बुधवार, 28 अगस्त 2019

बैंकिंग,ट्रैफिक,टैक्स से जुड़े नियम बदलेंगे

नई दिल्ली। नए महीने सिंतबर की शुरुआत होने वाली है। इस नए महीने में बैंकिंग, ट्रैफिक और टैक्‍स से जुड़े कई नियम बदल जाएंगे। ये बदलाव आपकी रोजमर्रा की जिंदगी को प्रभावित करने वाले हैं। ऐसे में इन नियमों के बारे में जानना जरूरी है।


बैंकिंग नियमों में बदलाव
1 सितंबर से बैंक से जुड़े नियम बदल जाएंगे। दरअसल, देश के सबसे बड़े स्‍टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अपने पुराने ग्राहकों के होम या ऑटो लोन को रेपो रेट से लिंक करने का फैसला लिया है। इसके लागू होने के बाद जब भी आरबीआई रेपो रेट में कटौती करेगा तब ग्राहकों को तत्‍काल प्रभाव से फायदा मिलेगा।
आने वाले दिनों में एसबीआई की तरह अन्‍य सरकारी बैंक भी लोन को रेपो रेट से लिंक करने वाले हैं। सितंबर महीने में बैंकों के खुलने और बंद होने के समय में भी बदलाव हो सकता है। इसी तरह सरकारी बैंकों से 59 मिनट में होम लोन, ऑटो लोन और पर्सनल लोन लेने की सुविधा मिलनी शुरू हो सकती है।
ट्रैफिक नियमों में बदलाव
1 सितंबर से ट्रैफिक से जुड़े नियम बदल जाएंगे. दरअसल, इस दिन से मोटर वाहन (संशोधन) अधिनियम के 63 उपबंध लागू होने वाले हैं। इनमें यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर भारी-भरकम जुर्माना शामिल है।
जानकारी के मुताबिक शराब पीकर गाड़ी चलाने, तेज गति से दौड़ने (ओवरस्पीड) और ओवरलोडिंग समेत अन्य मामलों में जुर्माना बढ़ाया गया है। इसके अलावा देश में सड़क दुर्घटनाओं के लिए जिम्‍मेदारी भी तय की गई है। हादसे का मुख्य जिम्मेदार सड़क इंजीनियरिंग को माना जाता है।
बीमा नियमों में बदलाव
अगर आपके पास कार या दो-पहिया वाहन है तो 1 सितंबर से बीमा नियमों में बदलाव के लिए तैयार रहिए। दरअसल, साधारण बीमा कंपनियां अब वाहनों को भूकंप, बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाओं, तोडफोड़ और दंगे जैसी घटनाओं से होने वाले नुकसान के लिए अलग से बीमा कवर उपलब्ध कराएंगी। बीते जुलाई महीने में बीमा नियामक इरडा ने साधारण बीमा कंपनियों को इसे 1 सितंबर से लागू करने को कहा था।
टैक्‍स नियमों में बदलाव
1 सितंबर से टैक्‍स से जुड़े नियम भी बदल जाएंगे। दरअसल, पुराने टैक्स मामलों को निपटाने के लिए एक स्‍कीम लॉन्‍च की गई है। इसके तहत बकाया टैक्स चुकाया जा सकेगा। इस स्कीम में टैक्स चुकाने पर कानूनी कार्रवाई नहीं होगी बल्कि ब्याज, पेनाल्टी से छूट भी मिलेगी। इसी तरह 1 सितंबर से इनकम टैक्‍स रिटर्न फाइल करने पर जुर्माना भी देना पड़ सकता है।
किसान क्रेडिट कार्ड बनवाना आसान
1 सितंबर से किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) बनवाना पहले के मुकाबले आसान हो जाएगा। अब अधिकतम 15 दिनों में बैंक को किसान क्रेडिट कार्ड जारी करना होगा। इस संबंध में बीते दिनों केंद्र सरकार ने निर्देश दिया था।


दो दिन से भूखे प्यासे पड़े हैं गौवंश

छत्तीसगढ़ सरकार की महती गौठान योजना का सिंघिया पंचायत में नही मिल रहा लाभ,पंचायत भवन परिसर में दो दिन से भूखे प्यासे पड़े है गौवंश


