रविवार, 22 सितंबर 2019

हाउडी मोदी कार्यक्रम लगभग 3 घंटे चलेगा

टेक्सास। अमेरिका के ह्यूस्टन में आयोजित 'हाउडी मोदी' कार्यक्रम में भारतीय मूल के लोगों को संबोधित करने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल टेक्सास राज्य के ह्यूस्टन शहर पहुंच गए हैं।


पीएम मोदी का एयरपोर्ट पर ट्रेड एंड इंटरनेशनल अफेयर्स के डायरेक्टर क्रिस्टोफर ओलसन और अन्य अधिकारियों ने रिसीव किया। इस दौरान भारत में यूएस के राजदूत केनेथ जस्टर और यूएस में भारत के राजदूत हर्षवर्धन श्रंगला भी मौजूद रहे। पीएम मोदी आज कार्यक्रम में भारतीय मूल के लोगों को संबोधित करेंगे। 'हाउडी मोदी' कार्यक्रम की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। इस समारोह के अब तक 50 हजार टिकट बिक चुके हैं। हाउडी मोदी कार्यक्रम करीब तीन घंटे तक चलेगा।


इस कार्यक्रम में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी शिरकत करेंगे। ह्यूस्टन को अमेरिका के तेल और गैस की राजधानी के रूप में जाना जाता है। भारत और अमेरिका ने ऊर्जा के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के लिए पिछले साल रणनीतिक ऊर्जा साझेदारी को समझौता किया था।अमेरिका में भारत के राजदूत हर्षवर्धन श्रंगला ने कहा कि ह्यूस्टन आगमन के बाद मोदी एक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे, जिसमें वह ऊर्जा कंपनियों के कुछ प्रमुख सीईओ से मुलाकात करेंगे। उन्होंने कहा कि ऊर्जा का केंद्र होने के कारण ह्यूस्टन दौरे के केंद्र में रहेगा।श्रंगला ने कहा, “अमेरिका के शेल से उत्पादित तेल और एलएनजी क्षेत्र में दिलचस्पी के होने के कारण ऊर्जा के क्षेत्र में अमेरिका के साथ हमारा सहयोग काफी बढ़ेगा। हम भारतीय ऊर्जा कंपनियों के लिए प्रौद्योगिकी की भी तलाश कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ऊर्जा क्षेत्र की कुछ शीर्ष कंपनियों से मिलेंगे, जिनमें ज्यादातर कंपनियों के मुख्यालय ह्यूस्टन में हैं।


कलाकार देंगे प्रस्तुतियां
वेबसाइट के अनुसार, 71,995 सीटों वाले एनआरजी फुटबाल स्टेडियम में यह कार्यक्रम रविवार सुबह 8.45 बजे शुरू होगा और दोपहर बाद 12.30 बजे समाप्त हो जाएगा। इस आयोजन का महत्व इस बात से समझा जा सकता है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप स्वयं प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत करने समारोह में उपस्थित रहेंगे। भारतवंशी समुदाय इस तीन घंटे के शो की तैयारी करने में व्यस्त है, जिसमें कलाकार अन्य प्रस्तुतियों के साथ भारतीय शास्त्रीय संगीत, लोकगीत और नृत्य पेश करेंगे। ह्यूस्टन के 1,000 से ज्यादा गुजराती समारोह में प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए गुजरात के पारंपरिक नृत्य 'डांडिया' की तैयारी कर रहे हैं।


ईर्ष्यालु व्यक्ति से दूर रहे:मिथुन

राशिफल


मेष-बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। स्थायी संपत्ति के कार्य बड़ा लाभ दे सकते हैं। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। कार्य के दस्तावेज ध्यान से पढ़ें। रुके कार्य बनेंगे। नौकरी में अधिकार बढ़ सकते हैं। पार्टनरों का सहयोग प्राप्त होगा। शारीरिक कष्ट की आशंका है। विवाद से बचें।


वृष-बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे। पार्टी व पिकनिक का कार्यक्रम बन सकता है। संगीत में रुचि रहेगी। व्यापार-व्यवसाय अच्‍छा चलेगा। नौकरी में नए कार्य कर पाएंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। पारिवारिक जीवन सुखमय व्यतीत होगा। प्रमाद न करें।


मिथुन-नकारात्मकता रहेगी। बेबात चिड़चिड़ापन रहेगा। भावना में न बहें। दौड़धूप अधिक होगी। दु:खद समाचार मिल सकता है। पुराना रोग परेशानी का कारण बन सकता है। ईर्ष्यालु व्यक्तियों से दूर रहें। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। आय बनी रहेगी।


