बुधवार, 14 अगस्त 2019

अमिताभ और सलमान (संपादकीय)

आखिर अमिताभ बच्चन के मुकाबले में आ ही गए सलमान खान। 
कौन बनेगा करोड़पति के ऐलान के बाद बिग बॉस-13 का प्रोमो जारी। 

सुपर स्टार अमिताभ बच्चन द्वारा अभिनीत कौन बनेगा करोड़पति सीरियल 19 अगस्त से रात 9 बजे से सोनी चैनल पर दिखाया जाएगा। कोई पन्द्रह दिन पहले सीरियल के निर्माताओं ने घोषणा की थी, तभी से फिल्म और टीवी सीरियल जगत सलमान खान के बिग बॉस का इंतजार किया जा रहा था। पिछले कई वर्षों से कौन बनेगा करोड़पति और बिग बॉस सीरियलों के बीच मुकाबला हो रहा है। जहां कौन बनेगा करोड़पति सोनी इंटरटेटमेंट पर प्रसारित होता है, वहीं बिग बॉस कलर्स चैनल पर। सीरियलों से ज्यादा मुकाबला  दोनों सीरियलों के एंकरों के बीच होता है। यह कोई संयोग नहीं है कि प्रतिवर्ष दोनों सीरियल एक साथ दिखाए जाते हों, असल में यह मनोरंजन चैनलों की प्रतिस्पर्धा के साथ साथ अमिताभ बच्चन और सलमान खान के बीच लोकप्रियता का भी मुकाबला है। दोनों ही सीरियलों का समय रात 9 से 10 बजे के बीच रखा जाता है और यह देखा जाता है कि कितने दर्शक किस सीरियल को देख रहे हैं। चूंकि अमिताभ बच्चन और सलमान खान के अपने अपने फालोअर्स हैं इसलिए हमेशा रोचक स्थिति होती है। जहां तक सीरियलों में कटेंट का सवाल है तो कौन बनेगा करोड़पति में जहां बुद्धिमता और समझ की जरूरत होती है, वहीं बिग बॉस को बिना समझ वाले दर्शक भी देख सकते हैं। क्योंकि इस सीरियल में गाली गलौज से लेकर अश्लीलता, बेहूदगी, मारपीट, द्विअर्थी संवाद आदि का मसाला भरा होता है। बिग बॉस के निर्माता समाज के विभिन्न क्षेत्रों में बदनाम या किन्हीं कारणों से चर्चित रहे व्यक्तियों को बुलाकर घर में रखते हैं वहीं कौन बनेगा करोड़पति में बुद्धि और समझ का एग्जाम उत्तीर्ण करने के बाद भी सुपर स्टार अमिताभ बच्चन के सामने वाली हॉट सीट पर बैठने का मौका मिलता है। गंदा काम करने के आरोप में बिग बॉस के घर से निकाला जाता है, जबकि कौन बनेगा करोड़पति में तेज तर्रार वाले बुद्धिजीवी को नकद राशि देकर सम्मान किया जाता है। जिस व्यक्ति को अमिताभ बच्चन के सामने हॉट सीट पर बैठने का अवसर मिलता है, वह स्वयं को गौरवांवित समझता है, जबकि घर से बाहर निकलने पर कई सदस्य बिग बॉस के माहौल पर ही ऐतराज जताते हैं। देखना होगा कि इस बार कौन बनेगा करोड़पति और बिग बॉस के सीरियलों में मुकाबला कैसा होता है। 
एस.पी.मित्तल


धारा 370 की सच्चाई समझनी चाहिए

अनुच्छेद 370 में बदलाव का असर तो जम्मू और लद्दाख में भी हुआ। 
लेकिन सख्ती कश्मीर घाटी में ही क्यों करनी पड़ रही है?
राष्ट्रभक्त लोगों को इस सच्चाई को समझना होगा। 

