शुक्रवार, 16 अगस्त 2019

राजधानी दिल्‍ली पर बाढ का खतरा

खतरनाक हुई यमुना, जल स्तर बढ़ने से बाढ़ का खतरा


संवाददाता अरविन्द मिश्रा


नई दिल्‍ली। हथनी कुंड बैराज से एक लाख 43 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। इसके बाद जल स्तर में वृद्धि हो रही है. पुरानी दिल्ली लोहे के पुल पर यमुना का जल स्तर गुरुवार को 202.86 मीटर रिकॉर्ड किया गया। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। यमुना नदी के बढ़ते जल स्तर के बीच हथनी कुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद यमुना का जल स्तर चेतावनी लेवल के करीब पहुंच गया है। दो दिन पहले हथनी कुंड बैराज से एक लाख 43 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। इसके बाद जल स्तर में वृद्धि हो रही है। पुरानी दिल्ली लोहे के पुल पर यमुना का जल स्तर गुरुवार को 202.86 मीटर रिकॉर्ड किया गया।


दिल्लीः खतरनाक हुई यमुना, जल स्तर बढ़ने से बाढ़ का खतरा। हथनी कुंड बैराज से एक लाख 43 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। इसके बाद जल स्तर में वृद्धि हो रही है। पुरानी दिल्ली लोहे के पुल पर यमुना का जल स्तर गुरुवार को 202.86 मीटर रिकॉर्ड किया गया।


राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। यमुना नदी के बढ़ते जल स्तर के बीच हथनी कुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद यमुना का जल स्तर चेतावनी लेवल के करीब पहुंच गया है। दो दिन पहले हथनी कुंड बैराज से एक लाख 43 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। इसके बाद जल स्तर में वृद्धि हो रही है। पुरानी दिल्ली लोहे के पुल पर यमुना का जल स्तर गुरुवार को 202.86 मीटर रिकॉर्ड किया गया।


204.5 मीटर है चेतावनी स्तर---फ्लड डिपार्टमेंट से मिली जानकारी के मुताबिक यमुना नदी में चेतावनी के लिए जल स्तर 204.5 मीटर है। खतरे का निशान 205.33 मीटर है.गौरतलब है कि हथनीकुंड बैराज से छोड़े गए पानी के अगले 72 घंटों में दिल्ली पहुंचने की संभावना जताई गई थी। तब दिल्ली पर बाढ़ के खतरे की संभावना व्यक्त की गई थी।


निचले इलाकों में चेतावनी जारी----सूत्रों की मानें तो प्रशासन ने हरियाणा और दिल्ली को अलर्ट भी भेज दिया है। निचले इलाकों में प्रशासन ने यमुना से दूर रहने की चेतावनी भी जारी कर दी है। यमुनानगर के कैचमेंट एरिया में लगातार हो रही बारिश से भी यमुना नदी में उफान आया है। बता दें कि देश के कई राज्य इस समय बाढ़ की विभीषिका से जूझ रहे हैं। पूरब से पश्चिम और उत्तर से दक्षिण तक नदियों की विकराल लहरें तांडव मचा रही हैं। देश में बाढ़ के कारण अब तक दो सौ से अधिक लोग काल के गाल में समा चुके हैं।


क्षेत्र अधिकारी-इंस्पेक्टर के खिलाफ तहरीर

महिला दरोगा के जहर खाने के मामले में 
सीओ व इंस्पेक्टर के खिलाफ भाई ने दी
तहरीर, जांच शुरू


लखनऊ। मुजफ्फरनगर में महिला थाने में तैनात दरोगा के जहर खाने के मामले में थाना प्रभारी सहित पूरे महिला थाने को लाइन हाजिर कर दिया गया है।बताते चलें कि मंगलवार कोर्ट सिविल लाइन स्थित थाना परिसर में सब इंस्पेक्टर सीमा यादव ने जहरीला पदार्थ खा लिया था जिसके बाद पहले उसे जिला अस्पताल और फिर मेरठ मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है।महिला दरोगा द्वारा जहर खाते जाने से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया तथा तरह तरह की चर्चा शुरू हो गई। सीमा यादव के भाई लोकेश ने एसएसपी को तहरीर देकर आरोप लगाया है कि उसकी बहन का थाना प्रभारी व सीओ सिटी हरीश भदौरिया उत्पीड़न कर रहे थे, ये लोग नियम विरुद्ध कार्य न करने पर उसकी बहन को झूठे मामले में फंसाकर जेल भेजने की धमकी दे रहे थे। लोकेश ने दोनों पर सीमा यादव का उत्पीड़न करने के मामले में लाखों की रिश्वत लेने का भी आरोप लगाया है।
लोकेश की शिकायत के बाद एसएसपी ने महिला थाने की प्रभारी प्रीति रानी सहित 8 सब इंस्पेक्टर व 30 सिपाहियों को लाइन हाजिर कर दिया। मामले की जांच एसपी (सिटी) को सौंपी गई है।


बल्ले से बोल सीधे घुस गई हेलमेट में..

