बुधवार, 28 अगस्त 2019

10050 से अधिक पक्षी की प्रजातियां

पक्षियों का पहला वर्गीकरण फ्रांसिस विलुगबी और जॉन रे के द्वारा सन् 1676 में आयतन ओमिथोलोजी में विकसित किया गया था। कारोलस लिनिअस ने इसको संशोधित किया है कि 1758 में काम वर्गीकरण प्रणाली वसीयत करने के लिए वर्तमान में उपयोग में पक्षियों को जैविक श्रेणी एविस के रूप में वर्गीकृत कर रहे हैं। लिनियन वर्गीकरण में जातिवृत्तिक वर्गीकरण स्थानों डायनासोर क्लेड थेरोपोडा में एविस और एविस की एक बहन समूह, क्लेड क्रोडिलिया, साँप क्लेड अर्चोसोरिया के ही रहने वाले प्रतिनिधि होते हैं। 20 वीं सदी के दौरान, एविस सामान्यतः आधुनिक पक्षियों और आर्कियोप्टेरिक्स लिथोग्रोफिया के सबसे हाल ही में आम पूर्वज के सभी सन्तान के रूप में किया गया था जाति - इतिहास के आधार पर परिभाषित है। हालाँकि, एक वैकल्पिक रूप से जैक्स गोथर और फाइलोकोड के लिए एविस परिभाषित प्रणाली के अनुयायियों सहित वैज्ञानिकों द्वारा प्रस्तावित परिभाषा केवल आधुनिक पक्षी समूहों, ताज समूह में शामिल हैं। यह सबसे पुराने जीवाश्म से ही जाना जाता था। कुछ समूहों को छोड़कर और उन्हें बताए गए अनुसार समुह में शामिल किया गया था, अनिश्चितताओं से बचने के लिए भाग में पशुओं के संबंध में आर्कियोप्टेरिक्स के स्थान त्रिपदीय डायनासोर के रूप में पारंपरिक रूप के बारे में सोचा। सभी आधुनिक पक्षी ताज समूह निओर्निथेस भीतर है, जो दो उप विभाजनों में है। जो उड़ान (ऐसे शुतुरमुर्ग के रूप में) रेटिस और उड़ान तिनामोउस कमजोर और अत्यंत विविध Neognathae के अन्य सभी पक्षियों से युक्त इन दो सब्दिविजंस अक्सर, का रैंक दिया जाता है। हालाँकि लिवजी और ज़ुसी उन्हें "काउहोट" रैंक सौंपा जो वर्गीकरण दृष्टिकोण पर निर्भर करता है, यहाँ प्रजातियों की संख्या बदलती रहती है। यह संख्या लगभग 9800 से 10,050 तक है।


डायनासोर और पक्षियों की उत्पत्ति 
जीवाश्म और जैविक साक्ष्य के आधार पर, अधिकांश वैज्ञानिकों स्वीकार करते हैं कि पक्षियों त्रिपदीय डायनासोर की एक विशेष उपसमूह है।


वैकल्पिक सिद्धांत और विवाद 
पक्षियों की उत्पत्ति पर जल्दी ही कई वैज्ञानिको की असहमति शामिल हो गई कि क्या पक्षी डायनासोर या अधिक आदिम आर्चोशोर से विकसित है। हालांकि ओर्निथिस्कियन (पक्षी म्लान) डायनासोर आधुनिक पक्षियों के हिप संरचना का हिस्सा है, पक्षियों के लिए से उत्पन्न किया है लगा रहे हैं (छिपकली - म्लान) डायनासोर और इसलिए उनकी हिप संरचना को स्वतंत्र रूप से विकसित वास्तव में, एक पक्षी की तरह कूल्हे संरचना थेरोपोड्स की एक अजीब समूह के रूप में जाना जाता है। यह इनके बीच तीसरी बार विकसित हुए हैं।


यम नचिकेता वार्ता

यम नचिकेता वार्ता


गतांक से.....


