गुरुवार, 12 सितंबर 2019

50-50 हजार के इनामी बदमाश मुठभेड़ में ढेर

मेरठ मे सिपाही को गोली मारने वाले दोनों बदमाश मुठभेड़ में मार गिराए
विक्रम सिंह यादव
मेरठ। दिल्ली-देहरादून हाईवे पर चेकिंग के दौरान सिपाही को गोली मारकर भागे दो बदमाशों को पुलिस ने मुठभेड़ में ढेर कर दिया। दोनों बदमाश मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना के रहने वाले थे। इन पर 50-50 हजार रुपये का इनाम घोषित था। घायल सिपाही को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पेट में गोली लगने से हालत गंभीर बनी है। एक सिपाही हाथ में गोली लगने से घायल हुआ है। बुधवार रात नौ बजे पुलिस को वायरलेस सेट से सूचना मिली कि बदमाश हाईवे से गुजर रहे हैं।इंस्पेक्टर बिजेंद्र पाल राणा फोर्स के साथ कंकरखेड़ा क्षेत्र में हाईवे चौकी पर जिटौली फ्लाईओवर के पास फोर्स के साथ चेकिंग करने लगे। चौकी से चंद कदमों की दूरी पर एक बाइक पर दो लोग दिल्ली की तरफ जाते दिखे। जीप से उतरकर दारोगा राघवेंद्र, अरुण, सिपाही संदीप, अंकुश सैनी और चालक सुधीर मलिक ने बाइक को रोकने की कोशिश की। बदमाशों ने बाइक की गति धीमी करते हुए पुलिस पर फायर झोंक दिया। गोली सुधीर मलिक को लग गई। घायल को पुलिस अस्पताल लेकर पहुंची। उधर, सरधना, दौराला और ब्रह्रमपुरी सर्किल की पुलिस बदमाशों की घेराबंदी में लग गई।हाईवे से डेढ़ किलोमीटर दूर जंगेठी रोड पर पुलिस ने बदमाशों को घेर लिया। पुलिस को देखकर बदमाश बाइक छोड़कर खेत में घुस गए। पुलिस ने खेत की घेराबंदी कर दी। बदमाशों ने पुलिस पर फायर कर दिया। गोली एक सिपाही के हाथ में लग गई। पुलिस ने जवाबी फायरिंग में दोनों बदमाश गोली लगने से घायल हो गए। दोनों को अस्पताल लाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। एसएसपी ने बताया कि बदमाशों के नाम पंकज उर्फ बंटी पुत्र चरण सिंह और शहजाद पुत्र सीधा निवासी शहबाड़ा, बुढ़ाना मुजफ्फरनगर हैं। दोनों की क्राइम हिस्ट्री खंगाली जा रही है।हाईवे पर चेकिंग के दौरान बदमाशों ने पुलिस जीप के चालक को गोली मार दी। पुलिस ने जंगेठी मार्ग पर बदमाशों की घेराबंदी की। बदमाशों ने पुलिस पर फायर किया। जवाबी फायरिंग में दोनों बदमाशों को गोली लगी, जिन्हें डाक्टर ने मृत घोषित कर दिया।


सेना हमेशा तैयार रहती है: जनरल विपिन

नई दिल्‍ली। जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद अब पीओके को भारत के अंतर्गत लाने के सवाल पर सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने कहा है कि यह फैसला सरकार का करना है, सेना हर कार्रवाई के लिए तैयार है। जनरल बिपिन रावत केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह के उस बयान का जवाब दे रहे थे। जिसमें उन्होंने कहा था कि जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद अब सरकार का अगला कदम पीओके को भारत के अंतर्गत लाना है।इस पर प्रतिक्रिया देते हुए सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने कहा, 'इस पर कार्रवाई सरकार करती है, जिस तरह के सरकार निर्देश देगी। उस तरह से अन्य संस्थाएं जो देश में हैं वो कार्रवाई करेंगे। सेना सदा कार्रवाई के लिए तैयार रहती है।


सेना प्रमुख ने आगे कहा, 'हम चाहते हैं कि जम्मू कश्मीर के लोग राज्य में सुरक्षा और शांति बहाल करने के लिए सुरक्षाबल और शासन को एक मौका दें। यह राज्य कई सालों से आतंक झेल रहे हैं।1 मौका अब हमें भी दें, देखें औऱ समझें वो भी कि उनके लिए क्या अच्छा है।'


