शनिवार, 20 जुलाई 2019

सड़क-सुरक्षा पर दिए कड़े निर्देश:डीएम

बलरामपुर ! जिला कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में आज दोपहर सड़क सुरक्षा को लेकर कलेक्टर संजीव कुमार झा की अध्यक्षता में एसपी टीआर कोशिमा ,सीईओ जिलापंचायत हरीश एस व विभिन्न विभागों के जिलास्तरीय अधिकारी उपस्थित थे! बता दे कि सुप्रीम कोर्ट के दिशा निर्देश पर सड़क सुरक्षा पर चर्चा की गई! इस दौरान आरटीओ व ट्रैफिक पुलिस से जिले में होकर गुजरे एनएच 343 में अंधे मोड़ को चिन्हाकित करने के निर्देश कलेक्टर संजीव कुमार झा दिए! यही नही कलेक्टर ने एनएच में सिग्नल लगाने के निर्देश भी दिए! इसके अलावा कलेक्टर संजीव कुमार झा ने शराब सेवन कर वाहन चलाने वाले चालको तथा ओव्हरलोड वाहनों पर कड़ी कार्यवाही करने आरटीओ और ट्रैफिक पुलिस को सयुंक्त टीम बनाकर करने के निर्देश दिए! वही पुलिस अधीक्षक टीआर कोशिमा ने लोढ़ा कमेटी की अनुशंसा का जिक्र करते हुए कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने और जागरूकता लाने के सतत प्रयास किये जा रहे है!.यही नही पुलिस अधीक्षक ने स्पष्ट तौर पर कहा कि दुर्घटनाकारित वाहनों के वाहन चालकों के लाइसेंस निरस्त करने की बात कहते हुए कहा कि ऐसे 6 प्रकरणों में लायसेंस निरस्त करने की प्रक्रिया जारी है! आने वाले समय मे एक वृहद पैमाने पर पुलिस सड़क दुर्घटना रोकने लोगो को पहले समझाईश देने के बाद चालान से लेकर अपराध पंजीबद्ध किये जाने तक कि कार्यवाही की बात कही ! पुलिस अधीक्षक ने इस अवसर पर मौजूद समस्त अधिकारियों व पत्रकारो से अपील की! कि वे अपने अधीनस्थ कर्मियों और साथियों से यातायात नियमो के प्रति लोगो मे जागरूकता लाये!


इसके अलावा कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से सड़क सुरक्षा पर मिले निर्देशो के बाद एनएच के ईई वीके पटोरिया ने कहा कि एनएच के विभिन्न स्थानों पर यातायात नियमो से सम्बंधित संकेत लगाने की व्यवस्था की जा रही है,और अम्बिकापुर से बलरामपुर पहुँच मार्ग पर सेमरसोत से पस्ता के बीच जर्जर हो चुकी सड़क के मरम्मत का कार्य कराया जा रहा है! इसके साथ ईई ने बलरामपुर जिला मुख्यालय के गौरवपथ के रोड सोल्डर बनाने गौरवपथ को एनएच को हैंड ओव्हर करने की मांग की! हालांकि गौरवपथ बनने से पूर्व उक्त सड़क एनएच की ही थी!


कृष्णमोहन कुमार 


युवाओं में मोबाइल की लत,सरकार चिंतित

मोबाइल नशा मुक्ति के लिए उप्र सरकार ने निकाली युक्ति


मुरादाबाद ! एक छोटे से मोबाइल में जिंदगी की सभी जरूरतें जैसे बंद हो गई हैं। मोबाइल अगर कुछ देर के लिए हाथ से छीन लिया जाए,तो लगता है जैसे सब कुछ छिन गया लेकिन, यही मोबाइल अब लोगों की जिंदगी छीन रहा है। इसे लेकर प्रदेश की सरकार बहुत गंभीर है। इसीलिए सरकार ने मोबाइल नशा मुक्ति अभियान चलाने की पहल की है।
इसको चलाने की जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग को सौंपी गई हैं। सरकार का मानना है कि मोबाइल के उपयोग के चलते लोग बीमार हो रहे हैं। खासकर युवा वर्ग को इसकी लत छोड़ने की जरूरत है। परीक्षा में कम नंबर आने के पीछे भी सरकार मोबाइल को ही सबसे बड़ा कारण मान रही है। वहीं इन सभी बातों से आगे जाकर सरकार का कहना है कि प्रदेश में खुदकशी के उकसावे के लिए भी मोबाइल जिम्मेदार है। यह सभी बातें शासन की ओर से अधिकारियों को जारी किए गए पत्र में लिखी हैं।