वह नौदामई मंत्रों के ऊपर विचार-विनिमय करने लगे। वह वेद मंत्र कह रहा था 'विप्रजाम भविते ब्राह्म लोको वस्तुतः ब्रह्मचर्यष्‍यामी गतोवाचम्‌ भवी' उन्होंने नौदा में से एक वेद मंत्र का उच्चारण करके अपने में चिंतन करने लगे और विचारने लगे कि वेद मंत्र यह कहता है। गृह आश्रम में एक ब्रह्मचारी  ब्रह्मावेता ब्रह्म की जिज्ञासा वाला अन्य जल पीड़ित रह जाए, तो मानव कि वह मूल्यवान उस ग्रह के गुणों को ले जाता है और अपने पाप कर्मों को त्याग देता है। यह पाप कर्म है मेरा ग्रह तो अशुद्ध होने जा रहा है। मैं व्याकुल हो गई प्रभु से याचना करने लगी। हे प्रभु, मृत्यु को मेरे समीप ला दीजिए। मेरा ग्रह पुण्यवान बना रहे, उज्जवल बना रहे। वह पत्नी प्रातः कालीन अग्निहोत्र करती तो अग्नि के समीप कहती है। अग्नि तू संसार को अपने में ही धारण कर लेती है ।हे अग्नि ,तू तेजोमयी है। हे अग्नि, उद्धारक है। हे अग्नि, तू पतितपावन है। साकल्‍य अपने में लेकर के तू देवताओं का दूत बन जाती है। देवताओं के समीप निहित हो जाती है। तुम मेरे मानव में भी अंतर आत्मा की वाणी को स्वीकार कर। मंत्रों का उच्चारण कर रही है। देवताओं का आह्वान हो रहा है। परंतु देखो 3रात्रि हो गई, 3 रात्रि वह यही प्रार्थना करती रही। हे प्रभु, जब तीसरा दिवस आया तो प्रातः कालीन यम आचार्य मृत्यु आचार्य अपने गृह में उन्होंने वास किया। दृष्टिपात करते पद से व्याकुल हो गए और यह कहा हे प्रभु हमारे द्वार पर एक ब्रह्मवेता ब्रह्मचारी विद्यमान है और वह अंजल से पीड़ित है। तीन रात्रि और तीन दिवस हो गई। परंतु उसने कोई अन जलपान नहीं किया है। तो भगवन उसे किसी प्रकार अंजल का पान कराइए। जिससे हम पुण्य वान बने रहे। हमारा गृह गुणवान बना रहे। उन्होंने कहा बहुत देवी पर्यत्‍नशील हूं उन्होंने कहा प्रभु आप क्या करेंगे। इसमें उन्होंने कहा कि उसकी इच्छा होगी ब्रह्मचारी कि मैं उन्हें प्रदान करूंगा उनकी इच्छा पूर्ण करना ही मेरा धर्म है। वह पत्नी के उद्गार श्रवण करके ही आचार्य बालक नचिकेता के द्वार पर पहुंचे। नचिकेता ऋषि के चरणों में स्पर्श किया। वंदना की। आचार्य ने कहा हे बालक, हे ब्रह्मचारी, मैं तुम्हें तीन वर देता हूं और 3 वरों में भी तुम्हारी जो इच्छा हो वह स्वीकार करो। उन्होंने कहा बहुत प्रिय भगवान उन्होंने कहा मैं सबसे उत्तम उस वर्ग को चाहता हूं। जिससे मेरे पिता ने सर्वत्र द्रव्य देवताओं को भूत कर दिया। वह मेरे पिता की अभिलाषा पूर्ण हो। क्योंकि उन्होंने नाना प्रकार याग किया और याग करके उन्होंने मुझे भी मृत्यु को प्रदान कर दिया। वह त्याग और तपस्या में पुनीत होकर ममता को त्याग करके, द्रव्य को त्याग करके, मोक्ष की पगडंडी को ग्रहण का करना चाहते थे। वह मोक्ष में प्रवेश करना चाहते थे। हे प्रभु, हे आचार्यजन, वह मेरे पिता की इच्छा पूर्ण हो। क्योंकि मैं ब्रह्मचारी उद्दालक को प्रिय हूं और उद्धारक गोत्र में पित्र भक्ति महान रही है । क्योंकि यदि मानव पित्रभक्त होता है। अपने पिता की आज्ञा का पालन करता है। महान बना रहता है। वेद का मंत्र और नौदा मई उच्चारण कर रही है कि हमें पितरों का भक्त बन जाना चाहिए। बालक नचिकेता कहता है कि पित्र हमारे यहां सर्वप्रथम पिता है, माता है, आचार्य है। यह हमारे चेतन्‍य देवता कहलाते हैं ।चैतन्य पुत्र कहलाते हैं। पितरों का अभिप्राय यह है जो अपने ब्रह्मचारी को अपने गृह में स्त्रियों में रत रहने वाले उसको महान दृष्टिपात करना चाहिए। कि वे ब्रह्मचारी महान बने और उनका नामकरण उधरवा में प्रिय हो गतिशील बन जाए। उनके विचारों में यह विशेषता रहती है।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्रधिकृत प्रकाशन विवरण
August 29, 2019 • RNI.No.UPHIN/2014/57254
1.अंक-26 (साल-01)
2. बृहस्पतिवार,29अगस्‍त 2019
3.शक-1941,भादप्रद कृष्‍णपक्ष चतुर्दशी ,विक्रमी संवत 2076
4. सूर्योदय प्रातः 5:53,सूर्यास्त 6:56
5.न्‍यूनतम तापमान -27 डी.सै.,अधिकतम-35+ डी.सै., हवा में आद्रता रहेगी, बरसात की संभावना!
6. समाचार पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है! सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा!
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