बता दें कि जितेंद्र सिंह ने कहा था कि 'हमारा अगला एजेंडा पीओके को पुनः प्राप्त कर जम्मू कश्मीर के अंतर्गत लाना है। ये सिर्फ मैं या मेरा संगठन नहीं कह रहा बल्कि 1994 में नरसिंहाराव की सरकार में पार्लियामेंट में यह बिल पास किया गया था।


यूपी:19 सीएमओ सहित 66 के तबादले

स्वास्थ्य विभाग में 19 सीएमओ के तबादले,


लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा विभागों में पड़े हुए  अधिकारियों के संबंध में गंभीरता से विचार करते हुए तबादलों का सिलसिला शुरू कर दिया है। जिसके अंतर्गत  सबसे पहले स्वास्थ विभाग पर गाज गिरी है। लंबे समय से स्वास्थ विभाग के अधिकारी कुर्सी से चिपक कर बैठे हुए थे।  और साथ ही साथ भ्रष्टाचार को भी चरम सीमा पर ले गए थे। जिसके विरुद्ध राज्य सरकार ने फैसला लेते हुए 19 सीएमओ सहित 66 के तबादले कर दिए।


19 सीएमओ सहित 66 के तबादले
निदेशक और अपर निदेशक के तबादले
राम मनोहर लोहिया अस्पताल के डॉ नेगी का तबादला 
अब सिविल हॉस्पिटल के डायरेक्टर बने डॉ नेगी
डॉक्टर प्रभाकर राय का देवरिया तबादला
डॉक्टर राजेन्द्र कुमार का फिरोजाबाद तबादला
डॉक्टर कौशल किशोर सिंह का झांसी तबादला 
डॉक्टर रमेश चन्द्र पांडेय का मुरादाबाद तबादला
डॉक्टर पीके सिंह का सोनभद्र तबादला 
डॉक्टर जय सिंह राणा का श्रावस्ती तबादला
डॉक्टर मधु गैरोला गोंडा भेजे गए 
डॉक्टर-विजय कुमार यादव का बिजनौर तबादला
डॉ आनन्द ओझा का बाँदा तबादला
डॉ सुनील शर्मा बदायूं भेजे गए 
डॉ अनूप कुमार जौनपुर भेजे गए 
*डॉ दीपक सेठ फतेहपुर भेजे गए*
डॉ परवीन चोपड़ा चित्रकूट भेजे गए
डॉ सफल कुमार सहारनपुर भेजे गए
 डॉ आलोक पांडेय सिद्धार्थनगर भेजे गए
डॉ गिरीश चन्द्र नोउगाई का कुशीनगर तबादला
डॉ राम प्रताप सिंह का लखीमपुर खीरी हुआ तबादला 
डॉ राकेश कुमार ढल एटा भेजे गए 
डॉ वीर बहादुर ढाका संभल के CMO बनेे।


परिवारिक भरण-पोषण के लिए की जाए खेती

किसानों को अब खेती करना बंद कर देना चाहिए और केवल अपने परिवार के लायक उपजा कर बाकी ज़मीन को पड़त छोड़ देना चाहिए


