मंगलवार, 17 सितंबर 2019

दुखी जनता भाजपा को माफ नहीं करेगी

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से आज संविदा पर कार्यरत नर्सिंग स्टाफ ने भेंटकर अपनी परेशानियां बताई। आउटसोर्सिंग कम्पनी अवनी परिधि के माध्यम से कई जनपदों में सीएमओ एवं सीएमएस के अधीन कार्यरत नर्सिंग स्टाफ को सितम्बर 2018 से अब तक कार्य करते हुए 11 महीने से अधिक समय बीच चुका है। इनको अभी तक कोई मानदेय नहीं मिला है। इनको अब सेवा समाप्ति आदेश दे दिया गया है और सिर्फ जून तक उन्हें मानदेय देने की बात की जा रही है। पीड़ित नर्सों ने बताया कि उन सभी ने माह अगस्त 2019 तक कार्य किया है। कोई सुनवाई नहीं होने से वे अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे हैं। उन्होंने सरकार से सेवा बहाली की मांग करते हुए एक ज्ञापन अखिलेश को भी सौंपा। उन्होंने यह भी कहा कि वे दो-दो वर्ष तक सेवारत रही है और अब भुखमरी की शिकार है। अखिलेश यादव ने नर्सिंग स्टाफ के साथ सहानुभूति जताते हुए कहा कि समाजवादी सरकार में पर्याप्त बजट था। भाजपा सरकार में सभी कर्मचारी दुःखी हैं। श्री यादव ने कहा कि बेरोजगारी में लगातार वृद्धि से स्थिति विस्फोटक हो गई है। भाजपा सरकार की यह संवेदनहीनता की पराकष्ठा है। दुःखी और परेशान जनता भाजपा को माफ नहीं करेगी। 
बृजेश केसरवानी


राष्ट्रपति के प्रेस सचिव की तलाश पूर्ण

नई दिल्ली। काफी दिनों से चल रही राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के नए प्रेस सचिव की तलाश अब पूरी हो गई है। इस पद पर वरिष्ठ पत्रकार अजय कुमार सिंह को नियुक्त किया गया है। कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग की ओर से जारी आधिकारिक आदेश के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने अजय कुमार सिंह (55) की नियुक्ति को मंजूरी दी है। उनकी नियुक्ति एक साल के लिए या अगले आदेश तक अनुबंध के आधार पर की गई है।


अजय कुमार सिंह को प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में काम करने का करीब 30 साल का अनुभव है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत वर्ष 1985 में 'टाइम्स ऑफ इंडिया' (लखनऊ) से की थी। बाद में उन्होंने दिल्ली में 'द पॉयनियर' जॉइन कर लिया था। पूर्व में वह 'बिजनेस स्टैंडर्ड' 'स्टार न्यूज' (अब एबीपी न्यूज) और 'न्यूज एक्स' में भी अपनी जिम्मेदारी निभा चुके हैं।   


'फर्स्टपोस्ट' में एग्जिक्यूटिव एडिटर की भूमिका निभाने से पहले वह 'गवर्नमेंस नाउ' मैगजीन में एडिटर के रूप में काम कर रहे थे। इसके बाद उन्होंने दोबारा 'गवर्नमेंस नाउ' में डायरेक्टर (एडिटोरियल) के पद पर वापसी की थी और इस साल की शुरुआत में इस मैगजीन का प्रिंट एडिशन बंद होने तक इसी पद पर काम कर रहे थे। यहां वह मैगजीन के अंग्रेजी और मराठी एडिशन की कमान संभाल रहे थे। फिलहाल वे 'फर्स्टपोस्ट' से कंट्रीब्यूटर के तौर पर जुड़े हुए हैं।


योगी का प्लास्टिक के विरुद्ध सख्त रुख

लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार प्लास्टिक बैन को लेकर अब सख्त रूख अपना रही है। इसके तहत अधिकारी भी इसका सख्ती से पालन कर रहे हैं। इश क्रम में मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी ने सभी मंडलायुक्तों एंव जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि यूपी के सभी सरकारी कार्यालयों अौर बैठकों में प्लास्टिक की बोतलों का उपयोगा कतई नहीं होना चाहिए। यह भी निर्देश दिए कि प्रदेश सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं एवं कार्यक्रमों में और अधिक पारदर्शिता के साथ काम करें।


