शुक्रवार, 13 सितंबर 2019

दृष्टिबाधित भी पढ़ सकेंगे व्हाट्सएप संदेश

दृष्टिबाधित भी पढ़ सकेंगे व्हाट्सएप संदेश


नई दिल्ली। कोहिनूर मंच पर मेगा कैंप में दृष्टि बाधित दिव्यांगों को एलिम्को कंपनी के स्मार्ट फोन की सौगात भी मिली है। टैक्सट टू स्पीच पद्घति पर आधारित इस फोन को छूते ही फोन खुद बताएगा कि उसका कौन सा फीचर छुआ गया है। मसलन यदि दृष्टिबाधित व्यक्ति के फोन पर व्हाट्स एप संदेश आता है तो वह फीचर छूऐगा और व्हाट्स एप खोल सकेगा। इसमें रिकार्डेड संदेश को सुन सकेगा।


एलिम्को कंपनी के कनिष्ठ प्रबंधक पंकज द्विवेदी ने बताया कि यह फोन दृष्टिबाधितों के लिए वरदान साबित होगा। इससे न केवल वह तमाम महत्वपूर्ण जानकारियां डाउनलोड कर अपने शिक्षा के स्तर को सुधार सकेंगे। बल्कि गूगल के माध्यम से नई नई जानकारी भी ले सकेंगे। इस फोन में एनसीईआरटी की किताबें भी डाउनलोड हो सकती हैं। बस इसके फीचरों को छूकर बताना होगा। यही नहीं गूगल से जानकारियां भी ली जा सकती हैं। फोन खुद बोलकर उन जानकारियों के बारे में बताएगा।


13 टोल प्‍लाजा कैशलेस, उलंघन पर सजा

दिल्ली। रेडियो फ्रीक्वेंसी पहचान (आरएफआईडी) टैग वाले वाणिज्यिक वाहनों को आज से अनिवार्य रूप से कैशलेस भुगतान के लिए तैयार रहना होगा। ऐसा नहीं होने की स्थिति में उन्हें दंड स्वरूप दोगुनी कर राशि का भुगतान करना पड़ेगा। दक्षिण दिल्ली नगर निगम के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। आरएफआईडी प्रणाली वाणिज्यिक वाहनों से एमसीडी टैक्स और पर्यावरण क्षतिपूर्ति शुल्क (ईसीसी) का स्वत: संग्रह करने की अनुमति देती है। इस प्रणाली को 24 अगस्त को शहर के 13 व्यस्ततम टोल प्लाजा पर लागू किया गया था। इसका उद्देश्य सड़कों पर लगने वाले जाम और प्रदूषण को कम करना है। इस प्रणाली से जहां राजस्व में चोरी बचेगी वहीं पारदर्शिता भी सुनिश्चित होगी। दक्षिण दिल्ली नगर निगम के अतिरिक्त आयुक्त रणधीर सहाय ने बताया कि बड़ी संख्या में वाणिज्यिक वाहनों के मालिकों ने उनके आरएफआईडी खाते को रिचार्ज नहीं कराया है। परिणामस्वरूप नई शुरू की गई प्रणाली पूरी तरह से कैशलेस नहीं हो पायी है। उन्होंने बताया, ”आरएफआईडी परियोजना का एक मुख्य उद्देश्य प्रक्रिया को पूरी तरह कैशलेश बना कर टोल प्लाजाओं पर लगने वाली लंबी कतारों को कम करना है। इसे सफल बनाने के लिए यह जरूरी है कि वाहन मालिक अपने आरएफआईडी खातों को रिचार्ज करायें।


सहाय ने बताया कि 24 अगस्त को इस प्रणाली के लागू होने के बाद केवल गैर आरफआईडी वाणिज्यिक वाहनों को ही जुर्माना देना पड़ता था और आरएफआईडी टैग वाले वाहनों का वालेट अगर रिचार्ज नहीं है तो उनके पास नकद भुगतान का विकल्प मौजूद रहेगा। सहाय ने कहा, ”शुक्रवार से प्रणाली पूरी तरह कैशलेस हो गयी है। 13 टोल प्लाजाओं पर कोई नकद राशि स्वीकार नहीं की जाएगी। जिन लोगों ने अपने खाते रिचार्ज नहीं कराये हैं उन्हें टैक्स की दोगुनी राशि का भुगतान करना होगा और उनके वाहनों को ब्लैक लिस्ट में डाल दिया जाएगा। रणधीर सहाय ने बताया कि अब तक तीन लाख 60 हजार आरएफआईडी टैग बिक चुका है लेकिन बहुत कम संख्या में व्यवसायिक वाहनों ने इसके माध्यम से एमसीडी टैक्स और ईसीसी का भुगतान किया है। वाहन मालिक अपने आरएफआईडी खातों को बेवसाइट ईसीसीटीएजीएसडीएमसी डॉट काम पर या मोबाइल एप 'एमसीडी टोल' के माध्यम से रिचार्ज करा सकते हैं। इसके अलावा वे 28 कियोस्क पर भी अपने खातों को रिचार्ज करा सकते हैं। दिल्ली आने वाले वाहनों में से 85 फीसदी इन्हीं 13 टोल प्लाजा से होकर गुजरते हैं।


