शनिवार, 21 सितंबर 2019

सरकारी काम चिंतित कर सकते हैं:तुला

राशिफल


मेष-किसी बड़ी प्रतियोगिता की तैयारी कर रहे हैं तो सफलता की संभावना बहुत अधिक है। जीवनसाथी के साथ सुखद यात्रा का योग भी बन रहा है। साथ ही यदि बहुत लम्बे समय से संतान सुख से वंचित हैं तो इससे बेहतर समय अब और जल्दी नहीं आने वाला है जिसमे आप संतान प्राप्ति के लिए प्रयास कर सकते हैं। धन के मामले में समय सामान्य है, आप नए कार्यों का प्रारम्भ कर सकते हैं। यात्रा में थोड़ी सावधानी बरतें। धन तथा कीमती सामानों को सुरक्षित रखें। न्यायालय सम्बंधित मामले अभी थोड़ा लम्बा चल सकते हैं।


वृषभ-प्रॉपर्टी या वाहन में भी निवेश संभव है। प्रतिद्वंद्वी गतिविधि बढ़ेगी। किन्तु वह आपका कुछ बिगड़ नहीं पायेंगी। नौकरीपेशा जातकों को कुछ अतिरिक्त जिम्मेदारी दी जा सकती है। अनुत्पादक गतिविधियों पर समय व्यतीत करने से बचें अन्यथा कुछ अन्य काम आधे-अधूरे रह जाएंगे। पारिवारिक संबंधों में सुधार होगा और  परिवार और दोस्तों के साथ छुट्टियां मनाने जा सकते हैं।


मिथुन-नौकरीपेशा जातकों को पदोन्नति मिल सकती है। आप नई योजनाओं और उपक्रमों को लागू कर सकते हैं। आपको अपने अधिनस्थों और सहयोगियों का समर्थन मिलेगा। आपकी वित्तीय स्थिति में सुधार होगा और एक पुराना भुगतान भी प्राप्त किया जा सकता है। प्रॉपर्टी डीलिंग के लिए अच्छा समय है।


कर्क-स्वथ्‍य संबंधी परेशानियां रह सकती हैं। कार्यस्थल पर अधिनास्थों से विरोध हो सकता है । विरोधी प्रतिष्ठा बिगाड़ने की चेष्टा कर सकते हैं। अत: सावधान रहें। आपको अपने भाई बहनों से सहायता मिलेगी। पुराने मित्रों से मुलाकात हो सकती है। छोटी यात्राओं से अच्छा फल मिलेगा।


सिंह-आपकी सेहत की स्थिति बिगड़ सकती है और आप भावनात्मक रूप से परेशान भी हो सकते हैं। अपने आपको शांत को बनाए रखने की कोशिश करनी चाहिए। व्यावसायिक सन्दर्भ में आपको सतर्क और सावधान रहना चाहिए। धन की रुकावट के कारण आपको वित्तीय समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। पारिवारिक-जीवन आनंददायक रहेगा।


कन्या-भाग्य आज आपका साथ दे रहा हैं इसलिए आप व्यावसायिक जीवन के संबंध में नई योजनाएं बना सकते हैं। किसी भी महत्वपूर्ण दस्तावेज़ पर हस्ताक्षर करते समय सावधान रहें। आर्थिक मदद सोच समझकर करें। कठिनाइयाँ आ सकती हैं। न चाहते हुए भी आपको सामाजिक समारोहों का हिस्सा बनना पड़ सकता है।  इससे आपको स्वास्थ्य सम्बंधित परेशानी भी हो सकती है।


तुला-विभागीय कार्यवाही आपको चिंतित कर सकती है। आप दूर या विदेशी स्थानों के लोगों के साथ व्यापार में नुकसान उठा सकते हैं। विदेश में रहने का विकल्प चुन सकते हैं। माँ या मातृ पक्ष के रिश्तेदारों के साथ आपका रिश्ता बिगड़ सकता है।