कर्क-मित्रों तथा रिश्तेदारों की सहायता कर पाएंगे। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। स्वास्थ्य अच्‍छा रहेगा। उत्साह व प्रसन्नता से कार्य कर पाएंगे। नौकरी में अधिकार बढ़ सकते हैं। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। किसी विशेष व्यक्ति से हानि संभव है। ध्यान रखें।


सिंह-आत्मसम्मान बना रहेगा। भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी। नए संपर्क बनेंगे। उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी। आय में वृद्धि होगी। किसी बनते कार्य में बाधा संभव है। चिंता तथा तनाव रहेंगे। प्रतिद्वंद्वी सक्रिय रहेंगे। जल्दबाजी न करें।


कन्या-बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। भेंट व उपहार की प्राप्ति हो सकती है। किसी बड़ी समस्या से छुटकारा मिल सकता है। समय की अनुकूलता का लाभ लें। भरपूर प्रयास करें। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। यात्रा लाभदायक रहेगी। प्रसन्नता रहेगी।


तुला-किसी भी प्रकार के विवाद में न पड़ें। फालतू खर्च होगा। लेन-देन में सावधानी रखें। पुराना रोग उभर सकता है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। किसी अपरिचित व्यक्ति पर आंख मूंदकर विश्वास न करें। व्यापार ठीक चलेगा।


वृश्चिक-बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। यात्रा लाभदायक रहेगी। कोई बड़ा काम मिल सकता है। कारोबार में वृद्धि होगी। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। व्यस्तता के कारण स्वास्थ्य बिगड़ सकता है। परिवार के छोटे सदस्यों के बारे में चिंता का वातावरण बनेगा।


धनु-योजना फलीभूत होगी। कार्यस्थल पर सुधार व परिवर्तन हो सकता है। बिगड़े काम बनेंगे। व्यापारिक नए अनुबंध हो सकते हैं। सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी। बेचैनी रहेगी। स्वास्थ्य कमजोर रह सकता है। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। व्यापार अच्‍छा चलेगा।


मकर-तंत्र-मंत्र में रुचि जागृत होगी। प्रभाव बढ़ेगा। जीवनसाथी से सहयोग प्राप्त होगा। कानूनी अड़चन दूर होकर स्थिति अनुकूल होगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। कारोबार में वृद्धि होगी। नौकरी में अधिकार बढ़ सकते हैं। जोखिम व जमानत के कार्य बिलकुल न करें।


कुंभ-आते-जाते कार्य करते समय सावधान रहें। शारीरिक हानि की आशंका है। विवाद न करें। बात बिगड़ सकती है। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं। कारोबार अच्‍छा चलेगा। आय होगी।


मीन-कुंआरों को वैवाहिक प्रस्ताव प्राप्त हो सकता है। कानूनी अड़चन दूर होगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। आय में वृद्धि होगी। प्रसन्नता का वातावरण बनेगा। कारोबार अच्‍छा चलेगा। नौकरी में सहकर्मी साथ देंगे। थकान रह सकती है।


वायुमंडल का अनुमानित क्षेत्र एवं ताप

पृथ्वी को घेरती हुई जितने स्थान में वायु रहती है उसे वायुमंडल कहते हैं। वायुमंडल के अतिरिक्त पृथ्वी का स्थलमंडल ठोस पदार्थों से बना और जलमंडल जल से बने हैं। वायुमंडल कितनी दूर तक फैला हुआ है, इसका ठीक ठीक पता हमें नहीं है, पर यह निश्चित है कि पृथ्वी के चतुर्दिक् कई सौ मीलों तक यह फैला हुआ है।


वायुमंडल के निचले भाग को (जो प्राय: चार से आठ मील तक फैला हुआ है) क्षोभमंडल, उसके ऊपर के भाग को समतापमंडल और उसके और ऊपर के भाग को मध्य मण्डलऔर उसके ऊपर के भाग को आयनमंडल कहते हैं। क्षोभमंडल और समतापमंडल के बीच के बीच के भाग को "शांतमंडल" और समतापमंडल और आयनमंडल के बीच को स्ट्रैटोपॉज़ कहते हैं। साधारणतया ऊपर के तल बिलकुल शांत रहते हैं।


