मानसिक व शारीरिक दिव्यांग,शिक्षित शिक्षार्थियों के सुरक्षित भविष्य हेतु आयोजित आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यशाला गुड टच बेड टच अंतर्गत वात्सल्यमयी कार्यक्रम स्नेह संगम संपन्न
आगरा ! सामाजिक संस्था नव-प्रभात कृति झाँसी के तत्वाधान में अपराध मुक्त भारतीय राष्ट्र की परिकल्पना को साकार करने के उद्देश्य से अनवरत रूप से संचालित आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविरों की श्रंखला में महिला हेल्प लाइन वेदना एक-दर्द(आगरा) की महिला सदस्याओं द्वारा आश्रय मन्दबुद्धि संस्थान.,जंगजीत नगर.,राजपुर चुंगी.आगरा.! में मानसिक व शारीरिक दिव्यांग शिक्षार्थी जन जागृति आत्मरक्षा कार्यशाला गुड-टच बेड- टच का शुभारम्भ संस्था द्वारा सभी शिक्षार्थियों.,माता -पिता व् अध्यापक बन्धुओ सेशिक्षार्थी सजगता संग सुरक्षित भविष्य नीति अपनाने की दिशा मेंअनिवार्य रूप से गतिशील होने के आह्वान के साथ किया गया।कार्यशाला के अतिथिगण आश्रय स्थल संरक्षक अनिल जोसफ उपस्थित रहे! कार्यशाला की अध्यक्षता महिला हेल्प लाइन समूह अध्यक्षा कविता गुप्ता ने की।कार्यशाला में समूह संयोजिकाओ ने सभी आयु वर्ग के मासूम दिव्यांग छात्र-छात्राओं को हँसी खुशी डांस व शिक्षाप्रद लघु कहानियों संग खिलौना गुड़िया के माध्यम से गुड़ टच बेड टच बताते हुए अपराध व् अपराधी की मंशा को समझाया।
कार्यशाला में समूह संयोजिकाओ ने सभी शिक्षार्थियों को घर व् बाहर के नर पिशाची अपराधियो द्वारा किये जाने वाले गुड-टच बेड-टच,छेड़ छाड़, अभद्रता,अशिष्टता सम्बन्धी अपराध व् अपराधी की मंशा को समझाते हुए ज्वलनशील स्प्रे,मिर्ची पाउडर साथ में रखने के साथ साथ आपातकालीन सुरक्षा नंबर पुलिस विभाग-100.,चाइल्ड हेल्प लाइन-1098 को अनिवार्य रूप से याद रखने के लिए सभी को प्रोत्साहित किया।कार्यशाला में समूह संयोजिकाओ ने सभी छात्र-छात्राओं को अलग अलग समूह में विभक्त कर सुरक्षित रहने के संकल्प बिंदु समझाते हुए अपनी उम्र से छोटे छोटे बच्चो को जाग्रति प्रदान करने के लिए उत्साहवर्धित किया।
इस अवसर पर समूह संयोजिकाओ द्वारा सभी आयु वर्ग के शिक्षार्थियों को प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के साथ साथ उत्साहवर्धित,प्रोत्साहित करते हुए वात्सल्यमय कार्यक्रम स्नेह- संगम अंतर्गत चिप्स,बिस्कट,फल,मिठाई आदि देकर छोटी छोटी खुशिया प्रदान करने का लघु प्रयास भी किया गया।दिव्यांग शिक्षार्थी सशक्तिकरण कार्यशाला में अतिथिगण समूह संयोजिकाओ ने सभी को उदबोधित करते हुए कहा कि दिन प्रतिदिन मासूम बेटियो व् नारी अस्मिता से दुर्व्यवहार की घटनाओं की अधिकता के कारण दुष्कर्मी कुकर्मी होती भारतीय संस्कृति में अपने परिवार की मासूम बेटियो को बचा पाने की चाहत आज हर माता पिता की चिंता का प्रमुख कारक है। ऐसे समय में सभी माता पिता व् अध्यापक बन्धुओ का ये प्रमुख दायित्व है कि वह अपने बच्चो में आत्म सुरक्षा के प्रति नियमित जागृति प्रदान करने के लिए संकल्पित हो ताकि सुरक्षित संकल्प बिंदुओं को याद रख कर सभी मासूम बच्चियां अपनी सुरक्षा स्वयं करने के लिए प्रेरित होकर जन जन के लिए भी प्रेरणादायक सिद्ध हो सके ।
संचालन समूह मुख्य महिला प्रभारी श्वेता चंदेल ने किया।अंत में अनुशासन निगरानी प्रभारी सौरभ अवस्थी ने सभी का आभार व्यक्त किया।कार्यशाला में कविता गुप्ता,श्वेता चंदेल,कंचन गुप्ता,मनीषा मालपानी, स्नेहलता गुप्ता,रेनू सिंह,रश्मि सिंह,ललितेश वर्मा ,सुनेत्र यादव एवं आश्रयस्थल के समस्त शिक्षर्थियो,प्रशिक्षक स्टाफगण,व् महिला सदस्याओ का विशेष सहयोग व् योगदान सराहनीय रहा।