बल्ले से निकल बाल सीधे घुस गई हेलमेट में


श्रीलंका और न्यूजीलैंड के बीच टेस्ट सीरीज चल रही है, जिसमें कुछ ऐसा हुआ जिसने हर किसी को हैरान कर दिया। कुछ लोग इस मोमेंट पर खूब हंस रहे हैं। कीवी गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट ने स्वीप करते हुए बॉल को खेला। लेकिन बॉल बल्ले का एज लेते हुए हेलमेंट के अंदर चली गई।


गेंद को पकडऩे के लिए फील्डर उनके पीछे दौड़ पड़े। बोल्ट दूर भागे और बॉल निकालने की कोशिश करने लगे, लेकिन वो ऐसा नहीं कर सके. श्रीलंका के खिलाड़ी देखते हंसते रहे और फिर खुद ही बॉल को निकाल लिया और माहौल मजाक-मस्ती में बदल गया। स्पिनर लसिथ एमबुलदेनिया ने बॉल डाली, जिस पर ट्रेंट बोल्ट बड़ा शॉट खेलने में कामयाब नहीं हो पाए और बॉल हलमेट के अंदर चली गई। ये घटना 82वें ओवर में हुई. बोल्ट ने 18 रन की पारी खेली और सुरंगा लकमल की गेंद पर आउट हो गए।


राजनाथ ने अंत में दी श्रद्धांजलि (स्मरण)

जैसलमे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह राजस्थान के जैसलमेर पहुंचे जहां उनका स्वागत सेनाप्रमुख जनरल बिपिन रावत ने किया। वहीं, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह मिलिट्री स्टेशन में इंटरनेश्नल आर्म स्काउट मास्टर प्रतियोगिता के समापन समारोह में शामलि हुए। उन्होंने सभी प्रतियोगियों को बधाई दी है।
राजनाथ सिंह ने यहां संबोधन के दौरान अटल बिहारी वाजपेयी को याद किया। उन्होंने कहा अलट बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि पर पोखरण की धरती से श्रद्धांजलि देने का अवसर मिला है। सिंह ने प्रतियोगिता पूरी होने पर सभी आठ टीमों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि इंटरनेश्नल आर्म स्काउट मास्टर प्रतियोगिता में सभी को एक दूसरे से सीखने और काम करने का अवसर प्राप्त हुआ है। इस प्रकार के आयोजन से हमारे रिश्ते परसपर अच्छे होंगे। वैसे पहले से ही सभी देशों के साथ हमारे अच्छे संबंध हैं 


सिंह ने कहा रूस के साथ हमारे लंबे समय से गहरे और स्ट्रेटजिक रिलेशन रहे हैं। चीन के साथ बाइलिट्रल एक्सरसाइज में भाग लेते हैं। जिससे एक दूसरे को बेहतर तरीके से समझ बनाने में सहयोग मिलता है। सेंट्रल एशिया के सभी देशों के साथ हमारे हिस्टोरिकल रिलेशन रहे हैं। जिसमें सांस्कृतिक और व्यापारिक रिश्ते भी रहे हैं। हम आपसी सहयोग बढ़ाकर विश्व की कठिन चुनौतियों एवं खतरों का सामना करने में सक्षम बनेंगे। साथ ही भविष्य में संबंध बढ़ाने में और भी मौके मिलेंगे।


