बुधवार, 11 सितंबर 2019

19 वर्षों में दो एफआईआर,विभाग हैरान

एटा। उत्तर प्रदेश के अग्रणी अपराध ग्रस्त जिले के नाम से जाना जाने वाले एटा में एक ऐसा भी थाना है, जहां पर 19 सालों में मात्र दो ही एफआईआर दर्ज हुई है। 16 साल तक थाने की जीडी में एक भी शिकायत दर्ज नहीं की गई। अपराध की इतनी कम संख्या को लेकर पुलिस विभाग भी हैरान है कि आखिर ऐसा कैसे होता रहा। लेकिन यह सच है कि एटा जीआरपी का थाना पूरी तरह से शांतप्रिय माहौल होने का दावा कर रहा है।


रेलवे कालोनी स्थित जीआरपी थाना की स्थापना वर्ष 2001 में हुई थी। इससे पहले तक एटा जिले में जीआरपी की चौकी ही थी। एटा से टूंडला तक चलने वाली पैसेंजर ट्रेन की सुरक्षा संबंधी जिम्मेदारी पहले चार सिपाहियों के जिम्मे थी, लेकिन जब से थाने की स्थापना हुई तो एक प्रभारी, एक हेड कांस्टेबिल सहित आठ कर्मियों को लगाया गया। थाने का संचालन होने के बाद से वर्ष 2016 तक थाने में रखी जीडी पूरी तरह से खाली पड़ी रही। लंबे समय तक जीआरपी थाना में एक भी एफआईआर दर्ज नहीं हुई। वर्ष 2016 में ट्रेन की बोगी में एक शव मिला तब जाकर पहली एफआईआर दर्ज हो सकी। हालांकि इस मामले में बाद में एफआर लग गई। इसके बाद वर्ष 2019 में कुछ अराजक तत्वों ने गेटमैन के साथ मारपीट की वारदात को अंजाम दिया। इस मामले की दूसरी एफआईआर दर्ज हो सकी है। एटा जिला अपराध ग्रस्त की सूची में शामिल है। लोगों की भी ही ऐसी धारणा है। लेकिन थाना की जीडी साबित कर रही है कि एटा पर लगाए जाते रहे आरोप और दावे खोखले साबित हो रहे हैं।


संयुक्त छापेमारी में पकड़ी शराब की खेप

एकाशुं उपाध्याय


गाजियाबाद। लोनी कोतवाली पुलिस व आबकारी विभाग की टीम के द्वारा संयुक्तरूप से की गई छापेमारी के दौरान, तस्करी की गई  अवैध शराब की बड़ी खेप बरामद की है। क्षेत्र में अवैध शराब का कारोबार बड़े पैमाने पर फल-फूल रहा है। जिस पर  प्रशासनिक शख्‍ती के कारण संयुक्त रूप से छापेमारी कर  इस पर अंकुश लगाने का प्रयास किया गया है। स्थानीय पुलिस और आबकारी विभाग के द्वारा यह  सशक्त कार्रवाई की गई है। अवैध शराब के रूप में जहरीली शराब ,सस्ती शराब जनता को सस्ते मूल्य में परोसी जा रही है। जिस पर  प्रशासन स्थाई रूप से नियंत्रण नहीं कर पा रहा है। क्षेत्र में इस प्रकार का अभियान संचालित रखना चाहिए। जिससे अवैध शराब के कारोबार पर पूर्ण रूप से पाबंदी लगाई जा सके। हालांकि अवैध शराब के व्यापारी संदीप निवासी सरौली के मकान से ही हरियाणा मार्का देशी व अग्रेजी शराब की 191पेटी जिसकी कीमत लगभग-लगभग 6 लाख रुपए बताई जा रही है। संदीप पुलिस की गिरफ्त से बाहर है जिसके लिए पुलिस दबिश दे रही है।


लूट के विरोध में गोली लगने से मौत

बदायूं। उझानी क्षेत्र में आज सुबह बदमाशों ने लूटपाट का विरोध करने पर एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी। करीब साढ़े सात हजार रुपये और दो बैग लूटकर फरार हो गये।