कोरबा-सिंघिया। राज्य शासन की "नरवा,गरुवा,घुरुवा,बारी" योजना सिंघिया पंचायत में प्रारंभिक अवस्था में ही दम तोड़ती नजर आ रही है।छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार बनते ही सूबे के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा राज्य के विकास में नई पहल की शुरुआत को लेकर ग्रामीण क्षेत्रों के विकास को गति देने इस योजना का शुभारंभ किया गया।लेकिन जिले के जिम्मेदार अधिकारी-कर्मचारी व जनप्रतिनिधि इन योजनाओं के प्रति कितने गंभीर है,इसका ताजा उदाहरण पोड़ी उपरोड़ा ब्लाक के सिंघिया ग्राम पंचायत में देखने को मिला।छ त्तीसगढ़ के चार चिन्हारी-नरवा,गरुवा,घुरुवा अउ बारी स्लोगन के साथ भूपेश सरकार की इस महत्वकांछी योजनान्तर्गत ग्राम पंचायत सिंघिया में निर्मित गौठान का बीते 01 अगस्त को हरेली त्योहार के दिन पाली-तानाखार विधायक मोहित केरकेट्टा के मुख्य आतिथ्य में जिला व जनपद तथा ग्राम पंचायत के विभिन्न जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में लोकार्पण किया गया।लेकिन इसके बाद उक्त गौठान महज शो पीस बनकर रह गया है।और जहाँ पालतू तथा आवारा पशुओं के रहने और उनके चारे की व्यवस्था के लिए लाखो से निर्मित इस गौठान में गौवंश देखने को नही मिल रहें तथा वर्तमान में लगभग 4 दर्जन मवेशियों को गौठान के बजाय पंचायत भवन परिसर के भीतर विगत 2 दिन से रखा गया है।जहाँ चारे पानी के अभाव में मवेशी भूख प्यास से तड़प रहे है।इस प्रकार गौठान का निर्माण व लोकार्पण हो जाने के बाद भी इसका लाभ नही मिलने से जहां एक तरफ ग्रामीणों में नाराजगी है,तो वहीं दूसरी ओर लाखों खर्च के बाद भी शासन के योजना का मंशानुसार सही क्रियान्वयन नही हो पा रहा है।अगर यही हाल रहा तो उक्त योजना धरातल पर से जल्द ही जमीदोज हो जाएगा।


मूक-बधिर युवती से सामूहिक दुष्कर्म

बिलासपुर। मरवाही क्षेत्र के बरगवां में एक मूकबधिर युवती से सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है, आरोपियों ने रातभर बारी-बारी युवती से रेप किया, फिर उसे मरा समझकर सड़क किनारे फेंक मौके से फरार हो गए थे। इस वारदात में शामिल 5 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।


पीड़िता मूकबधिर थी, लिहाजा एसपी के निर्देश पर पुलिस ने मूक बधिर विद्यालय से एक्सपर्ट को बुलाया, और पीड़िता के साथ काउंसलिंग कर सभी पांचों आरोपियों की पहचान कराई। जंगल ले गए फिर बारी-बारी किया रेप,सोमवार रात बिलासपुर के बरगवां इलाके की एक दिव्यांग और दिमागी रूप से कमजोर एक युवती को कुछ लोग अपने साथ जंगल की ओर ले गए, सुनसान इलाके का फायदा उठाते हुए आरोपियों ने युवती के साथ एक के बाद एक गैंगरेप किया। वारदात को अंजाम देने के बाद मरा हुआ समझकर आरोपी उसे सड़क किनारे छोड़कर मौके से फरार हो गए थे।सुबह पर राह चलते लोगों ने युवती को देखा तो 112 की मदद से उसे पहले मरवाही थाने ले जाया गया, फिर गौरला के हॉस्पिटल ले गए।


कार्यकुशलता में बढ़ोतरी होगी:वृश्चिक

राशिफल


मेष-कुछ पुरानी परेशानी वापस सामने आ सकती है। व्‍यापार में निवेश सोच समझकर करें। विद्यार्थियों को अधिक मेहनत करनी पड़ सकती है। मित्रों का पूर्ण सहयोग मिलेगा। धार्मिक यात्रा हो सकती है।


वृषभ-कोर्ट कचहरी के मामलों में सफलता मिल सकती है। नई मुलाकात सार्थक रहेगी। धार्मिक कार्यों की ओर रुचि बढ़ेगी। भाइयों का पूर्ण सहयोग प्राप्‍त होगा। सहकर्मी आपसे ईर्ष्‍या का भाव रखेंगे।