दिए जरूरी निर्देश-मुख्य सचिव ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए प्रदेश की विकास और कल्याणकारी योजनाओं के बारे में मंडलायुक्तों और जिलाधिकारियों को जरूरी निर्देश दे रहे थे। उन्होंने कहा कि स्वच्छ प्रशासन को प्राथमिकता देकर अधिकारी अपने शासकीय दायित्वों का पारदर्शिता के साथ निर्वहन करें। 'स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा के तहत बेहतर सफाई व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए।


पालन न करने पर होगी कड़ी कार्रवाई-उन्होंने कहा कि शासकीय धन का दुरुपयोग होने पर पारदर्शिता के साथ जांच कराकर दोषी पाए जाने पर सम्बन्धित अधिकारी या सम्बन्धित कार्यदायी संस्था के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाए। तिवारी ने निर्देश दिए कि स्वच्छ भारत मिशन योजना (शहरी) के तहत जारी 428 करोड़ रुपये की धनराशि का पारदर्शिता के साथ उपयोग कराने के लिए जनपद स्तर पर गठित कमेटी की बैठक जल्द बुलाई जाए। साथ ही आवश्यक उपकरणों की खरीद की जाए।


बैलगाड़ी का चालान,नया कीर्तिमान स्थापित

नई दिल्ली। सरकार ने नया मोटर व्हीकल एक्ट क्या पास किया लोगों की जान को आफत खड़ी हो गई। पुलिस ने इस कानून का इस्तेमाल लोगों में खौफ पैदा करने के लिए कर दिया।


यूपी के बिजनौर में ट्रैफिक पुलिस ने एक बैलगाड़ी का चालान कर नया कीर्तिमान बना डाला। बिजनौर के सहसपुर गांव में एक किसान अपनी बैलगाड़ी लेकर खेतों पर गया और खेत के पास बैलगाड़ी खड़ी कर दी। उसी दौरान वहां से गुजर रही पुलिस टीम ने बैलगाड़ी का चालान काट कर किसान को दे दिया।एक हजार के चालान कटने से हैरान परेशान किसान ने अपनी व्यथा लोगों से बताई। जब इलाके के लोगों ने पुलिस को बताया कि बैलगाड़ी का चालान कैसे कर दिया तो पुलिस ने चालान कैंसिल कर दिया।


सिंधिया के चेहरे पर हार की शिकन दिखी

जयपुर। पूर्व सांसद एवं कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया हार के वाद पहली वार मुंगावली पहुँचे। उन्होंने विधानसभा के करीब आधा दर्जन से अधिक गांवो में अतिवृष्टि एवं बाढ़ से खराब हुई फसलों का निरीक्षण किया। लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद यह पहला मौक़ा है जब सिंधिया अपने क्षेत्र के लोगों के बीच पहुंचे थे।
इस दौरान सिंधिया के चेहरे पर हार की शिकन दिखी और दर्द भी छलका अधिक वर्षा से हुए नुकसान का जायजा लेने पहुंचे सिंधिया ने प्रशासन द्वारा किए गए प्राथमिक सर्वे को नाकामी बताते हुए। नए सिरे से खराब फसलों का आकलन करने एवं शासन से अधिक से अधिक मुआवजा दिलाने की मांग की।


फिर झलका हार का दर्द झलका


लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद पहली बार क्षेत्र में पहुंचे सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के चेहरे पर हार की शिकन साफ देखने को मिली। लोगों से बातचीत करते समय उन्होंने लगातार इस बात का उल्लेख किया, कि 17 साल तक लोगों की सेवा करते रहे। फिर भी शायद उनमें कोई कमी हुई होगी । जिसके कारण यह परिणाम आए। पत्रकारों के सवालो के जवाब में उन्होंने कहा कि नये सांसद क्षेत्र में आते है या नही इससे उनको कोई मतलब नही। उन्होंने कहा कि क्षेत्र की जनता से मेरा पारिवारिक संबंध है। उनके सुख के समय भले ही ना पाऊं ,मगर दुख में मैं जरूर उनके साथ होता हूं । आगे  इस क्षेत्र में सक्रियता बनाए रखेंगे या नहीं इसका जवाब देते समय सिंधिया भावुक हो गए और कहा कि यह तो आगे वाला समय बताएगा।


