गुरुवार, 1 अगस्त 2019

एसएसपी इटावा को न्यायालय की चेतावनी

एसएसपी इटावा को गवाह हाजिर न करने पर चेतावनी


इटावा ! अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश फास्ट ट्रैक द्वितीय महेश चंद्र वर्मा की अदालत ने 16 साल पुराने एक मामले में अभियोजन साक्षी हेड कांस्टेबल (हेड पेशी एसपी) के गवाही पर उपस्थित न होने पर नाराजगी जाहिर की। इस पर उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इटावा के विरुद्ध आपराधिक अवमानना की कार्रवाई, उच्च न्यायालय को संदर्भित करने की चेतावनी दी है।
इस न्यायालय में वर्ष 2003 का एक पुराना मुकदमा राज्य बनाम सुभाष चंद्र चल रहा है। जिसमें अभियोजन की ओर से तत्कालीन हेड कांस्टेबल व वर्तमान समय में एसपी इटावा के हेड पेशी लक्ष्मी शंकर अवस्थी को साक्ष्य के लिए न आने पर मामला निस्तारित नहीं हो पा रहा है। इसके पूर्व कोर्ट की ओर से एसएसपी इटावा को कई बार लिखा जा चुका है। बुधवार को इस मामले की सुनवाई के दौरान गवाह लक्ष्मी शंकर अवस्थी के न आने पर कोर्ट ने नाराजगी व्यक्त की तथा न्यायालय ने माना कि एसएसपी इटावा उक्त गवाह को उपस्थित होने के लिए अनुमति नहीं दे रहे हैं! जिससे कोर्ट की कार्रवाई बाधित हो रही है। एडीजे ने बुधवार को एक आदेश जारी कर एसएसपी इटावा को चेतावनी दी कि इस लापरवाही पर उनके विरुद्ध आपराधिक अवमानना की कार्रवाई के लिए मामला उच्च न्यायालय को संदर्भित किया जा सकता है। उन्होंने गवाह हेड कांस्टेबल लक्ष्मी शंकर अवस्थी को सात अगस्त को उपस्थित करने के निर्देश दिए है।


दुष्कर्म के आरोप से आहत ने खाया जहर

दुष्कर्म का आरोप लगने से आहत बुजुर्ग ने खाया जहर


शरत यादव
औरैया,दिबियापुर ! दुष्कर्म का आरोप लगने से आहत बुजुर्ग ने जहर खाकर जान देने की कोशिश की। मंगलवार देर शाम पुलिस जब उसे पकड़ने के लिए घर पहुंची तो वह कमरे में बेहोशी की हालत में मिले। पुलिस ने वृद्ध को सीएचसी में भर्ती कराया, जहां से गंभीर हालत में सैफई मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। परिजनों ने आरोप लगाया कि एक दबंग के इशारे पर कार्रवाई की गई। पुलिस ने न रिपोर्ट दर्ज की और न ही पीड़िता का मेडिकल कराया। बावजूद इसके घर में दबिश दे दी।
गांव मानधवन निवासी 60 वर्षीय राजेश पांडेय के खिलाफ एक दबंग ने अपनी नाबालिग पुत्री के साथ दुष्कर्म की तहरीर दी थी। मंगलवार को देर शाम जब पुलिस दबिश देने घर गई तो बुजुर्ग बेहोशी की हालत में कमरे में मिले। जहर खाने की बात बताने पर पुलिस आनन-फानन उन्हें सीएचसी सहार ले गई, जहां से सैफई रेफर कर दिया गया। पुत्र भूरे व संदीप ने बताया कि कुछ दिन पूर्व गांव के एक दबंग ने शराब लाने के लिए कहा तो पिता ने मना कर दिया। इसके बाद दबंग ने साथियों के साथ मिलकर पिता की पिटाई की थी। पुलिस से शिकायत करने पर दुष्कर्म की फर्जी तहरीर दे दी। थाना प्रभारी निरीक्षक सोमेंद्र सिंह का कहना है कि बुजुर्ग के खिलाफ दुष्कर्म की तहरीर मिली थी। पुलिस पूछताछ करने के लिए आरोपित के घर गई थी।


