बुधवार, 24 जुलाई 2019

कावड़-यात्रा के लिए जिलाधिकारी से आग्रह

गाज़ियाबाद ! नवयुक्त जिलाधिकारी श्री अजय शंकर पाण्डेय से नगर निगम के पार्षद सरदार सिंह भाटी, पूर्व पार्षद योगेश चौधरी, पार्षद तेजपाल राणा, रवि भाटी प्रदेश मंत्री, कालीचरण पहलवान, दीपक ठाकुर, अरुण पण्डित, साहिल ठाकुर  एवम भाजपा पदाधिकारीओ का एक दल जिलाधिकारी से मिला l पार्षदों ने कावड़ियों की व्यवस्था को लेकर जिलाधिकारी से मिलकर गाज़ियाबाद में लग रहे कावड़ शिविरों में चिकित्सा व्यवस्था सुचारु रूप से हो और सभी मुख्य मार्ग पर एम्बुलेंस की व्यवस्था होनी चाहिए! कावड़ शिविरों में डॉक्टरों की व्यवस्था हो! कावड़ियों के रुकने के लिए प्रशासन की तरफ से अच्छी व्यवस्था हो!  वहा जलपान की व्यवस्था होनी चाहिए,आदि कावड़ियों से सम्बंधित सुविधाओं के लिए जिलाधिकारी से मिलकर आग्रह किया गया l जिला अधिकारी ने सभी को आश्वस्त करते हुए कहा आप निश्चिंत रहें! यह सब सुविधाएं पूर्ववत लागू की गई है!


केंद्र भवनों की स्थिति अत्यंत जर्जर

संवाददाता-विवेक चौबे


गढ़वा ! आँगन बाड़ी केंद्र भवन है,किन्तु जर्जर स्थिति में,कांडी प्रखण्ड क्षेत्र स्‍थित रानाडीह पंचायत के ग्राम-रामबांध की यह दशा है।पंचायत मुखिया-कृष्णा दास ने जब केंद्र का औचक निरीक्षण किया,तो पाया की सेविका अपने निजी आवास पर ही केंद्र का संचालन कर रही थी।जब मुखिया ने इसका कारण पूछा तो सेविका-मंजू देवी ने बताया की केंद्र भवन तो है,किन्तु जर्जर स्थिति में है।केंद्र भवन में बच्चों को पढ़ाना, दुर्घटना का आमन्त्रण देना है।ग्रामीणों ने मुखिया से अनुरोध किया की केंद्र को चलाने में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।इस स्थिति में मुखिया द्वारा ग्रामीण जनता के अनुरोध पर उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय के एक कमरा,जो खाली पड़ा था,उसमें उक्त आंगनबाड़ी केंद्र (55) राम बांध के सेविका-मंजू देवी को कमरे का चाबी देकर कार्य संचालन की जिम्मेवारी सौंपी गयी।उक्त विषय के सन्दर्भ में मुखिया-कृष्णा दास ने जानकारी दी। बताया की उक्त आँगन बाड़ी केंद्र सेविका के निजी आवास पर ही संचालन किया जा रहा था।निजी आवास पर चलाए जा रहे केंद्र के कारण सभी बच्चों की उपस्थिति नहीं हो पाती थी व सेविका भी अपने गृह-कार्य में व्यस्त हो जाती थी।उत्पन्न हो रहे समस्या को देखते हुए व बच्चों की भविष्य की चिंता करते हुए कृष्णा दास ने उक्त विद्यालय के खाली कमरे में केंद्र चलाने को कहा।सेविका मंजू देवी ने कहा की दो दिन के भीतर विद्यालय के कमरे में सभी उपयोगी सामग्री सिमट कर विभाग को सादर सुचना कर दूंगी।बता दें की शिक्षक-करंजु पाल की उपस्थिति में विद्यालय के खाली कमरे की चाबी सौंपी गयी।मौके पर-सहायिका-शोभा देवी,धर्मदेव पाल, सीताराम पाल, ब्रह्मदेव पाल,बिरेन्द्र चंद्रवंशी सहित अन्य ग्रामीण भी उपस्थित थे।


भाकियू:अवैध कामों के खिलाफ रहेगी

पुरकाजी में बाबर की अवैध सम्पत्तियों पर और कांटो व कबाड़ी के काम मे लाखों की GST चोरी पर जल्दी होगी बड़ी कार्यवाही