प्राणियों और पादपों के जीवनपोषण के लिए वायु अत्यावश्यक है। पृथ्वीतल के अपक्षय पर भी इसका गहरा प्रभाव पड़ता है। नाना प्रकार की भौतिक और रासायनिक क्रियाएँ वायुमंडल की वायु के कारण ही संपन्न होती हैं। वायुमंडल के अनेक दृश्य, जैसे इंद्रधनुष, बिजली का चमकना और कड़कना, उत्तर ध्रुवीय ज्योति, दक्षिण ध्रुवीय ज्योति, प्रभामंडल, किरीट, मरीचिका इत्यादि प्रकाश या विद्युत के कारण उत्पन्न होते हैं।


वायुमंडल का घनत्व एक सा नहीं रहता। समुद्रतल पर वायु का दबाव 760 मिलीमीटर पारे के स्तंभ के दाब के बराबर होता है। ऊपर उठने से दबाव में कमी होती जाती है। ताप या स्थान के परिवर्तन से भी दबाव में अंतर आ जाता है।


सूर्य की लघुतरंग विकिरण ऊर्जा से पृथ्वी गरम होती है। पृथ्वी से दीर्घतरंग भौमिक ऊर्जा का विकिरण वायुमंडल में अवशोषित होता है। इससे वायुमंडल का ताप - 68 डिग्री सेल्सियस से 55 डिग्री सेल्सियस के बीच ही रहता है। 100 किमी के ऊपर पराबैंगनी प्रकाश से आक्सीजन अणु आयनों में परिणत हो जाते हैं और परमाणु इलेक्ट्रॉनों में। इसी से इस मंडल को आयनमंडल कहते हैं। रात्रि में ये आयन या इलेक्ट्रॉन फिर परस्पर मिलकर अणु या परमाणु में परिणत हो जाते हैं जिससे रात्रि के प्रकाश के वर्णपट में हरी और लाल रेखाएँ दिखाई पड़ती हैं।


काजू की मिठाईयां और मदिरा

काजू (द्विपद नामकरण-आनाकार्द्यूम् ओक्सीदेन्ताले) एक प्रकार का पेड़ है जिसका फल सूखे मेवे के लिए बहुत लोकप्रिय है। काजू का आयात निर्यात एक बड़ा व्यापार भी है। काजू से अनेक प्रकार की मिठाईयाँ और मदिरा भी बनाई जाती है।


काजू का पेड़ तेजी से बढ़ने वाला उष्णकटिबंधीय पेड़ है जो काजू और काजू का बीज पैदा करता है। काजू की उत्पत्ति ब्राजील से हुई है। किन्तु आजकल इसकी खेती दुनिया के अधिकांश देशों में की जाती है। सामान्य तौर पर काजू का पेड़ 13 से 14 मीटर तक बढ़ता है। हालांकि काजू की बौनी कल्टीवर प्रजाति जो 6 मीटर की ऊंचाई तक बढ़ता है, जल्दी तैयार होने और ज्यादा उपज देने की वजह से बहुत फायदेमंद साबित हो रहा है।


काजू का उपभोग कई तरह से किया जाता है। काजू के छिलके का इस्तेमाल पेंट से लेकर स्नेहक (लुब्रिकेंट्स) तक में होता है। एशियाई देशों में अधिकांश तटीय इलाके काजू उत्पादन के बड़े क्षेत्र हैं। काजू की व्यावसायिक खेती दिनों-दिन लगातार बढ़ती जा रही है क्योंकि काजू सभी अहम कार्यक्रमों या उत्सवों में अल्पाहार या नाश्ता का जरूरी हिस्सा बन गया है। विदेशी बाजारों में भी काजू की बहुत अच्छी मांग है। काजू बहुत तेजी से बढ़ने वाला पेड़ है और इसमे पौधारोपण के तीन साल बाद फूल आने लगते हैं और उसके दो महीने के भीतर पककर तैयार हो जाता है। बगीचे का बेहतर प्रबंधन और ज्यादा पैदावार देनेवाले प्रकार (कल्टीवर्स) का चयन व्यावसायिक उत्पादकों के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है।


