बुधवार, 4 सितंबर 2019

एनआरसी के खिलाफ ममता ने भरी हुंकार

कोलकाता। राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ पश्चिम बंगाल सरकार प्रस्ताव लाएगी। इस हफ्ते लाए जाने वाले प्रस्ताव से पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सभी विपक्षी दलों को एकजुट करने की कोशिश कर रही हैं, हालांकि भारतीय जनता पार्टी ने इसका विरोध किया है। इससे पहले सीएम ममता ने ऐलान किया था कि वह 12 सितंबर को एनआरसी के खिलाफ विरोध मार्च निकालेंगी। राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर के तहत 19 लाख से अधिक लोग घुसपैठियों की श्रेणी में आ गए हैं। जिससे राजनीतिक पार्टियों को काफी नुकसान होने की संभावना प्रबल हो गई है। इस गहरी खाई को पाटने के लिए सभी राजनीतिक दल अपनी नीतियों से घुसपैठियों को साधने का प्रयास कर रहे हैं। जबकि यह राष्ट्र के हित में नहीं है। लेकिन सत्ता पक्ष अपने अधिकारों का दुरुपयोग करने से बाज नहीं आ रहा है।


शैलजा बनी हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष

राणा ओबराय


सांसद कुमारी शैलजा हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष मनोनीत, पूर्व सीएम हुड्डा की चाल गयी बेकार

चंडीगढ़। आखिरकार अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने एक निर्णायक भूमिका निभाते हुए हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर सांसद कुमारी सैलजा को मनोनीत को मनोनीत किया है। हरियाणा कांग्रेस में पिछले 5 वर्षों से कांग्रेस अध्यक्ष को बदलने की मांग को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा के नेतृत्व में विधायक एवं कई नेता कई बार कांग्रेसी आलाकमान से मिल चुके थे। सभी नेता कांग्रेस के राष्ट्रीय नेताओं के सामने अपना दुखड़ा बयान करते हुए कहते थे अशोक तंवर कांग्रेस में जान डालने में नाकामयाब साबित हुए हैं। इसलिए यदि हरियाणा कांग्रेस को बचाना है तो पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा को कमान सौंपी जाए। परंतु आज कांग्रेस आलाकमान सोनिया गांधी ने हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा की दबाव की राजनीति को एकतरफा करते हुए सांसद कुमारी शैलजा को हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर मनोनीत किया है। अनुसूचित जाति के वोट बैंक में सेंध लगाने को शैलजा को प्रधान नियुक किया है। वैसे इसकी चर्चा पिछले लगभग 10 दिनों से चल रही थी।यदि हरियाणा में गुटबाजी खत्म होती है तो सीधे मुकाबले में कांग्रेस भाजपा को टक्कर देने में सक्षम साबित हो सकती है।


मकान गिरने से एक की मौत 4 घायल

तुषार सक्सेना-ब्यूरो चीफ 
आंधी बारिश से भरभरा कर गिरा मकान एक की मौत चार घायल आला अधिकारी मौके पर


रामपुर। थाना सिविल लाइन क्षेत्र के मढैया नादर बाग स्‍थित बरेली गेट के पास बारिश से पक्का बना हुआ मकान भरभरा कर गिर गया। जिसमें मकान में सो रहे एक ही परिवार के 5 लोग दब गए। जिसमें एक लड़की जिसका नाम सलीना  की मौत हो गई। चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। सूचना मिलते ही आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। बचाव कार्य शुरू किया गया जिसमें मृतिका के शव को बाहर निकालकर पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। घायलों को 108 की मदद से जिला अस्पताल भेजा गया है। फिलहाल इस दुर्घटना से परिवार में कोहराम मचा हुआ हैै। सलीना ,सायरा बी ,गुलफिसा, अब्दुल रहमान, अदीबा यह पांचो बरेली गेट निवासी बता जा रहा है। परिजन नईम ने बताया बारिश मकान गिर गया। घर में सो रहे एक ही परिवार के पांच लोग, जिसमें 1 की मौत हो गई। 4 गंभीर रूप से घायल हो गए। जिन को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एक की हालत गंभीर बताई जा रही है।  एसडीएम सदर पी तिवारी ने बताया बारिश मे एक छोटा सा मकान गिर गया। जिसमें एक बच्ची सलीना की मौत हो गई ।सायराबी, अब्दुल रहमान,गुलफिसा,अदीबा यह चारों घायल है। अस्पताल में भर्ती करा दिया है। इनके पिताजी मेहनत मजदूरी का काम करते हैं। गरीब परिवार से हैं जो भी होगा मदद की जाएगी।