जिला अस्पतालों में खुलेंगे काउंसिलिंग कक्ष : स्वास्थ्य विभाग की निदेशक मधु सक्सेना ने सूबे के सभी जिलाधिकारियों और मुख्य चिकित्साधिकारियों को पत्र भेजकर सरकारी अस्पतालों में काउंसिलिंग कक्ष खोलने के साथ ही मोबाइल नशा मुक्ति अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। सरकार ने स्पष्ट शब्दों में आदेश दिया है कि अस्पताल में सभी ऐसी दवाएं भी रखी जाएं, जिनकी इस मनोरोग के उपचार में जरूरत पड़ती है।


अपने पाप छुपाना चाहती है भाजपा:अखिलेश

अखिलेश ने कहा अपने पाप छिपाना चाहती है भाजपा


लखनऊ ! सोनभद्र नरसंहार को लेकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी भाजपा पर निशाना साधा। शुक्रवार को जारी बयान में उन्होंने आरोप लगाया कि नरसंहार से पीड़ित परिवारों से मिलने जा रहे समाजवादी पार्टी के नेताओं को रोककर भाजपा अपने पाप छिपाना चाहती है। उन्होंने कहा कि सपा प्रतिनिधिमंडल को रोकना लोकतंत्र विरोधी आचरण है। भाजपा सरकार ने इस कृत्य से बता दिया है कि वह जनभावनाओं के प्रति कितनी संवेदनहीन है? सरकार अपनी अक्षमताओं पर पर्दा डालकर पापों को छिपाना चाहती है। उन्होंने कहा कि इस नृशंस हत्याकांड के लिए पुलिस प्रशासन व भाजपा सरकार जिम्मेदार हैं।
आदिवासी जिस जमीन पर वषों से खेती कर रहे थे उससे बेदखल करने में ग्राम प्रधान उनके साथी काफी समय से लगे थे परंतु प्रशासन आंखे मूंदे रहा। तहसील व थाना दिवस पर न्याय की गुहार की परंतु प्रशासन ने सुनवाई नहीं की। वह सौदेबाजी में लगा रहा। उनकी लापरवाही ने गरीबों की जानें ले लीं। यादव ने कहा कि सोनभद्र कांड प्रदेश की हालत बता रहा है कि यहां कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ रही हैं!


प्राधिकरण-परिषद की योजनाओं में कारोबार अवैध

प्राधिकरणों के अवैध निर्माण को शासन से छूट


लखनऊ ! प्रदेश भर के प्राधिकरण और आवास विकास परिषद मकान में दुकान खोलने को अवैध निर्माण मानता है लेकिन, उसी को शासन रोजगार का बड़ा साधन मानकर गृहकर में छूट देकर प्रोत्साहित कर रहा है। इस दोहरी व्यवस्था से भवन मालिक परेशान हैं। टैक्स देकर भी तमाम लोगों के मकान-दुकान लगातार सीज हो रहे हैं।
भवन उपविधि के तहत प्राधिकरण और परिषद की योजनाओं में आवासीय भवन में कारोबार करना अवैध है। यहां तक की छोटी दुकान भी खोलने पर पाबंदी है। दूसरी ओर शासन इसको रोजगार का बड़ा साधन मानकर इस पर गृहकर में भारी छूट देने का एलान कर चुका है। अब लाखों कारोबारी पशोपेश में हैं कि वे किसको सही मानें। शासन की छूट को या प्राधिकरणों की कार्रवाई को। नगर योजना एवं विकास अधिनियम के तहत लैंड यूज के खिलाफ निर्माण या गतिविधि करना धारा '28 क' का उल्लंघन है। इसके तहत प्राधिकरण सीलिंग तक की कार्रवाई करते हैं।


लगातार होती कार्रवाई


प्राधिकरण ने पिछले सप्ताह गोमती नगर के विभवखंड में हरीश बाबू और अन्य मकान 4-194 में एक दुकान को सील किया गया था। इसके बाद पिछले दिनों शासन ने नगर निगम को आदेश किया कि मकानों में छोटी दुकानों के लिए गृहकर में छूट दें।


पीसीएस-जे का मॉडल आंसर पेपर लीक

पीसीएस-जे का मॉडल आंसर पेपर लीक!