बागपत ! पुरकाजी में भाकियू की एक अहम मीटिंग भाकियू के पूर्व नगर अध्यक्ष रियासत खलीफा के आवास पर हुई किसानों ने खेतो में लाईन नीची होने से फसलें जलने और ट्यूबवेल कनेक्शन पर लाइट ना देने का मुद्दा उठाया रियासत खलीफा ने कहा कि बाबर कबाड़ी जैसे लोग समाज पर कलंक है! इन्होंने गोयल पेट्रोल पंप से आगे मस्जिद की करोड़ो रुपयों की ज़मीन अवैध तरीके से कब्ज़ा रखी है! जिसके दस्तावेज निकलवाये गए हैं! भूमाफियाओं की तरह ज़मीन कब्जाई गयी है कबाड़ी के कामो ओर कांटो में लाखों रुपयों की हर महीने GST चोरी की जा रही है किसी ओर के नाम की GST पर अवैध कारोबार किया जा रहा है !इस सम्बंध में GST के बड़े अधिकारियों से वार्ता की गई है! कावड़ बाद बहुत जल्दी छापेमारी की कार्यवाही होने की उम्मीद है जावेद पिलरवे द्वारा किये गए बैंक घोटालों की भी जानकारी ली गयी है !सुबह सुबह जंगलों के रास्ते काँटे निकाले जा रहे हैं! सब अवैध कामो की जल्दी ही वीडियो सार्वजनिक होने की उम्मीद है! खलीफा ने कहा कि ऐसे घटिया काम करने वालो से कौम का नाम बदनाम होता है ! भाकियू अवैध कामो का पुरजोर विरोध करेगी!


पतंजलि के सभी उत्पादन किए सीज

रामदेव को लगा बड़ा झटका
पतंजलि के सभी नूडल्स पर खाड़ी देशों में तत्काल प्रभाव से रोक


नई दिल्ली ! खाड़ी देश कतर में बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि के सभी उत्पादों पर लगी रोक । कतर में पतंजलि का लाइसेंस भी तुरंत प्रभाव से हुआ रद्द । पतंजलि के सभी स्टोर सरकार की निगरानी में सील किये गए । अन्य सभी खुदरा दुकानों पर रखे पतंजलि के सामान को स्वयं दुकानदार द्वारा तीन दिन में नष्ट करने का आदेश । करीब करीब सभी उत्पादों में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा तय मानकों से कहीं अधिक मात्रा में अत्यंत खतरनाक स्तर के रसायन पाए गए । जबकि बाबा हमेशा यह दावा करते हैं कि उनके उत्पाद मिलावट रहित व एकदम शुद्ध हैं । भारत में बाबा मिडिया व सरकार से मिलीभगत करके स्वदेशी के नाम पर लोगों की भावनाओं से खिलवाड़ करके अपना व्यापार खूब चमका रहे हैं! लेकिन कतर जैसे विकसित और समृद्ध देश में बाबा की दाल नहीं गली।


राजस्थान सरकार स्थिरता से भटकी

जयपुर। कर्नाटक में कांग्रेस समर्थित सरकार गिरने के बाद राजस्थान में रेड अलर्ट जैसा माहौल है।  यहां बीजेपी नेताओं ने तो अपने सोशल मीडिया एकाउंट कर्नाटक सरकार गिरते ही “अब राजस्थान,एमपी की बारी” वाक्य से रंग दिए है। हालांकि यहां बीजेपी बहुमत से बहुत पीछे है। यहां बसपा के 6 विधायक भी कांग्रेस के साथ हैं। ऐसे में बीजेपी यहाँ सरकार तो नहीं बना सकती लेकिन कांग्रेस को अल्पमत में ला सकती है। दो सौ सीट वाली इस विधानसभा में बीजेपी की 73 सीट हैं। कांग्रेस 100,आरएलडी एक,निर्दलीय 13,आरएलपी 3,सीपीआईएम दो व बीटीपी की दी सीट हैं। ऐसे में अगर सरकार से 15 विधायक भी निकल गए तो संकट तय है। वैसे भी 101 बहुमत वाली इस सरकार में कांग्रेस के पेवर 100 विधायक हैं। एक सीट कांग्रेस ने आरएलडी को समझौते में दी थी। ऐसे में 101 का पूरा बहुमत जबकि बसपा सहित 20 अन्य साथ हैं। ऐसे में बीजेपी के लिए खेल ज्यादा कठिन नहीं। बताया जा रहा है कि अक्टूम्बर के बाद दिल्ली सहित 4 राज्यों के चुनाव के बाद यहां राजनीतिक संकट उत्पन्न हो सकता है। 2020 शायद कांग्रेस सरकार के लिए संकट भरा होगा। 2019 की दीवाली शायद ये सरकार मना लेगी। सूत्रों की मानें तो मोदी के दूतों ने राजस्थान का खाका खेंच लिया है। मंत्री
 नहीं बनने से नाराज़ कई विधायक तैयार किये जा रहे बताए।
सुना तो ये भी जा रहा है कि मानमनुहार शुरू हो गई है। संकट बड़ा है,दोनों तरफ के रणनीतिकारों ने अपने अपने तरकश से तीर निकाल लिए हैं।