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मंगलवार, 27 अगस्त 2019

नियमों की धज्जियां उड़ा रही है पालिका

गुलावठी में लगने वाले साप्ताहिक मंगल पैंठ बाजार में सड़क से सटाकर लगाई जा रही है दुकानें


नगरपालिका के नियमों की भी उड़ाई जा रही है धज्जियां


नितिन मोदी


गुलावटी। नेशनल हाईवे 235 पर गुलावठी नगर में हापुड़ रोड पर लगाये जाने वाली साप्ताहिक मंगल पैंठ बाजार में प्रत्येक मंगलवार को दुकानदारों और ई रिक्शा चालकों द्वारा रोड से सटाकर लगाई जा रहीं हैं दुकानें।सुरक्षा के लिहाज से बाजार के मुख्य द्वार पर खड़ी पुलिस की जीप के आगे भी अतिक्रमण किए रहते हैं दुकानदार।बाजार में दुकान लगाने वाले दुकानदार रोड के किनारे करते हैं भारी अतिक्रमण।


नेशनल हाईवे पर बाजार लगाकर अतिक्रमण करने वालों पर आखिर क्यों है प्रशासन मेहरबान ?
क्यों नहीं चलाया जा रहा इन अतिक्रमणकारियों पर चाबुक?


पूर्व में यह बाजार गुलावठी के अकबरपुर जोझा रोड पर लगाया जाता था। लेकिन जगह कम होने के कारण गांव के रास्ता का आवागमन पूरी तरह बाधित हो जाता था। 
इसी इसी वजह से बाजार को मध्य गुलावठी से हापुड़ रोड पर चर्च के करीब पेट्रोल पंप के निकट खाली स्थान पर पहुंचा दिया गया था।
तभी से यह बाजार वहीं लग रहा है।यह फैसला नगर पालिका और प्रशासन द्वारा लिया गया था। मगर इस फैसले के बाद भी किसी प्रकार की सहूलियत नहीं हो पाई है।रोड से सटाकर लगने वाली दुकानों और ई-रिक्शाओं से होने वाली भीड़भाड़ से रोड पर जाम की स्थिति बनी रहती है।
बाजार में आने वाली महिलाओं और लोगों को इससे खासा परेशानी उठानी पड़ रही है। प्रशासन की इस अनदेखी के कारण जनहानि और बड़ा दुर्घटना होने की कगार पर है। लेकिन इस ओर किसी का ध्यान नहीं है। बाजार नगर पालिका और प्रशासन के द्वारा  बनाए गए नियम और मानकों को दृष्टिगत रखकर नहीं लगाया जा रहा है। इसका खामियाजा बाजार में आने वाली महिलाओं वह बच्चों को कभी भी जान देकर भुगतना पड़ सकता है।
यह पूरा वाक्या मंगल पैंठ बाजार के ठेकेदार और प्रशासन की नाक के निचे चल रहा है।अब  इस मामले में देखने लायक  बात होगी कि रोड से सटाकर दुकान लगाने और ई रिक्शाओं द्वारा रोड के निकट जाम लगाए जाने से बाजार में आने वाली महिला और लोगों को मिल पाएगी आजादी?जल्द ही इसका समाधान जरूरी है वरना यदि रोड पर कोई हादसा हुआ तो जिम्मेदार होगा कौन?


औद्योगिक विकास को बनाये गतिशील:डीएम

गाजियाबाद(यूए)। जिला सभागार में  जिला अधिकारी अजय शंकर पांडे के द्वारा उद्योग बंधु की मासिक सभा की अध्यक्षता करते हुए बताया गया। उद्योग के क्षेत्र में गाजियाबाद जिले का उत्कृष्ट योगदान है जो अत्यंत महत्वपूर्ण है। जिसको विकसित करने के लिए प्रशासनिक स्तर पर त्वरित कार्य विधि को अपनाना चाहिए। औद्योगिक विकास विभागीय अधिकारियों की प्राथमिकता में होना चाहिए। औद्योगिक विकास की दृष्टि से गाजियाबाद जिला अत्यंत महत्वपूर्ण है ।औद्योगिक इकाई और उद्यमियों को होने वाली समस्याओं का त्वरित और प्राथमिकता के आधार पर निपटारा होना चाहिए। औद्योगिक विकास को गति प्रदान करने के लिए विभागीय अधिकारियों को यथासंभव प्रयास करने चाहिए। ऐसे प्रयासों को उपयोग में लाना चाहिए जो औद्योगिक इकाइयों से जुड़ी हुई समस्याओं और अवरोधों के निदान कर सकते हैं। उधमीयो संबंधित समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए जल्द से जल्द उनका निपटारा कर देना चाहिए। सरकार एवं शासन औद्योगिक विकास के संबंध में अत्यंत गंभीर है। व्यापारियों का विकास क्षेत्र के विकास की मूल कड़ी है। जिसके लिए विभागीय अधिकारियों को व्यापारियों की यथासंभव सहायता करने के  तत्पर रहना चाहिए।


नाबालिग से डेढ़ माह तक किया दुष्कर्म

केके शर्मा


गाजियाबाद। युवा वर्ग की मानसिकता का स्तर इस हद तक गिर रहा है कि युवा अपराध और अपराध की प्रवृत्ति की सीमाए किस चरम पर पहुंच चुकी है। जिसका एक ताजा मामला प्रकाश में आया है।