मृतक के बेटा कुवंरपाल रायबरेली में रेलवे के कारखाने में काम करते हैं। वे बस पर सवार होकर सुबह करीब चार बजे रायबरेली से उझानी उतरे थे। पिता आनंदपाल सिंह बेटे को लेने के लिए बाइक लेकर उझानी आये थे। उन्होंने बताया कि वो जब मोटरसाइकिल पर जमरौली जाने लगे, उसी समय चार नकाबपोश बदमाश आये और उन लोगों से तमंचे के बल पर लूटपाट करने लगे। विरोध करने पर बदमाशों ने 60 वर्षीय आनंदपाल को गोली मार दी और करीब साढे सात हजार रुपये लूटकर फरार हो गये। उन्होंने बताया कि गंभीर हालत में आनंदपाल को अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मृत्यु हो गई।


घाटी में अलर्ट:सुरक्षा बलों ने बढ़ाई चौकसी

जम्मू कश्मीर। जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 में बदलाव के बाद घाटी में पहले से ही अलर्ट सुरक्षा बल अब और चौकन्नी हो गई है। इंटेलिजेंस सूत्रों के मुताबिक घाटी में हाल के दिनों में कई पाकिस्तानी आतंकी देखे गए हैं। सूत्रों के मुताबिक पांच अगस्त से लेकर अब तक 40 पाकिस्तानी आतंकी घुसपैठ कर चुके हैं। पिछले 40 दिनों में हुई ये घुसपैठ अब तक की सबसे बड़ी घुसपैठ है। इंटेलिजेंस एजेंसियों की मानें तो ये सभी आतंकी जैश ए मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े हुए हैं।


खबर यह भी है कि इन आतंकियों के निशाने पर सुरक्षा बल हैं और वो किसी बड़े हमले की फ़िराक में हैं। पाकिस्तान और आतंकियों को भेजने की फ़िराक़ में लगा हुआ है। इसी वजह से जम्मू-कश्मीर की घाटी में सुरक्षा और चौकस कर दी गई है। बता दें कि इंडियन आर्मी ने जम्मू-कश्मीर के केरन सेक्टर में पाकिस्तान बॉर्डर एक्शन टीम के एक दल द्वारा घुसपैठ की नाकाम कोशिश का एक वीडियो शेयर किया था।भारतीय सेना द्वारा शेयर किए गए तीन अगस्त के इस वीडियो में कम से कम 4 शव देखे जा सकते हैं। पाक सेना ने इनके शव लेने से भी इनकार दिया था, जबकि सेना ने इनके पाक सैनिक होने के सबूत भी पेश किए थे। मारे गए घुसपैठियों में आतंकियों के साथ-साथ पाकिस्तान की सेना के जवान भी शामिल थे। सेना सूत्रों ने कहा है कि ये पाकिस्तानी घुसपैठिए थे।


अस्थाई कोर्ट में बयान दर्ज करने पहुंचे जज

उन्नाव रेप केस में पीड़िता का बयान दर्ज करने AIIMS पहुंचे जज, बनाया गया है अस्थाई कोर्ट


नई दिल्ली। उन्नाव रेप केस की पीड़िता का बयान आज से दर्ज किया जाएगा। इसके लिए अस्पताल में ही विशेष कोर्ट बैठेगी। जज सुनवाई के लिए एम्स में पहुंच चुके हैं। पीड़िता का बयान बंद कमरे में दर्ज किया जाएगा जिसे रिकॉर्ड भी किया जाएगा। वहीं, आरोपी शशि सिंह और कुलदीप सेंगर की पेशी भी हुई है। पीड़िता के बयान दर्ज करने के बाद आरोपियों से क्रॉस एग्जामिनेशन होगा। रायबरेली के पास हुई दुर्घटना के बाद पीड़िता एम्स में इलाज करवा रही हैं। इसी वजह से अदालत ने एम्स में अस्थायी कोर्ट बनाकर बयान दर्ज कराने का आदेश दिया था। इस मामले में बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर आरोपी हैं।
28 जुलाई को कुलदीप सेंगर पर रेप का आरोप लगाने वाली पीड़िता, उसकी चाची और मौसी अपने वकील के साथ रायबरेली जेल में बंद अपने रिश्तेदार से मुलाक़ात करने जा रही थी, इसी दौरान एक ट्रक ने उनकी कार को टक्कर मार दी थी। इस मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में चल रही है।


