शुक्रवार, 19 जुलाई 2019

कारोबारी यात्रा का होगा लाभ:मीन

राशिफल


मेषराशि(Aries)-आज का दिन अच्छा रहेगा। आय में वृद्धि होगी। अपरिचित व्यक्ति पर अधिक भरोसा ना करे।लड़ाई झगड़ा से निजात पाने की कोशिश करें।कोई अपका पुराना मित्र आपके कारोबार में तरक्की के लिए मदद करेगा।रोजाना अछि सेहत के लिये सुबह की सैर अवश्य करे।बुज्र्गॉ की सेवा करके अच्छा फल प्राप्त करें।


2वृषराशि(tauras)- परिवार के साथ समय अच्छा गुजरेंगा।बच्चो के भविष्य बारे उचित सोचे।गरीबों की मदद करके परमार्थ कमाइए।आज आपका कोई नजदीकी रिश्तेदार आपकी मदद करेगें।धनलक्ष्मी का योग बन रहा है।आज लम्बित पडी समस्या का समाधान होगा।यात्रा का योग नहीँ बन रहा हैं सावधानी बरतनी चाहिए।
3 मिथुन राशि (gemini)-आपके विचार स्करातमक हो।आप कभी नकारात्मक ना सोचे।आज गरीबों की मदद करके परमार्थ कमाइए।अचानक अटका हुआ धन प्राप्त होगा।किसी परेशानी से छुटकारा मिले।क्रोध व इर्ष्या से निजात पाने की कोशिश करें। आज यात्रा का योग सुभ होगा।


4 कर्क राशि ( cancer)-आज अचानक धनलाभ का योग है।छोटी छोटी बातों पर गौर करें व बिना बात किसी से लड़ाई झगड़ा ना करे।कोई पुराना मित्र आपके कारोबार मे आपकी मदद करेगा।आपकी पुत्री के लिये अच्छा रिश्ता आएगा।माता पिता की सेवा करना आपका धर्म है इसे पूरी तरह से निभाए ।
5सिंह राशि(leo)- आज कुछ ऐसा होगा जिससे आपको सफलता प्राप्त होगी।धनलाभ का योग है।अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें।समय समय पर अपने डाक्टर से जांच करवाये।रोजाना सुबह की सैर अवश्य करें।बुजुर्गो की सेवा करना आपका कर्तव्य है।दायित्व निभाए।
6कन्या राशि( virgo)-आज का दिन भाग्यशाली होगा।मनचाहा कार्य सफल होगा।अचानक अटका हुआ उधार वापस मिल सकतीं है।कोई रिस्तेदार आपके कारोबार में मदद करेगा।अपका व्यवहार अपका दर्पण है सबसे अच्छा व्यव्हार करे।आपके पुत्र को सरकारी नौकरी मिलने कायोगहै।नियमितताअपनाए।


7--तुला राशि (libra)- किसी अनजान व्यक्ति से दुरी बनाएँ रखना उचित होगा।कोई अपका करीबी मित्र आपको धोखा देने की कोशिश करेगा।सावधानी बरते।अपने व्यवसाय की सफलता के राज अपने निजी व्यक्ति को ही बताए।अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें।धनलाभ के योग है।।रोजाना कसरत या व्यायाम करना जरुरी है। 
8वृश्चिक राशि(scorpion)-आपका व्यवहार अन्य लोगों के लिये आदर्श साबित होगा।दूर स्थान की यात्रा लाभदायक सिद्ध होगी।धन लाभ का योग है।आज पुराने मित्रों से मुलाकत अच्छी-खासी लाभकारी होगी।छोटी छोटी बातों पर गौर करें व अपने क्रोध पर नियंत्रण रखें।गरीब रिश्तेदारों की मदद अवश्य करें।
9धनु राशि(Sagittarius)- अधूरे कार्य पूरे करे।रिश्तेदारों से अच्छा व्यवहार करे।कोशिश करें कि आप उन्हें नाराज ना करे।कोई रिस्तेदार आपकी मन से मदद करेगा।आज धन लाभ का योग है ।अपने ब्च्चॉ के भविष्य की चिंता अवश्य करे।आज यात्रा टालना आपके लिए हितकारी होगा।
10मकर राशि(capricon)-आपका व्यवहार सबके साथ मीठा और सौहार्दपूर्ण होना चाहिये।रेगुलर स्वास्थ्य की जांच अति आवश्यक है डाक्टर की सलाह की पालना अवश्य करें।सबको साथ लेकर चलने की आदत बनाये।योगा या व्यायाम करने से सेहत ठीक रखें।रोजाना सुबह की सैर अवश्य करें।
11कुम्भ राशि(Aquarius)-सबसे मीठा और अच्छा व्यवहार करे।धनलाभ का योग है।अटकी हुई उधार वापस मिल सकतीं है। नया कार्य शुरू करने से पहले विचार विमर्श करे।अनुभवी व्यक्तियों की सलाह अनुसार कार्य करे।सेहत के लिए सावधानी बरतनी चाहिए।
12-मीन राशि ( pisces)-अपने माता-पिता की सेवा करना अपका दायित्व है।कोई करीबी आपकी मदद की कोशिश करेगा।अपने ब्च्चॉ के भविष्य बारे कदम उठायें।आज कारोबारी यात्रा लाभदायक होगी। आपकी बेटी के लिये अच्छा वर योग है।विवाह की तैयारियाँ शीघ्र करे।धनलाभ का योग है!


