रविवार, 1 सितंबर 2019

कुप्रबंधन से अर्थव्यवस्था में मंदी:मनमोहन

नई दिल्ली। अर्थव्यवस्था की स्थिति बहुत चिंताजनक है। पिछली तिमाही जीडीपी केवल 5 प्रतिशत की दर से बढ़ी , जो इस ओर इशारा करती है कि हम एक लंबी मंदी के दौर में हैं। भारत में ज्यादा तेजी से वृद्धि करने की क्षमता है, लेकिन मोदी सरकार के चौतरफा कुप्रबंधन के चलते अर्थव्यवस्था में मंदी छा गई है।


चिंताजनक बात यह है कि विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर केवल 0.6 प्रतिशत है। इससे साफ हो जाता है कि हमारी अर्थव्यवस्था अभी तक नोटबंदी के ग़लत फ़ैसले और जल्दबाज़ी में लागू किए गए जीएसटी की नुक़सान से उबर नहीं पाई है। घरेलू मांग में काफी गिरावट है और वस्तुओं के उपयोग की दर 18 महीने में सबसे निचले स्तर पर है। नॉमिनल जीडीपी वृद्धि दर 15 साल के सबसे निचले स्तर पर है। टैक्स राजस्व में बहुत कमी आई है। टैक्स ब्युओएंसी, यानि जीडीपी की तुलना में टैक्स की वृद्धि काल्पनिक रहनेवाली है क्योंकि छोटे व बड़े सभी व्यवसायियों के साथ ज़बरदस्ती हो रही है है और टैक्स आतंकवाद बेरोकटोक चल रह है। निवेशकों में उदासी का माहौल हैं। ये अर्थव्यवस्था में सुधार के आधार नहीं हैं।


मोदी सरकार की नीतियों के चलते भारी संख्या में नौकरियां खत्म हो गई हैं। अकेले ऑटोमोबाईल सेक्टर में 3.5 लाख लोगों को नौकरियों से निकाल दिया गया है। असंगठित क्षेत्र में भी इसी प्रकार बड़े स्तर पर नौकरियां कम होंगी, जिससे हमारी अर्थव्यवस्था में सबसे कमजोर कामगारों को रोज़ी-रोटी से हाथ धोना पड़ेगा। ग्रामीण भारत की स्थिति बहुत गंभीर है। किसानों को उनकी फसल के उचित मूल्य नहीं मिल रहे और गांवों की आय गिर गई है। कम महंगाई दर, जिसका मोदी सरकार प्रदर्शन करना पसंद करती है, वह हमारे किसानों की आय कम करके हासिल की गई है, जिससे देश में 50 प्रतिशत से ज्यादा जनसंख्या पर चोट मारी गयी है।


संस्थानों पर हमले हो रहे हैं और उनकी स्वायत्ता खत्म की जा रही है। सरकार को 1.76 लाख करोड़ रु. देने के बाद आरबीआई की आर्थिक कुप्रबंधन को वहन कर सकने की क्षमता का टेस्ट होगा, और वहीं सरकार इतनी बड़ी राशि का इस्तेमाल करने की फ़िलहाल कोई योजना न होने की बात करती है।इसके अलावा इस सरकार के कार्यकाल में भारत के आंकड़ों की विश्वसनीयता पर भी  प्रश्नचिन्ह लगा है। बजट घोषणाओं एवं रोलबैक्स ने अंतर्राष्ट्रीय निवेशकों के विश्वास को झटका दिया है। भारत, भौगोलिक-राजनीतिक गठजोड़ों के कारण वैश्विक व्यापार में उत्पन्न हुए अवसरों का लाभ उठाते हुए अपना निर्यात भी नहीं बढ़ा पाया। मोदी सरकार के कार्यकाल में आर्थिक प्रबंधन का ऐसा बुरा हाल हो चुका है।


हमारे युवा, किसान और खेत मजदूर, उद्यमी एवं सुविधाहीन व गरीब वर्गों को इससे बेहतर स्थिति के हक़दार हैं। भारत इस स्थिति में ज्यादा समय नहीं रह सकता। इसलिए मैं सरकार से आग्रह करता हूँ कि वो बदले की राजनीति छोड़े और सभी बुद्धिजीवियों एवं विचारकों का सहयोग लेकर हमारी अर्थव्यवस्था को इस मानव-निर्मित संकट से बाहर निकाले।