जन-विरोधी नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन

सन्दीप मिश्रा


अमेठी। सरकार द्वारा लगातार बढ़ाई जा रही विद्युत दरें व वाहनों पर भारी जुर्माना राशि को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी सदस्य सुनीता सिंह ने उपजिलाधिकारी तिलोई सुनील कुमार त्रिवेदी के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा है।
इस बीच कांग्रेस नेत्री सुनीता सिंह के आह्वान पर हजारों की संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं,सदस्यों व आमजनता ने अमेठी जिले के कस्बा मोहनगंज चौराहे से तहसील परिसर तक सरकार की तानाशाही व जनविरोधी नीतियों के विरोध में विशाल प्रदर्शन कर रोष प्रकट किया। कांग्रेस नेत्री सुनीता सिंह ने बोलते हुए कहा कि वर्तमान सरकार पूरी तरह से अपनी मनमानी व तानाशाही पर उतर आई है। जो गरीबों,शोषितों,किसानों,मजदूरों की समस्याओं की अनदेखी करते हुए सबसे ज्यादा ऐसे ही तबके के लोगों के घरों में लगे कनेक्शनों पर भारी बिल राशि अपने सम्बन्धित अधीनस्तों के माध्यम से वसुलवा कर अपना खजाना भरने का काम कर रही है। 
यदि बात वाहनों की जाए तो प्रदेश में ऐसी स्थिति पैदा हो गयी है कि लोग घरों से वाहन निकालने में भी कतराने लगें हैं सरकार द्वारा वाहनों पर जबरन थोपे गये भारी जुर्माने राशि को लेकर त्राहि त्राहि कर रहें हैं। लेकिन वर्तमान तानाशाही सरकार के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही है। 
इसके अतिरिक्त यदि बात अमेठी के तहसील तिलोई की विद्युत व्यवस्था की जाए तो यहां हर दूसरे दिन रात्रि दस बजे बिजली गुल कर अगले दिन बारह बजे बिजली उपभोक्ताओं को बिजली उपलब्ध कराई जा रही है। 
कांग्रेस नेत्री के मुताबिक सरकार के साथ साथ उनके अधिकारी भी अपनी तानाशाही पर उतर आये हैं। जिसका नतीजा तिलोई क्षेत्र में साफ देखा जा रहा हैै। यहां ऐसे लोग देखें जा सकते हैं जिनकी माली हालत अत्यन्त दैयनीय है एक जून की रोजी रोटी को मोहताज हैं फिर भी ऐसे दैयनीय लोगों की बिजली बिल एक लाख,दो लाख व चार लाख बनाकर पकड़ा दी गयी।यह मनमानी तिलोई में खुलेआम मोहनगंज विद्युत कर्मियों व अधिकारियों द्वारा की जा रही है। सुनीता सिंह के मुताबिक अमेठी सांसद स्मृति जुबिन ईरानी द्वारा कागजी रूप से अमेठी में करोड़ों,अरबों रूपयों की सौगातों का फर्जी पिटारा खोल ढिढोरा पीट कर अमेठी की जनता को छलने का कार्य किया जा रहा है। लेकिन यदि बात जमीनी धरातल की जाए तो हकीकत कुछ और ही बयां होते देखी जा रही है।
“”अमेठी की जनता सड़कों,तहसीलों,पावर हाउसों,थानों,बाजारों व लगभग प्रत्येक सरकारी विभागों में खुलेआम लूटी जा रही है और सांसद महोदया पर्चून की दुकान पर कुरकुरे खा रही हैं””
कांग्रेस नेत्री ने बोलते हुए कहा कि एक तरफ सांसद महोदया अमेठी में मौजूद ऐसी की हवा में रात्रि गुजार रहीं हैं तो वहीं दूसरी तरफ अमेठी की जनता अंधेरे में रात्रि काट कर मच्क्षरों से अपना खून चुसवा रही है। 
उन्होंने बोलते हुए कहा कि अमेठी की जो हालत वर्तमान बीजेपी सरकार में हो गयी वह कांग्रेस सरकार में नहीं थी। जिसका साफ उदाहरण देखा जा सकता है कि सांसद महोदया की अमेठी मे मौजूदगी होने पर भी अमेठी की आधी आबादी बारह घंटे अन्धेरे में जागकर रात्रि काट रही है।
इस दौरान कांग्रेस नेत्री सुनीता सिंह के अलावां भारी संख्या मे स्थानीय कांग्रेस नेता,कार्यकर्ता,पदाधिकारी व जनसैलाब मौजूद था।कांग्रेस द्वारा सरकार की जनविरोधी नीतियों के बिरोध में प्रदर्शन के दौरान सुरक्षा व्यवस्था की द्रष्टि से क्षेत्राधिकारी तिलोई राजकुमार सिंह,कोतवाली प्रभारी राजेश कुमार सिंह व अन्य थानों की पुलिस बल के अलावां पीएसी बल भी मुश्तैद दिखाई दे रहा था।