मच्छरों से करे बचाव (स्वास्थ्य)

खतरनाक मच्छर


मच्छरों से होने वाली बीमारियों जैसे मलेरिया, डेंगू और यलो फ़ीवर की वजह से दुनिय भर में क़रीब दस लाख लोग मारे जाते हैं! मच्छरों के शिकार इन लोगों में से ज़्यादातर ग़रीब देशों के होते हैं


कुछ मच्छरों से ज़ीका वायरस भी फैलता है! पहले माना जाता था कि ज़ीका वायरस से हल्का बुखार और बदन पर छाले भर पड़ते हैं! लेकिन वैज्ञानिक अब फ़िक्रमंद हैं क्योंकि ज़ीका वायरस, गर्भ में पल रहे बच्चों को नुक़सान पहुंचाता है! इसका ताल्लुक़ माइक्रोसेफ़ेली नाम की बीमारी से भी पाया गया है! ब्राज़ील में इसके शिकार कई बच्चे पैदा हुए हैं! माइक्रोसेफ़ेली की वजह से बच्चे छोटे सिर वाले पैदा होते हैं!


दुनिया के तमाम देश लोगों को मच्छरों के ख़तरों से आगाह करने के लिए बरसों से अभियान चला रहे हैं! लोगों को समझाया जाता है कि वो मच्छरदानी और बचाव के दूसरे तरीक़ों का इस्तेमाल करें ताकि मच्छर उन्हें न काटें!लेकिन, अब जबकि विज्ञान ने इतनी तरक़्क़ी कर ली है, तो क्या बीमारी फैलाने वाले मच्छरों का पूरी तरह से ख़ात्मा करके इस चुनौती से निजात पाई जा सकती है?


ब्रिटिश जीव वैज्ञानिक ओलिविया जडसन इस ख़्याल की समर्थक हैं! वो कहती हैं कि तीस तरह के मच्छरों का सर्वनाश करके हम दस लाख इंसानों की जान बचा सकते हैं! इससे मच्छरों की केवल एक फ़ीसद नस्ल ख़त्म होगी!लेकिन, इंसानों का बहुत भला होगा!


नई नस्ल
ब्रिटेन में ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी और बायोटेक कंपनी ऑक्सीटेक के वैज्ञानिकों ने एडीस एजिप्टी मच्छरों के जीन में बदलाव कर के नर मच्छरों की नई नस्ल तैयार की है! इस मच्छर के ज़रिए डेंगू और ज़ीका के वायरस फैलते हैं! इन जेनेटिकली मॉडिफ़ाइड मच्छरों में ऐसा जीन है, जो मच्छरों की नई पीढ़ी को पूरी तरह से विकसित नहीं होने देता! इस वजह से मच्छरों की नई पीढ़ी अपने बच्चे पैदा करने से पहले ही मर जाती है! अब मच्छरों की पीढ़ी दर पीढ़ी इसी तरह ख़त्म की जाए तो एक दिन वो नस्ल ही पूरी तरह ख़त्म हो जाएगी! फिर उनसे फैलने वाली बीमारियों के फैलने का सिलसिला भी थमेगा!ऐसे क़रीब तीस लाख मच्छरों को केमन द्वीपों पर 2009 से 2010 के बीच छोड़ा गया था! ऑक्सीटेक की रिपोर्ट के मुताबिक़, इस प्रयोग से आसपास के इलाक़ों के मुक़ाबले केमन द्वीपों पर मच्छरों की आबादी 96 फ़ीसद तक घट गई थी! ब्राज़ील में चल रहे इसी तरह के प्रयोग से 92 फ़ीसद तक मच्छर ख़त्म हो गए!