यमाचार्य नचिकेता वार्ता

गतांक से...
 मैं उच्चारण कर रहा था यह दीप मालिका का वर्णन हमारे वैदिक साहित्य में वायु को वाहन बनाकर के एक-एक मालिका का वर्णन आता रहता है। वाहन के रूप में गाना गाने वाले की कोई सीमा नहीं होती है। एक गान गा रहा है माता प्रसन्न हो रही है। बालक गान गा रहा है, माता प्रसन्न हो रही है। एक ब्रहमवेता ब्रह्मा का गाना गा रहा है। समाज प्रसन्न हो रहा है। एक गाना गाता हुआ अंतर हृदय में उसका हृदय स्‍वत: प्रसन्न हो रहा है। तो गान गाने वाले कुछ योगेश्वर इस प्रकार के भी हुए हैं। जिन्होंने शब्द विज्ञान के ऊपर बहुत अनुसंधान किया है। जिन्होंने गान के ऊपर अनुसंधान किया है यह जो  गायात्री है जो मां के रूप में गाई जाती है। क्योंकि गान कौन गाता है? गायत्री क्या है मुनीवरो देखो, जो गायत्री गाई जाती है प्रत्येक वेद के मंत्र को गायत्री कहते हैं। कौन गायक है, गायत्री क्या है? जो मुनिवरो, देखो गाई जाती हो प्रत्येक वेद के मंत्र को गायत्री कहते हैं। हमारे यहां गायत्री नामोंकरण एकोंकी का नहीं कहलाता है। यह गायत्री इसलिए विशेष मानी जाती है कि इसमें 24 अक्षर माने गए हैं। इसलिए मानव का शरीर भी 24 खम्‍बों वाला है। यह ब्रह्मांड भी 24 खंभों वाला है। 10 प्राण, दस इंद्रियां है और मुनिवर मन, बुद्धि, चित्त अहंकार कहा जाता है। यह 24 खबों वाला ब्रह्मांड दृष्‍टिपात आ रहा है यही मानव के शरीर में है। यह 24 खंभों वाला ब्रह्मांड मानव शरीर कहलाता है। इसके ऊपर आधारित रहता है। प्रणेश्वर अपनी आभा में गति करता रहता है तो परिणाम क्या है। जब वह गाता है गाने वाला गाता ही रहता है। सदैव ही गाता है। जब माता मल्हार गाती है तो मैं उससे वृष्टि प्रारंभ हो जाती हैं। जब मानव पांडित्य गान गाता है तो उसकी पंडित की धारा अंतरिक्ष में उत्पन्न हो जाती है। यजमान जब यज्ञशाला में स्‍वाह करके हृदय से गाना गाता है तो मुनिवरो देखो यज्ञशाला की तरंगों के साथ में उनके जो स्‍वाह शब्द है वह अंतरिक्ष में औत-प्रॏत हो जाते हैं। मेरे प्यारे देखो, मुझे स्मरण आता रहता है इसके ऊपर नाना वैज्ञानिक हुए हैं जिन वैज्ञानिकों ने बहुत अनुसंधान किया है। यह विज्ञान महाराजा महर्षि भारद्वाज मुनि की यज्ञशाला में भी विधमान था। यही विज्ञान मेरे पुत्रों देखो उद्यालयक गोत्र के कुछ ॠषियों के आश्रम में भी यह विज्ञान पनपता रहा है। मैच विज्ञान के ऊपर कोई विशेष विशेष विवेचना देना नहीं चाहता हूं परंतु विचार यह है कि ऐसे संयंत्रों का निर्माण भी हुआ है। जैसे शब्द है, शब्द के साथ में उसका चित्र यंत्रावलियो में दृष्टिपात आता रहता है।