प्रयागराज ! पीसीएस-जे 2018 भर्ती परीक्षा में धांधली होने के आरोप के बीच उसका मॉडल आंसर पेपर बाजार में आ गया। मॉडल पेपर पर हर प्रश्न के नीचे उसका उत्तर लिखा है। यह मॉडल आंसर पेपर कॉपी जांचने वाले शिक्षकों को दिया जाता है, जिससे वे मूल्यांकन कर सकें।
यह मॉडल आंसर पेपर कब और कैसे बाजार में आया, इसका पता अभी नहीं चल सका है लेकिन, इसके बाजार में आने से परीक्षा की शुचिता पर सवाल उठता नजर आ रहा है जबकि उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग पेपर को अपना बताने से इंकार कर रहा है। वहीं पीसीएस-जे 2018 का जो मॉडल आंसर पेपर बाजार में मौजूद है उसे 'प्रक्रिया एवं साक्ष्य विधि' विषय होने का दावा किया जा रहा है। यह परीक्षा एक फरवरी 2019 को प्रथम पाली में हुई थी। आयोग सचिव जगदीश का कहना है कि जो मॉडल आंसर पेपर बाजार में घूम रहा है, वह पीसीएस-जे 2018 का नहीं है और न ही आयोग में ऐसा मॉडल आंसर पेपर बनता है।


अकल बड़ी या बेंस ( संपादकीय)

मधुकर कहिन
उच्चारण की कठिनाई के चलते शाब्दिक आतंकवाद के शिकार हो चुके मुहावरों की दुर्दशा


नरेश राघानी


कल भीलवाड़ा से लौटते वक्त कुछ पत्रकार मित्र साथ बैठे थे। चर्चा चली भाषा ज्ञान पर। मित्र नेमीचंद तमोली भी मेरे साथ थे। जिनसे मुहावरों पर और उनके अर्थ पर चर्चा चल रही थी। तो मैंने मित्र नेमीचंद से पूछा की - भाई ! मैंने देखा है कि मुहावरों में कई मुहावरे ऐसे हैं जिनका शाब्दिक अर्थ समझें तो कई सवाल खड़े होते हैं। जैसे कि इन मुहावरों की उत्पत्ति कैसे हुई ?अर्थ और शब्दों का मेल कैसे हुआ?


जैसे कि धोबी का कुत्ता घर का ना घाट का । यह मुहावरा वैसे तो किसी ऐसे व्यक्ति हेतु बोला जाता है जिसके लिए कोई विकल्प न बच गया हो।लेकिन इसको धोबी का कुत्ता क्यों कहा जाता है ? मैंने तो किसी भी धोबी को आज तक कुत्ता पालते देखा नहीं ... और फिर इसे धोबी से जोड़ कर ही क्यूँ कहा जाता है ? मेरा मित्र मुस्कराया और कहा कि - मेरे भाई ! यह शाब्दिक आतंकवाद सी दुर्घटना है। इस मुहावरे का जन्म हुआ तो बिल्कुल सही तुलना से है। लेकिन शब्द बदल गए हैं। यही वजह है कि इसमें कुत्ता घुस गया हैं।
पुरातन काल में जब धोबी किसी के भी घर जाते थे। तो उसी घर के आस-पास किसी भी पेड़ की बड़ी सी लकड़ी तोड़कर एक सोटा बनाया जाता था। जिससे उस घर के कपड़े घाट पर ले जाकर धोए जाते थे। इस सोटे को कुतका कहा जाता था। जब कपड़े धो लिए जाते थे तो धोबी वह कुतका घर के बाहर ही किसी झाड़ी में छोड़कर वापस अपने घर लौट आता था। दूसरे दिन सुबह जब कपड़े धोने होते थे , तो वहीं कुतका वहां से फिर उठाकर कपड़े घाट पर ले जाकर धोए जाते थे। यह कुतका धोबी अपने घर नहीं ले जाता था। अब इसके पीछे क्या कारण था ? वह तो इससे आगे का विषय है। परंतु उस सोटे कि आवारगी और तिरस्कार को ही लोगों ने मुहावरे के रूप में प्रदर्शित करना शुरू कर दिया। और किसी की भी ऐसी ही विषम परिस्थिति को उस सोटे से जोड़कर परिभाषित करना शुरू कर दिया गया। तो कहावत दरअसल यह है कि धोबी का कुतका (सोटा) घर का न घाट का। काल चक्र के चलते चलते यह कुतका शब्द उच्चारण की कठिनाई के चलते कुतका से कुत्ता हो गया। और लोग आज तक भी बिना सोचे समझे, इसे धोबी का कुत्ता बोलते हैं।
ऐसी शाब्दिक दुर्घटना एक और कहावत के साथ भी है । जो कि बहुत मशहूर है। वह है - अक्ल बड़ी या भैंस ?