अनुच्छेद 370 में जो बदलाव किया हैं उसका असर जम्मू और लद्दाख क्षेत्र में भी पड़ा है। अब जम्मू और लद्दाख में तो हालात सामान्य हो गए हैं। लद्दाख में जश्न जैसा माहौल है 370 की वजह से सबसे ज्यादा अत्याचार लद्दाख के लोगों पर ही हुआ था। सवाल उठता है कि जब जम्मू और लद्दाख में हालात सामान्य हो सकते हैं तो कश्मीर घाटी में क्यों नहीं? ऐसा नहीं कि जम्मू और लद्दाख में मुसलमान नहीं रहते। जम्मू और लद्दाख में भी हिन्दुओं और बौद्धधर्म को मानने वाले लोगों के साथ मुसलमान भी रहते हैं। लेकिन इन इलाकों में शांति बनी हुई है। जिन देशद्रोहियों को कश्मीर घाटी के हालात असामान्य लगते हैं, वे जम्मू और लद्दाख का दौरा क्यों नहीं करते? क्या जम्मू और लद्दाख, जम्मू-कश्मीर प्रांत के हिस्से नहीं है? राष्ट्रभक्त लोगों को देश की इस सच्चाई को  समझना होगा। एक सुनियोचित षडय़ंत्र के तहत कश्मीर घाटी से पांच लाख हिन्दुओं को प्रताडि़त कर भगा दिया गया। पिछले 25 वर्षों से घाटी के पांच-छह जिलों मेंएक तरफा माहौल हो गया। यही जिले आतंकवाद से ग्रस्त हैं। सुरक्षा बलों पर पत्थरबाजी के साथ साथ पाकिस्तान के झंडे लहराए गए। तिरंगा लहराने वालों को मौत के घाट उतारा गया तो पाकिस्तान का झंडा लहराने वाले हीरो बन गए। यानि घाटी से हिन्दुओं को हटाने के बाद ही एक तरफा माहौल हुआ। यदि घाटी में हिन्दू बसे रहते तो आज प्रशासन को सख्ती नहीं करनी पड़ती। जो माहौल जम्मू और लद्दाख का है वो ही माहौल कश्मीर घाटी का भी होता। जो लोग आज कश्मीर घाटी के नागरिकों पर लगी कुछ पाबंदियों पर चिंतित हैं वो तब कहां गए थे, जब हिन्दुओं के परिवारों की महिलाओं के साथ दुव्र्यवहार हो रहा था। जब पांच लाख हिन्दुओं को भगाया जा रहा था, तब कांग्रेस के नेता गुलाब नबी आजाद भी चुप थे, लेकिन अब कश्मीरियों के लिए आसंू बहा रहे हैं। जम्मू और लद्दाख में मुसलमान भी रहते हैं। 370 में बदलाव होने के बाद क्या किसी मुसलमान पर कोई ज्यादती हुई? उल्टे राष्ट्रभक्त मुसलमान इस बात से खुश हैं कि अब उन्हें सब अधिकार मिलेंगे। यदि घाटी के पांच-छह जिलों में रहने वाले कश्मीरी भी जम्मू और लद्दाख के मुसलमानों की तरह आचरण करें तो प्रशासन घाटी में धारा 144 की पाबंदियां समाप्त कर सकता है। 
एस.पी.मित्तल


मीडिया का हो रहा है दुरुपयोग,स्वीकार करें

जयपुर से लेकर कश्मीर तक सोशल मीडिया का दुरुपयोग हो रहा है, इसलिए इंटरनेट बंद करना पड़ा है। 
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सच्चाई को स्वीकारा।

जयपुर । आयोजित संस्कृत विद्वान सम्मान समारोह में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शिरकत की। समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर बोलते हुए गहलोत ने कहा कि जयपुर से लेकर कश्मीर तक सोशल मीडिया का दुरुपयोग हो रहा है। कुछ लोग माहौल खराब करने के लिए झूठी खबरें पोस्ट कर देते हैं। जयपुर में पिछले दो दिनों से कुछ लोगों ने सुभाष चौक, गलता, रामगंज आदि क्षेत्रों का माहौल खराब कर रखा है। 13 अगस्त को भी दंबा फसाद की खबरें चलाई गई, जबकि किसी भी स्थान पर गड़बड़ी नहीं हुई। ऐसी झूठी और बेबुनियाद खबरों को देखते हुए ही जयुपर और कश्मीर में इंटरनेट बंद किया है। मालूम हो कि 12 अगस्त को कावड़ यात्रा पर हमले के बाद आधे जयपुर के हालात बिगड़े हुए हैं। प्रशासन ने धारा 144 लगा कर इंटरनेट सेवाएं बंद कर रखी हैं। सरकार नहीं चाहती कि असामाजिक तत्व झूठी खबरें चला कर माहौल खराब करें। असल में सोशल मीडिया को लेकर जो चिंता राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जताई है, वहीं चिंता इन दिनों जम्मू कश्मीर का प्रशासन जता रहा है। यही वजह है कि कश्मीर में इंटरनेट सेवाएं बंद कर रखी हैं। कश्मीर  में पाकिस्तान का प्रोपेगंडा भी  चल रहा है। अनुच्छेद 370 में बदलाव के बाद गत 5 अगस्त से जम्मू कश्मीर में कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। 9 अगस्त को जुम्मे की नमाज और 12 अगस्त को ईद भी शांतिपूर्वक रही। लेकिन फिर भी सोशल मीडिया पर हंगामे के पुराने वीडियो पोस्ट कर माहौल को बिगाडऩे की कोशिश की जा रही है। यह अच्छी बात है कि कांग्रेस शासित राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया के दुरुपयोग की सच्चाई को स्वीकार की है और यह भी माना कि जयपुर और कश्मीर में इसलिए इंटरनेट सेवाएं बंद की गई है। जयपुर में 15 थाना क्षेत्रों में धारा 144 लागू कर इंटरनेट सेवाएं बंद कर रखी है। 13 अगस्त की रात को भी पथराव की घटनाएं हुई हैं। 
एस.पी.मित्तल