डीएम-एसएसपी ने गंगनहर का किया निरीक्षण

गाजियाबाद। मुरादनगर गंगनहर पर जहाँ गाजियाबाद के डीएम व कप्तान गंगनहर का निरीक्षण करने पहुंचे ।वही कुछ लोग गंगनहर पर गणेश मूर्ति विसर्जन कर रहें थे।मुरादनगर पुलिस को ओर लोगों को जरा भी अर्लट अधिकारी का खौफ नहीं रहा ।मात्र पांच दस मिनट करने आये डीएम व एसएसपी गंगनहर का निरीक्षक जल्द से जल्द हो गये थे ।गाजियाबाद के लिए रवाना नहीं तो अधीनस्थ अधिकारियों पर जमकर फटकार लगती । गणपति बाबा का आशिर्वाद अपने सर्द्धालु भक्तों पर बन गया ।


गाजियाबाद पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी

अविनाश श्रीवास्तव


गाजियाबाद।  पुलिस को आज एक बड़ी कामयाबी मिली है,जब पुलिस मुठभेड़ में 50 हजार का ईनामी बदमाश गोली लगने से घायल हो गया, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार बदमाश के कब्जे से 1 पिस्टल व चोरी की बाईक बरामद हुई है।


मिली जानकारी के मुताबिक थाना कविनगर पुलिस द्वारा आज करीब 11:25 बजे थाना क्षेत्र कविनगर में चैकिंग की जा रही थी। 2 बाईक सवार संदिग्ध व्यक्ति आते दिखायी दिये। जिन्हें रोकने का इशारा किया गया पर नही रुके साथ ही जान से मारने की नियत से पुलिस पार्टी पर फायर करते हुए भागने लगे।पुलिस पार्टी की जवाबी फायरिंग में बदमाश प्रदीप पुत्र रतिराम निवासी हैदर नगर जनपद हापुड़ पैर में गोली लगने से घायल हो गया।


जिसको पुलिस ने गिरफ्तार कर उपचार हेतु अस्पताल में भर्ती किया गया।1 फरार है जिसकी तलाश की जा रही है।गिरफ्तार अभियुक्त के कब्जे से मसूरी थाने से चोरी की बाइक व कविनगर थाना से संबंधित 1पिस्टल लाइसेंसी 32 बोर 3 जिंदा 2 खोखा कारतूस बरामद हुए है। गिरफ्तार अभियुक्त थाना ट्रॉनिका सिटी के मुकदमा व थाना कविनगर के केस में वांछित है। गिरफ्तार अभियुक्त पर करीब 1 दर्जन लूट, हत्या, डकैती आदि के मुकदमे पंजीकृत है। अभियुक्त के अन्य अपराधिक इतिहास की जानकारी की जा रही है।


नगर-पालिका में लचर सफाई व्यवस्था

गाजियाबाद। मुरादनगर शहर की सफाई व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत की गई हैं। जिसमें शहर की सफाई व्यवस्था को सुचारू कराने की मांग की गई हैं।कच्ची सराय निवासी एवं सौंदर्य प्रसाधन के दुकानदार मिल्लत खान ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर जनसुनवाई के तहत शिकायत दर्ज कराई हैं।की मुरादनगर में सफाई व्यवस्था चौपट होने के कारण जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे रहते हैं। उन्होंने कहा की शहर की गंदगी को डालने के लिए नगर पालिका परिषद के पास कोई निश्चित स्थान नहीं हैl नगर पालिका परिषद शहर के कूड़े को गंग नहर किनारे सड़क पर डाल रहा हैं l जिस कारण वहां से गुजरने वाले लोगों को तो भारी परेशानियों का सामना करना ही पड़ा हैं।वही बदबू से ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में स्थिति स्कूल में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है l मिल्लत खान ने कहा हैं। कि शहर की गंदगी को डालने के लिए नगर पालिका परिषद एक निश्चित स्थान तय करेंl जिससे कि लोगों को परेशानी का सामना ना करना पड़े l उन्होंने इस समस्या के समाधान की मांग की हैं।


वसुंधरा को खाली करना पड़ेगा बंगला

तो अब राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को सरकारी बंगला संख्या 13 खाली करना पड़ेगा। हाईकोर्ट ने पूर्व मुख्यमंत्रियों को मिलने वाली आजीवन सुविधाओं पर रोक लगाई। राजे ने मुख्यमंत्री रहते हुए सुप्रीम कोर्ट के आदेश दर किनार किए थे।