मेरे परिवार के लोग परेशान हैं, इसलिए आया हूँ


मुंगावली में सिंधिया ने कहा जब कोई व्यापारी लेन देन करता है और उसमें कोई हानि हो जाये तो चोट नही लगती। क्योकि वो हानि पैसों की हानि होती है। पर मेरा और आपका रिश्ता एक सदैव मैंने तो माना था कि ह्र्दय का रिश्ता है विकास प्रगति का रिश्ता है। मैने तो जरूर माना था की एक एक जन जन के ह्रदय के अंदर मेरा रिश्ता है। सत्रह साल आपकी सेवा करने का सौभाग्य मुझको मिला। और जो सम्भव हो सका मैंने कोशिश की, सादगी के साथ, भ्र्ष्टाचार न पनपे, विकास हो प्रगति हो जन जन के साथ रिश्ता हो लेकिन कहीं न कहीं शायद उसी में मेरी कमी रह गई होगी। पिछले तीन महीने से में कई कारण बस व्यस्त रहा। दिल में पीड़ा भी है मैं और मेरा कोई राजनीतिक जिम्मेदारी भी बाकी नही रही थी। लेकिन जब मैंने सुना कि क्षेत्र में बाढ़ आई है। मेरी जनता नही परिवार के लोग परेशान है। सुख के समय में मैं आपके साथ रहूं न रहूं एक सामान्य नागरिक के रूप में क्योकि वही मरी आज हैसियत है लेकिन कोई आये न आये सिंधिया परिवार का मुखिया आपके साथ सदैव खड़ा रहेगा।


सूअर का दिल बनेगा इंसान की धड़कन

इंसान के शरीर में धड़क सकता है सूअर का दिल


मेडिकल साइंस अंग प्रत्यर्पण के लिए पूरी तरह से अंगदाताओं पर निर्भर करता है। एक जर्मन सर्जन ने सूअर के दिल को लंगूर में सफलतापूर्वक प्रत्यर्पित कर जल्द ही सुअरों का दिल इंसानों में धड़काने की संभावना भी जगा दी है।जर्मन सर्जन ब्रूनो राइषार्ट ने लंगूर के शरीर में सूअर के दिल का सफलतापूर्वक प्रत्यर्पण किया है। अब यह उम्मीद जतायी जा रही है कि ऐसा प्रयोग इंसान के साथ भी आजमाया जाएगा। इंसान के शरीर में सूअर का दिल धड़कने की कितनी संभावना है, इस पर जर्मन चिकित्सक राइषार्ट से डॉयचे वेले की खास बातचीत के अंश. डॉयचे वेले: पहली बार लंगूर के शरीर में सूअर के दिल का प्रत्यर्पण उम्मीद जगाता है कि यह इंसान के साथ भी संभव हो सकेगा। सवाल है कि जानवरों में सूअर को ही डोनर के रूप में क्यों चुना गया? ब्रूनो राइषार्ट: यहां नैतिकता अहम है। हम सुअरों को लंबे समय से खा रहे हैं। इन्हें मारने को लेकर समाज में स्वीकार्यता भी है। एक सूअर हर चार महीने में बच्चे पैदा करने की स्थिति में होता है। इतना ही नहीं जन्म के छह महीने बाद ही सूअर प्रजनन के लिए पूरी तरह तैयार हो जाते हैं।वहीं सूअर का दिल इंसान के दिल से काफी मिलता-जुलता है। वैसे भी पिछले 40 सालों से इंसानों के शरीर में सूअर के हृदय के वॉल्व का इस्तेमाल तो हो ही रहा है।


इस प्रक्रिया अंग लेने वाले के रूप में लंगूर को ही क्यों चुना गया? ये प्रशासन की मांग थी। उनका कहना था कि प्रत्यर्पण सूअर या कुत्ते के शरीर में नहीं किया जाना चाहिए। इसके बजाय किसी ऐसे को चुना जाना चाहिए जो जैविक रूप से इंसानों के करीब हो ताकि यह समझा जा सके कि इस तरह की प्रक्रिया इंसानों के साथ कितनी सफल होगी।


