शनिवार, 7 सितंबर 2019

तुरंत चालान के विरुद्ध भी है प्रावधान

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट के सीनियर एडवोकेट विनय कुमार गर्ग और एडवोकेट रोहित श्रीवास्तव ने बताया कि सेंट्रल मोटर व्हीकल रूल्स के नियम 139 में प्रावधान किया गया है कि वाहन चालक को दस्तावेजों को पेश करने के लिए 15 दिन का समय दिया जाएगा। ट्रैफिक पुलिस तत्काल उसका चालान नहीं काट सकती है।
डीएल-आरसी नहीं दिखाने पर तत्काल चालान नहीं काट सकती ट्रैफिक पुलिस, ये है कानून नया मोटर व्हीकल एक्ट लागू होने के बाद से वाहन का रजिस्ट्रेशन सर्टीफिकेट (आरसी), इंश्योरेंस सर्टीफिकेट, पॉल्यूशन अंडर कंट्रोल सर्टिफिकेट, ड्राइविंग लाइसेंस और परमिट सर्टिफिकेट तत्काल नहीं दिखाने पर ताबड़तोड़ चालान करने की खबरें आ रही हैं। हालांकि सेंट्रल मोटर व्हीकल रूल्स के मुताबिक अगर आप ट्रैफिक पुलिस को मांगने पर फौरन रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (आरसी), इंश्योरेंस सर्टिफिकेट, पॉल्यूशन अंडर कंट्रोल सर्टिफिकेट, ड्राइविंग लाइसेंस (डीएल) और परमिट सर्टिफिकेट नहीं दिखाते हैं, तो यह जुर्म नहीं है।


सुप्रीम कोर्ट के सीनियर एडवोकेट विनय कुमार गर्ग और एडवोकेट रोहित श्रीवास्तव ने बताया कि सेंट्रल मोटर व्हीकल रूल्स के नियम 139 में प्रावधान किया गया है कि वाहन चालक को दस्तावेजों को पेश करने के लिए 15 दिन का समय दिया जाएगा। ट्रैफिक पुलिस तत्काल उसका चालान नहीं काट सकती है। इसका मतलब यह हुआ कि अगर चालक 15 दिन के अंदर इन दस्तावेजों को दिखाने का दावा करता है, तो ट्रैफिक पुलिस या आरटीओ अधिकारी वाहन का चालान नहीं काटेंगे। इसके बाद चालक को 15 दिन के अंदर इन दस्तावेजों को संबंधित ट्रैफिक पुलिस या अधिकारी को दिखाना होगा।
एडवोकेट श्रीवास्तव ने यह भी बताया कि मोटर व्हीकल एक्ट 2019 की धारा 158 के तहत एक्सीडेंट होने या किसी विशेष मामलों में इन दस्तावेजों को दिखाने का समय 7 दिन का होता है। इसके अलावा ट्रैफिक कानून के जानकार लॉ प्रोफेसर डॉ राजेश दुबे का कहना है कि अगर ट्रैफिक पुलिस आरसी, डीएल, इंश्योरेंस सर्टीफिकेट, पॉल्यूशन अंडर कंट्रोल सर्टिफिकेट, ड्राइविंग लाइसेंस और परमिट सर्टिफिकेट तत्काल नहीं दिखाने पर चालान काटती है, तो चालक के पास कोर्ट में इसको खारिज कराने का विकल्प रहता है।
सीनियर एडवोकेट गर्ग का कहना है कि अगर ट्रैफिक पुलिस गैर कानूनी तरीके चालान काटती है, तो इसका मतलब यह कतई नहीं होता है कि चालक को चालान भरना ही पड़ेगा। ट्रैफिक पुलिस का चालान कोई कोर्ट का आदेश नहीं हैं। इसको कोर्ट में चुनौती दी जा सकती है। अगर कोर्ट को लगता है कि चालक के पास सभी दस्तावेज हैं और उसको इन दस्तावेजों को पेश करने के लिए 15 दिन का समय नहीं दिया गया, तो वह जुर्माना माफ कर सकता है।
एडवोकेट रोहित श्रीवास्तव ने बताया कि चालान में एक विटनेस के साइन होना भी जरूरी है। कोर्ट में मामले के समरी ट्रायल के दौरान ट्रैफिक पुलिस को विटनेस पेश करना होता है. अगर पुलिस विटनेस पेश नहीं कर पाती है, तो कोर्ट चालान माफ कर सकती है। उन्होंने बताया कि ज्यादातर मामलों में पुलिस विटनेस पेश नहीं कर पाती है और इसका फायदा चालक को मिलता है।