अविनाश श्रीवास्तव


नई दिल्ली। भारत मे जो लोग अपने बच्चों को डेढ़ लाख की मोटर साइकल, लाख का मोबाइल लेकर देने में एक बार भी नहीं कहते कि महँगा है, वे लोग किसानों की माँग पर बहस कर रहे है कि दूध और गेहूँ महँगा हो जाएगा। माॅल्स में जाकर अंधाधुंध पैसा उजाड़ने वाले गेंहूँ की कीमत बढ़ जाने से डर रहे हैं। तीन सौ रुपये किलो के भाव से मल्टीप्लैक्स के इंटरवल में पॉपकॉर्न खरीदने वाले मक्का के भाव किसान को तीन रुपये किलो से अधिक न मिलें इस पर बहस कर रहे है। एक बार भी कोई नहीं कह रहा कि मैगी, पास्ता, कॉर्नफ़्लैक्स के दाम बहुत हैं। सबको किसान का क़र्ज़ दिख रहा है और यह कि उस क़र्ज़ की माफी की माँग करके किसान बहुत नाजायज़ माँग कर रहा है। यह जान लीजिए कि किसान क़र्ज़ में आप और हमारे कारण डूबा है। उसकी फसल का उसको वाजिब दाम इसलिए नहीं दिया जाता क्योंकि उससे खाद्यान्न महँगे हो जाएँगे। 1975 में सोने का दाम 500 रुपये प्रति दस ग्राम था और गेंहू का समर्थन मूल्य किसान को मिलता था 100 रुपये। आज चालीस साल बाद गेंहू लगभग 1500 रुपये प्रति क्विंटल है मतलब केवल पन्द्रह गुना बढ़ा और उसकी तुलना में सोना आज तीस हज़ार रुपये प्रति दस ग्राम है मतलब 60 गुना की दर से महँगाई बढ़ी मगर किसान के लिए उसे पन्द्रह गुना ही रखा गया। ज़बरदस्ती, ताकी खाद्यान्न महँगे न हो जाएँ। 1975 में एक सरकारी अधिकारी को 400 रुपये वेतन मिलता था जो आज साठ हज़ार मिल रहा है। मतलब एक सौ पचास गुना की राक्षसी वृद्धि उसमें हुई है। इसके बाद भी सबको किसान से ही परेशानी है। किसानों को आंदोलन करने की बजाय खेती करना छोड़ देना चाहिए। बस अपने परिवार के लायक उपजाए और कुछ न करे। उसे पता ही नहीं कि उसे असल में आज़ादी के बाद से ही ठगा जा रहा है।
किसान क्यों हिंसक हो गया है यह समझना होगा, जनता को भी और सरकार को भी। किसान अब मूर्ख बनने को तैयार नहीं है। बरसों तक किया जा रहा शोषण अंततः हिंसा को ही जन्म देता है। आदिवासियों पर हुए अत्याचार ने नक्सल आंदोलन को जन्म दिया और अब किसान भी उसी रास्ते पर है। आप क्या चाहते हैं कि आप समर्थन मूल्य के झाँसे में फँसे किसान के खून में सनी रोटियाँ अपनी इटालियन मार्बल की टॉप वाली डाइनिंग टेबल पर खाते रहें और जब किसान को समझ में आए सारा खेल तो वह विरोध भी नहीं करे। आपको पता है आपका एक सांसद साल भर में चार लाख की बिजली मुफ़्त फूँकने का अधिकारी होता है, लेकिन किसान का चार हजार का बिजली का बिल माफ करने के नाम पर आप टीवी चैनल देखते हुए बहस करते हैं। यह चेत जाने का समय है। कहिए कि आप साठ से अस्सी रुपये लीटर दूध और कम से कम साठ रुपये किलो गेंहू खरीदने के लिए तैयार हैं, कुछ कटौती अपने ऐश और आराम में कर लीजिएगा। नहीं तो कल जब अन्न ही नहीं उपजेगा तो फिर तो आप बहुराष्ट्रीय कंपनियों से उस दाम पर खरीदेंगे ही जिस दाम पर वे बेचना चाहेंगी।