घर पर लगा ताला, घटना को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश: मानधवन में हुई घटना को लेकर ग्रामीण आक्रोशित हैं। ग्रामीणों का कहना है कि दबंगों के कारण कोई खुल कर विरोध नहीं कर पाता। बुजुर्ग का परिवार मेहनत मजदूरी करके जीवन यापन करता है। घटना के बाद घर पर ताला लटक गया है। बेटे व रिश्तेदार भी सैफई चले गए हैं। मानधवन निवासी राजेश पांडेय के जहर खाने के बाद गांव वालों में आक्रोश है। कुछ ग्रामीणों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया जिसने बुजुर्ग के खिलाफ तहरीर दी है। यह एक शिक्षक के खिलाफ भी इसी तरह से दुष्कर्म की तहरीर दे चुके हैं। बाद में लेनदेन कर मामला रफा दफा हो गया था। राजेश पांडेय की पत्नी की पहले ही मौत हो चुकी थी। वह अपने तीन बेटों के साथ मजदूरी करके जीवन यापन करता है। दबंगो का कोई विरोध नहीं कर पाता। बुजुर्ग के बेटे भूरे ने बताया कि उनके पिता कि कोई गलती ही नही है।


बालिका सुरक्षा जागरूकता अभियान पूर्ण

लखीमपुर खीरी ! गोला गोकर्ण नाथ में मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश शासन लखनऊ के आदेश के अनुपालन में गोला गोकर्ण नाथ मे बालिका सुरक्षा जागरूकता के लिये अभियान चलाया गया! इस अभियान के तहत सभी विद्यालयों में सुरक्षा संबंधित जानकारी देने के लिए पुलिस क्षेत्राधिकारी गोला व प्रभारी निरीक्षक गोला तथा सब इंस्पेक्टर शंखधर व पुलिस टीम द्वारा जाकर विद्यालयों में छात्राओं को आत्म सुरक्षित करने के उपाय बताते हुए कहा जब कभी इस प्रकार की समस्या आप लोगों के सामने आ जाए तो सर्वप्रथम आपको तेजी के साथ आवाज लगाना है! कोई न कोई राहगीर आप लोगों को बचाने के लिए आ सकता है! परंतु किन्ही कारणों से कोई न आ पाए तो आप लोग आत्म सुरक्षा के लिए बल व बालों में लगाने वाली चिमटी तथा पिन का भी इस्तेमाल कर सकती हो! परंतु आप लोगों को अगर आभास हो रहा है कि यह व्यक्ति हमारे ऊपर हमला करने वाला है! तो आप लोग सर्वप्रथम 1090 हेल्पलाइन का भी इस्तेमाल कर सकती हो! इसमें आप लोगों की पहचान तथा मोबाइल नंबर गोपनीय रखा जाएगा! उत्तर प्रदेश शासन द्वारा यह अभियान 1 जुलाई से 31 जुलाई तक चलाया गया प्रत्येक दिन यह अभियान लगातार चलाया जा रहा था! सिर्फ रविवार को छोड़कर बालिका सुरक्षा जागरूकता अभियान के समापन दिवस 31जुलाई को सभी थाना क्षेत्र संबंधित विद्यालयों में जागरूकता रैली निकाली गयी तथा पहले से उन विद्यालयों के प्रधानाचार्य से मिलकर इस अभियान के संबंधित जानकारी देकर रैली निकालकर समाज में महिला व लड़कियों के लिए अराजकता फैलाने बालों के लिए सुरक्षा संबंधी जानकारी दी गयी! इस अभियान में महिलाओं और लड़कियों को सुरक्षित करने हेतु योगी सरकार ने यह निर्णय लेकर समाज में अराजकता फैलाने वालों तथा समाज को दूषित करने वालों के ऊपर कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने का ऐलान किया है!


अभिलेखों में हेराफेरी कर कब्‍जाई जमीन

अभिलेखों में हेर फेर कर सरकारी जमीनों को खरीदने वाली कम्पनी ने उस पर लिया करोड़ो का लोन, बियॉन्ड कम्पनी के एम डी प्रभाकर गुप्ता विदेश भागने की फिराक में  