पत्रकारों का अनिश्चितकालीन धरना जारी

शामली। रविवार को भी कलेक्ट्रेट कार्यालय पर शामली में  पुलिस द्वारा आए दिन हो रहे, पत्रकारों पर शोषण को लेकर शुक्रवार से पत्रकारों का अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन जारी है।


तीसरे दिन पत्रकारों के अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन में समर्थन  देने पहुंचे, शामली पूर्व विधायक पंकज मलिक व काग्रेस के जिलाध्यक्ष ओम प्रकाश तीसरे दिन भी पत्रकारों की मांगे ना पूरी होने पर पंकज मलिक बोले यह अपराधी नहीं है यह पत्रकार अगर  पत्रकार गलत है तो जेल भेज दीजिए अगर जनपद शामली की पुलिस गलत है तो एसपी शामली उन पर कार्यवाही करें। पंकज मलिक पूर्व विधायक शामली ने कांग्रेस पार्टी वह अपना संपूर्ण रूप से पत्रकारों के अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन को समर्थन किया है। जनपद शामली के पत्रकारों के


अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन की अध्यक्षता महराब चौधरी अध्यक्ष प्रेस क्लब कैराना (रज़ि0) ने की तथा मंच का कुशल संचालन रवि जागरण द्वारा किया गया। इस मौके पर
एम इकबाल हसन पत्रकार कैराना (रजि0), गुलवेज सिद्दीकी सचिन प्रेस क्लब कैराना (रजि0) के लावा पंकज मलिक, सागर कोशिक, विजय शर्मा, सचिन शर्मा, नीरज सैनी, संजय वर्मा, सरफराज अली, सालिम रहमानी, अजय बाबरा, अमित मोहन गुप्ता, बिजेंद्र गौतम, दीपक शर्मा, राजेश राठौड़, नदीम चौहान, अनुराग शर्मा, इरशाद राना, अतुल सिंह, पप्पू राणा सहित सैकड़ों पत्रकार मौजूद रहे।


गुलवेज सिद्दीकी


फिल्म 'साहो' ने तोड़े कमाई के रिकॉर्ड

मुंबई।  प्रभास और श्रद्धा स्टारर फिल्म 'साहो' शुक्रवार को रिलीज हो गई है। फिल्म को भले ही मिक्स रिस्पॉन्स मिल रहा हो, लेकिन कमाई के मामले में फिल्म ने कमाल ही कर दिया है। पहले दिन फिल्म ने जहां 24 करोड़ की कमाई की, वहीं दूसरे दिन रिपोर्ट्स के मुताबिक फिल्म ने 23 करोड़ की कमाई की है। तो इस हिसाब से फिल्म ने 47 करोड़ रुपये की कमाई कर ली है। वैसे अभी रविवार की छुट्टी का भी फिल्म को फायदा मिलेगा और फिल्म 50 करोड़ का आंकड़ा पार कर देगी।


वहीं एक और रिपोर्ट की मानें तो बाल्‍कि भाषाओं को मिलाकर इस फिल्म ने लगभग 100 करोड़ की कमाई की है। मुंबई और गुजरात में इस फिल्म का कलेक्शन बेहद शानदार रहा।


कांग्रेस की 'संविधान से स्वाभिमान यात्रा'

