर्जा क्षेत्र की कुछ शीर्ष कंपनियों से मिलेंगे, जिनमें ज्यादातर कंपनियों के मुख्यालय ह्यूस्टन में हैं।


कलाकार देंगे प्रस्तुतियां
वेबसाइट के अनुसार, 71,995 सीटों वाले एनआरजी फुटबाल स्टेडियम में यह कार्यक्रम रविवार सुबह 8.45 बजे शुरू होगा और दोपहर बाद 12.30 बजे समाप्त हो जाएगा। इस आयोजन का महत्व इस बात से समझा जा सकता है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप स्वयं प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत करने समारोह में उपस्थित रहेंगे। भारतवंशी समुदाय इस तीन घंटे के शो की तैयारी करने में व्यस्त है, जिसमें कलाकार अन्य प्रस्तुतियों के साथ भारतीय शास्त्रीय संगीत, लोकगीत और नृत्य पेश करेंगे। ह्यूस्टन के 1,000 से ज्यादा गुजराती समारोह में प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए गुजरात के पारंपरिक नृत्य 'डांडिया' की तैयारी कर रहे हैं।


ईर्ष्यालु व्यक्ति से दूर रहे:मिथुन

राशिफल


मेष-बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। स्थायी संपत्ति के कार्य बड़ा लाभ दे सकते हैं। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। कार्य के दस्तावेज ध्यान से पढ़ें। रुके कार्य बनेंगे। नौकरी में अधिकार बढ़ सकते हैं। पार्टनरों का सहयोग प्राप्त होगा। शारीरिक कष्ट की आशंका है। विवाद से बचें।


वृष-बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे। पार्टी व पिकनिक का कार्यक्रम बन सकता है। संगीत में रुचि रहेगी। व्यापार-व्यवसाय अच्‍छा चलेगा। नौकरी में नए कार्य कर पाएंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। पारिवारिक जीवन सुखमय व्यतीत होगा। प्रमाद न करें।


मिथुन-नकारात्मकता रहेगी। बेबात चिड़चिड़ापन रहेगा। भावना में न बहें। दौड़धूप अधिक होगी। दु:खद समाचार मिल सकता है। पुराना रोग परेशानी का कारण बन सकता है। ईर्ष्यालु व्यक्तियों से दूर रहें। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। आय बनी रहेगी।


कर्क-मित्रों तथा रिश्तेदारों की सहायता कर पाएंगे। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। स्वास्थ्य अच्‍छा रहेगा। उत्साह व प्रसन्नता से कार्य कर पाएंगे। नौकरी में अधिकार बढ़ सकते हैं। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। किसी विशेष व्यक्ति से हानि संभव है। ध्यान रखें।


सिंह-आत्मसम्मान बना रहेगा। भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी। नए संपर्क बनेंगे। उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी। आय में वृद्धि होगी। किसी बनते कार्य में बाधा संभव है। चिंता तथा तनाव रहेंगे। प्रतिद्वंद्वी सक्रिय रहेंगे। जल्दबाजी न करें।


कन्या-बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। भेंट व उपहार की प्राप्ति हो सकती है। किसी बड़ी समस्या से छुटकारा मिल सकता है। समय की अनुकूलता का लाभ लें। भरपूर प्रयास करें। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। यात्रा लाभदायक रहेगी। प्रसन्नता रहेगी।


तुला-किसी भी प्रकार के विवाद में न पड़ें। फालतू खर्च होगा। लेन-देन में सावधानी रखें। पुराना रोग उभर सकता है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। किसी अपरिचित व्यक्ति पर आंख मूंदकर विश्वास न करें। व्यापार ठीक चलेगा।


वृश्चिक-बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। यात्रा लाभदायक रहेगी। कोई बड़ा काम मिल सकता है। कारोबार में वृद्धि होगी। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। व्यस्तता के कारण स्वास्थ्य बिगड़ सकता है। परिवार के छोटे सदस्यों के बारे में चिंता का वातावरण बनेगा।


धनु-योजना फलीभूत होगी। कार्यस्थल पर सुधार व परिवर्तन हो सकता है। बिगड़े काम बनेंगे। व्यापारिक नए अनुबंध हो सकते हैं। सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी। बेचैनी रहेगी। स्वास्थ्य कमजोर रह सकता है। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। व्यापार अच्‍छा चलेगा।


मकर-तंत्र-मंत्र में रुचि जागृत होगी। प्रभाव बढ़ेगा। जीवनसाथी से सहयोग प्राप्त होगा। कानूनी अड़चन दूर होकर स्थिति अनुकूल होगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। कारोबार में वृद्धि होगी। नौकरी में अधिकार बढ़ सकते हैं। जोखिम व जमानत के कार्य बिलकुल न करें।


कुंभ-आते-जाते कार्य करते समय सावधान रहें। शारीरिक हानि की आशंका है। विवाद न करें। बात बिगड़ सकती है। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं। कारोबार अच्‍छा चलेगा। आय होगी।


मीन-कुंआरों को वैवाहिक प्रस्ताव प्राप्त हो सकता है। कानूनी अड़चन दूर होगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। आय में वृद्धि होगी। प्रसन्नता का वातावरण बनेगा। कारोबार अच्‍छा चलेगा। नौकरी में सहकर्मी साथ देंगे। थकान रह सकती है।