यज्ञोमयी ब्रह्मा वाचा: इस शब्द को लेकर के रचना की गई है तो विचार क्या है। मेरे पुत्रों देखो वेद कहता है कि यह शब्द विज्ञान है। सात्विकता में रमण करने वाला जो सत्यता में रहने वाला है। उसके ऊपर मानव को सदैव चिंतन और मनन करना चाहिए। हृदय से इसके ऊपर विचारशील बन करके अपनी आभा में आभाहित रहना चाहिए। जिससे मानव का जीवन पवित्रता में रमण करता हुआ वैदिक विज्ञान को वैदिक ज्ञान को अपने साकार रूप में लाकर के दर्शाते रहे। विचार-विनिमय करते रहे विचार क्या है एक पंडित गाना गा रहा है ।माता अपने पुत्र से कहती है बालक तू सदैव सत्यवादी  बन,सत्यवादी बनने के लिए माता ही प्रेरणा क्यों देती है। आचार्य ही क्यों प्रेरणा दे रहा है। सत्य उच्चारण करने की प्रेरणा इसलिए दे रहा है। क्योंकि माता का हृदय है, वह बालक माता का हृदय है। और आचार्य का कुल कहलाता है वह विद्यालय में कुल है। माता का हृदय है पिता की श्रुति है। सर्वत्रीय हे ब्रह्मवर्चॏसी तू ब्रह्मवर्चॏसी बन, का अर्थ है। वह सत्यवादी बन,वह सार्थकता मेरा मन कर रहा है। जो प्राण और मन को दोनों को एक सूत्र में लाना जानता है। जो ॠचाती प्रतिभा को लोको की श्रुतियों में कटिबद्ध कर देता है। वह तो सत्य मे रमन करता है। जब मैं अंतरिक्ष के गान रुप में प्रवेश करता हूं। जैसे लोक- लोकांतर है। एक दूसरा, एक दूसरे के प्रति गाना गा रहा है। गान का अभिप्राय है उसे उल्लास दे रहा है। जैसे माता की परिक्रमा करने वाला पुत्र है, कहीं माता पुत्र की परिक्रमा कर रही है और क्योंकि उसी से माता का शब्द का निर्माण हुआ है। वह गान गाता है परंतु देखो वही वृत्‍तियों में वह पुत्र माता की, माता पुत्र की परिक्रमा कर रही है। परिक्रमा का अर्थ है गान गाना, कहीं मुनिवर, देखो पुत्र माता का गाना गा रहा है उसकी प्रसन्नता में मानव मग्‍न हो रहा है ।गान गाता है, हृदय से गा रहा है ममता कर रहा है। इसी प्रकार कहीं पिता की परिक्रमा कर रहा है पिता-पुत्र की परिक्रमा कर रहा है। वह गान रूपों में सत्यता से उपदेश दे रहा है। विचार-विनिमय क्या है, मेरे पुत्रों देखो इसी प्रकार प्राणी एक दूसरे की परिक्रमा कर रहा है। एक वेद का पठन-पाठन करने वाला भयंकर वनों में गा रहा है सिंहराज ध्वनि को श्रवण कर रहा है, सर्पराज आ कर के उसके चरणों में औत-प्रॏत हो रहा है। वह गान की ही महिमा है जो गाता है। हृदय से जब गाता है तो गान को पान करता हुआ परमात्मा के गान से उसका समन्वय हो जाता है। इस लोक में एक प्राणी दूसरे प्राणी की परिक्रमा कर रहा है। गान गाने के रूप में मेघगान गाता है