वृश्चिक-आप अपने अधीनस्थों के समर्थन का आनंद लेंगे । साझेदारी भी स्थिर रहेगी। किसी भी नए प्रोजेक्ट को शुरू करने के बाद ही आप मौजूदा शत्रुयों को समाप्त करें। किसी पारिवारिक सदस्य का गिरता स्वास्थ्य आपकी चिंता का मुख्य कारण हो सकता है। आपके परिवार में तनाव उत्पन्न हो सकता है। आपको दिल के बजाय अपने दिमाग से निर्णय लेने की आवश्यकता पड़ सकती है।


धनु-आप अपनी संभावनाओं के उत्थान की आशा भी कर सकते हैं क्योंकि आप अपनी वर्तमान नौकरी से अधिक पसंदीदा स्थान पर स्थानांतरित हो सकते हैं। आपके वित्त में ध्वनि होगी, जो आपकी आर्थिक स्थिति को अधिक मजबूत करेगी। छात्र अपनी पढ़ाई में अच्छा करेंगे। मायके पक्ष से आपके रिश्तेदार आपके लिए समस्याएं पैदा कर सकते हैं, और आपके पिता की सेहत पर भी असर पड़ सकता है। विदेशी देशों की यात्रा करते समय आपको आव्रजन बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है।


मकर-सरकारी नौकरी की चाह रखने वाले अच्छा करेंगे। व्यापारियों के लिए समय अनुकूल है। कार्यक्षेत्र पर नए विचार आकार लेंगे। घर या काम के मोर्चे पर आपको अपनी जिम्मेदारियां साझा करने की आवश्यकता पड़ सकती है। अपनी कराधान योजनाओं और निवेशों की पहले ही जाँच कर लें क्योंकि इस सप्ताह के अंत में भारी खर्च होने की संभावना है। माता का स्वास्थ्य आपकी ऊर्जा और धन का उपभोग कर सकता है। पैसों की आकस्मिक कमी आपको मुश्किल में डाल सकती है। 


कुंभ-आप कठिनाइयों से दो-चार हो सकते हैं। आप उन पर अपने साहस और अपनी बुद्धि से पार पा पाएंगे। स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं आपको थोड़ा परेशान कर सकती हैं और समय पर की गयी कार्रवाई इनसे छुटकारा पाने में सहायक होगी। वित्तीय स्थिति ठीक रहेगी। फिर भी आपको निवेश के सन्दर्भ में उचित विचार करने की आवश्यकता होगी। कार्यस्थल पर तनाव उत्पन्न न होने दें। आपको पारिवारिक सदस्यों और शुभचिंतकों से समय पर मदद मिलेगी।


मीन-आप कोई नया काम शुरू कर सकते हैं। नई संभावनाओं और नए मौक़ों के लिहाज़ से यह दिन शुभ है। आप नई नौकरी या व्यवसाय में स्थिरता तो चाहेंगे, लेकिन इसके लिए आपको अथक परिश्रम करने की आवश्यकता है। आर्थिक दृष्टि से कोई भी निर्णय बड़ी ही सतर्कता से लें। ख़ुद पर भरोसा रखें। पारिवारिक जीवन यथावत रहेगा।