मिथुन-पिता का प्रेम व सहयोग प्राप्‍त होगा। अधिकारी आपके कार्य से प्रसन्‍न रहेंगे। दैनिक कार्य आसानी से पूरा कर लेंगे। वाहन चलाते समय सावधानी बरतें। पूजा पाठ में रुचि रहेगी।


कर्क-व्‍यापार में निवेश सलाह लेकर करें। बुजुर्गों की राय टूटते रिश्‍तों को संवार देगी। जीवन के प्रति सकारात्‍मकता का रुख रहेगा। भौतिक सुख सुविधाओं में बढ़ोतरी के योग बन रहे हैं। सेहत उत्‍तम।


सिंह-बच्‍चों से संबंधित सुखद समाचार मिलेगा। कुछ नया करने की चाह मन में रहेगी। माता पिता की सेवा सुश्रुषा का भाव रहेगा। आत्‍मविश्‍वास में बढ़ोतरी होगी। अधिकारी प्रसन्‍न रहेंगे। मन प्रसन्‍न रहेगा।


कन्या-आर्थिक मामलों में किसी पर भरोसा न करें। माता के स्‍वास्‍थ्‍य की चिंता रह सकती है।अविवाहितों को विवाह के नए अवसर प्राप्‍त होंगे। जीवनसाथी से कुछ अनबन हो सकती है।


तुला-वाहन में खराबी आने से दिनचर्या अस्‍तव्‍यस्‍त हो सकती है। शैक्षणिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी। मित्रों के साथ भ्रमण कर सकते हैं। कामकाज में मन नहीं लगेगा। कार्य कुशलता में बढ़ोतरी रहेगी।


वृश्चिक-विरोधियों को पीछे छोड़ने में सफल होंगे। व्‍यावसायिक स्थितियां आपके पक्ष में बनती नजर आ रही हैं। कार्यकुशलता में बढ़ोतरी होगी। नौकरी में तरक्‍की के योग हैं। निवेश लाभदायक।


धनु-अविवाहित लोगों के विवाह की चर्चा हो सकती है। अधिकारियों का पूर्ण सहयोग मिलेगा। समाज के कार्यों में बढ़चढ़कर हिस्‍सा लेंगे। व्‍यापार में साझेदारी से लाभ हो सकता है। सेहत गड़बड़ हो सकती है।


मकर-माता के स्‍वास्‍थ्‍य की चिंता हो सकती है। कार्यक्षेत्र में मनचाही सफलता मिल सकती है। संतान आपकी आज्ञा में रहेगी। वरिष्‍ठजनों का साथ हितकारी रहेगा। निवेश सोच समझकर करें तो लाभ होगा।


कुंभ-रुपए पैसों के मामले में अड़चनें आ सकती हैं। वाहन चलाते समय सावधानी रखें। शारीरिक कमजोरी महसूस कर सकते हैं। प्रेम संबंध विवाह में परिवर्तित हो सकते हैं। धर्म कर्म के प्रति रुचि बढ़ेगी।


मीन-धार्मिक कार्यों के प्रति रुझान बढ़ेगा। नए लोगों से संपर्क लाभदायक सिद्ध हो सकता है।जीवनसाथी का प्रेम व सहयोग मिलेगा। युवाओं को कॅरियर के अच्‍छे विकल्‍प मिल सकते हैं। यात्रा न करें।