तब्‍सूम ने मांगी धरने के लिए परमिशन

शामली। कैराना सपा विधायक नाहिद हसन की माता पूर्व सांसद तबस्सुम हसन सांसद 16 सितंबर को तहसील मुख्यालय पर धरने के लिए एसडीएम को आवेदन पत्र दिया है। अनुमति से पूर्व जांच के लिए आवेदन पत्र पुलिस व खुफिया विभाग को प्रेषित कर दिया गया है। गौरतलब है कि 9 सितंबर को झिंझाना रोड पर अपने खेत की ओर जा रहे, सपा विधायक नाहिद हसन की गाड़ी के कागज दिखाने को लेकर एसडीएम डॉ अमित पाल शर्मा व सीओ राजेश कुमार तिवारी से तीखी नोकझोंक हो गई थी। मामले में विधायक ने एसडीएम पर उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था। घटना के अगले ही दिन इसकी वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। इसके बाद बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने तहसील मुख्यालय पर हंगामा प्रदर्शन करते हुए ज्ञापन देकर विधायक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने और विधानसभा सदस्यता निरस्त करने की मांग की यह मामला तूल पकड़ता हुआ नजर आ रहा है। मामले को लेकर गुरुवार को विधायक नाहिद हसन की माता एवं पूर्व सांसद तबस्सुम हसन ने एसडीएमा कार्यालय में धरने के लिए पत्र भेजा है। इसमें उन्होंने 16 सितंबर को तहसील मुख्यालय पर धरने के लिए अनुमति मांगी है। साथ ही धरने में 50 हजार  से 1 लाख  तक लोगों की भीड़ जुटने की संभावना जताई है। एसडीएम डॉ अमित पाल शर्मा का कहना है कि पूर्व सांसद की ओर से धरने के लिए आवेदन पत्र प्राप्त हुआ है। जिसे जांच के लिए पुलिस एलआयू को भेज दिया गया है। जांच के बाद ही अनुमति दी जाएगी।


दुख:विसर्जन में नाव पलटने से 11 की मौत

भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में शुक्रवर तड़के गणपति विसर्जन के दौरान नाव पलटने से 11 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोग लापता हैं। यह घटना करीब 4 बजे हुई जब काफी संख्या में लोग नाव पर सवार होकर खाटलपुरा घाट पर गणपति को विसर्जित करने के लिए जा रहे थे। घटनास्थल पर बचाव और राहत कार्य जारी है।


एएसपी अखिल पटेल ने इस हादसे पर कहा कि नाव पर से 16 लोगों का रेस्क्यू किया है, जिनमें से पांच लोगों को बचाया गया है और हमने अब तक 11 शव बरामद किए हैं। हालांकि, तलाशी अभियान चल रहा है और हम अन्य लोगों को भी बचाने की कोशिश कर रहे हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार, केवल ये लोग ही यहां डूब गए थे, मगर हम अभी भी मामले में खोजबीन कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि “यह घटना सुबह लगभग 4:30 बजे हुई। अन्य अधिकारियों और पेशेवर तैराकों के साथ घटनास्थल पर कम से कम 40 पुलिस कर्मी मौजूद हैं। राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष (एसडीआरएफ) की टीम भी मौके पर मौजूद है।