यमाचार्य नचिकेता वार्ता

गतांक से...
'ब्रहम वाचवृही लोकाम'  हमारे यहां राजा के नामकरण से एक स्वयंवर होने वाला है तो स्वयंबर के नामों से वह पत्रिका महाराज तुगंध्वज राजा के यहां प्रकाशित की गई। तो उन्होंने कहा भाई नरवर, वहां राजा नल का नाम सेव कृतिका वर्णित करते रहते थे। राजा ने कहा हे सेवक, यह पत्रिका आई है 'कुंदनो धानम्‌ जत्ती ब्रह्मा' एक राजा है जो तुंगधानिक नामक राजा है। उनकी कन्या का नाम स्वतक है। राजा नल कहीं मृत्यु को प्राप्त हो गए हैं। परंतु उनकी कन्या का पुन: संस्कार होना, स्वयंवर होना नियुक्त किया है। तो मैं वही जाने वाला हूं कैसे जा सकता हूं? केवल 2 दिन, दो ही दिवस है और देखो मार्ग बहुत दूरी का है। यह कैसे जा सकते हैं? तो उन्होंने कहा महाराज नल के वाहन की गति कराई है। मैं उसका सारथी रहा हूं। यदि आपकी इच्छा हो तो मैं तुम्हारे वाहन की कृतियां कर सकता हूं। उन्होंने कहा बहुत प्रियतम, वाहन को लेकर के जब महाराजा नल वहां से गमन करते हैं। तो गमन करते समय जो गति कर रहे थे तो महाराजा तुगंध्वज का एक वस्त्र भूमि पर गिर गया। उन्होंने कहा वह तो संयोजन दूरी जा चुका है। तुम कहां हो संभोवृत्ती आश्चर्य में हो गए। राजा का वाहन इतनी गति से वाहन चल रहा है। सायं काल को ही देखो राजा सेनकृति के यहां वह विद्यमान हो गये। एक वाटिका थी पुष्प वाटिका में राजा का देखो स्थान-निवास बनाया गया। राजा को स्थिर किया गया। नाना प्रकार के पदार्थों से उनका स्वागत हुआ। तो मनिवरो, देखो महारानी दमयंती ने कहीं विचारा कि मेरे स्वामी से तो मुझे दृष्टिपात आते हैं। परंतु देखो जो एक कन्या और एक पुत्र था। वह समीप लाये गये उनको भी प्रतीत हुआ। परंतु फिर भी उन्हें विश्वास नहीं हुआ। उन्होंने कहा राजन तुम्हारा जो सारथी है यह बहुत सुंदर और प्रिय भोजन बनाता है। उन्होंने भोजन का निर्माण किया। जब भोजन पान किया तो वास्तव में उसी प्रकार का देखो रस और स्वाद आने लगा जैसे महाराजा नल के भोजनालय में आता, भोजन का निर्माण करते थे तो ऐसे ही दृष्टिपात आने लगा। महारानी प्रसन्न हो गई परंतु यह विचारा की यह भी एक कृतियों में है। मैं कुछ दीपक मालिका जानती हूं वह भी दीपक गान जानते हैं। उस दीपक गान के संबंध में दोनों ने कहा प्रार्थना की हे देव आप वास्तव में तो वही है परंतु मुझे अभी भी शंका है। मैं यह चाहती हूं कि आप दीप मालिका गान रूपों से