मुंबई । अपने कॅरियर में करीब 500 फिल्में कर चुके 'पद्म भूषण' से सम्मानित अभिनेता अनुपम खेर की आत्मकथा भारत से निकल कर न्यूयॉर्क पहुंच गई। खेर के मित्र और जाने माने अभिनेता ऋषि कपूर, उनकी पत्नी नीतू कपूर और एनबीसी के कार्यक्रम 'न्यू एम्सटर्डम' के साथी कलाकारों ने उनकी आत्मकथा का विमोचन किया। खेर की आत्मकथा में उनकी नाकामियों, उन्हें नकारे जाने से लेकर अपने जीवन से मिले सबक का जिक्र है।
खेर की आत्मकथा 'लेसंस लाइफ टॉट मी, अननोविंगली' का न्यूयॉर्क में भारत के महावाणिज्य दूतावास में आयोजित विशेष कार्यक्रम में विमोचन हुआ, जिसमें जाने माने अभिनेता के करीबी मित्रों और सहयोगियों ने हिस्सा लिया। किताब के विमोचन के दौरान वहां मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए खेर ने कहा कि मेरे जीवन में जो कुछ भी गलत हुआ, जो कुछ सही हुआ, यह आत्मकथा उसी का सार है। उन्होंने अपने जीवन की उन घटनाओं का जिक्र किया जिसने उनके कॅरियर को आकार दिया। खेर ने कहा कि यह आत्मकथा बेहद रोचक है क्योंकि इसमें उनकी सफलताओं के बारे में बात नहीं की गयी है। उन्होंने कहा कि मेरे लिये सफलता बड़ी नीरस रही है, यह बिल्कुल एक आयामी होती है। नाकामी के कई आयाम होते हैं, यह बहुत अद्भुत चीज है। आज मैं जो कुछ भी हूं वह अपनी नाकामियों की वजह से ही हूं। ऋषि कपूर न्यूयॉर्क में करीब एक साल से कैंसर का इलाज करा रहे हैं और खेर की किताब के विमोचन के दौरान इलाज के बाद पहली बार वह सार्वजनिक तौर पर नजर आये। पहले से बेहतर और स्वस्थ नजर आ रहे कपूर ने दर्शकों को बताया कि उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल गयी। पत्नी नीतू कपूर के साथ आये ऋषि कपूर ने कहा कि हालांकि वह खेर से कुछ साल बड़े हैं लेकिन उन दोनों ने साथ में जो पहली फिल्म की थी वह यश चोपड़ा निर्देशित 1988 में आयी 'विजय' थी, जिसमें खेर ने कपूर के दादा की भूमिका निभायी थी। कपूर ने कहा कि कल को अभिनेता बनने के इच्छुक युवाओं के लिये यह एक अच्छी किताब है। खेर ने भी किताब के विमोचन के लिये कपूर का आभार जताया। विमोचन के दौरान 'न्यू एम्सटर्डम' के कलाकारों रेयान एगोल्ड, जेनेट मोंटगोमरी और डियर्डरे फ्रीएल तथा स्टार शेफ विकास खन्ना भी उपस्थित थे। खेर की किताब भारत में पांच अगस्त को जारी की गयी और अमेरिका में यह 15 अक्टूबर को जारी की जायेगी। भारतीय महावाणिज्य दूत संदीप चक्रवर्ती ने कहा कि अपने पूरे जीवन और कॅरियर में खेर ने खास अंदाज में लोगों के दिलों को छुआ है।