सोमवार, 22 जुलाई 2019

पूर्व विधायक के घर चोरी,कुछ नहीं छोड़ा

सोनीपत ! सोनीपत के पूर्व विधायक देवराज दीवान के घर में घुसकर चोर 10 लाख रुपए से अधिक के सोने-चांदी के जेवर व नकदी चुराकर ले गए। चोरों ने दिनदहाड़े सेक्टर-14 स्थित घर में इस वारदात को अंजाम दिया। पकड़े जाने से बचने के लिए वे वहां लगे सीसीटीवी की डीवीआर भी साथ ले गए। घटना के समय विधायक का बेटा फार्म हाउस पर गया था और बहू अपने बेटे को लेकर डॉक्टर के पास गई थी। इसी दौरान पीछे के दरवाजे का ताला तोड़कर वारदात को अंजाम दिया गया। सिविल लाइन थाना पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
पूर्व विधायक एवं कांग्रेसी नेता देवराज दीवान के बेटे ललित दीवान सेक्टर-14 में रहते हैं। ललित दोपहर बाद फार्म हाउस पर चले गए थे। उनकी पत्नी गीतांजलि ने साढ़े तीन बजे बड़े बेटे को ट्यूशन के लिए भेज दिया और वह छोटे बेटे को लेकर दांतोंं के डॉक्टर के पास चैकअप के लिए चली गई। गीतांजलि करीब साढ़े पांच बजे लौटी तो मकान में सामान बिखरा पाया। जांच करने पर पता चला कि अलमारी के अंदर रखे सोने-चांदी के आभूषण व नकदी गायब थे। उन्होंने मामले की सूचना परिवार के अन्य सदस्यों को दी, जिसके बाद परिवार के सदस्य व पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे। बताया जा रहा है कि चोर घर से 10 लाख रुपए से अधिक के आभूषण व नकदी ले गए हैं। इस मामले की जांच कर रहे असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर जसबीर सिंह ने बताया कि सेक्टर 14 स्थित देवराज दीवान के मकान में चोरी हुई है। अलग-अलग धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। चोरों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।


बेजुबानों की शामत,बदजुबानों पर रहमत

 बेजुबानों पर शामत,बदजुबानो पर रहमत,यही है सरकार की शियासत
लगातार विवादित रहने के बाद भी क्यों जमे हैं भृष्ट अधिकारी।


ललित श्रीवास्तव


नरसिंहपुर ! मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार जब से सत्ता में आई है,तबसे ताबड़तोड़ तबादलों का दौर जारी है,विपक्ष द्वारा इस प्रक्रिया को तबादला उधोग का नाम दिया गया है,इन तबादलों की गति और कार्यशैली ऐंसी रही कि कई स्थानों पर तो खोजी कुत्तों के भी तबादले कर दिए गए और कहीं तो एक ही अधिकारी के चार चार बार तबादलों की खबरें भी सामने आईं,यह चमत्कारिक तबादला कार्यक्रम यहीं नही रुका एक स्थान पर तो सचिव की जगह सरपंच का भी ट्रांसफर कर दिया गया, लेकिन नरसिंहपुर में मामला बिल्कुल उलट है,यहाँ बीते दिनों नगर पालिका के बाबुओं के भी ट्रांसफर कर दिए गए,और ट्रांसफर कर दूर दराज के जिलों में फेंक दिया गया,अब इसे तबादला नीति कहें या बदला नीति यह विचार करने का विषय है,लेकिन इतने भीषण तबादलों के बाबजूद भी वर्षों से विवादित अधिकारियों पर सरकार और जिले के जनप्रतिनिधियों की कौन सी कृपा या लगाव है यह शासन प्रशासन पर प्रश्नचिन्ह है...
आखिर क्यों डटे हैं,बदजुबान अधिकारी
जिले के लोक निर्माण विभाग अधिकारी आदित्य सोनी की कार्यशैली से अब पूरा जिला वाकिफ हो चुका है,अपनी विवादित एवं लापरवाह कार्यशैली के चलते चारों ओर यह अधिकारी निंदा के पात्र भी बने हुए हैं,लोक निर्माण विभाग अधिकारी के कार्यकाल में कराए गए निर्माण कार्यों की बात करें तो गुणवत्ता के नाम पर अधिकांश निर्माण कार्य ठप्प ही साबित होंगे,फिर चाहे वह शहर में बनी सड़कें हों,दशहरा मैदान का स्टेडियम ग्राउंड हो या फिर अन्य कार्य,अनेक स्थानों पर तो पिछले पांच वर्षों में कई बार निर्माण कार्यों को उधेड़कर नवीन निर्माण कार्य कर दिए गए,अपने चहेते ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने के लिए बागौर टेंडर के निर्माण कार्यों के ठेके दे दिए गए,ऐंसे अनेक कारनामों से सोनी का विरोध होता रहा है,विगत दिवस कांग्रेस के युवा कार्यकर्ताओं से भी बदजुबानी से बात करने के चलते केलेंक्टर महोदय एवं स्थानीय लोगों द्वारा ई ओ सोनी पर आक्रोश व्यक्त किया गया था,कार्यकर्ताओं से बदसलूकी करते हुए उन्होंने कहा कि भाड़ में जाये आपका नरसिंहपुर और यहाँ के भाजपा-कांग्रेस के नेता, मेरा कुछ नही बिगाड़ सकते! इस प्रकार खुलेआम यह अधिकारी जिलेवासियों एवं जनप्रतिनिधियों को खुली चेतावनी देता रहा,लेकिन किसी की आंखे नही खुली! जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों के संरक्षण से ही सम्भव है! जो इतनी बदजुबानी के बाद भी ऐंसे लापरवाह अधिकारी कुर्सी से चिपके हुए हैं।
सोचने बाली बात तो यह है कि जिस प्रदेश में बेजुबान कुत्तों समेत छोटे-छोटे बाबुओं के भी तबादले किये जा रहे हैं,उसी प्रदेश में एक बदजुबान अधिकारी आखिर किसके संरक्षण में जिले को चुनौती दे रहा है।


उप प्रमुख समेत 20 पर मामले दर्ज

उपप्रमुख समेत 20 पर तोड़फोड़ मामले में केस



मोतिहारी ! ढाका में बाढ़ प्रभावितों द्वारा कार्यालयों में की गयी तोड़फोड़, रोड़ेबाजी, अधिकारियों व कर्मियों के साथ धक्का मुक्की करने आदि मामले में उप प्रमुख आदित्य नारायण झा, बड़हरवा सीवन पंचायत के मुखिया इन्दल साह, पंसस पन्नालाल राय, वार्ड सदस्य रीतेश रंजन उर्फ ज्ञानी, जसवंत सिंह सहित बीस व्यक्तियों को नामजद किया गया है। वहीं करीब एक हजार अज्ञात को अभियुक्त बनाया गया है।


सीओ अशोक कुमार द्वारा दर्ज करायी प्राथमिकी में इनलोगों के अतिरिक्त जटवलिया के विक्की कुमार, गवन्द्री के सरपंच पति मोनाजीर, शेख खैरातु, रक्सा के वलीउल्लाह, मो. सगीर, बुधिया खातून, जमीला खातून, बालकेसी देवी, रबिया खातून, मुड़ली गांव के निजामुदीन, शब्बीर आलम, सोनेलाल साह, रविन्द्र साह, सजीम अंसारी, जब्बार अंसारी को नामजद किया गया है। डीएसपी आलोक कुमार सिंह ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज व वीडियो से व्यक्तियों की पहचान की जा रही है। थानाध्यक्ष अजय कुमार ने बताया कि नामजद अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई हो रही है।


सीलिंग के बाद फैक्ट्रियो का संचालन क्यों

गाजियाबाद ! थाना लोनी बॉर्डर क्षेत्र स्‍थित आर्य नगर में आज  दोपहर प्रशासनिक टीम ने एनजीटी का उल्लंघन कर रही पानी में जहर घोलने वाली एवं अंधाधुंध जल दोहन कर रही लगभग आधा दर्जन  जींस रंगाई की इकाइयों पर सीलिंग की कार्रवाई की !जब एक प्रशासनिक अधिकारी से इस बाबत पूछा गया! सर आज कोई आर्य नगर में सीलिंग की कार्रवाई हुई है! तो उनका कहना था कि आज कोई सीलिंग की कार्रवाई नहीं हुई है! बेहटा हाजीपुर नहर रोड पर अतिक्रमण हटाया गया है, एवं  रोड़ी डस्ट का कार्य करने वालों पर जुर्माना लगाया गया है !सूत्रों के अनुसार जींस रंगाई फैक्ट्री मालिकों को नगर पालिका मिलने के लिए बुलाया गया है !इसी प्रकार एक महीना पहले रूपनगर में भी सीलिंग की कार्रवाई करने के बाद अगले दिन खोल दी गई थी! अब देखना यह है कि क्या कार्रवाई होती है या पहले की तरह सील खोल दी जाएगी !


प्रमोद गर्ग


प्रेम -प्रसंग में अनुकूलता रहेगी :कुंभ

राशिफल 



मेष--- वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। अचानक किसी बड़े लाभ के योग हैं। नौकरी में प्रमोशन मिल सकता है। स्वास्थ्य अच्‍छा रहेगा। निवेश से लाभ होगा।



वृष----- लेन-देन में धोखा खा सकते हैं। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। दुष्टजनों से सावधान रहें। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। किसी लंबी यात्रा का कार्यक्रम बन सकता है। नए काम प्राप्त होंगे। कारोबार में वृद्धि होगी।


मिथुन----- किसी अनहोनी के होने की आशंका रहेगी। कोई अप्रत्याशित खर्च हो सकता है। आर्थिक स्थिति बिगड़ सकती है। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। चिंता तथा तनाव रहेंगे। जल्दबाजी में कोई निर्णय न लें। आय में निश्चितता रहेगी।


कर्क----- हित शत्रुओं से सावधान रहें। आर्थिक उन्नति के लिए नई योजना बनेगी। तत्काल लाभ नहीं मिलेगा। सामाजिक कार्य करने की प्रेरणा प्राप्त होगी। मान-सम्मान बढ़ेगा। नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। व्यापार अच्छा चलेगा।


सिंह----- वाहन, मशीनरी व अग्नि आदि के प्रयोग में सावधानी रखें। किसी भी तरह की उलझन में न पड़ें। भावना में बहकर कोई निर्णय न लें। विवाद की आशंका है। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। लाभ होगा।



कन्या -----लाभ के अवसर हाथ आएंगे। बाहर जाने का मन बनेगा। दांपत्य जीवन सुखमय व्यतीत होगा। कानूनी अड़चन दूर होगी। प्रसन्नता का माहौल रहेगा। चोट व रोग से बचें। व्यापार-व्यवसाय अच्‍छा चलेगा। मित्रों का सहयोग मिलेगा।


तुला---- किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। मनपसंद भोजन का आनंद प्राप्त होगा। विद्यार्थी वर्ग अपना कार्य लगन व उत्साह से कर पाएगा। संगीत इत्यादि में रुचि रहेगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। थकान रह सकती है।



वृश्चिक---- किसी पुराने रोग से परेशानी हो सकती है। छोटी-मोटी यात्रा हो सकती है। किसी विवाद में विजय प्राप्त होगी। पूजा-पाठ में मन लगेगा। पारिवारिक सहयोग प्राप्त होगा। घर-बाहर प्रसन्नता का वातावरण रहेगा। धनार्जन होगा।


धनु -----शत्रु नतमस्तक होंगे। विवाद न करें। भूमि व भवन संबंधी कार्य लाभदायक रहेंगे। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। कारोबार में वृद्धि होगी। पार्टनरों का सहयोग प्राप्त होगा। जीवन सुखमय व्यतीत होगा। जल्दबाजी न करें।


मकर----- सुख के साधन जुटेंगे। प्रयास सफल रहेंगे। रिश्तेदारों तथा मित्रों का सहयोग कर पाएंगे। पराक्रम व प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। किसी बड़े कार्य को करने की इच्छा जागृत होगी। व्यस्तता रहेगी। जीवन सुखद व्यतीत होगा। प्रमाद न करें।


कुंभ ----प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। दूर से शुभ समाचार की प्राप्ति होगी। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। किसी बड़े कार्य को करने की प्रेरणा प्राप्त होगी। घर में अतिथियों का आगमन होगा। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। नौकरी में सहकर्मी सहयोग करेंगे।


मीन--- किसी पुराने रोग के उभरने की आशंका है। किसी भी तरह की बहस में हिस्सा न लें। कोई दु:खद समाचार की प्राप्ति संभव है। अपेक्षित कार्य में अड़चन आ सकती है। भागदौड़ रहेगी। बेचैनी रहेगी। व्यापार ठीक चलेगा। जोखिम न लें।


नाशपाती के औषधीय गुण

नाशपाती (अंग्रेजी: Pear ; वानस्पतिक नाम :) एक फल है। नाशपाती भी सेब से जुड़ा एक उप-अम्लीय फल है, लेकिन इसमें शर्करा अधिक तथा अम्ल कम पाया जाता है। यह मूल रूप से उत्तरी अफ्रीका, पश्चिमी यूरोप का निवासी था और पूर्वी जंबुद्वीप तक इसका विस्तार हुआ करता था। यह एक मध्यम ऊंचाई का पेड़ होता है जो 10–17 मीटर (33–56 फीट) तक पहुंचता है, प्रायः ऊपर ऊंचा, संकरा किरीट आकार होता है। इसकी कुछ प्रजातियां झाड़ रूपी भी होती हैं, जिनकी ऊंचाई अधिक नहीं होती।


नाश्पाती
Pears.jpg
दो यूरोपियाई नाश्पाती की शाखा
Pear DS.jpg
नाश्पाती का अनुप्रस्थ काट
वैज्ञानिक वर्गीकरण
जगत:
पादप
अश्रेणीत:
सपुष्पक पौधा
अश्रेणीत:
एकबीजपत्री
अश्रेणीत:
रोज़िड
गण:
रोज़ेल्स
कुल:
रोज़ेशी
उपकुल:
ऍमिग्डालोडी[1]
गणजाति:
मालेई
उपगणजाति:
[:w:[Malinae
वंश:
पायरस
ली.
प्रजाति
लगभग ३० प्रजातियाँ; पाठ देखें।


इसकी पत्तियां एक एक करके दायें बाएं व्यवस्थित होती हैं व सीधी 2–12 सेन्टीमीटर (0.79–4.72 इंच) लम्बी, कुछ प्रजातियों में चमकदार हरी, तो कुछ अन्य प्रजातियों में घने रजतवर्णी रोयें से ढंकी हरी होती हैं। इनका आकार चौड़ा ओवल से लेकर संकरा भालानुमा भी होता है। अधिकतर नाश्पाती की प्रजातियाँ पर्णपाती होती हैं, किन्तु दक्षिण-पूर्वी एशिया में एक-दो प्रजातियां सदाबहार भी पायी जाती हैं। अधिकतर ठंड सहने वाली कुछ सख्त होती हैं, जिनमें शीत ऋतु में शून्य के नीचे 25 °से. (77 °फ़ै) से शून्य के नीचे 40 °से. (100 °फ़ै) तापमान सहने की क्षमता होती है। जो सदाबहार प्रजातियाँ होती हैं, उनकी क्षमता मात्र शून्य के नीचे 15 °से. (59 °फ़ै) ही होती है।


नाशपाती के औषधीय गुण :
नाशपाती में बहुत से विटामिन्स और खनिज होते हैं इसलिए इसको खाने से हमारे शरीर को विटामिन्स और आहारीय खनिजों की पूर्ति हो जाती है। नाशपाती में आहारीय रेशे की अच्छी मात्रा होती है, जोकि पाचन तन्त्र को मजबूत बनाता है। नाशपाती खाने से कब्ज ठीक हो जाती है|[2] [3]


 


शीर्ष दस उत्पादक
देश उत्पादन (टन मे) टिप्पणी
Flag of the People's Republic of China.svg चीनी जनवादी गणराज्य 12,625,000 F
Flag of Italy.svg इटली 840,516 
Flag of the United States.svg संयुक्त राज्य 799,180 
Flag of Spain.svg स्पेन 537,400 
Flag of Argentina.svg अर्जेण्टीना 520,000 F
Flag of South Korea (bordered).svg दक्षिण कोरिया 425,000 F
Flag of Turkey.svg तुर्की 349,420 
Flag of Japan.svg जापान 325,000 F
Flag of South Africa.svg दक्षिण अफ़्रीका 325,000 F
Flag of the Netherlands.svg नीदरलैंड 224,000 F
पुरे दुनिया मे 20,105,683 A


श्रावण मास के सोमवार की महिमा (व्रत)

एक समय श्री भूतनाथ महादेव जी मृत्युलोक में विहार की इच्छा करके माता पार्वती के साथ पधारे। विदर्भ देश की अमरावती नगरी जो कि सभी सुखों से परिपूर्ण थी, वहां पधारे! वहां के राजा द्वारा एक अत्यंत सुन्दर शिव मंदिर था, जहां वे रहने लगे। एक बार पार्वती जी ने चौसर खेलने की इच्छा की। तभी मंदिर में पुजारी के प्रवेश करने पर माताजी ने पूछा कि इस बाज़ी में किसकी जीत होगी? तो ब्राह्मण ने कहा कि महादेव जी की। लेकिन पार्वती जी जीत गयीं। तब ब्राह्मण को उन्होंने झूठ बोलने के अपराध में कोढ़ी होने का श्राप दिया। कई दिनों के पश्चात देवलोक की अपसराएं, उस मंदिर में पधारीं और उसे देखकर कारण पूछा. पुजारी ने निःसंकोच सब बताया। तब अप्सराओं ने ढाढस बंधाया और सोलह सोमवार के व्रत्र रखने को बताया। विधि पूछने पर उन्होंने विधि भी उपरोक्तानुसार बतायी! इससे शिवजी की कृपा से सारे मनोरथ पूर्ण हो जाते हैं। फ़िर अप्सराएं स्वर्ग को चलीं गयीं। ब्राह्मण ने सोमवारों का व्रत कर के रोगमुक्त होकर जीवन व्यतीत किया। कुछ दिन उपरांत शिव पार्वती जी के पधारने पर, पार्वती जी ने उसके रोगमुक्त होने का करण पूछा. तब ब्राह्मण ने सारी कथा बतायी! तब पार्वती जी ने भी यही व्रत किया और उनकी मनोकामना पूर्ण हुई। उनके रूठे पुत्र कार्तिकेय जी माता के आज्ञाकारी हुए! परन्तु कार्तिकेय जी ने अपने विचार परिवर्तन का कारण पूछा! तब पार्वती जी ने वही कथा उन्हें भी बतायी! तब स्वामी कार्तिकेय जी ने भी यही व्रत किया। उनकी भी इच्छा पूर्ण हुई। उनसे उनके मित्र ब्राह्मण ने पूछ कर यही व्रत किया। फ़िर वह ब्राह्मण विदेश गया और एक राज के यहां स्वयंवर में गया। वहां राजा ने प्रण किया था, कि एक हथिनी एक माला, जिस के गले में डालेगी, वह अपनी पुत्री उसी से विवाह करेगा। वहां शिव कृपा से हथिनी ने माला उस ब्राह्मण के गले में डाल दी। राजा ने उससे अपनी पुत्री का विवाह कर दिया। उस कन्या के पूछने पर ब्राह्मण ने उसे कथा बतायी! तब उस कन्या ने भी वही व्रत कर एक सुंदर पुत्र पाया। बाद में उस पुत्र ने भी यही व्रत किया और एक वृद्ध राजा का राज्य पाया। जब वह नया राजा सोमवार की पूजा करने गया, तो उसकी पत्नी अश्रद्धा होने से नहीं गयी। पूजा पूर्ण होने पर आकाश वाणी हुई, कि राजन इस कन्या को छोड़ दे, अन्यथा तेरा सर्वनाश हो जाये गा.अंत में उसने रानी को राज्य से निकाल दिया। वह रानी भूखी प्यासी रोती हुई दूसरे नगर में पहुंची! वहां एक बुढ़िया उसे मिली!


उसे एक बुढी औरत मिली जो धागे बनाती थी। उसी के साथ काम करने लगी पर दुसरे दिन जब वो धागा बेचने निकली तो अचानक तेज हवा चली और सारे धागे उड गए तो मालकिन ने गुस्से में आकर उसे कामसे निकाल दिया। फिर रोते फिरते वह एक तेली के घर पहुँची तेली ने उसे रख लिया पर भन्डार घर मे जाते हि तेल के बर्तन गिरगए और तेल बह गया तो उस तेली ने उसे घर से निकाल दिया। इस प्रकार सभी जगह से निकाले जाने के बाद वह एक सुन्दर वन मे पहुँची वहाँ के तलाब से पानी पीने के लिए जब बढी तो तालाब सुख गया थोडा पानी बचा जो कि कीटो से युक्त था। उसी पानी को पीकर वो एक वृक्ष के नीचे बैठ गई पर तुरंत उस वृक्ष के पत्ते झड़ गए। इस तरह वो जिस वृक्ष के नीचे से गुज़रती वह वृक्ष पत्तो से विहीन हो जाता ऐसे ही सारा वन ही सुखने को आया। यह देखकर कुछ चरवाह उस रानी को लेकर एक शिव मंदिर के पुजारी के पास ले गए। वहाँ रानीने पुजारी के आग्रह से सारी बात बतायी और सुन कर पुजारी ने कहा की तुम्हे शिव का श्राप लगा है। रानी ने विनती करके पुछा तो पुजारीने इसके निदान का उपाय बताया और सोमवार व्रत की बिधि बताई। रानी ने तन मन से व्रत पूरा किया और शिव की क्रिपा से सत्रहवे सोमवार को राजा का मन परिवर्तन हुआ। राजा ने रानी को ढुढने दूत भेजे। पता लगने के बाद राजा ने बुलावा भेजा पर पुजारी ने कहा राजा को स्वयं भेजो। इसपर राजा ने विचार किया और स्वयं पहुचे। रानी को लेकर दरवार पहुचे और उनका स्थान दिया। सम्पूर्ण शहर मे खुशियां मनायी गई राजा ने गरीबो को काफि दान दक्षिणा किया और शिव के परमभक्त होकर नियमपूर्वक 16 सोमवार का व्रत करने लगे और संसार के सारे सुख को भोगकर अंतमे शिवधाम गए। इस प्रकार जो भी मन लगाकर श्रद्धा पूर्वक नियमसे 16 सोमवार का ब्रत करेगा वह इस लोकमे परम सुख को प्राप्त कर अंत मे परलोक मे मुक्ति को प्राप्त होगा ।


यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...