धर्मेंद्र करेगें सऊदी अरब,यूएई,कतर की यात्रा

नई दिल्ली। केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस तथा इस्‍पात मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान आज यानी 7 सितंबर से 12 दिसंबर तक अपनी सऊदी अरब, यूएई और कतर की यात्रा पर जाएंगे। उनके साथ एक व्‍यापार प्रतिनिधिमंडल भी जाएगा। श्री प्रधान तेल एवं प्राकृतिक गैस तथा इस्‍पात क्षेत्रों पर तीनों देशों के समकक्ष मंत्रियों के साथ वार्ता करेंगे और 10 सितंबर को आबुधावी में 8वें एशियाई मंत्रिस्‍तरीय ऊर्जा गोलमेज (एएमईआर) बैठक में भी भाग लेंगे। भारत यूएई के साथ इस बैठक का संयुक्‍त आयोजक है। भारत 2021 में 9वें ऊर्जा गोलमेज सम्‍मेलन का आयोजन करेगा। सबसे पहले सऊदी अरब में श्री प्रधान ऊर्जा मंत्री श्री खालिद अल-फलीह तथा सऊदी अरब की राष्‍ट्रीय तेल कंपनी, अरामको के वरिष्‍ठ प्रबंधन के साथ बैठक करेंगे।


यूएई की यात्रा के दौरान श्री धर्मेंद्र प्रधान यूएई के ऊर्जा और उद्योग मंत्री श्री सुहेल मोहम्‍मद फराज अल मजरोऊई तथा राज्‍य मंत्री एवं एडनोक ग्रुप के सीईओ डॉ. सुल्‍तान अहमद अल जबेर के साथ बैठक करेंगे। इस बैठक में हाइड्रोकार्बन और इस्‍पात विषयों पर चर्चा होगी। वही कतर में अपनी यात्रा के दौरान श्री प्रधान कतर के प्रधानमंत्री एवं आंतरिक मंत्री श्री शेख अब्‍दुल्‍लाह बिन नासेर बिन खलीफा अल थानी तथा कतर के ऊर्जा राज्‍य मंत्री श्री साद शेरीदाह अल काबी से भी भेंट करेंगे।


खेल मंत्री ने खिलाड़ियों को बधाई दी

नई दिल्ली। युवा मामलों और खेल राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री किरेन रिजिजू ने कल नई दिल्ली में भारतीय निशानेबाजी टीम के सदस्यों से मुलाकात की, जो हाल ही में रियो डी जनेरियो में संपन्न आईएसएसएफ राइफल और पिस्टल विश्व कप में हिस्सा लेकर लौटे हैं। उन्होंने निशानेबाजों को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए बधाई दी। प्रतियोगिता में भारत ने पांच स्वर्ण, दो रजत और दो कांस्य पदक हासिल करके पदक तालिका में शीर्ष स्थान प्राप्त किया है।