सड़क दुर्घटना में 5 की मौत 2 घायल

सिमडेगा । झारखंड के सिमडेगा में आज एक सड़क बाइक दुर्घटना में 5 लोगों की मौत हो गई। वही 2 लोग दुर्घटना में बुरी तरह से घायल बताए जा रहे हैं। सदर थाना क्षेत्र के जोकबहार पुरनाडीह के पास यह दो बाइकों में जबर्दस्‍त टक्‍कर हुई, जिसमे 5 लोगों की  मौत घटना स्थल पर ही हो गई। जानकारी के मुताबिक सदर थाना क्षेत्र के जोकबहार पुरनाडीह के पास दो बाइकों की टक्‍कर में 5 लोगों की मौत हो गई, वहीं 2 अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। मृतकों में गौतम बेसरा सलडेगा अहीर टोली, मार्शल डांग लम्बोई जलडेगा, दामोदर खेरवार, राफेल राम सलडेगा तथा डिब्रु खेरवार सरंगापानी गमहारटोली शामिल हैं। इस हादसे में निरोध बुढ़ सलडेगा और सूरज खेरवार कोलेबिरा घायल हो गए। जानकारी के मुताबिक एक मोटरसाइकिल पर चार लोग तथा दूसरे पर 3 लोग सवार थे। किसी ने भी हेलमेट नहीं पहना था। तेज गति में जा रही दाेनों बाइकों में टक्‍कर से एक साथ चार जानें चली गईं। प्राप्त जानकारी के अनुसार दामोदर, डिब्रु व सूरज तीनों एक बाइक पर थे। वहीं मार्शल, दामोदर, गौतम व निरोध दूसरे मोटरसाइकिल पर थे। सभी की उम्र 15 से 20 वर्ष के बीच की है। सभी स्वतंत्रता दिवस व रक्षाबंधन के मौके पर घूमने व मौज मस्ती के लिए निकले थे। इसी दौरान भीषण हादसा हुआ। जिसमें 5 लोगों की मौत हो गई। वहीं 2 लोग घायल हो गए।


एक देश,एक सविंधान (सपांदकीय)


एक देश, एक संविधान के बाद एक कानून के लिए तैयार रहें देशवासी। 
पाकिस्तान को अपने हाल पर छोड़ दिया नरेन्द्र मोदी ने। 
छोटे परिवार पर कांग्रेस नेता चिदम्बरम का समर्थन मिला। 
 जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद से ही पाकिस्तान बिलबिलाया हुआ था। प्रधानमंत्री इमरान खान से लेकर सेनाध्यक्ष  बाजवा तक युद्ध की धमकी दे रहे हैं। ऐसे में उम्मीद थी कि स्वाधीनता दिवस के मौके पर 15 अगस्त को लाल किले से हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पाकिस्तान को जवाब देंगे। लेकिन सवा घंटे के भाषाण में मोदी ने एक बार भी पाकिस्तान का नाम नहीं लिया। मोदी की यह नीति वाकई काबिले तारीफ है, क्योंकि कश्मीर में आतंकवाद को समाप्त करने के लिए भारत को जो करना चाहिए था वो कर दिया। अब पाकिस्तान अपने जख्मों  को लेकर दुनियाभर में घूमता फिरे। भारत पर हमले की हिम्मत फिलहाल पाकिस्तान में नहीं है, इसलिए वह चीन की मदद से संयुक्त राष्ट्र संघ का दरवाजा खटखटा रहा है। आजादी के बाद यह पहला मौका है कि कश्मीर मुद्दे पर भारत हमलावर हुआ है। अलबत्ता नरेन्द्र मोदी ने लालकिले की प्राचीर से यह संकेत दे दिया है कि अब देश को एक कानून के लिए तैयार रहना चाहिए। कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद एक देश, एक संविधान की मांग तो पूरी हो गई है, लेकिन अभी एक देश, एक कानून की मांग बाकी है। इस मांग को पूरा करने के लिए ही मोदी ने कहा कि छोटा परिवार रखना भी देशभक्ति है। यानि जो लोग बड़ा परिवार रखते हैं उनकी देशभक्ति पर सवालिया निशान लग सकता है। देश में यह बात पहले भी उठी है कि बढ़ती आबादी देश के संसाधनों को कम कर देती है। ऐसा नहीं कि देश में कृषि उत्पादन कम हुआ है, या फिर विकास के काम नहीं हुए, लेकिन लगातार बढ़ती आदि के कारण सब सुविधाएं कम पड़ जाती है। चूंकि आबादी को लेकर भी देश में अलग-अलग कानून बने हुए हें, इसलिए समाज में भेदभाव होता है। एक वर्ग को लगता है कि देश के कानून का पालन करने की जिम्मेदारी सिर्फ उसी पर क्यों है? क्या देश का कानून सब पर लागू नहीं होना चाहिए? दुनिया में संभवत: भारत ही ऐसा मुल्क होगा, जहां नागरिकों के लिए अलग अलग कानून है। सब जानते हैं कि छोटा परिवार खुशहाली का प्रतीक होता है तो फिर अधिक बच्चे क्यों पैदा किए जाते हैं? देश में लम्बे अर्से से बहस चल रही है कि हमारी सेना एकजुट होनी चाहिए। फिलहाल सेना जल, थल और वायु में विभाजित है। तीनों सेनाओं के अलग-अलग सेनाध्यक्ष है, ऐसे में कई बार तालमेल में मुश्किल होती है। 15 अगस्त को नरेन्द्र मोदी ने इस मांग को भी पूरा कर दिया। अब चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की नियुक्ति की जाएगी। मोदी ने कहा कि इससे जहां सेना में एकरूपता आएगी, वहीं सेना का एक साथ विकास भी होगा। सैनिकों को सभी सुविधाएं समान रूप से मिलेंगी। एक संविधान, एक कानून, एक झंडा एक सेना होने से देश कितना मजबूत होगा, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। 
चिदम्बरम का समर्थन:
15 अगस्त को मोदी ने छोटे परिवार का जो प्रस्ताव रखा उसका समर्थन कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री पी चिदम्बरम ने भी किया है। चिदम्बरम ने एक समारोह में कहा कि छोटा परिवार आज भारत की जरूरत है। प्रधानमंत्री के इस आह्वन का समर्थन किया जाना चाहिए। 
एस.पी.मित्तल