अब इसे यदि शाब्दिक तौर पर आप सोचें, तो अक्ल आपके दिमाग में बसे छोटे से मास के लोथड़े में है। और भैंस का साइज मेरे ख्याल में यहां सब जानते हैं। अब भैंस की तुलना अक्ल से करना तो वाकई समझ से बाहर है। तो साहब ! यह शब्द भैंस नहीं बेंस है। जिसका शाब्दिक अर्थ है आपकी आयु की मौजूद अवस्था । क्योंकि उम्र आप उस काल को कहेंगे जो कि आपके जन्म समय से लेकर मृत्यु के समय तक की समय अवधि है। इस पूरे काल को उम्र कहा जायेगा। जो कि मृत्यु उपरांत ही निर्धारित की जा सकेगी। 
मतलब यदि किसी जीवित व्यक्ति से आप पूछें कि आपकी उम्र क्या है ? तो वह शाब्दिक तौर से गलत होगा। इसी वजह से किसी जीवित व्यक्ति की आयु पूछने के वक़्त बेंस शब्द का इस्तेमाल किया जाता था। बड़े बूढ़े पूछते थे कि आप की बेंस क्या है । यानी कि आपकी इस वक़्त आयु अवस्था क्या है ? सीधे अर्थों में इसका मतलब यही है कि आप की मौजूदा आयु क्या है ? तो कहावत दरअसल यह है भाई !
अक्ल बड़ी या बेंस? - अर्थात अक्ल बड़ी या मौजूदा आयु?


निश्चित तौर पे अक्ल बड़ी है । क्योंकि बुद्धिमता की कोई आयु नहीं होती। कोई भी कम आयु में ज्यादा बुद्धिमान हो सकता है और कोई भी दीर्घायु होते हुए भी बुद्धिविहीन।
काल और बेंस शब्द के उच्चारण में आने वाली कठिनाई के चलते यह शब्द भी शाब्दिक आतंकवाद का शिकार हो गया है। और लोग बिना सोचे समझे आज भी इसे बस आंखें मूंदकर अकल बड़ी या भैंस कहते हैं।
वकाई यह एक ऐसी जानकारी थी जिससे मैं आज तक इतने लेखन के पश्चात भी अनिभिज्ञ था। इस दुर्लभ जानकारी हेतु मैं पत्रकार मित्र नेमीचंद तमोली का हृदय से आभारी हूँ। इस ब्लॉग के माध्यम से यह जानकारी आप लोगों तक पहुँचा रहा हूँ। जिसके लिए नेमीचंद तमोली बधाई के पात्र है।


छोटी-छोटी बातों पर गौर करें :मकर

आज का राशिफल


1मेषराशि(Aries)-आज का दिन अच्छा रहेगा। आय में वृद्धि होगी। अपरिचित व्यक्ति पर अधिक भरोसा ना करे।अटका हुआ धन वापिस मिलेगा।गरीबों की मदद करके परमार्थ कमाइए।बुज्र्गॉ की सेवा करके अच्छा फल प्राप्त करें।अच्छी-खासी सेहत के लिये रोजाना सुबह योग या व्यायाम जरुरी है।