करंट:1200 अधिकारियों ने मारे 336 छापे

नई दिल्ली। जीएसटी सतर्कता महानिदेशालय और राजस्व खुफिया महानिदेशालय ने पूरे देश में एक साथ 336 स्थानों पर छापा मारकर निर्यातकों द्वारा लगातार फर्जी तरीके से आईजीएसटी रिफंड के लिए किये जा रहे दावों के विरूद्ध बड़ी कार्रवाई करते हुये 470 करोड़ रुपये के फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट और इसके आधार पर 450 करोड़ रुपये के आईजीएसटी रिफंड के दावों का भंडाफोड़ किया है।


आधिकारिक सूत्राें ने गुरूवार को यहां यह जानकारी देते हुये कहा कि कल की गयी छापेमारी में 1200 से अधिकारी शामिल थे। यह कार्रवाई दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, पंजाब, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ में 336 स्थानों पर की गयी।केन्द्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड ने पहली बार एक साथ 336 स्थानों पर कार्रवाई की है जिसमें करीब 1200 अधिकारी शामिल थे। सूत्रों ने कहा कि डेटा विश्लेषण के आधार पर यह जानकारी मिली कि कुछ निर्यातक आईजीएसटी के आधार पर निर्यात कर रहे हैं और यह फर्जी या बहुत कम आपूर्ति दिखा कर पूरा इनपुट टैक्स क्रेडिट भी ले रहे हैं। निर्यात पर आईजीएसटी रिफंड का दावा किया जाता है।


सावधान:गूगल प्ले स्टोर से हटाए 24 ऐप्‍स

न्यूयॉर्क। गूगल प्ले स्टोर पर कुछ नए ऐप्स मैलवेयर से प्रभावित मिले हैं। इन ऐप्स ने भारत समेत दुनियाभर के कई देशों के यूजर्स को टारगेट किया है। ऐप्स में जो मैलेवयर पाया गया है उसका नाम जोकर है और ये काफी खतरनाक है। ये मैलवेयर चुपके से सब्सक्रिप्शन सर्विसेज के लिए यूजर्स का साइन अप कर रहा है। जिसकी भनक भी यूजर्स को नहीं लग रही है. हैरानी की बात है कि ये ऐसे सब्सक्रिप्शन हैं। जिनमें यूजर्स को कई महीनों तक पेमेंट करना पड़ सकता है। इस मैलवेयर से काफी देश प्रभावित हुए हैं।


इनमें ऑस्ट्रेलिया, ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, ब्राजील, चीन, साइप्रस, मिस्र, फ्रांस, जर्मनी, घाना, ग्रीस, होंडुरास, भारत, इंडोनेशिया, आयरलैंड, इटली, कुवैत, मलेशिया, म्यांमार, नीदरलैंड, नॉर्वे, पोलैंड, पुर्तगाल, कतर, अर्जेंटीना, सर्बिया, सिंगापुर, स्लोवेनिया, स्पेन, स्वीडन, स्विट्जरलैंड, थाईलैंड, तुर्की, यूक्रेन, संयुक्त अरब अमीरात, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका जैसे देश शामिल हैं।


मैलवेयर प्रभावित ज्यादातर ऐप्स ने यूरोपीय और एशियाई देशों को खासतौर पर टारगेट किया है। इन मैलवेयर्स को एग्जीक्यूट होने के लिए यूजर्स द्वारा सिम कार्ड यूज किए जाने की जरूरत होती है। कुल 24 ऐप्स मैलवेयर से प्रभावित हुए हैं। इन ऐप्स को करीब-करीब 472,000 बार डाउनलोड किया गया है। साइबर सिक्योरिटी रिसर्चर ने इंफेक्टेड ऐप्स को गूगल ने प्ले स्टोर से हटा दिया है।अगर आपने इनमें से किसी भी ऐप को अपने फोन में डाउनलोड किया है, तो उन्हें अनइंस्टॉल कर दें। साथ ही अपने बैंक स्टेटमेंट चेक कर लें कि कहीं किसी सब्सक्रिप्शन के लिए आपको चार्ज तो नहीं किया गया है।


पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया

पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को बृहस्पतिवार को ...