क्या इस प्रक्रिया में किसी भी साधारण सूअर को बतौर डोनर चुना जा सकता है? सूअर का दिल इंसान स्वीकार करें, इसके लिए पहले डोनर के अंग को इसके अनुकूल बनाना होगा। यही कारण है कि प्रत्यर्पण से पहले सूअर के दिल में अनुवांशिक रूप से बदलाव किया जाता है। इस तरह के प्रत्यर्पण से क्या फायदा होगा?सबसे बड़ी बात तो यह है कि इससे अंगदाताओं की भारी कमी की समस्या में लाभ मिलेगा। क्या इसे सफलता का क्षण कहा जा सकता है? कुछ और भी सफलताएं मिलनी चाहिए. मुझे डर भी है।दरअसल अब हमें पैसा चाहिए, क्योंकि इस तरह के प्रयोग महंगे हैं. हमें निवेशक चाहिए, और यूरोप में निवेशक खोज पाना बहुत मुश्किल है। जर्मन रिसर्च फाउंडेशन ने अब तक काफी वित्तीय सहायता दी है। लेकिन आगे की पायलट स्टडी के लिए हमें अतिरिक्त धन, साधन के साथ-साथ अस्पताल भी चाहिए।आपको कैसे इतना भरोसा है कि यह काम करेगा? आपको हमेशा खुद को अज्ञात चीजों की ओर ले जाना होता है. ऐसी आशंकाएं कम हैं कि यह काम नहीं करेगा। ब्रूनो राइषार्ट जर्मनी के जाने-माने ह्दय प्रत्यर्पण विशेषज्ञों में से एक हैं।


विराट रेटिंग में दूसरे स्थान पर बरकरार

भारतीय कप्तान विराट कोहली सोमवार को जारी आईसीसी टेस्ट बल्लेबाजों की नवीनतम रैंकिंग में आस्ट्रेलिया के स्टीव स्मिथ के बाद दूसरे स्थान बरकरार हैं। कोहली के नाम 903 रेटिंग अंक हैं जबकि स्मिथ उनसे 34 अंक आगे 937 अंक के साथ शीर्ष पर हैं। आस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान स्मिथ के अलावा टीम के उनके साथी तेज गेंदबाज पैट कमिंस भी आईसीसी टेस्ट गेंदबाजी रैंकिंग में शीर्ष स्थान पर कायम हैं। स्मिथ और कमिंस के शानदार प्रदर्शन के दम पर आस्ट्रेलिया एशेज खिताब को अपने पास रखने में सफल रहा। इंग्लैंड ने रविवार को पांचवां और अंतिम मुकाबला जीताकर श्रृंखला को 2-2 से बराबर किया लेकिन ट्राफी को आस्ट्रेलिया के पास जाने से नहीं रोक सके।


इस मैच में स्मिथ ने 80 और 23 रन की पारी खेली जिससे वह अपने 937 रेटिंग अंक को बरकरार रखने में सफल रहे। इस श्रृंखला के शुरू होने से पहले उनके नाम 857 रेटिंग अंक थे जिससे वह चौथे पायदान पर थे। उन्होंने श्रृंखला के चार मैचों में 774 रन बनाये। कमिंस भी दूसरे पायदान पर काबिज कागिसो रबाडा पर 57 अंक की बड़ी बढ़त कायम किये हुए हैं। वह एशेज श्रृंखला में 29 विकेट के साथ सबसे सफल गेंदबाज रहे। भारत के जसप्रीत बुमराह रैंकिंग में तीसरे पायदान पर हैं। ऑस्ट्रेलिया के मैथ्यू वेड और मिशेल मार्श भी रैंकिंग में सुधार करने वाले खिलाड़ियों में शामिल रहे। वेड ने रविवार को अपना चौथा टेस्ट शतक लगाया जिससे वह 32 स्थान के सुधार के साथ 78वें पायदान पर पहुंच गये। पहली बार पांच विकेट लेने वाले मिशेल मार्श भी 20 स्थानों के सुधार के साथ 54वें स्थान पर पहुंच गये। मार्च 2017 के बाद यह उनकी सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग है।
डेविड वार्नर को सात स्थानों का नुकसान हुआ है जो अब 24वें पायदान पर हैं। वार्नर ने पांच मैचों की 10 परियों में कुल 95 रन बनाये जिससे श्रृंखला के दौरान उनकी रैंकिंग में 19 स्थानों की गिरावट आयी। इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर पहली बार शीर्ष 40 में जगह बनाने में सफल रहे। उन्होंने पांचवें टेस्ट में छह विकेट लिये थे। सैम कुरेन ने भी छह स्थानों का सुधार किया और 65वें पायदान पर पहुंच गये। मैच में 70 और 47 रन की दमदार पारी खेलने वाले जोस बटलर इस साल जनवरी के बाद पहली बार शीर्ष 30 में पहुंचने में सफल रहे। टेस्ट में करियर की सर्वश्रेष्ठ 94 रन की पारी खेलने वाले जो डेनली करियर के सर्वश्रेष्ठ 57वें पायदान पर पहुंच गये। रोरी बर्न्स भी पांच स्थानों के सुधार के साथ 56वें पायदान पर काबिज हैं।


यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...