श्री रिजिजू के साथ मुलाकात के दौरान उपस्थित निशानेबाजों में अपूर्वी चंदेला, अंजुम मौद्गिल, इलावेनिल वलारिवन, मनु भाकर, यशस्विनी देसवाल, संजीव राजपूत, अभिषेक वर्मा और दीपक कुमार शामिल थे। इस अवसर पर भारतीय राष्ट्रीय राइफल्स संघ के अध्यक्ष श्री रनिंदर सिंह और कोच जसपाल राणा, पावेल स्मिरनोव तथा ओलेग मिखाइलोव भी उपस्थित थे।निशानेबाजी में भारत का यह शानदार वर्ष रहा है। वर्ष 2019 में सभी आईएसएसएफ सीनियर विश्व कप में भारत ने 16 स्वर्ण, 4 रजत और 2 कांस्य पदक जीते हैं। इन 22 पदकों में से 12 व्यक्तिगत स्पर्धाओं में मिले हैं और 10 मिश्रित टीम स्पर्धाओं में। यह प्रतिस्पर्धाएं 10 मीटर एयर राइफल और 10 मीटर एयर पिस्टल की हैं। भारत ने अब तक टोक्यो 2020 ओलंपिक के लिए निशानेबाजी में नौ कोटा जीते हैं, जिसमें पुरुषों की 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन में संजीव राजपूत और महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल में यशस्विनी देसवाल के साथ रियो विश्व कप में कोटा अर्जित किया है।


भारतीय निशानेबाजी टीम को बधाई देते हुए श्री रिजिजू ने कहा, 'निशानेबाजी में भारतीय दल ने शानदार प्रदर्शन किया है और हम एक मजबूत टीम टोक्यो ओलम्पिक्स में भेजेंगे। इस खेल से भारत को बहुत उम्मीदें हैं।


राष्ट्रपति के भाषणों पर आधारित किताब

नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति श्री एम. वेंकैया नायडू ने सामाजिक बुराईयों पर चिंता व्यक्त करते हुए लोगों से अश्पृश्यता तथा लैंगिग भेदभाव जैसी सामाजिक बुराईयों को दूर करने में सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि देश में उपलब्ध आसाधारण प्रतिभा, विचारों और नवाचारी क्षमताओं को एक साथ लाने की आवश्यकता है ताकि समावेशी और सतत विकास सुनिश्चित हो सके।


उपराष्ट्रपति नई दिल्ली के प्रवासी भारतीय केन्द्र में राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविन्द के चुनिंदा भाषणों पर दो पुस्तकों 'द रिपब्लिकन एथिक' (खंड-2) तथा 'लोकतंत्र के स्वर'(खंड-2) का विमोचन कर रहे थे। उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारत इतिहास के उस मोड़ पर खड़ा है जहां से वह प्रमुख चुनौतियों और बाधाओं का सामना करते हुए समावेशी विकास की दिशा में छलांग लगा सकता है।


उपराष्ट्रपति ने कहा कि सार्वजनिक जीवन में मूल्यों और नीतियों को बनाए रखना लोगों के लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि इस बारे में राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविन्द की और मेरी सोच एक समान है।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि उन्होंने अनेक अवसर पर राष्ट्रपति के संबोधनों में राष्ट्र का सार, विज़न, महत्वकांक्षा, आशाओं और स्वभाव को देखा है। उनमें विचारों की स्पष्टता है, विश्लेषण करने की क्षमता है। माननीय राष्ट्रपति के सभी भाषणों में, चाहे वह राष्ट्र के नाम संबोधन हो या विदेश यात्राएं हो या शिक्षा की बात हो, सभी में तालमेल देखने को मिलता है।


श्री नायडू ने कहा कि राष्ट्रपति हमेशा हमें अन्नदाताओं यानी किसानों, वैज्ञानिकों, पेशेवर लोगों और बहादुर जवानों के योगदान की याद दिलाते हैं। उपराष्ट्रपति ने कहा कि राष्ट्रपति के भाषणों में बार-बार शिक्षा की बात होती है। उनके लिए शिक्षा सशक्तिकरण का माध्यम है। वह चाहते हैं कि हमारे विश्वविद्यालय नए भारत की दिशा में प्रगति का पावर हाउस बनें। वह वैज्ञानिक संस्थानों से आशावान रहते हैं। उपराष्ट्रपति ने कहा कि एक वकील के नाते राष्ट्रपति वकालत पेशे की शक्तियों और चुनौतियों के प्रति सचेत हैं। राष्ट्रपति संवैधानिक तौर-तरीकों से सामाजिक परिवर्तन में विश्वास रखते हैं।