नई दिल्ली। महाराष्ट्र, हरियाणा और झारखंड में होने जा रहे विधानसभा चुनावों में दलित मतदाताओं को लामबंद करने के मकसद से कांग्रेस विधानसभा स्तर पर अनुसूचित जाति के समन्वयकों की नियुक्ति करेगी और 'संविधान से स्वाभिमान यात्रा' निकालेगी। पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पिछले सप्ताह कांग्रेस के अनुसूचित जाति विभाग के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ मुलाकात की थी जिसमें उन्हें दलितों के बीच पार्टी के आधार को मजबूत बनाने के लिए तेजी से काम करने का निर्देश दिया गया था। कांग्रेस के अनुसूचित जाति विभाग के प्रमुख नितिन राउत के मुताबिक सोनिया गांधी के कहे मुताबिक उनका संगठन दलित समाज को लामबंद करने के लिए कई स्तरों पर काम करने जा रहा है जिसमें हर विधानसभा क्षेत्र में समन्वयक की नियुक्ति और 'संविधान से स्वाभिमान यात्रा' निकालना प्रमुख है। राउत ने बताया कि हम सितंबर के पहले सप्ताह तक महाराष्ट्र, झारखंड और हरियाणा में अपने विभाग के समन्वयकों की नियुक्ति कर देंगे। ये समन्वयक पार्टी के स्थानीय संगठन के साथ मिलकर दलित समाज के इलाकों एवं बस्तियों में सभाओं और जनसंपर्क कार्यक्रमों का आयोजन करेंगे। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही हम विधानसभा क्षेत्रों में 'संविधान से स्वाभिमान यात्रा' निकालेंगे। इस यात्रा में मुख्य रूप से आरक्षित सीटों को कवर किया जाएगा। बता दें कि महाराष्ट्र की कुल 288 विधानसभा सीटों में से 29 सीटें अनसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं तो दलित मतदाताओं की संख्या करीब 13 फीसदी है। दूसरी तरफ  हरियाणा की कुल 90 विधानसभा सीटों में से अनुसूचित जाति के लिए 17 सीटें आरक्षित हैं। राज्य में दलित मतदाताओं की कुल संख्या तकरीबन 21 फीसदी है जो किसी भी पार्टी की हार-जीत में निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं।


ईद पर रिलीज नहीं होगी किक 2

मुंबई। बॉलीवुड एक्टर सलमान खान पिछले दिनों से ही खूब सुर्खियों में हैं। हाल ही में इंशाअल्लाह को लेकर एक बड़ी खबर आई है। खबर ये है कि इंशाअल्लाह अब पोस्टपोन हो गई है। फिल्म अगले साल ईद पर रिलीज होनी थी लेकिन अफसोस खुद सलमान और भंसाली ने ये कहकर चौंका दिया कि फिल्म अगले साल ईद पर आ ही नहीं रही है। हालांकि सलमान ये जरूर कहा है कि वो ईद पर अगले साल आएंगे जरूर। कहा गया था कि ईद पर अगले सलमान किक 2 को लेकर आएंगे। अब लीजिए खबर है कि ईद पर अगले किक 2 आ ही नहीं रही है। रिपोर्ट में हाल ही में खुलासा किया गया है कि, ऐसा कुछ नहीं होने वाला है। किक 2 को डायरेक्ट और प्रोड्यूस करने वाले साजिद नाडियाडवाला ने खुद इस बारे में खुलासा किया है। हाल ही में एक इवेंट में खुद साजिद ने बताया है कि फिल्म अगले साल ईद पर नहीं आ रही है। इवेंट में जब साजिद आए तो उनसे यही सवाल किया गया कि क्या अगले साल ईद पर किक 2 आ रही है. इसी को लेकर वो कहते हैं कि, मैं उनके घर गया था जहां उन्होंने पूछा कि फिल्म शुरू करने के लिए आप कितने तैयार हैं तो मैंने कहा कि मैंने स्क्रिप्ट का ड्राफ्ट लिख लिया है और इसे दोबारा लिखने के लिए मुझे 3-6 महीने चाहिए। इसलिए ईद तक स्क्रिप्ट तैयार हो जाएगी। अब ऐसे में साफ है कि शायद ही अगले साल ईद पर किक 2 आए। बता दें कि बीते दिनों ही इंशाअल्लाह के टलने के बाद सलमान ने एक ट्वीट कर कहा था कि, इतना मत सोचना मेरे बारे में, दिल में आता हूं और ईद पे भी। बस फिर क्या सलमान का ये ट्वीट करना था कि लोग मानने लगे कि भले ही अगले साल ईद पर इंशाअल्लाह ना आए लेकिन सलमान फैंस के लिए हर बार की तरह इस दिन कोई ना कोई फिल्म जरुर रिलीज करेंगे। कहा गया था कि शायद वो किक 2 को लेकर आएं। लेकिन अब साजिद ने साफ है कि फिल्म पर अभी काम चल रहा है।