राष्ट्रपति द्वारा किया गया सम्मानित:हरियाणा

राणा ओबराय
पुलिस महानिदेशक बी.के. सिन्हा राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित
चंडीगढ । हरियाणा प्रदेश के 13 पुलिस अधिकारियों को स्वतंत्रता दिवस-2019 के अवसर पर विषिष्ट सेवाओं के लिए राष्ट्रपति के द्वारा पुलिस पदक और सराहनीय सेवाओं के लिए पुलिस पदक से सम्मानित किया गया है। पुलिस विभाग के प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस महानिदेषक व होम गार्ड में कमांडेट जनरल के पद पर तैनात डा0 बी. के. सिन्हा तथा पंचकूला में उप-निरीक्षक के पद पर सेवाएं दे रहे श्री सुभाष चन्द्र को विषिष्ट सेवाओं के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया गया है, जबकि 11 अन्य पुलिस अधिकारियों को सराहनीय सेवाओं के लिए पुलिस पदक से अलंकृत किया गया है। सराहनीय सेवाओं के लिए पुलिस पदक से सम्मानित होने वालों में पटौदी गुरुग्राम के उप-पुलिस अधीक्षक श्री वीर सिंह, पंचकूला के उप-पुलिस अधीक्षक श्री ओम प्रकाष, मधुबन करनाल में तैनात निरीक्षक श्री अनिल कुमार, पंचकूला में तैनात निरीक्षक श्री श्रवण कुमार, अम्बाला कैंट के निरीक्षक श्री विकास, गुरुग्राम की महिला निरीक्षक श्रीमती लैली वरघीस, फरीदाबाद के उप-निरीक्षक श्री प्रकाष चंद, राज्य सतर्कता ब्यूरो के उप-निरीक्षक श्री विरेन्द्र कुमार, एग्जम्टी उप-निरीक्षक, पंचकूला श्री रामप्रताप, सहायक उप-निरीक्षक, पंचकूला श्री सुमन कुमार व गुरुग्राम के सहायक उप-निरीक्षक श्री रविन्द्र कुमार षामिल हैं। इस अवसर पुलिस महानिदेषक श्री मनोज यादव ने विषिष्ट एवं सराहनीय सेवाओं के लिए पुलिस पदक प्राप्त करने वाले सभी पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को बधाई दी। पदक विजेताओं की इस महत्वपूर्ण उपलब्धि पर खुषी जाहिर करते हुए श्री यादव ने कहा कि हरियाणा पुलिस के अधिकारियों व कर्मचारियों के अथक एवं निरंतर प्रयासों को राष्ट्रीय स्तर पर मिली पहचान समस्त पुलिस बल के लिए गौरव का विषय है। उन्होंने कहा इस उपलब्धि से पुलिस पदक से अलंकृत होने वाले अधिकारियों के साथ-साथ राज्य पुलिस बल के अन्य अधिकारियों व जवानों का भी मनोबल बढेगा।