राष्ट्रपति कोविन्द गरीब से गरीब लोगो को न्याय प्रदान करने में कानूनी पेशे की क्षमता पर बल देते हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति अधिकारियों से उच्च स्तर के संकल्प की आशा रखते हैं, क्योंकि अधिकारी लोगों को लोकतांत्रिक संविधान के फल प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा कि श्री कोविन्द ने विभिन्न सेवाओं के सैकड़ों युवा अधिकारियों को सामाजिक न्याय प्रदान करने के लिए प्रेरित किया है। उपराष्ट्रपति ने कहा कि राष्ट्रपति के चुने हुए भाषणों की पुस्तकें उनकी ज्ञानधारा का संकलन हैं।देश की संप्रभुता की रक्षा के प्रति भारत के संकल्प पर पुस्तक से उद्धरण पेश करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारत ने हमेशा शांति और सहयोग के मूल्यों का पालन किया है। उन्होंने चेतावनी दी कि भारत पर आक्रमण करने वालों को माकूल जवाब दिया जाएगा। उपराष्ट्रपति ने राष्ट्रपति के भाषणों के संकलन को प्रकाशित करने के लिए सूचना और प्रसारण मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर और उनकी टीम को बधाई दी।


इस अवसर पर पर्यावरण, वन तथा जलवायु परिवर्तन और सूचना एवं प्रसारण मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर, सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री श्री थावरचंद गहलोत, सूचना और प्रसारण सचिव श्री अमित खरे तथा प्रकाशन विभाग की प्रधान महानिदेशक श्रीमती साधना राउत तथा अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित थे।


मोदी दिव्यांग बच्चों के साथ मनाएंगे जन्मदिन

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अक्सर सादगी का संदेश देने की कोशिश करते हैं और हर जन्मदिन पर कुछ खास करते हैं। अब एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खास तरीेके से जन्मदिन मनाने जा रहे हैं। 17 सितंबर को प्रधानमंत्री अपना 69वां जन्मदिन संसदीय क्षेत्र वाराणसी में दिव्यांग बच्चों के साथ मनाएंगे।प्रधानमंत्री के दौरे को देखते हुए वाराणसी प्रशासन पूरे शहर को चमकाने और सजाने में जुट गया है। जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री के 69वें जन्मदिन के अवसर पर वाराणसी के 69 मंदिरों में भजन संध्या होगी, तो 69 स्थानों पर ही दीपदान किया जाएगा।पीएम मोदी के जन्मदिन के अवसर पर पूरे शहर में शंखनाद का भी इंतजाम किया गया है। हालांकि अभी पीएमओ की तरफ से प्रधानमंत्री का पूरा प्रोटोकॉल नहीं आया है। लेकिन प्रशासन के साथ-साथ पार्टी स्तर पर तैयारियां शुरू हो गई हैं।


चंद्र मिशन अभियान में 40 फीसदी नाकाम

कैलिफोर्निया। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के तथ्यों के मुताबिक पिछले छह दशक में शुरू किए गए चंद्र मिशन में सफलता का अनुपात 60 प्रतिशत रहा है। नासा के मुताबिक इस दौरान 109 चंद्र मिशन शुरू किए गए, जिसमें 61 सफल हुए और 48 असफल रहे। भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो द्वारा चंद्रमा की तहत पर चंद्रयान-2 के विक्रम लैंडर को उतराने का अभियान शनिवार को अपनी तय योजना के मुताबिक पूरा नहीं हो सका। लैंडर का अंतिम छणों में जमीनी स्टेशन से संपर्क टूट गया। इसरो के अधिकारियों के मुताबिक चंद्रयान-2 का ऑर्बिटर पूरी तरह सुरक्षित और सही है।