देवा हो देवा गणपति देवा,तुमसे बढ़कर कौन

गाजियाबाद। युवा हनुमान चालीसा टीम और समस्त हिंदूवादी संगठन परिवार के द्वारा बंथला जगत फार्म हाउस से गणेश विसर्जन यात्रा संस्थापक शननी बजरंगी कुलदीप कुमार के नेतृत्व में लोनी नगर पालिका के 55 वार्डों वह प्रमुख गांव से झांकियां एकत्रित हुई। विसर्जन यात्रा के मुख्य अतिथि महामंडलेश्वर भैया जी दास महाराज हिंदू युवा वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष महामंडलेश्वर दिल्ली प्रदेश नवल किशोर,राष्ट्रवादी ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रवेश दत्त भारद्वाज, मानव कल्याण सेवा संस्था राष्ट्रीय अध्यक् धर्मेंद्र त्यागी,  एवं सभी कार्यकर्ताओं ने सभी का पटका पहनाकर स्वागत किया। हजारों की संख्या में गणपति के भक्तों ने सुंदर झांकियों के साथ 25 फुटा रोड,सरस्वती विहार,गीतांजलिविहार,नाईपुरा, संगम विहार, राजीव गार्डन, 100 फुटा रोड होते हुए दो नंबर स्टैंड से चलकर लोनी तिराहे पर विशाल गणपति विसर्जन यात्रा में लोनी तिराहे पर जाकर हनुमान चालीसा 108 बार राम नाम की माला जपते हुए। आगे मार्केट होते हुए जमुना किनारे भक्तों का जनसैलाब उमड़ा। लोनी में गणपति बप्पा मोरिया मंगल मूर्ति मोरिया गणपति बप्पा अगले बरस तू जल्दी आ। ऐसे उद्घोष होते हुए सभी गणेश भक्त नारे लगाते हुए गणेश विसर्जन यात्रा में अतिथि के रूप में मानव कल्याण सेवा संस्था राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्मेंद्र त्यागी ने कहा हमें अपने शहर को पॉलिथीन मुक्त बनाना है। महामंडलेश्वर भैया जी दास महाराज प्रदेश उत्तर प्रदेश युवा वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा जल शक्ति नियंत्रण हम सबको मिलकर करना है। नहीं तो आने वाला समय मनुष्य पानी के लिए तरसेगा। दिल्ली प्रदेश महामंडलेश्वर नवल किशोर ने कहा ऐसे आयोजन करके भगवान के प्रति जागरूक करना बहुत बड़ा हवन यज्ञ का काम कर रहे हैं। इस विसर्जन यात्रा का सभी कार्यकर्ताओं का हम धन्यवाद करते है। जिन्होंने आज पूरे लोनी को भगवा मई बना दियाा।
 इस मौके पर मुख्य  55 वार्ड नगर पालिका लोनी, ग्राम बंथला, ग्राम गढ़ी कटिया, बेहटा हाजीपुर, बाग राणा सभी ग्रामवासी व कॉलोनी वासी मुख्य रूप से मौजूद रहे।


गणपति बप्पा मोरिया,मंगल मूर्ति मोरिया।।

गाजियाबाद। लोनी स्थित फर्रुखनगर गांव में 11 दिवस के लिए गणेश जी की प्राण प्रतिष्ठा( मूर्ति) की स्थापना की गई।  जिसमें दिन प्रतिदिन भव्य कार्यक्रम किए गए तथा भगवान गणेश का पूजन बड़े ही धूमधाम व हर्षोल्लास के साथ किया गया। अतः आज भगवान श्री गणेश जी के प्राण प्रतिष्ठा (मूर्ति) को स्थापना के 11 दिन पूरे होने पर आज (मूर्ति) विसर्जन किया गया। जिसके उपलक्ष्य में सर्वप्रथम गणेश भगवान जी को भोग लगाया गया। उसके पश्चात बहुत ही विशाल भंडारे का आयोजन किया गया और श्री गणेश भगवान का विसर्जन भव्य प्रकार की झांकी, ढोल, नगाड़े ,बैंड आदि के साथ किया गया। इस अवसर बच्चे, युवा, महिलाएं, बुजुर्ग सैकड़ों की संख्या में उपस्थित रहे तथा भगवान श्री गणेश का गणपति 'बप्पामोरिया,गणपति बप्पामोरिया मंगल मूर्ति मोरिया'
तुझको फिर से जलवा दिखाना ही होगा।अगले बरस आना है। आना ही होगा।गणेश स्तुति से संबंधित श्लोको से गुणगान किया गया इस। इस अवसर पर श्री विजय गोयल,श्री प्रवीण गोयल, श्री हेमंत गोयल,श्री तरुण गुप्ता, श्री अमित गोयल,श्री बिरजू गुप्ता आदि गणमान्य लोग मुख्य रूप से उपस्थित रहे।


शिक्षकों की मनमानी के विरुद्ध लामबंद ग्रामीण

ग्राम पंचायत बांका के हाई स्कूल व मिडिल स्कूल में शिक्षक नदारद रहने से ग्रामीणों ने स्कूल बंद कर उच्च अधिकारियों की आने के इंतजार कर रहे ग्रामीण


बिल्हा ब्लॉक के अंतिम छोर होने की वजह से बेलतरा संकुल के स्कूलों में आये दिन शिक्षक रहते हैं नदारत


