नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज दावा किया कि 5 अगस्त 2019 से 17 सितंबर तक, इस दौरान कश्मीर में एक भी गोली नहीं चलाई गई। कोई जान नहीं गई। कश्मीर पूर्ण शांति के माहौल के साथ खुला है। उन्होंने दावा किया कि 370 और 35A हटाने के बाद, सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक करने के बाद पूरी दुनिया लामबंद होकर चट्टान की तरह भारत के आत्मरक्षा के अधिकार को प्रमाणित करती है तब भी हमें बड़ा गौरव होता है कि भारत ने एक बड़ा मुकाम हासिल किया है।
मंगलवार को यहां अखिल भारतीय प्रबंधन संघ के 46वें दीक्षांत समारोह में बोलते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने यह दावा करते हुए कहा कि मोदी सरकार ने 5 साल में 50 फैसले लिए। हमने कभी भी निर्णय लोगों को क्या अच्छा लगेगा ये सोचकर नहीं लिया, बल्कि लोगों के लिए क्या अच्छा है ये सोचकर हमने निर्णय लिये हैं। गृह मंत्री ने कहा कि जब हम एयर स्ट्राइक और सर्जिकल स्ट्राइक जैसे फैसले लेते हैं तब कई सारी चीजें सामने होती हैं कि युद्ध होगा तब क्या होगा, गड़बड़ हो जाएगा तो क्या होगा। तब उस समय भी दृढ़ता के साथ देश की सुरक्षा के साथ एक इंच भी समझौता हम नहीं करेंगे ये दृढ़ निश्चय के साथ मोदी सरकार है। पीएम मोदी के जन्मदिन का जिक्र करते हुए अमित शाह ने कहा कि सभी देशवासियों के लिए मोदी जी का जन्मदिन खास और शुभ इसलिए है कि उन्होंने जनता के मन में विश्वास जगाया है कि 21वीं सदी भारत की हो सकती है। उन्होंने कहा कि न्यू इंडिया की कल्पना में ही महान भारत की कल्पना समाहित है। ये कल्पना मोदी जी ने 130 करोड़ भारतीयों के सामने रखी। एक व्यक्ति शायद कुछ न कर सके लेकिन 130 करोड़ लोग एक-एक कदम आगे बढ़ा ले तो देश 130 करोड़ कदम आगे बढ़ जाता है।
उन्होंने मोदी सरकार के कडे फैसलों को जनहित में करार देते हुए कहा कि कोई सरकार 30 साल चलती है तो पांच बड़े फैसले ले पाती है, लेकिन मोदी जी की जो सरकार पांच साल चली इसने 50 से ज्यादा बड़े फैसले लेकर देश को परिवर्तित करने का काम किया है। एक निर्णायक सरकार देने का काम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने किया है। उन्होंने कहा कि 2013 का दृश्य मुझे याद है, भ्रष्टाचार चरम पर था, सीमाओं की सुरक्षा का कोई ठौर ठिकाना न था, आंतरिक सुरक्षा चरमाराई थी, महिलाओं की सुरक्षा ताक पर थी, प्रधानमंत्री को कोई प्रधानमंत्री मानता ही नहीं था, तब लोगों को लगता था कि देश किस दिशा में बढ़ रहा है। हमने कभी भी निर्णय लोगों को क्या अच्छा लगेगा ये सोचकर नहीं लिया, बल्कि लोगों के लिए क्या अच्छा है ये सोचकर हमने निर्णय लिये हैं। यही देश के परिवर्तन का आधार है।