बीज निगम कर्मचारी बता, ठगे 52 लाख

रायगढ़। छत्तीसगढ़ के जांजगीर जिले के करीब 12 किसान ठगी का शिकार हो गए। भद्रीपाली गांव के रहने वाले पिता-पुत्र की जोड़ी ने इन्हें अपना शिकार बनाया। दरअसल मोहन डनसेना नाम के शख्स ने खुद को गांव वालों को बीज निगम का कर्मचारी बताया। उसने वादा किया वो सभी किसानों का धान 1800 प्रति क्विंटल की दर से खरीदेगा। आरोपी और किसानों के बीच 66 लाख 60 के धान की डील हुई। आरोपी ने महज 14 लाख गांव के किसानों को दिए और धान लेकर फरार हो गया।


इस धोखाधड़ी के शिकार हुए किसान यज्ञनारायण चन्द्रा ने बताया कि मार्च महीने में मोहन डनसेना से उसकी मुलाकात हुई। खुद को बीज निगम का कर्मचारी बताकर डनसेना ने धान खरीदने की बात कही। आरोपी ने किसान को खरसिया बुलाया यहां 3 लाख रूपए एडवांस किसान को दिए। किसान आरोपी के झांसे में आ गया। उसने अन्य किसानों का धान भी आरोपी के पास बेचा। बीच-बीच में आरोपी कुछ रूपए किसानों को देता रहा औ धान ले जाता रहा। इस तरह उसने किसानों को 66 लाख के धान के बदले 14 लाख रूपए दिए।


इसके बाद कई दिनों तक किसानों को आरोपी ने पैसे नहीं दिए। किसान उसके घर के चक्कर लगाते रहे। बार-बार रूपयों की मांग करने पर आरोपी ने किसानों को बाकि बची रकम 52 लाख 60 हजार रूपए का चेक दे दिया। इसे जब बैंक में जमा कराया गया तो आरोपी के खाते में पैसे ही नहीं थे। इस बीच किसानों ने रायगढ़ के बीज निगम में आरोपी की तस्दीक की तो पता चला वह वहां का कर्मचारी नहीं है । मौका पाकर आरोपी किसानों का धान बेचकर फरार हो गया। किसानों की शिकायत पर अब पुलिस उसकी तलाश में है।


पूर्व मुख्यमंत्री को बेटे सहित नजरबंद किया

हैदराबाद। आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू और उनके बेटे नारा लोकेश समेत तेलुगु देशम पार्टी के कई नेताओं को नजरबंद कर दिया गया। दोनों नेता अपने समर्थकों के साथ सरकार के विरोध में अपने आवास पर भूख हड़ताल पर बैठे थे। पुलिस प्रशासन ने अटमाकुर समेत संवेदनशील इलाकों में धारा 144 लगा दी।


नायडू को मीडिया से मिलने की अनुमति नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र का काला दिन है। प्रशासन ने चंद्रबाबू के अलावा उनके कई समर्थकों को भी नजरबंद किया है। वहीं, मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने चंद्रबाबू और उनके समर्थकों पर हिंसा फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया। चंद्रबाबू ने जगन रेड्डी पर राजनीतिक हिंसा करने का आरोप लगाते हुए विरोध जताया था। उन्होंने अपने समर्थकों से बुधवार को सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक विरोध के लिए अपने-अपने क्षेत्र में भूख हड़ताल पर बैठने की अपील की थी। साथ ही तेदेपा ने 'चलो अटमाकुर' नारा भी दिया था। चंद्रबाबू ने जगन की पार्टी पर तेदेपा समर्थकों की हत्या का भी आरोप लगाया है।


तेदेपा ने कहा कि उनके कार्यकर्ताओं को धमकियां मिल रही हैं। पार्टी ने दावा किया कि पिछले तीन महीनों में आठ कार्यकर्ताओं की हत्या हुई है। इनमें ज्यादातर गुंटुर जिले के अटमाकुर और पलनाडू क्षेत्र के थे। इसके विरोध में चंद्रबाबू ने तेदेपा समर्थकों से बुधवार को गुंटुर से पलनाडू के अटमाकुर गांव तक रैली करने की अपील की थी। उंदावल्ली में नजरबंद नारा लोकेश ने कहा, ''विरोध करना हमारा संवैधानिक अधिकार है। प्रशासन या सरकार हमें नहीं रोक सकते।


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