मसूरी स्थित इंदरगढ़ी क्षेत्र में नाबालिक को जान से मारने की धमकी देकर पिछले डेढ़ महीने से लगातार दुष्कर्म करता रहा युवक। नाबालिक इतनी डरी हुई थी कि वह अपने परिजनों को घटना की जानकारी नहीं दे पा रही थी। युवक के द्वारा प्रताड़ित करने से नाबालिक के मन में डर बैठ गया था। लेकिन हिम्मत जुटाकर नाबालिग ने घटना की जानकारी अपने परिजनों को दी। जिसके बाद परिवार ने स्थानीय पुलिस को सूचना दी। स्थानीय पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। एक आरोपी फरार हैं,थाना मसूरी निरीक्षक नरेश कुमार सिंह ने कार्रवाई करते हुए तत्काल दो आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। अभियुक्तो का एक अन्य साथी फरार है जिसे जल्द ही गिरफ्तार करने का प्रयास किया जा रहा है।अभियुक्तो पर कार्रवाई कर जेल भेजा जा रहा है।


अनाधिकृत गतिविधियो के विरुद्ध भरी हुंकार

अकाशुं उपाध्याय


भारतीय किसान यूनियन अंबावता ने लोनी में सरकारी जमीन ,ग्रीन बेल्ट को कब्जामुक्ति के लिए लोनी एसडीएम को सौंपा ज्ञापण, कहा बन्द हो सभी अवैध धंधे क्षेत्र में फेल रहा है प्रदूषण एवं जल जनित रोग



भारतीय किसान यूनियन ने लोनी को प्रदूषण मुक्त और ग्रीन बेल्ट की ज़मीन पर बनाये गए अवैध कब्जों को हटवाने को लेकर निर्णायक मुहिम छेड़ रखी है। 


गाजियाबाद। भारतीय किसान यूनियन अंबावता के (प्रदेश अध्यक्ष) पं. सचिन शर्मा के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने लोनी एसडीएम से भेंट कर बताया कि किस तरह भूमाफिआयों द्वारा अवैध रूप से सरकारी व ग्रीन बेल्ट की भूमि पर कब्जा कर अवैध निर्माण कर वसूली की जा रही है। वहीं क्षेत्र में संचालित फैक्टरियों द्वारा लगातार माननीय एनजीटी, केंद्रीय भूजल प्राधिकरण के आदेशों का उल्लंघन कर संचालन किया जा रहा है। एसडीएम को लिखे पत्र में किसान यूनियन प्रदेश अध्यक्ष (अ) ने  लोनी विधानसभा में आर्य नगर डीआईसी इंडस्ट्रियल एरिया, बलराम नगर लोनी बिजली घर से नीलम फैक्ट्री100 फुटा रोड, दिल्ली-सहारनपुर मार्ग के ग्रीन बेल्ट सहित सरकारी भूमि पर चारदीवारी के जरिए अवैध निर्माण कर भूमाफियाओं द्वारा मार्बल पत्थर, सर्विस सेंटर व फैक्ट्रीयों को किराए पर देने की बात