गाइए। जिस दीपक गान के गाने दीपिका बन जाती है नगरों के दीपक जल जाते हैं। राजा ने कहा हे देवी, गान को गाने योग्य नहीं हूं क्योंकि मेरा हृदय नहीं कह रहा है। दमयंती अपने कक्ष में चली गई। सायंकाल का समय था परंतु देखो सभी अपने आसनों पर विद्यमान हो गए। एक वाक्य और कहा था उन्होंने अपनी पत्नी से यह तुमने क्या रचना रची है। तो महारानी ने कहा प्रभु रचना क्या है यहां राजा कोई नहीं है तो आपको ही निमंत्रित करने के लिए मैंने इतना परिश्रम किया है। यहां कोई राजा नहीं है समझना नहीं है जब अपने कक्ष में चले गए। तो रात्रि का मध्यकाल जब समाप्त हुआ उस समय प्रसन्न होकर नल ने उन दोनों को, प्राण और मन दोनों को एकाग्र किया। एक सूत्र में सूत्रित करके उन्होंने गान गाया जब गान गाने लगे तो मुनिवरो, कहते हैं ऐसा मुझे स्मरण कराया गया। जब गान गाया तो सर्वत्र नगर की एक दीप मालिका बन गई। जब दीप मालिका बन गई तो राजा दमयंती के पिता जो राजा थे वह अपने आसन को त्याग करके अपनी महारानी से बोले देवी, मुझे ऐसा प्रतीत हो रहा है कि कहीं नल हमारे नगर में विद्यमान है ।नल इस प्रकार का गान जानता है जो दीप मालिका नगरों की बन जाती है। जब उन्होंने कहा कि कब बनती है। मालिका का प्रसंग आया तो दीपावली बन गई। नगर में देखो उनके राजगृह की दीपावली की आकृतियां बन गई। रानी दमयंती को विश्वास हो गया कि यही मेरा स्वामी मेरा पूज्य देव है। प्रातः कालीन राजा नल के समीप जाकर चरणों का स्पर्श किया। हे देव, वास्तव में आपने दीप मालिका बना दिया। राजा तुगंध्‍वज को प्रतीत हुआ कि यह तो नल था। तुम्हारे यहां सेवक का कार्य करता रहा। वहां के क्रियात्मक कर्म करता रहा। मुझे कुछ ऐसा स्मरण है ऐसा मुझे नृत्य कराया है कि राजा ने 'शंभो देवो ब्रहमलोकवृत्‍ति लोकआस्त्ता' रानी दमयंती ने उसे जान करके उनके चरणों की वंदना की और महाराज तुगंध्वज को उनके वाहन में बिठा उनके गृह में पुन:लैटाया।नल के चरणों को स्पर्श किया कि महाराज मेरे यहां कुछ समय तक वास किया है मैं तो बड़ा कृति में अभागा हूं। मैं आपको जान नहीं पाया हूं। मेरा यह बड़ा दुर्भाग्य रहा है। राजा ने कहा कोई कार्य नहीं मेरा यह आपत्ति काल है। मेरा आपत्ति काल भी समाप्त हो गया है। मेरा 12 वर्ष का काल समाप्त हो गया है और देखो मेरे जीवन की प्रतिभा महान बन गई है।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण


september 22, 2019 RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-50 (साल-01)
2. रविवार,22 सितबंर 2019
3. शक-1941,अश्‍विन, कृष्‍णपक्ष,तिथि अष्‍टमी,विक्रमी संवत 2076


4. सूर्योदय प्रातः 6:12,सूर्यास्त 6:10
5. न्‍यूनतम तापमान -26 डी.सै.,अधिकतम-34+ डी.सै., हवा की गति धीमी रहेगी, बरसात की संभावना रहेगी।
6. समाचार पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है! सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


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शुक्रवार, 20 सितंबर 2019

विकलांग रेप विक्‍टिम की रिपोर्ट भी नहीं

आखिर कब सुधरेगी राजस्थान पुलिस। 
बलात्कार पीडि़त विकलांग विवाहित की रिपोर्ट तक दर्ज नहीं की। 
नागौर एसपी विकास पाठक का दावा पीडि़ता थाने पर नहीं आई। 

दोनों पैरों से विकलांग विवाहिता अपने साथ हुए बलात्कार की रिपोर्ट लिखवाने के लिए नागौर ने खुनखुना थाने से लेकर एसपी ऑफिस तक चक्कर लगा रही है और पीडि़ता की कोई सुनवाई नहीं हो रही है। चूंकि पीडि़ता के दौनों पैरों में पोलियो है, इसलिए घिटस-घिसट कर चलती है, लेकिन फिर भी निर्दयी पुलिस कर्मियों को दया नहीं आ रही है। पीडि़ता अपने विकलांग पति के साथ चीख-चीख कर बलात्कारी युवक का नाम भी बता रही है। पीडि़ता का आरोप है कि युवक ने उसके पति को अपने शिक्षण संस्थान में नौकरी देने की एवज में धोखे से बलात्कार किया। 20 सितम्बर को जब न्यूज चैनलों में मामला उजागर हुआ तो नागौर के एसपी विकास पाठक ने कहा कि पीडि़ता थाने पर आई ही नहीं, इसलिए रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई। जबकि पीडि़ता का कहना रहा कि वह पिछले दो माह से नागौर के खुनखुना थाने से लेकर एसपी ऑफिस तक के चक्कर लगा रही हंू, लेकिन रिपोर्ट नहीं लिखी जा रही है। उल्टे आरोपी युवक धमका रहा है। गंभीर बात तो यह है कि पीडि़ता ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज करवाई, लेकिन फिर भी कोई कार्यवाही नहीं हुई। सवाल उठता है कि जो पीडि़ता सरकारी पोर्टल पर शिकायत दर्ज करवा रही है क्या वह थाने पर रिपोर्ट लिखाने नहीं जाएगी? जाहिर है कि पुलस की कथनी और करनी में फर्क हैं। राजस्थान पुलिस के लिए इससे ज्यादा शर्मनाक बात नहीं हो सकती कि बलात्कार की शिकार विकलांग महिला रिपोर्ट लिखाने के लिए दर दर भटकना पड़े। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत स्वयं को गांधीवादी और संवेदनशील मानते हैं। ऐसे सीएम को चाहिए कि जिन पुलिस अधिकारियों ने लापरवाही बरती है उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही करें। पुलिस के बड़े अधिकारियों के कथनों पर भरोसा करने के बजाए पीडि़ता की बात को सही माना जाए। कोई विकलांग महिला यूं ही अपनी इज्जत दांव पर नहीं लगाएगी। नागौर पुलिस को भी चाहिए कि पीडि़ता की रिपोर्ट दर्ज कर आरोपी को तत्काल गिरफ्तार करे। प्रदेश के उन न्यूज चैनलों का भी आभार जिन्होंने इस संवेदनशील मामले को प्रमुखता से प्रसारित किया। 
एस.पी.मित्तल


अपराधी राजनेता स्वामी से सबक लें

पूर्व केन्द्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद की गिरफ्तारी से अपराध करने वाले राजनेता सबक लें। 
कोर्ट ने जेल भेजा। मैं अपने कृत्यों पर शर्मिंदा हूं।

उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ और केन्द्र में नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा की सरकारें हैं, लेकिन इसके बावजूद भी 20 सितम्बर को तीन बार के भाजपा सांसद और अटल बिहारी वाजपेयी की एनडीए सरकार में गृह राज्यमंत्री रहे स्वामी चिन्मयानंद को रेप के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है। यह गिरफ्तारी चिन्मयानंद के शाहजांपुर (यूपी) के आश्रम से हुई है। आरोप है कि लॉ कॉलेज की छात्रा से चिन्मयानंद ने रेप किया है। रेप का आरोप लगाने वाली छात्रा और मीडिया पिछले कई दिनों से चिन्मयानंद की गिरफ्तारी की मांग कर रहा था। सुप्रीम कोर्ट ने भी संज्ञान लेकर हाईकोर्ट को दिशा निर्देश दिए। चौतरफा दबाव के बाद यूपी सरकार ने इस मामले में एसआईटी का गठन किया। अब चिन्मयानंद पुलिस के शिकंजे में हैं। चिन्मयानंद बलात्कारी हैं या नहीं, यह फैसला कोर्ट करेगी,लेकिन जो राजनेता यह समझते हैं कि अपराध करने पर उनका कुछ नहीं बिगड़ेगा, उन्हें चिन्मयानंद की गिरफ्तारी से सबक लेना चाहिए। अब जब देश में जागरुक मीडिया, अति सक्रिय न्यायपालिका और आलोचना से डरने वाला सरकारी तंत्र हैं तो फिर अपराधी को कोई संरक्षण मिलना मुश्किल है। वैसे भी चिन्मयानंद जैसे व्यक्तियों को ऐसे अपराधों से बचना चाहिए। चिन्मयानंद के समर्थक कह सकते हैं कि किसी महिला के साथ जोर जर्बदस्ती नहीं की, लेकिन सोशल मीडिया में चिन्मयानंद के जो वीडियो वायरल हुए हैं, उनसे चिन्मयानंद के कृत्य को घिनौना ही कहा जाएगा। भारतीय संस्कृति में साधु-संतों की परंपरा को सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है। यदि ऐसे लोग संस्कृति के विपरीत कृत्य करेंगे तो फिर अंगुली तो उठेगी ही। कुछ राजनेता समझते हैं कि बंद कमरे में कुकृत्य करने पर कोई नहीं देखेगा, लेकिन ऐसे राजनेता भी अब सावधान हो जाए। चिन्मयानंद के वीडियो बताते हैं कि अपने ही लोगों ने पोल खुलवा दी। चिन्मयानंद का धर्म, राजनीति और सामाजिक क्षेत्र में नाम था, लेकिन अब ऐसा नाम मिट्टी में मिल गया है। सवाल यह नहीं कि आरोप लगाने वाली लड़की ब्लैकमेल कर रही  थी, सवाल आपकी नैतिकता और आचरण का है। जब आप धर्म, राजनीति और सामाजिक क्षेत्र के मंच पर खड़े होकर जनता को उपदेश देते हैं। तब आपसे यह उम्मीद की जाती है कि आप स्वयं भी कहे मुताबिक आचरण करें। आप यदि बंद कमरों में अपने कॉलेज में पढऩे वाली छात्राओं से मालिश करवाएंगे और बाहर निकल बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ पर भाषण देंगे तो फिर लोग आप पर थूकेंगे ही। 
मैं अपने कृत्यों पर शर्मिंदा हंू-चिन्मयानंद:
गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में स्वामी चिन्मयानंद ने माना कि कॉलेज की लड़की को मालिश के लिए बुलवाया था। अपने इस कृत्य के लिए वे शर्मिंदा हैं। गिरफ्तारी के बाद चिन्मयानंद को कोर्ट में पेश किया गया, जहां 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। इस बीच एसआईटी ने बलात्कार का आरोप लगाने वाली लड़की के तीन दोस्तों को भी गिरफ्तार किया है। चिन्मयानंद की ओर से कराई गई एफआईआर में बताया गया कि लड़की के दोस्त पांच करोड़ रुपए की मांग कर रहे थे। चिन्मयानंद की ओर से इस बात के दस्तावेज भी पुलिस को दिए गए हैं। पुलिस ने इस मामले में आरोप लगाने वाली युवती को भी सहअभियुक्त बनाया है। मालूम हो कि एसआईटी की ओर से इस पूरे प्रकरण में 22 सितम्बर को हाईकोर्ट में स्टेटस रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी। 
एस.पी.मित्तल


महाराजा अग्रसेन जयंती का उपलब्ध

अजमेर में धूमधाम से होंगे अग्रसेन जयंती के कार्यक्रम। 
अधिक से अधिक अग्रवालों को जोडऩे का लक्ष्य।