आयोग का मतदाता सत्यापन कार्यक्रम

नई दिल्ली। भारत निर्वाचन आयोग के कार्यक्रम अनुसार विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण अर्हता तिथि एक जनवरी 2020 के तहत मतदाता सत्यापन कार्यक्रम (ईवीपी) चलाया जाना है। जिले में रविवार सुबह 11 बजे जिला निर्वाचन कार्यालय सहित निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी कार्यालय, सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी कार्यालय और जिले के सभी मतदान केन्द्रों में बूथ लेवल अधिकारियों के माध्यम से मतदाता सत्यापन के लिए कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। साथ ही हेल्पडेस्क 07722-232129 एवं 1950 की स्थापना भी जिले में की गई है। गौरतलब है कि यह कार्यक्रम 15 अक्टूबर तक चलाया जाएगा। इस दौरान मतदाता सूची का निर्माण आम मतदाता स्वयं करेंगे, जिसके तहत् वे नाम में संशोधन, परिवर्धन एवं विलोपन की कार्रवाई कर सकते हैं।


लोगो को मिट्टी से दाने चुनते देखा:स्‍मृति

अमेठी। कांग्रेस के गढ़ अमेठी से पार्टी के तत्कालीन अध्यक्ष राहुल गांधी को हराने वाली केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का कहना है कि 2014 में उन्होंने देखा कि संसदीय क्षेत्र के लोग खाने के लिए मिट्टी से अनाज के दाने चुन रहे थे। उन्होंने कहा कि 2014 के लोकसभा चुनाव में हार के बावजूद संसदीय सीट से मिले तीन लाख से ज्यादा वोटों ने उन्हें समझाया कि इलाके में कुछ तो दिक्कत है और लोगों को मदद की जरुरत है। ईरानी ने शनिवार को कहा, ''अमेठी की बात आने पर मुझे कुछ भी मजाक नहीं लगता। 2014 में मैंने लोगों को मिट्टी से अनाज चुनते हुए देखा है।'' उन्होंने कहा, ''जब लोगों के पास खाने को ना हो और बतौर नेता आप उनके कंधे पर खड़े होकर प्रधानमंत्री बन जाएं, मुझे इससे चैन नहीं पड़ता।''
केन्द्रीय मंत्री ने 'देवी अवार्ड' वितरण समारोह के दौरान यह बातें कहीं। यह सम्मान समारोह न्यू इंडियन एक्सप्रेस ग्रुप ने एसोचैम के साथ मिलकर शुरू किया है। इस दौरान ईरानी से सवाल किया गया था कि पांच साल पहले 2014 में चुनाव हारने के बाद वह 2019 में कैसे जीत गयीं। अपनी जीत का श्रेय 2014 के चुनाव में मिले तीन लाख से ज्यादा वोटों को देते हुए ईरानी ने कहा, ''2014 में मुझे मिले वोट इसका संकेत थे कि लोगों को मदद की जरुरत है। मैं उन्हें अकेला नहीं छोड़ना चाहती थी।'' उन्होंने कहा, ''मैं वहां जीतने के लिए नहीं रूकी थी।'' उन्होंने कहा, ''मैं संभवत: इसलिए जीत गयी क्योंकि पांच साल में कभी भी मैंने अमेठी के लोगों को अपना वोट बैंक नहीं समझा। मैं उनसे अपने साथी या परिवार के सदस्य के रूप में जुड़ी।''
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि वह अमेठी के 25 लाख लोगों के सामने खड़ी चुनौतियों का हल खोजना चाहती हैं। ईरानी ने कहा कि वह ऐसी ही राजनीति करती हैं। 2019 में अमेठी से टिकट मिलने की कोई गारंटी नहीं होने के बावजूद वह पांच साल तक वहां रूकीं और लोगों के साथ मिलकर काम करती रहीं क्योंकि वह ऐसी ही राजनीति में विश्वास करती हैं।


'सीएम' शिंदे ने अपने पद से इस्तीफा दिया

'सीएम' शिंदे ने अपने पद से इस्तीफा दिया  कविता गर्ग  मुंबई। राजभवन पहुंचे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने राज्यपाल सीपी राधा कृष्णन से मु...