एस जे नियाजी


कानपुर ! प्रदेस सरकार द्वारा चलाये जा रहे भूमाफियाओं में सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जे को लेकर प्रसासन अपनी मुस्तैदी दिखा रहा है ! लेकिन उसके बावजूद भी बड़े माफियाओ के खिलाफ कोई कार्यवाही नही की जा रही है! बता दे कि बिधनू ब्लाक के कई गांवो रमईपुर व आसपास की सरकारी करोड़ो की जमीनों को बियॉन्ड कम्पनी व भूमाफियाओं ने सरकारी अभिलेखों में हेरा फेरी कर कौड़ियो के भाव अपने नाम करा ली है! जिस पर गांव वासियो ने सभी प्रसासनिक अधिकारियों से इसकी शिकायत भी की है! ग्राम वासियो के अनुसार बियॉन्ड कम्पनी ने उक्त जमीनों को खरीद कर उस पर करोड़ो रुपये का लोन भी करा रखा है! बियॉन्ड कम्पनी के प्रभाकर गुप्ता करोड़ो रूपये लोन लेकर भागने की फिराक में है! यही वजह की ग्राहक को किस्तो पर जमीन देने के नाम पर रुपये लेने वाली बियॉन्ड रिसर्ज एण्ड डेवलपमेंट लिमिटेड ने ना तो रजिस्ट्री की अपने ग्राहकों की और ना ही अब वह पैसा ही वापस कर रही है! जिस्से ग्राहकों को उसके भागने का प्रबल शक हो गया !अब तो उस कम्पनी ने अपने एजेंटो  का भी पैसा मारना शुरू कर दिया है इसकी शिकायत एक संस्था ने डीएम,कमिशनर,मुख्यमंत्री व आरबीआई के गवर्नर से करने की बात कही है! संस्था के पूर्व अध्यछ ने कहा कि यह कम्पनी अन्य कंपनियों और नीरव मोदी और विजय माल्या की तरह विदेश भागने की फिराक में है!
उन्होंने यह भी बताया कि तत्कालीन डी, एम,डॉ0 रोशन जैकब ने भी अपनी रिपोर्ट में यह पाया कि सरकारी जमीन पर कब्जा कर दस्ता वेजो में हेर फेर कर उसे खरीदा गया है !जिसका मामला भी काफी तूल पकड़ा था सन 2015 में एसडीएम तहसीलदार कानूनगो की रिपोर्ट ने यह तो साबित कर दिया कि सरकारी जमीनों पर कब्जे तो हुवे है !लेकिन तब से आजतक मामला जस का तस पड़ा हुआ है !नजीर बाद पुलिस सूत्रों की माने तो इस पर कार्यवाही की गई थी लेकिन कुछ प्रशाशनिक अधिकायियो के हस्तछेप से मामला दबा दिया गया था !संस्था के पूर्व अध्यछ ने मांग की है! उक्त प्रकरण की जांच कराकर सरकार की मंशा के अनुरूप कार्यवाही की जाये सरकारी जमीन पर कब्जा कर,फर्जी दस्तावेजों से हड़ने वालो के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर बैंको से लोन लेने वाली इस फर्म से त्वारित रिकवरी कराई जाए और ग्राहकों व एजेण्टों को उनका पैसा दिलाकर राहत पहुचाई जाए! क्योकि इसमे अरबो रुपये का हेर फेर किया गया! इस कार्य मे लिप्त सरकारी अधिकारियों एवं कर्मचारियों पर भी कार्यवाही की जाए!


किसान की दुर्गति (संपादकीय)


तीन वर्गों में विभाजित दैवीय आपदा से जूझता और सरकारी सहायता के बावजूद बेमौत मरते किसान


