इकबाल अंसारी
गाजियाबाद-लोनी। मानव कल्याण सेवा संस्था के द्वारा गुड्डा मुख्य सड़क अभियान पर कार्य किया जा रहा है।जिसके चलते राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्मेंद्र त्यागी अपने सहयोगियो सहित अभियान में जुटे हुए हैं। 7000 चटका ईंटे फैलाकर सुबह 8:00 बजे से लेकर 10:00 बजे तक श्रमदान किया। जगह-जगह भारी गड्ढों में तब्दील हो चुका रोड, ईट बिछाकर गड्ढा मुक्त किया। इंदिरापुरी बस स्टैंड के पास अपने सहयोगी सहित हम ईट बिछा रहे थे, तभी दिल्ली-सहारनपुर मार्ग पर चलने वाली उत्तर परिवहन की बस रुकी। उसका ड्राइवर और कंडक्टर दोनों उतरकर हमारे साथ ईंट बिछाने लगे और गले मिलकर उन्होंने कहा, भैया हमारे लिए तो आप देवदूत बनकर आए हो। क्योंकि मुझे यहां से दो बार आना जाना पड़ता हैं बस लेकर। मुझे डर लगता था कि कहीं गाड़ी ना पलट जाए। कोई दुर्घटना ना हो जाए। अब रिटायरमेंट का समय है और मैं बहुत चिंतित था। इस रोड के गड्ढों को लेकर और बस के यात्रियों को लेकर।आपने इन गड्ढों को भरकर लाखों हजारों उन मुसाफिरों को राहत दी है जो इस रोड से गड्ढों में गिरकर चोटिल और दुर्घटनाग्रस्त हो रहे थे। मुझे एहसास हुआ वास्तव में इन गड्ढों से लोनी के लोग तो परेशान थे ही शामली, बड़ौत,बागपत,मुजफ्फरनगर से आने वाले यात्री,जो दिल्ली जाते थे, वह भी डरते थे। बहुत से लोगों ने अपना रास्ता बदल लिया था।
जनता के हित में संस्था के द्वारा किया गया यह कार्य सराहनीय हैं, बल्कि उत्कृष्ट योगदान के रूप में भी देखा जा रहा है। यात्रियों की शुगम यात्रा और स्थानीय लोगों की पीड़ा को कम करने के इस प्रयास से संस्था का मूल उद्देश्य अपनी दिशा की ओर अग्रसर हो रहा है। स्थानीय जनप्रतिनिधित्व और सत्ताधारी दल के ठेकेदारों के मुंह पर यह एक कालिख के समान है। जहां राजमार्ग और राष्ट्रीय मार्गों की यह दुर्दशा है। वहां जनता किस विकास की अपेक्षा कर सकती है? अपने नेतृत्व को साबित करने के लिए इससे बेहतरीन अवसर नहीं हो सकता था। लेकिन स्थानीय नेतृत्व और प्रतिनिधित्व इसमें पूरी तरह असफल सिद्ध हुए हैं।