भगवान के यहां देर है पर अंधेर नहीं। यह कहावत अब राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्रीमती वसुंधरा राजे पर चरितार्थ हो रही है। 2013 से 2018 के कार्यकाल में वसुंधरा राजे और उनके दलाल किस्म के चमचों ने जो ज्यादतियां की उसी का परिणाम है कि अब राजे को जयपुर में सिविल लाइंस स्थित सरकारी बंगाल संख्या 13 खाली करना पड़ेगा। 4 सितम्बर को जोधपुर स्थित हाईकोर्ट के जज प्रकाश चंद गुप्ता ने राजस्थान मंत्री वेतन संशोधन अधिनियम 2017 को अवैध घोषित कर दिया है। कोर्ट ने कहा कि किसी भी पूर्व मुख्यमंत्री को मिलने वाली सुविधाओं को सुप्रीम कोर्ट के आदेश में देखा  जाना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व में आदेश दे रखा है कि पूर्व मुख्यमंत्री आजीवन सुविधा लेने के हकदार नहीं है। ऐसे में राजस्थान में भी किसी पूर्व मुख्यमंत्री को सरकारी बंगला और अन्य सुविधाएं नहीं दी जा सकती है। हाईकोर्ट के आदेश के बाद पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को भी सिविल लाइंस  स्थित बंगला संख्या 13 खाली करना पड़ेगा तथा सरकारी सुविधाएं भी लौटानी पड़ेगी। हालांकि वसुंधरा राजे के पास अरबों रुपए की सम्पत्ति है, लेकिन अब उन्हें सरकारी सुविधाओं का मोह छोडऩा पड़ेगा। यहां यह खासतौर से उल्लेखनीय है कि वसुंधरा राजे जब मुख्यमंत्री थी तभी उन्होंने 2017 में विधानसभा में प्रस्ताव स्वीकृत करवाया। इस प्रस्ताव में पूर्व मुख्यमंत्री को जयपुर के सिविल लाइंस क्षेत्र में केबिनेट मंत्री को मिलने वाला बंगला देने के साथ साथ निजी सचिव, 2 स्टेनोग्राफर, एक कार्यालय अधीक्षक, ड्राइवर, तीन चपरासी तथा देशभर में मुफ्त हवाई यात्रा आदि की सुविधा स्वीकृत करवा ली। कांग्रेस इस बिल पर कोई ऐतराज नहीं करे, इसके लिए तबके पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भी ऐसी सुविधाएं दी गई। इतना ही नहीं पांच वर्ष का कार्यकाल पूरा नहीं होने के बावजूद नियमों के विरुद्ध पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ पहाडिय़ा को भी ऐसी सुविधा उपलब्ध करवाई गई। सब जानते हैं कि मुख्यमंत्री के पद पर रहते हुए वसुंधरा राजे ने मुख्यमंत्री के सरकारी निवास बंगला संख्या 8 को तो बनाए रखा, साथ ही सिविल लाइंस के बंगला संख्या 13 पर भी अवैध तौर पर काबिज रहीं। मुख्यमंत्री रहते हुए राजे ने बंगला संख्या 13 में सरकारी खर्चे पर तमाम तरह की सुविधाएं उपलब्ध करवा ली। इसे राजनीति का घालमेल ही कहा जाएगा कि अशोक गहलोत के सीएम बनने पर वसुंधरा राजे को पूर्व मुख्यमंत्री की हैसियत से बंगला संख्या 13 ही अलॉट कर दिया गया। कांग्रेस सरकार बन जाने के बाद विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल ने अपने अंतिम दिनों के कार्यकाल में विधायकों को सरकारी आवास आवंटित कर दिए थे, लेकिन नए विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने मेघवाल के आवंटन आदेश को पलट दिया, लेकिन वसुंधरा राजे के बंगले से कोई छेड़छाड़ नहीं की। यानि राजनीति में दिखता है कुछ और होता कुछ अलग है। वसुंधरा राजे को उम्मीद थी कि वे बंगला संख्या 13 में आजीवन रहेंगी, लेकिन हाईकोर्ट के आदेश से अब राजे को इस बंगले से बाहर निकलना होगा। यहां यह उल्लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी जब उत्तर प्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री सुश्री मायावती और अखिलेश यादव ने लखनऊ के सरकारी बंगले खाली नहीं किए थे, तो सामान बाहर फिकवाने की नौबत आ गई थी। बाद में अखिलेश यादव पर बंगले को क्षतिग्रस्त करने और नालों की टोंटी तक ले जाने के आरोप लगे। आखिलेश ने भी वसुंधरा की तरह मुख्यमंत्री रहते हुए अपने लिए सरकारी बंगला तैयार करवाया था। पूर्व होते ही अखिलेश ने इस बंगले को आवंटित करवा लिया। लेकिन बाद में बेईज्जत होकर अखिलेश को बंगला खाली करना पड़ा। राजस्थान के मौजूदा मुख्यमंत्री चाहते हुए भी वसुंधरा राजे के प्रति कोई नरम रुख नहीं अपना सकेंगे, क्योंकि यदि राजे ने बंगला खाली नहीं किया तो हाईकोर्ट में अवमानना याचिका दायर होगी। 
एस.पी.मित्तल


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