हथनी कुंड और बीसलपुर बांध सीमा के पार


17 अगस्त तक भर जाएगा एक करोड़ लोगों की प्यास बूझाने वाला बीसलपुर बांध। 
पांच घंटे में एक मीटर पानी की आवक। जल स्तर 313 मीटर के पार। 
315.50 मीटर है भराव क्षमता। टोंक में प्रशासन ने अलर्ट किया।
जयपुर। राजस्थान के बीसलपुर बांध का जलस्तर 312.25 मीटर मापा गया। पानी की आवक को देखते हुए उम्मीद है कि रात आठ बजे तक बांध का जल स्तर 313 मीटर पार कर जाएगा। अगले दो दिन में यानि 17 अगस्त तक बांध में भराव क्षमता के अनुरूप 315.50 मीटर पानी आ जाएगा। इस स्थिति को ध्यान में रखते हुए ही टोंक प्रशासन ने बनास नदी के किनारे रहने वाले लोगों को अलर्ट कर दिया है। बांध के भरने पर चैनल गेट खोले जाएंगे जिसकी वजह से बीसलपुर के बाद बनास नदी में पानी का बहाव होगा। बीसलपुर बांध के जलस्तर पर निगरानी रखने वाले सहायक अभियन्ता मनीष बंसल ने बताया कि तीन नदियों के संगम त्रिवेणी पर सात मीटर के गेज है। चूंकि बांध के भराव क्षेत्र चित्तौड़ और भीलवाड़ा में मूसलाधार वर्षा जारी है इसलिए बांध में पानी की आवक तेज गति से हो रही है। मालूम हो कि बनास नदी को टोंक जिले के बीसलपुर बांध में दो पहाडिय़ों के बीच रोक कर बांध का निर्माण किया गया है। इसलिए बांध की जिम्मेदारी टोंक प्रशासन के पास है। यदि चैनल गेट खोले जाते हैं तो पिछले तीन वर्ष में यह पहला मौका होगा जब बीसलपुर के आगे बनास नदी का पानी देखने को मिलेगा। वर्ष 2016 में तब बांध पूरा भरा था, तब चैनल गेट खोले गए थे। 
अजमेर की सप्लाई पर निर्णय नहीं:
बीसलपुर बांध से अजमेर, जयपुर, दौसा और टोंक जिले की करीब एक करोड़ आबादी की प्यास बुझाई जाती है। अजमेर जिला तो पूरी तरह इसी बांध पर निर्भर है। चूंकि गत वर्ष बांध में 310.24 मीटर की पानी आया, इसलिए सबसे ज्यादा अजमेर पर असर पड़ा। कमजोर राजनीतिक नेतृत्व के कारण शहरी क्षेत्र में तीन दिन में एक बार मात्र 45 मिनट के लिए पेयजल की सप्लाई की गई, जबकि जयपुर को प्रतिदिन सप्लाई जारी रखी। अब जब बांध में पर्याप्त मात्रा में पानी आ गया है, तब भी सप्लाई के अंतराल को अजमेर में कम नहीं किया जा रहा है। जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता सीएल जाटव ने बताया कि बांध से पानी की आवक बढ़ाने और सप्लाई करने का निर्णय राज्य सरकार में उच्च स्तर पर होता है। अब कोई ताजा निर्देश प्राप्त नहीं हुए हैं। इसलिए अजमेर के शहरी क्षेत्रों में पहले की तरह पेयजल सप्लाई रहेगी। 
एस.पी.मित्तल


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