सम्पादकीय
भोलानाथ मिश्र


भारत जैसे देश में किसान को भगवान कहा जाता है और यहां पर समय समय ऐसी फिल्में भी बनी है जिसमें भगवान को भक्त किसान के घर आकर उसकी चाकरी भी करनी पड़ती है और लक्ष्मी जी को भी विवश होकर अपने पति परमेश्वर के साथ किसान के घर रूप बदलकर रहना पड़ा है। किसान को भगवान इसलिए  कहा जाता है क्योंकि वह जीव जंतु पशु पक्षियों से लेकर हर मनुष्यों तक का पेट भरता है और खुद नंगा भूखा सो जाता है। वह जिस कड़ी मेहनत से अपनी जान हथेली पर लेकर भगवान के सहारे खेती करता है यह जगजाहिर है। आज भले ही सरकार किसानों के खाद बीज दवा पानी और उसके विकास के नाम पर तमाम योजनाएं चलाती हो लेकिन दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि आज भी देश के विभिन्न कोनों में हमारे किसानों को कर्ज के तले दबकर आत्महत्या करनी पड़ रही है।किसान और उसकी किसानी निम्न, मध्यम एवं उच्च तीन श्रेणी में विभाजित है। निम्न श्रेणी के किसान वह होते हैं जिनके पास एक हेक्टेयर  या उससे कम खेती होती है जिन्हें  खेतिहर किसान मजदूर कहा जाता है। ऐसे किसानों के यहां अगर बाहर से कोई कमाई करने वाला नहीं है तो वह खेती नहीं कर सकता है क्योंकि आजकल के जमाने में खेती करने में भी पर्याप्त धन की आवश्यकता होती है। एक एकड़ से कम जमीन वाले किसानों के पास साल भर खाने तक का अनाज कभी कभी नहीं पैदा हो पाता है।बीमारी आजारी शादी ब्याह जैसे  घर गृहस्थी के कार्य चलाने के लिए अन्ततः एक कर्ज़ ही सहारा होता है और उसे न चाहते हुए भी मजबूरी में  लेना पड़ता है। आज भले ही हमारी सरकार किसानों के लिए तमाम बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध करवा रही हो उसके बावजूद आज भी लोगों को प्राइवेट यानी साहूकारों का सहारा लेना पड़ता है कभी- कभी तो घर गृहस्थी चलाने में घर के सारे जेवर और खेती तक गिरवी रख देना या बेच देना पड़ता है। मध्यम वर्ग का किसान वह होता है जिसके पास 2 से ढाई एकड़ भूमि होती है। इनमें वह लोग आते हैं जिनके घर में बाहर से आमदनी का थोड़ा बहुत जरिया होता है। वह बाहरी कमाई को खेती में लगाकर खेती से पैदा होने वाले अनाज से अपना पेट भर लेता हैं और किसी तरह घर गृहस्थी चला लेते हैं। तीसरा उच्च किसान वह होता है जिसके पास दो से 4-5 एकड़ या उससे अधिक भूमि होती है।खेती में सबसे छोटे किसान को जहां अपनी लागत पूंजी बचाना मुश्किल हो जाता है वही मध्यमवर्ग के किसानों  का हानि लाभ बराबर रहता है बशर्ते उसकी फसल देवी प्रकोप एवं अन्य किसी प्रकार से बच जाए। कहने का मतलब है कि खेती से लाभ 2 एकड़  से अधिक भूमि वाले किसानों को ही औसत मिल सकता है और वहीं व्यवसायिक खेती भी कर सकते हैं।यही कारण है कि  छोटे एवं मध्यम वर्ग के किसानों की हालत आज भी दयनीय बनी हुई है क्योंकि खेती की लागत दिनोंदिन बढ़ती जा रही है और दैवी प्रकोप ही नहीं जंगली एवं आवारा पशुओं से बरबादी का खतरा बढ़ता जा रहा है।जलवायु परिवर्तन के चलते करीब-करीब हर साल किसान को बाढ़ तूफान सूखा बीमारी का सामना करना पड़ता है ऐसी हालत में महंगी पूंजी लगाकर  उसे वापस करने में उसे लाले लग जाते हैं। आज छोटे एवं मध्यम वर्ग के जो किसान मजदूर के सहारे खेती करते हैं उन्हें तेजी से बढ़ती मजदूरी के साथ ही साथ महंगी दवाइयों बीजों जुताई खाद पानी का भी सामना करना पड़ रहा है। धान की एक दो बीघा खेती करने के लिए आज की तारीख में कम से डेढ़ से दो हजार रुपए लग जाते हैं इसके बाद खाद दवा पानी के नाम पर भी डेढ़ से दो हजार रुपए लग जाते हैं। इस तरह कुल मिलाकर पांच हजार रुपए के आसपास लग जाते हैं जबकि 3 से 5 कुंटल ज्यादा पैदावार नहीं हो पाती है जबकि साधन संपन्न बड़े किसानों को कम लागत में अच्छी पैदावार मिल जाती है जिससे उनकी हालत सुधर जाती है। छोटे किसानों को लागत अधिक लगानी पड़ती है लेकिन फायदा उन्हें नहीं होता है क्योंकि वह साधन के अभाव में न तो समय पर जुताई बुवाई करा पाते हैं और न ही निकाई  दवाई बीज सिंचाई ही कर पाते हैं। समय पर जुताई बुआई सिंचाई निकाई दवाई खाद पानी उपलब्ध न हो पाने के कारण उसकी हालत पतली रहती है। हमारी सरकार द्वारा किसानों की आमदनी दूनी करने का बीड़ा उठाया गया है साथ ही किसान सम्मान योजना की शुरुआत भी की गई है जिसका लाभ चुनाव के पहले ही तमाम भाग्यशाली किसानों को बिना किसी दौड़भाग के एक नहीं दो दो किस्त के रूप में मिल चुका है लेकिन जो किसान प्रधानमंत्री की सम्मान योजना से वंचित रह गए हैं अब उन्हें अपना पंजीकरण कराने के लिए इधर उधर नामित अधिकारियों कर्मचारियों के पास दौड़ना पड़ा रहा है। किसान को देश की रीढ़ माना जाता है इसलिए छोटे किसानों के वजूद को बचाए रखना राष्ट्रहित में जरूरी है क्योंकि उसी बेवश बेचारे  किसान के त्याग बलिदान के बल पर देश हरा भरा सोन चिर्रैया जैसा बना हुआ है और जय जवान जय किसान कहा जाता है।