महाराजा अग्रसेन जयंती के उपलक्ष में अजमेर में 21 सितम्बर से 1 अक्टूबर तक विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। जयंती महोत्सव समिति के प्रतिनिधि अशोक पंसारी और डॉ. विष्णु चौधरी ने 20 सितम्बर को बताया कि कार्यक्रमों की शुरुआत 21 सितम्बर को क्रिकेट लीग प्रतियोगिता के साथ होगी। 24 सितम्बर को सुबह 8 बजे 1111 वाहनों की रैली सीताराम बाजार से आरंभ होकर पड़ाव, क्लॉक टावर, गांधी भवन, नया बाजार, आगरा गेट होते हुए महाराज अग्रसेन पब्लिक स्कूल पर समाप्त होगी। इसी दिन सुबह 9 बजे स्कूल परिसर में ही ध्वजा रोहण होगा। 24 सितम्बर को ही रात 8 बजे नया बाजार चौपड़ पर भजन संध्या का आयोजन होगा, जिसमें कोलकाता के जयशंकर चौधरी, जयपुर के गिरिराज, सुरभि चतुर्वेदी तथा निजाम एंड पार्टी द्वारा भजनों की प्रस्तुति दी जाएगी। 25 सितम्बर को सायं साढ़े छह बजे अग्रसेन स्कूल में मेले का आयोजन किया गया है। 26 सितम्बर को स्कूल परिसर में ही आयोजित कवि सम्मेलन में हास्य कवि अरुण जेमनी, शृंगार रस की कवियित्री पूनम वर्मा, उदयपुर के कवि आजात शत्रु, बलवंत बल्लू, विनीत चौहान आदि कविता पाठ करेंगे। 27 सितम्बर को दोपहर ढाई बजे महिला खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया है। इसी दिन सायं साढ़े सात बजे डांडिया के आयोजन होंगे। 28 सितम्बर को स्कूल परिसर में सुबह 9 बजे से रक्तदान शिविर रखा गया है। इसी दिन शतरंज प्रतियोगिता रखी गई है। 29 सितम्बर को दोपहर तीन बजे केसरगंज स्थित सेंट जोंस स्कूल के सामने से महाराज अग्रसेन की शोभायात्रा निकाली जाएगी। इस शोभायात्रा का समापन अग्रसेन नगर में होगा। 30 सितम्बर को सांस्कृति संध्या का आयोजन रखा गया है। 1 सितम्बर को सामूहिक प्रसादी के साथ समारोह का समापन होगा। सामूहिक प्रसादी महाराजा अग्रसेन पब्लिक स्कूल में रखी गई। विभिन्न कार्यक्रमों को सफल बनाने में सतीश बंसल, शैलेन्द्र अग्रवाल, मनीष गोयल, दिनेश परनामी, रामन्द्र मित्तल, प्रदीप बंसल, शंकरलाल बंसल, प्रेमनारायण गर्ग, रमेश चन्द्र अग्रवाल, गोविंद गर्ग आदि की महत्वपूर्ण भूमिका है। इस संबंध में और अधिक जानकारी मोबाइल नम्बर 9414003159 पर अशोक पंसारी तथा 9414004759 पर डॉ. विष्णु चौधरी से ली जा सकती है। 
एस.पी.मित्तल


राष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी ने लगाई गुहार

गाजियाबाद। शास्त्री नगर स्‍थित रजापुर में रहने वाली मुस्कान तोमर की पहचान एक खिलाड़ी के रूप में है। नेशनल लेवल की यह खिलाड़ी आज मजबूर है प्रशासन की उदासीनता के चलते। क्योंकि पिछले काफी समय से मुस्कान प्रदेश व देश का नाम रोशन कर चुकी है। लेकिन उसके बावजूद भी प्रशासन उसके खेल भावना को देखने को तैयार नहीं है। दरअसल मुस्कान की आर्थिक स्थिति इतनी मजबूत नहीं है की वो देश के अलग अलग जगह जाकर खेल खेल सके। मुस्कान के मेडल आपको इतना तो यकीन दिला देंगे कि मुस्कान कहीं ना कहीं अच्छी खिलाड़ी है, और मुश्कान की मेहनत की वजह से आज मुस्कान के पास मैडल ही हैं। लेकिन मुस्कान ने प्रशासन से गुहार लगाई है कि उसकी आर्थिक स्थिति को देखते हुए उसकी मदद की जाए,साथ है। गाजियाबाद की महापौर से भी आग्रह किया है। उसकी मदद की जाए,मुश्कान ने डिस्क थ्रो प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए चेन्नई जाना है। लेकिन माता व पिता के पास इतने पैसे नहीं हैं की मुस्कान को चेन्नई में हो रही खेल प्रतियोगिता में भाग दिला सके अब देखने वाली बात होगी। प्रदेश सरकार जहां एक तरफ बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ का नारा देती है। क्या इस बेटी को खेल की भावना के चलते इसकी आर्थिक मदद कर पाएगी।


दिपक कुमार


'राष्ट्रपति' ने विमान हादसे के लिए माफी मांगी

'राष्ट्रपति' ने विमान हादसे के लिए माफी मांगी  अखिलेश पांडेय  मॉस्को। कजाकिस्तान विमान हादसे के लिए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुति...