पहले सीओ को बनाया बंधक फिर की पिटायी
मोतिहारी ! प्रखण्ड के रूपहरा पंचायत को बाढ़ प्रभावित घोषित करने की मांग को लेकर पंचायत वासियों ने ढाका-मोतिहारी मार्ग को रूपहरा नहर चौक के पास करीब पांच घण्टे तक जाम कर यातायात को पूरी तरह ठप कर दिया। जिसके कारण कैदी वैन सहित अन्य गाड़ियां दिन भर जाम में फंसी रही।इस दौरान बाढ़ पीड़ितों ने ढाका आवास से चिरैया जा रहे सीओ सचिन्द्र कुमार को गाड़ी से खींच धुनाई कर बंधक बना लिया। करीब पांच घण्टे तक सीओ को एक रेडीमेड दुकान में बंधक बना कर रखा गया। इस बीच आक्रोशित लोगों ने कई बार दुकान का शटर तोड़ सीओ को भीड़ के हवाले करने का प्रयास किया। सीओ को बंधन मुक्त कराने पहुंचे चिरैया पुलिस को भी लोगों ने खदेड़ दिया। बाद में दुकान से बाहर निकाल कर भीड़ ने नहर चौक से नीलू गैस एजेंसी तक सीओ को दौड़ा कर पीटा। फिर सीओ ने गैस एजेंसी में भाग कर जान बचायी।
इस थानाध्यक्ष संजीव कुमार पर भी आक्रोशित लोगों ने हमला कर दिया। जिसमें कई पुलिस कर्मी चोटिल हो गये तथा करीब एक दर्जन वाहनों के शीशे टूट गए। बाद में किसी तरह सीओ को टेम्पो में बैठा कर अनुमंडल कार्यालय पहुंचाया गया। जहां से उन्हें ढाका के एक निजी क्लिनिक में इलाज के लिए भेजा गया है।इस दौरान आक्रोशित बाढ़ पीड़ित जाम स्थल पर सिकरहना एसडीओ और डीएम को बुलाने की मांग कर रहे थे। इतना के बाद भी लोगों ने सड़क जाम को बरकरार रखा था। बाद में घायल सीओ ने रूपहरा पंचायत को बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र घोषित करने का लिखित प्रतिवेदन दिया। तब इसके बाद जाकर जाम समाप्त हुआ।बताया जाता है पूरा घटनाक्रम अनुमंडल कार्यालय से मात्र दो छलांग की दूरी पर हुआ। इसके बाद भी एसडीओ जाम स्थल पर नहीं आये। जिसके कारण जाम करने वाले लोगों का गुस्सा सीओ पर फूट पड़ा। इस दौरान सड़क जाम का नेतृत्व समाजसेवी भूलन सिंह कर रहे थे।