कहीं। साथ ही बताया कि सरकारी व ग्रीन बेल्ट पर बने इन अवैध निर्माण से भू-माफियाओं द्वारा 20 लाख रूपये से अधिक किराया प्रति महिना वसूला जा रहा है। अब तक इन लोगों द्वारा सरकारी व ग्रीन बेल्ट पर बनाए गए अवैध निर्माण से लगभग 50 करोड़ रूपये की वसूली कर चुके है। जो सीधा-सीधा प्रदेश सरकार के राजस्व की हानि है। इनके अतिरिक्त किसान यूनिन ने नाम सहित कुछ लोगों की सूची भी सौंपी। जिसमें एसके मार्बल (सतीश शर्मा), श्री बालाजी मार्बल (दिनेश सिघंल), श्री मार्बल (निजय गुप्ता), श्री राम सर्विस सेंटर आदि दुकानें जो अवैध रूप से उपरोक्त स्थानों पर बनाई गई है, इनसे किराया वसूला जा रहा है। वहीं दूसरी ओर किसान यूनियन ने कहा है कि यूपीएसआईडीसी की भूमि पर जय दुर्गा आईस इंडस्ट्री (सुभाष अग्रवाल), तिरूपति मार्बल (एस-10 2 नंबर) लोनी में अवैध रूप से संचालित की जा रही है। वहीं रूपनगर, आर्य नगर, 2 नंबर, नालम फैक्ट्री आदि स्थानों पर जींस रंगाई, ढलाई व कैमिकल की  फैक्ट्रिया अवैध रूप से संचालित की जा रही है।  सरकारी व ग्रीन बेल्ट की भूमि को कब्जामुक्त करवाकर भू-माफियाओं पर कड़ी कानूनी कार्रवाई करने की सिफ़ारिश करते हुए कहा कि,की गई अवैध वसूली की धनराशि को जब्त कर उसे सरकारी खाते में जमा करवाकर उसका प्रयोग लोनी के विकास में किया जाए और ग्रीन बेल्ट का सौंदर्यीकरण किया जाए। 2नंबर स्थित यूपीएसआईडीसी की भूमि, आर्य नगर, नीलम फैक्ट्री इत्यादी स्थानों पर संचालित हो रही अवैध बर्फ, जींस रंगाई, ढलाई व कैमिकल आदि हानिकारक रसायन की फैक्ट्रीयों द्वारा माननीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) व केंद्रीय भूजल प्राधिकरण (सीजीडब्लूए) के दिशा-निर्देशों का खुला उल्लंघन किया जा रहा है। इन सभी अवैध संचालित फैक्ट्रीयों के पास न तो सीजीडब्लूए व प्रदूषण विभाग की एनओसी है और न ही इनके द्वारा एनजीटी के किसी भी नियम का पालन किया जा रहा है। इनके द्वारा क्षेत्र के भूजल का बदस्तूर दोहण किया जा रहा है। इन फैक्ट्रियों द्वारा अपशिष्ट पदार्थो को खुले में बहाया जा रहा है जिससे क्षेत्र का भूजल स्तर निरंतर प्रदूषित होने के साथ-साथ स्थानीय निवासियों में जल जनित रोग के लक्षण पाए जा रहे हैं। 