2वृषराशि(tauras)- परिवार के साथ समय अच्छा गुजरेंगा।बच्चो के भविष्य बारे उचित सोचे।आज आपका कोई नजदीकी रिश्तेदार आपकी मदद करेगें।यात्रा का योग नहीँ बन रहा हैं।लड़ाई झगड़े से बचने की कोशिश करे।परिवार को विश्वास में रखने के लिये सावधानी बरतनी चाहिए।परेशानियाँ से निजात पाने की कोशिश करें ।



3 मिथुन राशि (gemini)-आपके विचार स्करातमकहो।नकारात्मक ना सोचे।आज गरीबों की मदद करके परमार्थ कमाइए।।मेहनत करेगें तो सफलता अवश्य मिलेगी धार्मिक कार्यों मे रूचि बढाये।आज यात्रा का योग शुभ होगा।मन में शान्ति के लिये मन्दिर में अवश्य जाये।सच्चाई का मार्ग अपनाए।


4-कर्क राशि ( cancer)-आज अचानक धनलाभ का योग है।कोई पुराना मित्र आपके कारोबार मे आपकी मदद करेगा।आपकी पुत्री के लिये अच्छा रिश्ता आएगा।माता पिता की सेवा करना आपका धर्म है इसे पूरी तरह से निभाए।आज कारोबार में धन लाभ होगा।



5सिंह राशि(leo)- आज कुछ ऐसा होगा जिससे आपको सफलता प्राप्त होगी।धनलाभ का योग है।अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें।अपनो से बिना बात पर नाराजगी ठीक नहीं।।बुजुर्गो की सेवा करना आपका कर्तव्य है।दायित्व निभाए।



6कन्या राशि( virgo)-आज का दिन भाग्यशाली होगा।मनचाहा कार्य सफल होगा।अटका हुआ धन मिलने के योग हैं।अपने माता पिता की सेवा करना अपका फर्ज है।आज कोई पारिवारिक समस्या का समाधान निकलेगा।आपके पुत्र को सरकारी नौकरी मिलने का योग है।


7-तुला राशि (libra)- किसी अनजान व्यक्ति से दुरी बनाएँ रखना उचित होगा।धनलाभ की प्राप्ति होगी।अपने व्यवसाय की सफलता के राज अपने निजी व्यक्ति को ही बताए।अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें।रोजाना कसरत या व्यायाम करना जरुरी है।



8वृश्चिक राशि(scorpion)-आपका व्यवहार अन्य लोगों के लिये आदर्श साबित होगा।दूर स्थान की यात्रा लाभदायक सिद्ध होगी।अपनो से नाराजगी नहीं करे।सबसे अच्छा व्यवहार करने की कोशिश करें।आज पुराने मित्रों से मुलाकत अच्छी-खासी लाभकारी होगी।गरीब रिश्तेदारों की मदद अवश्य करें।



9धनु राशि(Sagittarius)- अधूरे कार्य पूरे करे।रिश्तेदारों से अच्छा व्यवहार करे कोशिश करें कि आप उन्हें नाराज ना करे।आज अचानक धन लाभ का योग है।आज यात्रा टालना आपके लिए हितकारी होगा।



10मकर राशि(capricon)-आपका व्यवहार सबके साथ मीठा और सौहार्दपूर्ण होना चाहिये।रेगुलर स्वास्थ्य की जांच अति आवश्यक है डाक्टर की सलाह की पालना अवश्य करें।सबको साथ लेकर चलने की आदत बनाये।छोटी छोटी बातों पर गौर करें और सबकी रजा मन्दि से कार्य करने की कोशिश करें।



11कुम्भ राशि(Aquarius)-सबसे मीठा और अच्छा व्यवहार करे।धनलाभ का योग है।नया कार्य शुरू करने से पहले विचार विमर्श करे।परिवार के साथ अच्छा घुमने का प्रोग्राम बनाये।अनुभवी व्यक्तियों की सलाह अनुसार कार्य करे।सेहत के लिए सावधानी बरतनी चाहिए।



12-मीन राशि ( pisces)-अपने माता-पिता की सेवा करना अपका दायित्व है।अपने ब्च्चॉ के भविष्य बारे कदम उठायें।परिवार के बुजर्ग की अनुमति अनुसार कार्य करे।आपकी बेटी के लिये अच्छा वर योग है विवाह की तैयारियाँ शीघ्र करे।धनलाभ का योग है।


पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया

पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को बृहस्पतिवार को ...