10050 से अधिक पक्षी की प्रजातियां

पक्षियों का पहला वर्गीकरण फ्रांसिस विलुगबी और जॉन रे के द्वारा सन् 1676 में आयतन ओमिथोलोजी में विकसित किया गया था। कारोलस लिनिअस ने इसको संशोधित किया है कि 1758 में काम वर्गीकरण प्रणाली वसीयत करने के लिए वर्तमान में उपयोग में पक्षियों को जैविक श्रेणी एविस के रूप में वर्गीकृत कर रहे हैं। लिनियन वर्गीकरण में जातिवृत्तिक वर्गीकरण स्थानों डायनासोर क्लेड थेरोपोडा में एविस और एविस की एक बहन समूह, क्लेड क्रोडिलिया, साँप क्लेड अर्चोसोरिया के ही रहने वाले प्रतिनिधि होते हैं। 20 वीं सदी के दौरान, एविस सामान्यतः आधुनिक पक्षियों और आर्कियोप्टेरिक्स लिथोग्रोफिया के सबसे हाल ही में आम पूर्वज के सभी सन्तान के रूप में किया गया था जाति - इतिहास के आधार पर परिभाषित है। हालाँकि, एक वैकल्पिक रूप से जैक्स गोथर और फाइलोकोड के लिए एविस परिभाषित प्रणाली के अनुयायियों सहित वैज्ञानिकों द्वारा प्रस्तावित परिभाषा केवल आधुनिक पक्षी समूहों, ताज समूह में शामिल हैं। यह सबसे पुराने जीवाश्म से ही जाना जाता था। कुछ समूहों को छोड़कर और उन्हें बताए गए अनुसार समुह में शामिल किया गया था, अनिश्चितताओं से बचने के लिए भाग में पशुओं के संबंध में आर्कियोप्टेरिक्स के स्थान त्रिपदीय डायनासोर के रूप में पारंपरिक रूप के बारे में सोचा। सभी आधुनिक पक्षी ताज समूह निओर्निथेस भीतर है, जो दो उप विभाजनों में है। जो उड़ान (ऐसे शुतुरमुर्ग के रूप में) रेटिस और उड़ान तिनामोउस कमजोर और अत्यंत विविध Neognathae के अन्य सभी पक्षियों से युक्त इन दो सब्दिविजंस अक्सर, का रैंक दिया जाता है। हालाँकि लिवजी और ज़ुसी उन्हें "काउहोट" रैंक सौंपा जो वर्गीकरण दृष्टिकोण पर निर्भर करता है, यहाँ प्रजातियों की संख्या बदलती रहती है। यह संख्या लगभग 9800 से 10,050 तक है।


डायनासोर और पक्षियों की उत्पत्ति 
जीवाश्म और जैविक साक्ष्य के आधार पर, अधिकांश वैज्ञानिकों स्वीकार करते हैं कि पक्षियों त्रिपदीय डायनासोर की एक विशेष उपसमूह है।


वैकल्पिक सिद्धांत और विवाद 
पक्षियों की उत्पत्ति पर जल्दी ही कई वैज्ञानिको की असहमति शामिल हो गई कि क्या पक्षी डायनासोर या अधिक आदिम आर्चोशोर से विकसित है। हालांकि ओर्निथिस्कियन (पक्षी म्लान) डायनासोर आधुनिक पक्षियों के हिप संरचना का हिस्सा है, पक्षियों के लिए से उत्पन्न किया है लगा रहे हैं (छिपकली - म्लान) डायनासोर और इसलिए उनकी हिप संरचना को स्वतंत्र रूप से विकसित वास्तव में, एक पक्षी की तरह कूल्हे संरचना थेरोपोड्स की एक अजीब समूह के रूप में जाना जाता है। यह इनके बीच तीसरी बार विकसित हुए हैं।


यम नचिकेता वार्ता

यम नचिकेता वार्ता


गतांक से.....