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण


september 23, 2019 RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-51 (साल-01)
2. सोमवार,23 सितबंर 2019
3. शक-1941,अश्‍विन, कृष्‍णपक्ष,तिथि नवमी,विक्रमी संवत 2076


4. सूर्योदय प्रातः 6:12,सूर्यास्त 6:10
5. न्‍यूनतम तापमान -24 डी.सै.,अधिकतम-33+ डी.सै., हवा की गति धीमी रहेगी, बरसात की संभावना रहेगी।
6. समाचार पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है! सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.201102


https://universalexpress.page/
email:universalexpress.editor@gmail.com
cont.935030275
 (सर्वाधिकार सुरक्षित)


शनिवार, 21 सितंबर 2019

हरियाणा:आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू

चण्डीगढ़। हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री अनुराग अग्रवाल ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी आदेशानुसार आज से लोकतंत्र के महापर्व की शुरूआत हो गई है और हरियाणा विधानसभा-2019 के चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही आज से प्रदेश में तुरंत प्रभाव से आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू हो गई है।
सैक्टर-3 स्थित आज यहां हरियाणा निवास में बुलाए गए एक पत्रकार सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए श्री अग्रवाल ने बताया कि हरियाणा में विधानसभा चुनाव 21 अक्तूबर, 2019 को करवाए जाएंगे, जिसके लिए चुनाव अधिसूचना 27 सितम्बर को जारी की जाएगी, जिसके साथ ही नामांकन भरने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगा जो 4 अक्तूबर तक जारी हो रहेगी। इसके बाद, 5 अक्तूबर को नामांकन पत्रों की संवीक्षा की जाएगी तथा नामांकन वापिस लेने की अंतिम तिथि 7 अक्तूबर होगी। चुनाव परिणाम 24 अक्तूबर को घोषित किए जाएंगे।
श्री अग्रवाल ने बताया कि निष्पक्ष, पारदर्शी व सुनियोजित ढंग से लोकतंत्र में चुनाव सम्पन्न करवाना चुनाव आयोग का कत्र्तव्य है और इसी के चलते राजनैतिक पार्टियों व चुनाव आयोग के बीच हुई सहमति से आदर्श चुनाव आचार संहिता तैयार की गई है जिसकी अनुपालना चुनाव प्रक्रिया के दौरान हम सबको करनी होती है। आदर्श चुनाव आचार संहिता चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों, राजनैतिक पार्टियों, सत्ताशीन दल, सरकार, सरकारी अधिकारियों- कर्मचारियों के लिए यह व्यवस्था देता है कि चुनाव प्रक्रिया के दौरान उन्हें क्या करना है, क्या नहीं करना है।
उन्होंने बताया कि आज से ही जिला प्रशासन व चुनाव प्रशासन पूर्ण रूप से मुस्तैद रहेंगे तथा भारत निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव तिथि घोषित करने के बाद आगामी 72 घण्टे हमारे  लिए महत्वपूर्ण होते हैं। 24 घण्टों के अंदर-अंदर सभी सरकारी कार्यालयों से राजनैतिक पार्टियों से संबंधित फोटो, बैनर इत्यादि हटाने का कार्य किया जाएगा। उसके अगले 24 घण्टों में सार्वजनिक स्थानों पर से तथा उसके बाद के 24 घण्टे निजी सम्पतियों से ऐसी सामग्री हटवाने पर फोकस रहेगा।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि आदर्श चुनाव आचार संहिता के दौरान कोई भी मंत्री चुनाव के कार्य के लिए सरकारी वाहन का प्रयोग नहीं कर सकेगा। केवल उसके निवास से आवश्यक सरकारी कार्य करने के लिए ही उसे की अनुमति होगी। सरकारी व राजनैतिक कार्य मिश्रित रूप से करने के लिए सरकारी वाहन का उपयोग नहीं किया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि आयोग का सी विजल एप कल से ही आरंभ हो गया है। कोई भी नागरिक आदर्श चुनाव आचार संहिता के उल्लघंन से संबंधित सूचना की जानकारी आयोग के पास भेज सकता है और 100 मिनट के अंदर-अंदर संबंधित जिला उपायुक्त-सह-जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा उसका निदान किया जाएगा। उन्होंने बताया कि आयोग के टोल-फ्री नंबर 1950 पर संपर्क किया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि राजनैतिक पार्टियों को इलैक्ट्रॉनिक्स मीडिया पर विज्ञापन देने के लिए  जिला स्तर व राज्य स्तर पर बनाई गई मीडिया निगरानी एवं प्रमाणन समिति से प्रमाण पत्र लेना होगा। सोशल मीडिया पर भी बल्क एसएमएस भेजने पर भी आयोग की नजर रहेगी। केवल व्यक्तिगत एकाउंट से ही ट्वीट कर सकते हैं। इसके अलावा, समाचार के रूप में विज्ञापन अर्थात पेड न्यूज पर आयोग पूरी तरह सख्त है। जिला स्तर व राज्य स्तर पर गठित मीडिया निगरानी एवं प्रमाणन समिति के पास पेड न्यूज की शिकायत की जा सकती है अगर फिर भी कोई राजनैतिक पार्टी व उम्मीदवार इसके समाधान से संतुष्ट नहीं होता तो वह सीईओ के पास अपील कर सकते हैं और उसके बाद वह भारत निर्वाचन आयोग के पास अपील कर सकता है। आयोग द्वारा उस मीडिया हाउस के विरूद्ध भारतीय प्रैस परिषद के माध्यम से कार्यवाही की जाएगी।
श्री अग्रवाल ने बताया कि जैसाकि भारत निर्वाचन आयोग ने आज नई दिल्ली में प्रैस कांफ्रैस के माध्यम से विधान सभा चुनाव हो रहे राज्यों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों को भी सूचित किया है कि इस वर्ष आयोग ने निïष्पक्ष चुनाव के साथ-साथ नैतिक ढंग से चुनाव करवाने की भी नई शुरूआत की है। इसके लिए हम सभी को और अधिक निष्ठ से अपनी चुनाव ड्यूटी का निर्वहन करना होगा।


सीएम ने 'महाकुंभ' की तैयारियों का जायजा लिया

सीएम ने 'महाकुंभ' की तैयारियों का जायजा लिया  बृजेश केसरवानी  प्रयागराज। महाकुंभ की तैयारियों का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री योगी ...