कवि सम्मेलन में उमड़ा जनसैलाब:गुरुग्राम

गुरुग्राम। मोहित मदनलाल ग्रोवर समाजसेवी गुरुग्राम स्‍थित पटौदी चौक के पास ग्रोवर पार्क में एक शाम शहीदों के नाम पर मंगलवार शाम को कार्यक्रम आयोजित किया कार्यक्रम में शहीद परिवारों को सम्मानित किया गया। खुद समाजसेवी मोहित मदनलाल ग्रोवर ने सम्मानित किया। कार्यक्रम में भारी संख्या में लोग एकत्रित हुए। महान कवि कुमार विश्वास भी शामिल हुए। कुमार विश्वास ने कहा पहली बार गुरुग्राम में इतनी संख्या में जनता के बीच आया हूं। इतनी संख्या में भीड़ नहीं देखी और अपनी देशभक्ति कविताएं प्रस्तुत की। जिससे जनता देशभक्ति कविताएं पर लीन हो गईं और तालियों से पूरा मैदान गूंज उठा। भारी संख्या में लोग एकत्रित हुए और देशभक्ति कविताओं का लुत्फ उठाया। बारिश के कारण मैदान गीला होने के बावजूद जनता भारी संख्या में इकट्ठे हुई।


तेज रफ्तार कार ने ली अध्यापकों की जान

रेवाड़ी । दिल्ली-जयपुर हाइवे पर एक बार फिर रफ़्तार का कहर देखने को मिला। जहाँ एक तेज़ रफ्तार कार टायर फटने के कारण पलट गयी इस हादसे में कार में सवार पांच लोग घायल हो गए जिन्हे इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहा उपचार के दौरान दो की मौत हो गयी जबकि तीन उपचाराधीन है। सभी पांचो लोग राजस्थान के बहरोड़ के रहने वाले बताये जा रहे है जो पेशे से सरकारी स्कूल में अध्यापक थे। सुबह ड्यूटी पर स्कूल आ रहे थे तभी यह हादसा हुआ। फ़िलहाल पुलिस शवों का पोस्टमार्टम करवाकर मामले की जाँच कर रही है। 
 
जानकारी के अनुसार राजस्थान के बहरोड़ के रहने वाले चांदीराम, अनिल कुमार, कन्हैया, सरिता और सविता कोटकासिम और रेवाड़ी के अलग अलग सरकारी स्कूल में बतौर शिक्षक के पद पर कार्यरत थे हर रोज़ की भांति मंगलवार को भी ये सभी पाँचो शिक्षक एक कार में सवार होकर बहरोड़ से रेवाड़ी आ रहे थे बताया जा रहा है की इनकी कार ओवर स्पीड में थी अचानक कार का टायर फट गया जिस कारण कार पलट गयी। इस हादसे में चांदीराम और अनिल की मौत हो गयी जबकि महिला सरिता और सविता व कन्हैया घायल हो गए जिन्हे प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गयी। फ़िलहाल पुलिस शवों का पोस्टमार्टम कराकर जाँच में जुटी है।


अवैध हथियारों की वायरल फोटो:बागपत

अवैध हथियारों के साथ युवक का फोटो वायरल,


गोपीचंद सैनी


बागपत। पुलिस की इतनी जद्दोजहद के बाद भी जनपद में अपराधिक गतिविधियां और अपराधिक इकाइयां बढ़ती जा रही है। जिसके चलते क्षेत्र में अवैध हथियारो का यह दृश्‍य स्‍पष्‍ट देखा जा सकता हैं बल्कि अपराधी स्वयं हथियारों को  दिखा रहे हैं। जिससे पुलिस की कार्रवाई पर प्रश्न चिन्ह अंकित हो जाता है। फिलहाल हैंड ग्रेनेड व असलहों की ख़ेप के साथ एक फोटो वायरल हो रहा है। जिसमें एक युवक हथियारों के साथ अपनी फोटो खींच रहा है। जिसमें कई देसी तमंचों के साथ भारी संख्या में कारतूस, पिस्टल और अत्याधुनिक हथियार नजर आ रहे हैं। युवक के पास और भी कई तरह के हथियार होने की संभावना से मना नहीं किया जा सकता है।हो सकता है,युवक अवैध हथियारों की तस्करी करता हैं अथवा निर्माण करता हैं। पुलिस मामले की तफ्तीश में जुटी हुई है।


यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई

यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई  संदीप मिश्र  लखनऊ। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन को लेकर उत्तर प्रदेश में भी 7 दिनों के...