वह नौदामई मंत्रों के ऊपर विचार-विनिमय करने लगे। वह वेद मंत्र कह रहा था 'विप्रजाम भविते ब्राह्म लोको वस्तुतः ब्रह्मचर्यष्‍यामी गतोवाचम्‌ भवी' उन्होंने नौदा में से एक वेद मंत्र का उच्चारण करके अपने में चिंतन करने लगे और विचारने लगे कि वेद मंत्र यह कहता है। गृह आश्रम में एक ब्रह्मचारी  ब्रह्मावेता ब्रह्म की जिज्ञासा वाला अन्य जल पीड़ित रह जाए, तो मानव कि वह मूल्यवान उस ग्रह के गुणों को ले जाता है और अपने पाप कर्मों को त्याग देता है। यह पाप कर्म है मेरा ग्रह तो अशुद्ध होने जा रहा है। मैं व्याकुल हो गई प्रभु से याचना करने लगी। हे प्रभु, मृत्यु को मेरे समीप ला दीजिए। मेरा ग्रह पुण्यवान बना रहे, उज्जवल बना रहे। वह पत्नी प्रातः कालीन अग्निहोत्र करती तो अग्नि के समीप कहती है। अग्नि तू संसार को अपने में ही धारण कर लेती है ।हे अग्नि ,तू तेजोमयी है। हे अग्नि, उद्धारक है। हे अग्नि, तू पतितपावन है। साकल्‍य अपने में लेकर के तू देवताओं का दूत बन जाती है। देवताओं के समीप निहित हो जाती है। तुम मेरे मानव में भी अंतर आत्मा की वाणी को स्वीकार कर। मंत्रों का उच्चारण कर रही है। देवताओं का आह्वान हो रहा है। परंतु देखो 3रात्रि हो गई, 3 रात्रि वह यही प्रार्थना करती रही। हे प्रभु, जब तीसरा दिवस आया तो प्रातः कालीन यम आचार्य मृत्यु आचार्य अपने गृह में उन्होंने वास किया। दृष्टिपात करते पद से व्याकुल हो गए और यह कहा हे प्रभु हमारे द्वार पर एक ब्रह्मवेता ब्रह्मचारी विद्यमान है और वह अंजल से पीड़ित है। तीन रात्रि और तीन दिवस हो गई। परंतु उसने कोई अन जलपान नहीं किया है। तो भगवन उसे किसी प्रकार अंजल का पान कराइए। जिससे हम पुण्य वान बने रहे। हमारा गृह गुणवान बना रहे। उन्होंने कहा बहुत देवी पर्यत्‍नशील हूं उन्होंने कहा प्रभु आप क्या करेंगे। इसमें उन्होंने कहा कि उसकी इच्छा होगी ब्रह्मचारी कि मैं उन्हें प्रदान करूंगा उनकी इच्छा पूर्ण करना ही मेरा धर्म है। वह पत्नी के उद्गार श्रवण करके ही आचार्य बालक नचिकेता के द्वार पर पहुंचे। नचिकेता ऋषि के चरणों में स्पर्श किया। वंदना की। आचार्य ने कहा हे बालक, हे ब्रह्मचारी, मैं तुम्हें तीन वर देता हूं और 3 वरों में भी तुम्हारी जो इच्छा हो वह स्वीकार करो। उन्होंने कहा बहुत प्रिय भगवान उन्होंने कहा मैं सबसे उत्तम उस वर्ग को चाहता हूं। जिससे मेरे पिता ने सर्वत्र द्रव्य देवताओं को भूत कर दिया। वह मेरे पिता की अभिलाषा पूर्ण हो। क्योंकि उन्होंने नाना प्रकार याग किया और याग करके उन्होंने मुझे भी मृत्यु को प्रदान कर दिया। वह त्याग और तपस्या में पुनीत होकर ममता को त्याग करके, द्रव्य को त्याग करके, मोक्ष की पगडंडी को ग्रहण का करना चाहते थे। वह मोक्ष में प्रवेश करना चाहते थे। हे प्रभु, हे आचार्यजन, वह मेरे पिता की इच्छा पूर्ण हो। क्योंकि मैं ब्रह्मचारी उद्दालक को प्रिय हूं और उद्धारक गोत्र में पित्र भक्ति महान रही है । क्योंकि यदि मानव पित्रभक्त होता है। अपने पिता की आज्ञा का पालन करता है। महान बना रहता है। वेद का मंत्र और नौदा मई उच्चारण कर रही है कि हमें पितरों का भक्त बन जाना चाहिए। बालक नचिकेता कहता है कि पित्र हमारे यहां सर्वप्रथम पिता है, माता है, आचार्य है। यह हमारे चेतन्‍य देवता कहलाते हैं ।चैतन्य पुत्र कहलाते हैं। पितरों का अभिप्राय यह है जो अपने ब्रह्मचारी को अपने गृह में स्त्रियों में रत रहने वाले उसको महान दृष्टिपात करना चाहिए। कि वे ब्रह्मचारी महान बने और उनका नामकरण उधरवा में प्रिय हो गतिशील बन जाए। उनके विचारों में यह विशेषता रहती है।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्रधिकृत प्रकाशन विवरण
August 29, 2019 • RNI.No.UPHIN/2014/57254
1.अंक-26 (साल-01)
2. बृहस्पतिवार,29अगस्‍त 2019
3.शक-1941,भादप्रद कृष्‍णपक्ष चतुर्दशी ,विक्रमी संवत 2076
4. सूर्योदय प्रातः 5:53,सूर्यास्त 6:56
5.न्‍यूनतम तापमान -27 डी.सै.,अधिकतम-35+ डी.सै., हवा में आद्रता रहेगी, बरसात की संभावना!
6. समाचार पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है! सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा!
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.201102
email:universalexpress.editor@gmail.com
cont.935030275


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