यहीं स्थिति अगर बनी रही तो आने वाले समय में लोनी में भारी पेयजल संकट का सामना लाखों लोगों को करना पड़ सकता है। साथ  ही किसान यूनियन ने पुख्ता सबूत का दावा होने की कोशिश करते हुए कहा कि पूर्व में भी प्रशासन द्वारा उपरोक्त वर्णित अवैध फैक्ट्रियो पर कार्रवाई स्वरूप इन्हें बंद करवाया जा चुका है लेकिन इन्हें अधिकारियों की मिलीभगत से कुछ समय बाद पुनः संचालित करवा दिया जाता है। इसलिए उपरोक्त सभी अवैध कार्यो को जनहित व लोनीहित में कड़ी कानूनी कार्रवाई करते हुए पुर्णतः बंद करवाने की सिफ़ारिश की गई है। जिससे लोनी की लाखों जनता को स्वच्छ जल व स्वच्छ हवा का मौलिक अधिकार प्राप्त हो सकें। वहीं किसान यूनियन ने ज्ञापन की प्रतिलिपि  उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री, नगर विकास मंत्री सहित स्थानीय विधायक, हरित प्राधिकरण (एनजीटी), केंद्रीय भूजल प्राधिकरण और जिलाधिकारी, गाजियाबाद को भी सौंपा है। इस अवसर पर प्रवीण शर्मा,नीतू ठाकुर,मुकेश सोलंकी अजीत गुर्जर, दीपेश शर्मा, डंपी ठाकुर,हारुन पहलवान,सुमित शर्मा,सत्येंद्र बंसल,रामसकल गुर्जर, प्रवेश बालियान आदि कार्यकर्ता बंधु उपस्थित रहे।


सीएम योगी ने 'दा साबरमती रिपोर्ट' मूवी देखी

सीएम योगी ने 'दा साबरमती रिपोर्ट' मूवी देखी  संदीप मिश्र  लखनऊ। उत्तर प्रदेश में भी 'दा साबरमती रिपोर्ट' मूवी के टैक्स फ्री ...