दहेज देना और लेना दोनों अपराध

राजस्थान में पहली बार दहेज देने वाले दुलहन के पिता के खिलाफ केस दर्ज हुआ है
शख्स ने दामाद पर दहेज लेने और बेटी का उत्पीड़न करने को लेकर केस दर्ज कराया था
रामलाल ने बताया कि उन्होंने लिफाफे के भीतर 1 लाख रुपये रखकर शादी के दौरान दूल्हे को दिए थे



जोधपुर ! राजस्थान में पहली बार मेट्रोपॉलिटन मैजिस्ट्रेट की अदालत ने सोमवार को पुलिस को निर्देश दिया कि वह दहेज देने वाले दुलहन के पिता के खिलाफ केस दर्ज करें। बता दें कि शख्स ने अपने दामाद और उसके परिवारवालों के खिलाफ दहेज लेने और उनकी बेटी का उत्पीड़न करने को लेकर केस दर्ज कराया था, जिसके कुछ वर्षों बाद यह मामला सामने आया।


रिटायर हो चुके रामलाल ने अपनी बेटी के ससुरालवालों के खिलाफ वर्ष 2017 में दहेज और उत्पीड़न का मामला दर्ज कराया था। बता दें कि उसकी शादी एक सरकारी शिक्षक जेठमल के सॉफ्यवेयर इंजिनियर बेटे कैलाश के साथ हुई थी। रामलाल ने जोर देकर बताया कि उन्होंने एक लिफाफे के भीतर 1 लाख रुपये रखकर शादी के दौरान दूल्हे को दिए थे। इस पर जेठमल ने कोर्ट से अपील की कि रामलाल के खिलाफ दहेज देने के मामले में केस दर्ज किया जाए। लड़के पक्ष के वकील ब्रजेश पारीक ने कहा, 'बहस के दौरान रामलाल ने जोर देकर कहा कि उन्होंने अपनी बेटी की शादी के वक्त दहेज दिया था। लेकिन हम कहते हैं कि यदि दहेज लेना अपराध है तो दहेज देना भी अपराध की श्रेणी में आता है। हमने कोर्ट से अनुरोध किया कि वह पुलिस को रामलाल के खिलाफ दहेज देने के मामले में केस दर्ज करने का निर्देश दे।'
इस अनुरोध को स्वीकार करते हुए मैजिस्ट्रेट ऋचा चौधरी ने पुलिस को रामलाल के खिलाफ केस दर्ज करने के निर्देश दे दिए। रामलाल ने अपनी शिकायत में कहा था, 'शादी के बाद, कैलाश अपनी पत्नी को छोड़कर नोएडा चला गया और सॉफ्टवेयर इंजिनियर के रूप में अपनी नौकरी जारी रखी। जब मैं अपनी बेटी को नोएडा लाया तो कैलाश ने उसे स्वीकार नहीं किया और हम दोनों को भगा दिया।'


उन्होंने आरोप लगाते हुए आगे कहा कि बेटी के ससुरालवालों ने दहेज के नाम पर उसका उत्पीड़न किया और अपने पति के साथ भी नहीं रहने दिया। उन्होंने कहा कि बेटी के ससुर उसके प्रति गलत भाव रखते थे। पुलिस ने मामले में जांच पूरी कर कोर्ट में चार्जशीट दायर कर दी है, जहां पर दोनों पक्षों में बहस जारी है। प्रतीक ने कहा कि यह पहला मौका है जब हिंदू मैरेज ऐक्ट की धारा 3 के तहत दहेज के मामले में दहेज देने वाले शख्स के खिलाफ केस दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं।