इस साल इजराइल ने भी फरवरी 2018 में चंद्र मिशन शुरू किया था, लेकिन यह अप्रैल में नष्ट हो गया। वर्ष 1958 से 2019 तक भारत के साथ ही अमेरिका, यूएसएसआर (रूस), जापान, यूरोपीय संघ, चीन और इजराइल ने विभिन्न चंद्र अभियानों को शुरू किया। पहले चंद्र अभियान की योजना अमेरिका ने 17 अगस्त, 1958 में बनाई, लेकिनपाइनियर 0 का लॉन्च असफल रहा। पहला सफल चंद्र अभियान चार जनवरी 1959 में यूएसएसआर का लूना 1 था। यह स‍फलता छठे चंद्र मिशन में मिली। एक साल से थोड़े अधिक समय के भीतर अगस्त 1958 से नवंबर 1959 के दौरान अमेरिका और यूएसएसआर ने 14 अभियान शुरू किए। इनमें से सिर्फ 3- लूना 1, लूना 2 और लूना 3 सफल हुए। ये सभी यूएसएसआर ने शुरू किए थे।


इसके बाद जुलाई 1964 में अमेरिका ने रेंजर 7 मिशन शुरू किया, जिसने पहली बार चंद्रमा की नजदीक से फोटो ली। रूस द्वारा जनवरी 1966 में शुरू किए गए लूना 9 मिशन ने पहली बार चंद्रमा की सतह को छुआ और इसके साथ ही पहली बार चंद्रमा की सतह से तस्वीर मिलीं। पांच महीने बाद मई 1966 में अमेरिका ने सफलतापूर्वक ऐसे ही एक मिशन सर्वेयर-1 को अंजाम दिया। अपोलो 11 अभियान एक लैंडमार्क मिशन था, जिसके जरिए इंसान के पहले कदम चांद पर पड़े। तीन सदस्यों वाले इस अभियान दल की अगुवाई नील आर्मस्ट्रांग ने की। वर्ष 1958 से 1979 तक केवल अमेरिका और यूएसएसआर ने ही चंद्र मिशन शुरू किए। इन 21 वर्षों में दोनों देशों ने 90 अभियान शुरू किए। इसके बाद जपान, यूरोपीय संघ, चीन, भारत और इस्राइल ने भी इस क्षेत्र में कदम रखा।


डीएम को अपशब्द, धमकी भरे मैसेज

शिवाकांत अवस्थी
रायबरेली। एक मामले को लेकर निस्तारण न होने के कारण से एक युवक लगातार जिलाधिकारी नेहा शर्मा के सीयूजी नंबर पर अपशब्द भरे मैसेज व फोन पर धमकी भरी बातें करने वाले युवक को आज पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जांच बाद पता चला कि, युवक मानसिक रूप से बीमार चल रहा है जिसका इलाज भी चल रहा है।
आपको बता दें कि, जानकारी के मुताबिक पूरा मामला इस प्रकार है। मनोज कुमार निवासी केसरुवा थाना गुरबक्शगंज कई दिनों से जिलाधकारी नेहा शर्मा के सरकारी नंबर पर बार-बार फोन कर गलत तरीके से बात व मैसेज भेज कर धमकाने जैसी बात कर रहा था। जिसे जिलाधिकारी नेहा शर्मा द्वारा दफ्तर बुलाया गया था। दफ्तर पहुंचने पर उस युवक द्वारा अपनी बात कुछ अलग अंदाज में करने लगा। यही नहीं उसने अधिकारियों को भी रौब में लेने की कोशिश किया। जिसके चलते जिलाधिकारी नेहा शर्मा के निर्देश पर नगर कोतवाली पुलिस ने मौके पर आनन-फानन पहुंचकर उसे हिरासत में ले लिया। पुलिस की जांच में युवक मानसिक रूप से बीमार निकला। जिला अधिकारी नेहा शर्मा द्वारा तत्काल युवक को उचित उपचार के लिए कड़े निर्देश दिए गए है।


यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...