वायुमंडल का अनुमानित क्षेत्र एवं ताप

पृथ्वी को घेरती हुई जितने स्थान में वायु रहती है उसे वायुमंडल कहते हैं। वायुमंडल के अतिरिक्त पृथ्वी का स्थलमंडल ठोस पदार्थों से बना और जलमंडल जल से बने हैं। वायुमंडल कितनी दूर तक फैला हुआ है, इसका ठीक ठीक पता हमें नहीं है, पर यह निश्चित है कि पृथ्वी के चतुर्दिक् कई सौ मीलों तक यह फैला हुआ है।


वायुमंडल के निचले भाग को (जो प्राय: चार से आठ मील तक फैला हुआ है) क्षोभमंडल, उसके ऊपर के भाग को समतापमंडल और उसके और ऊपर के भाग को मध्य मण्डलऔर उसके ऊपर के भाग को आयनमंडल कहते हैं। क्षोभमंडल और समतापमंडल के बीच के बीच के भाग को "शांतमंडल" और समतापमंडल और आयनमंडल के बीच को स्ट्रैटोपॉज़ कहते हैं। साधारणतया ऊपर के तल बिलकुल शांत रहते हैं।


प्राणियों और पादपों के जीवनपोषण के लिए वायु अत्यावश्यक है। पृथ्वीतल के अपक्षय पर भी इसका गहरा प्रभाव पड़ता है। नाना प्रकार की भौतिक और रासायनिक क्रियाएँ वायुमंडल की वायु के कारण ही संपन्न होती हैं। वायुमंडल के अनेक दृश्य, जैसे इंद्रधनुष, बिजली का चमकना और कड़कना, उत्तर ध्रुवीय ज्योति, दक्षिण ध्रुवीय ज्योति, प्रभामंडल, किरीट, मरीचिका इत्यादि प्रकाश या विद्युत के कारण उत्पन्न होते हैं।


वायुमंडल का घनत्व एक सा नहीं रहता। समुद्रतल पर वायु का दबाव 760 मिलीमीटर पारे के स्तंभ के दाब के बराबर होता है। ऊपर उठने से दबाव में कमी होती जाती है। ताप या स्थान के परिवर्तन से भी दबाव में अंतर आ जाता है।


सूर्य की लघुतरंग विकिरण ऊर्जा से पृथ्वी गरम होती है। पृथ्वी से दीर्घतरंग भौमिक ऊर्जा का विकिरण वायुमंडल में अवशोषित होता है। इससे वायुमंडल का ताप - 68 डिग्री सेल्सियस से 55 डिग्री सेल्सियस के बीच ही रहता है। 100 किमी के ऊपर पराबैंगनी प्रकाश से आक्सीजन अणु आयनों में परिणत हो जाते हैं और परमाणु इलेक्ट्रॉनों में। इसी से इस मंडल को आयनमंडल कहते हैं। रात्रि में ये आयन या इलेक्ट्रॉन फिर परस्पर मिलकर अणु या परमाणु में परिणत हो जाते हैं जिससे रात्रि के प्रकाश के वर्णपट में हरी और लाल रेखाएँ दिखाई पड़ती हैं।


काजू की मिठाईयां और मदिरा

काजू (द्विपद नामकरण-आनाकार्द्यूम् ओक्सीदेन्ताले) एक प्रकार का पेड़ है जिसका फल सूखे मेवे के लिए बहुत लोकप्रिय है। काजू का आयात निर्यात एक बड़ा व्यापार भी है। काजू से अनेक प्रकार की मिठाईयाँ और मदिरा भी बनाई जाती है।


काजू का पेड़ तेजी से बढ़ने वाला उष्णकटिबंधीय पेड़ है जो काजू और काजू का बीज पैदा करता है। काजू की उत्पत्ति ब्राजील से हुई है। किन्तु आजकल इसकी खेती दुनिया के अधिकांश देशों में की जाती है। सामान्य तौर पर काजू का पेड़ 13 से 14 मीटर तक बढ़ता है। हालांकि काजू की बौनी कल्टीवर प्रजाति जो 6 मीटर की ऊंचाई तक बढ़ता है, जल्दी तैयार होने और ज्यादा उपज देने की वजह से बहुत फायदेमंद साबित हो रहा है।


काजू का उपभोग कई तरह से किया जाता है। काजू के छिलके का इस्तेमाल पेंट से लेकर स्नेहक (लुब्रिकेंट्स) तक में होता है। एशियाई देशों में अधिकांश तटीय इलाके काजू उत्पादन के बड़े क्षेत्र हैं। काजू की व्यावसायिक खेती दिनों-दिन लगातार बढ़ती जा रही है क्योंकि काजू सभी अहम कार्यक्रमों या उत्सवों में अल्पाहार या नाश्ता का जरूरी हिस्सा बन गया है। विदेशी बाजारों में भी काजू की बहुत अच्छी मांग है। काजू बहुत तेजी से बढ़ने वाला पेड़ है और इसमे पौधारोपण के तीन साल बाद फूल आने लगते हैं और उसके दो महीने के भीतर पककर तैयार हो जाता है। बगीचे का बेहतर प्रबंधन और ज्यादा पैदावार देनेवाले प्रकार (कल्टीवर्स) का चयन व्यावसायिक उत्पादकों के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है।


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