अखिलेश पर बिल्डर की मदद का आरोप

करोड़ों की जमीन हड़पे जाने के मामले में-
 अखिलेश यादव पर बिल्डर्स की मदद करने का लगा आरोप, हाईकोर्ट ने सरकार से मांगा जवाब।


लखनऊ पुलिस की भूमिका भी संदिग्ध-याची की मांग मामले की हो सीबीआई जांच।


लखनऊ ! प्रतिष्ठित कारोबारी डीपी बुद्धराजा द्वारा करोड़ों की जमीन हड़पे जाने की 11 जून को लिखाई गई एफआईआर में गोसाईगंज थाने की अहमामऊ चौकी के इंचार्ज द्वारा मात्र 18 दिन में एफआर (फाइनल रिपोर्ट) लगाए जाने के मामले में इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ बेंच ने राज्य सरकार से पूछा है कि फाइनल रिपोर्ट लगाने की इतनी जल्दी क्या थी और क्या मामले की निष्पक्ष विवेचना हुई है। डीपी बुद्धराजा की याचिका पर न्यायमूर्ति मुनीश्वर नाथ भंडारी एवं न्यायमूर्ति विकास कुंवर श्रीवास्तव की खंडपीठ ने अपर महाधिवक्ता वीके शाही को सरकार से जवाब लेकर 5 अगस्त को दाखिल करने को कहा है।
     बताते चलें कि इस मामले में बुद्धराजा के प्रार्थना पत्र पर आईजी (कानून-व्यवस्था) प्रवीण कुमार ने लखनऊ पुलिस को 2 फरवरी को कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए थे। एसएसपी कलानिधि नैथानी ने इसकी जांच सीओ बीकेटी बीनू सिंह को सौंपी थी, करीब 4 महीने की लंबी जांच के बाद सीओ की रिपोर्ट के आधार पर 11 जून को गोसाईगंज थाने में एमआई बिल्डर्स के कादिर अली व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के करीबी लवी अग्रवाल उर्फ लवी कबीर एवं 4-5 अज्ञात लोगों के खिलाफ पुलिस ने कई धाराओं के तहत रिपोर्ट तो दर्ज कर ली परन्तु विवेचनाधिकारी अहमामऊ चौकी इंचार्ज वीके सिंह ने सीओ की जांच को धता बताते हुए मात्र 18 दिनों में ही न्यायालय में एफआर रिपोर्ट भेज दी। मजे की बात यह है कि एफआईआर दर्ज होने के बाद इस मामले में पूर्व मंत्री सांसद एसपी सिंह बघेल ने भी एसएसपी से कार्यवाही के लिए कहा था तथा अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) पीवी रामाशासत्री ने‌ एफआईआर दर्ज किए जाने में हुई देरी का जवाब मांगते हुए समयबद्ध ढंग से जांच किए जाने के लखनऊ पुलिस को निर्देश भी दिए थे। बुद्धराजा ने एसएसपी व एएसपी (ग्रामीण) विक्रांत वीर से मिलकर भी न्याय की गुहार लगाई थी। लखनऊ पुलिस के इसी रवैय्ये के चलते बुद्धराजा ने मामले की सीबीआई से जांच कराए जाने की हाईकोर्ट से अपील की है।इस मामले का एक दिलचस्प पहलू यह भी है कि पूर्व मुख्यमंत्री का करीबी नामजद आरोपी लवी अग्रवाल एफआईआर दर्ज होने की भनक लगते ही "गायब" हो गया , उसके मुंबई या विदेश होने की बात कही जा रही है फिर भी पुलिस ने एफआर रिपोर्ट न्यायालय में भेज दी। विवेचनाधिकारी बुद्धराजा से कहता रहा कि मामले की जांच जारी है जल्द ही आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई होगी।


प्लास्टिक कचरा पैदा करने वाला देश बना 'भारत'

प्लास्टिक कचरा पैदा करने वाला देश बना 'भारत'  डॉक्टर सुभाषचंद्र गहलोत  नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। आपने कभी सोचा है कि आपका चाय-समोसा ख...