नेवसा। बिल्हा ब्लॉक के अंतिम छोर होने की वजह से बेलतरा संकुल के स्कूलों में आए दिन शिक्षक नदारद रहते हैं विभागीय अधिकारी अंतिम छोर होने के कारण कभी भी स्कूलों में निक्षण करने का एक दिन भी फुर्सत नहीं मिलता कुंभकरणी निद्रा में अधिकारी गण सोए हुए रहते हैं जिसके वजह से शिक्षा आए दिन मनमानी करते हुए स्कूलों से नदारद रहते हैं प्राप्त जानकारी के अनुसार आज 12 सितंबर को स्कूल तो खुला है लेकिन शिक्षक अभी तक नदारद रहने से ग्रामीणों में काफी आक्रोश है शिक्षक नदारद रहने से ग्रामीणों ने स्कूल में ताला बंद कर स्कूल के बाहर काफी जनसंख्या में मैदान में जमे हुए ग्रामीण जन अधिकारियों का इंतजार कर रहे हैं  शासकी हाई स्कूल बांका में 5 शिक्षक है जिसमें 2 शिक्षक को शिक्षा विभाग ने अन्य स्थानों पर अटैच कर दिया है इन स्कूलों में 140 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत है जहां पर स्कूल की छुट्टी समय से पहले कर दी जाती है वही जो 3 शिक्षक है उनके आने जाने का कोई समय सीमा नहीं है जिसके चलते बच्चों की कोर्स अधूरी है इसी तरह शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला बांका में 80 छात्र छात्राएं अध्ययन करते हैं व3 शिक्षक पदस्थ है आए दिन प्रधान पाठक व शिक्षक नदारद रहते हैं अब सवाल उठता है कि ऐसे में बच्चे परीक्षा देकर कैसे पास हो पाएंगे क्योंकि परिचय उनके सर पर है इस संबंध में ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि बिल्हा ब्लॉक के अंतिम छोर होने की वजह से ग्रामीण अंचल के स्कूलों में शिक्षक हमेशा समय बेसमय आए दिन नदारद रहते हैं ग्राम पंचायत बांका के शासकीय हाई स्कूल में पदस्थ शिक्षक आए दिन नदारद रहते हैं वहीं 2 शिक्षक अभी तक अटैच में हैं जिस से बांका हाई स्कूल 3 शिक्षकों के भरोसे चल रहा है जिसके चलते इन स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं की भविष्य के साथ शिक्षक खिलवाड़ कर रहे हैं हाई स्कूल बांका में लगभग 2 से 40 छात्र छात्राएं अध्ययन कर रहे हैं पूर्व माध्यमिक शाला में 80 छात्र-छात्राएं अध्ययन कर रहे हैं इनके जिंदगी से शिक्षक गण लापरवाही व मनमानी करते हुए आए दिन समय के बेसमय स्कूल से नदारद रहते हैं। जिससे पढ़ने वाले छात्रों के कोर्स अधूरे रह गए हैं जबकि परीक्षा सर पर है और कोर्स अधूरा है यह पर है तथा 3 शिक्षकों की मनमानी से बच्चों की जिंदगी अधर में लटका हुआ है इसी तरह बेलतरा संकुल के । ग्रामीणों का कहना है की इस मामले को लेकर कई बार उच्च अधिकारियों से शिकायत भी की गई थी लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुआ जिसे शिक्षा के हौसले आए दिन मूलन होते जा रहे हैं स्कूल आने का व जाने का कोई समय सीमा नहीं है ग्राम सभा में इस मामले को लेकर चर्चा भी की गई थी तब कुछ लोग जाकर के शिक्षकों से इस संबंध में स्कूल जाकर कड़ी चेतावनी दिया गया था तब दोनों ही स्कूलों में सुधार हुआ था लेकिन कुछ दिनों के बाद फिर से उसी ढर्रे पर चलने लगा है जिसे लेकर बच्चों के पालक काफी चिंतित है जबकि बिल्हा ब्लॉक के यह अंतिम छोर है इस और अधिकारीगण कभी स्कूल का निरीक्षण करने तक नहीं आते हैं जिससे शिक्षकों की मनमानी चरम सीमा पर है।


यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...