गैस सिलेंडर पर ₹100 की कटौती:चंडीगढ़

चंडीगढ़ ! गैस उपभोक्ताओं को बड़ी राहत देते हुए इंडियन ऑइल कॉरपोरेशन ने बिना सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर के दामों में कटौती की है। एलपीजी सिलेंडर की कीमत में बुधवार को 62.50 रुपये की कटौती की गई। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमतें कम होने से दाम कम किए गए हैं। इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन ने कहा कि बिना सब्सिडी या बाजार कीमत वाले एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमत 574.50 रुपये प्रति सिलेंडर होगी। ग्राहकों को बिना सब्सिडी वाले सिलेंडर का उपयोग सब्सिडी वाले 12 सिलेंडर का कोटा खत्म होने के बाद करना होता है। कंपनी के अनुसार इससे पहले जुलाई की शुरुआत में बिना सब्सिडी वाले एलपीजी की कीमत में 100.50 रुपये प्रति सिलेंडर की कटौती की गई थी।


बता दें कि जुलाई में बिना सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडर की कीमत 163 रुपये कम हुई है। बिना सब्सिडी वाले घरेलू गैस सिलेंडर का दाम घटने का असर सब्सिडी वाला गैस सिलेंडर लेते समय किए जाने वाले भुगतान पर भी पड़ेगा। उपभोक्ता को अगस्त में 14.2 किलो का सब्सिडी वाला गैस सिलेंडर लेते समय अब 574.50 रुपये का भुगतान करना होगा। जुलाई में इसके लिये 637 रुपये चुकाने पड़ते थे।


40 हजार में किया नवजात शिशु का सौदा

सहारनपुर ! शहर के नंद विहार कॉलोनी में सोमवार रात पैदा हुए नवजात शिशु का सौदा मोहल्ले की ही एक महिला ने चालीस हजार रुपये में कर दिया। इतना ही नहीं मंगलवार शाम बच्चा गायब कर अफवाह फैला दी। कहा कि बच्चे को बंदर उठाकर ले गए। जब मामला पुलिस के पास पहुंचा तो पुलिस की टीम भी जांच पड़ताल में जुट गई। पुलिस ने दस घंटे की मशक्‍कत के बाद बच्‍चे को मोहल्‍ले की एक महिला के पास से बरामद कर लिया। यह महिला नवजात को हरियाणा में रहने वाली अपनी बहन को देने वाली थी। पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।कोतवाली नगर की नंद विहार कॉलोनी निवासी रविंद्र कुमार जो कि चाय की दुकान पर काम करता है। सोमवार रात उनकी पत्नी बॉबी ने स्वस्थ पुत्र को जन्म दिया। परिवार में खुशी का माहौल था, लेकिन यह खुशी मंगलवार शाम 5:00 बजे उस समय काफूर हो गई, जब घर से नवजात शिशु गायब हो गया। पूरा परिवार सदमे में आ गया। असल में शहर के ही नुमाइश कैंप की रहने वाली एक महिला रेनू धीमान ने बच्चे को नंद विहार की रहने वाली एक अन्‍य महिला रितु को चालीस हजार रुपये की सौदेबाजी के बाद सौंप दिया था।एसओ कोतवाली नगर वीरेश पाल गिरी ने बताया कि जांच पड़ताल में पता चला कि बचचे को चुराने वाली महिला रेनू ने चालीस हजार रुपये में नवजात का सौदा किया था। रुपये देकर बच्‍चे को लेने वाली महिला रितु नवजात को हरियाणा के करनाल में रह रही अपनी बहन पूजा को देने वाली थी। पूजा चार बेटियों की मां है। बुधवार सुबह बच्चा लेने के लिए पूजा का पति कुलदीप सहारनपुर पहुंचा ही था कि तभी पुलिस ने रितु की गोद से बच्चे को बरामद कर लिया। पुलिस ने इस मामले में कुलदीप, रितु और रेनू को गिरफ्तार कर लिया गया है। बच्चा स्वस्थ है और उसकी मां को सौंप दिया गया!


यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...