उत्पत्ति का आधार शिवलिंग

उत्पत्ति

सिंधु घाटी सभ्यता की खुदाई के दौरान कालीबंगा और अन्य खुदाई के स्थलों पर मिले पकी मिट्टी के शिवलिंगों से प्रारंभिक शिवलिंग पूजन के सबूत मिले हैं। सबूत यह दर्शाते हैं कि शिवलिंग की पूजा 3500 ईसा पूर्व से 2300 ईसा पूर्व भी होती थी।


मानवविज्ञानी क्रिस्टोफर जॉन फुलर ने लिखा है कि हालांकि अधिकांश मुर्तियाँ मानवरूपी मिली हैं परन्तु शिवलिंग एक महत्वपूर्ण अपवाद है।कुछ का मानना है कि शिवलिंग-पूजा स्वदेशी भारतीय धर्म की एक विशेषता थी।


अथर्ववेद के स्तोत्र में एक स्तम्भ की प्रशंसा की गई है, संभवतः इसी से शिवलिंग की पूजा शुरू हुई हो। अथर्ववेद के स्तोत्र में अनादि और अनंत स्तंभ का विवरण दिया गया है और यह कहा गया है कि वह साक्षात् ब्रह्म है (यहाँ भगवान ब्रह्मा की बात नहीं हो रही है)। स्तम्भ की जगह शिवलिंग ने ले ली है। लिङ्ग पुराण में अथर्ववेद के इस स्तोत्र का कहानियों द्वारा विस्तार किया गया है जिसके द्वारा स्तम्भ एवं भगवान शिव की महिमा का गुणगान किया गया है।


शिव पुराण में शिवलिंग की उत्पत्ति का वर्णन अग्नि स्तंभ के रूप में किया गया है जो अनादि व अनंत है और जो समस्त कारणों का कारण है। लिंगोद्भव कथा में परमेश्वर शिव ने स्वयं को अनादि व अनंत अग्नि स्तंभ के रूप में ला कर भगवान ब्रह्मा और भगवान विष्णु को अपना ऊपरला व निचला भाग ढूंढने के लिए कहा और उनकी श्रेष्ठता तब साबित हुई जब वे दोनों अग्नि स्तंभ का ऊपरला व निचला भाग ढूंढ नहीं सके।शिवलिंग के ब्रह्मांडीय स्तंभ की व्याख्या का समर्थन लिङ्ग पुराण भी करता है। लिङ्ग पुराण के अनुसार शिवलिंग निराकार ब्रह्मांड वाहक है - अंडाकार पत्थर ब्रह्मांड का प्रतीक है और पीठम् ब्रह्मांड को पोषण व सहारा देने वाली सर्वोच्च शक्ति है।इसी तरह की व्याख्या स्कन्द पुराण में भी है, इसमें यह कहा गया है "अनंत आकाश (वह महान शून्य जिसमें समस्त ब्रह्मांड वसा है) शिवलिंग है और पृथ्वी उसका आधार है। समय के अंत में, समस्त ब्रह्मांड और समस्त देवता व इश्वर शिवलिंग में विलीन हो जाएँगें।" जग्गी वासुदेव के अनुसार शिवलिंग को रचना के बाद बना पहला रूप और ब्रह्माण्ड के अंत से पहले का रूप माना जाता है। महाभारत में द्वापर युग के अंत में भगवान शिव ने अपने भक्तों से कहा कि आने वाले कलियुग में वह किसी विशेष रूप में प्रकट नहीं होगें परन्तु इसके बजाय वह निराकार और सर्वव्यापी रहेंगे।


अनेक नाम वाला 'रूद्र' (वेद-सार)

वैदिक एवं सनातन धर्म के देवतागण अनेक हैं। उनमें एक रुद्रदेवता भी हैं। वेदों में रुद्र नाम परमात्मा, जीवात्मा, तथा शूरवीर के लिए प्रयुक्त हुआ है। यजुर्वेद के रुद्राध्याय में रुद्र के अनंत रूप वर्णन किए हैं। इस वर्णन से पता चलता है कि यह संपूर्ण विश्व इन रुद्रों से भरा हुआ है।


यास्काचार्य ने इस रुद्र देवता का परिचय इस प्रकार दिया है !


रुद्रो रौतीति सत:, रोरूयमाणो द्रवतीति वा, रोदयतेर्वा, यदरुदंतद्रुद्रस्य रुद्रत्वं' इति काठकम्।(निरुक्त:१०.१.१-५)


रु' का अर्थ 'शब्द करना' है - जो शब्द करता है, अथवा शब्द करता हुआ पिघलता है, वह रुद्र है।' ऐस काठकों का मत है।
शब्द करना, यह रुद्र का लक्षण है। रुद्रों की संख्या के विषय में निरुक्त में कहा है!एक ही रुद्र है, दूसरा नहीं है। इस पृथवी पर असंख्य अर्थात् हजारों रुद्र हैं।' (निरुक्त १.२३) अर्थात् रुद्र देवता के अनेक गुण होने से अनेक गुणवाचक नाम प्रसिद्ध हुए हैं। एक ही रुद्र है, ऐसा जो कहा है, वहाँ परमात्मा का वाचक रुद्र पद है, क्योंकि परमात्मा एक ही है। परमात्मा के अनेक नाम हैं, उनमें रुद्र भी एक नाम है। इस विषय में उपनिषदों का प्रमाणवचन देखिए!


एको रुद्रो न द्वितीयाय तस्यु:।
य इमाल्लोकानीशत ईशनीभि:॥ ( श्वेताश्वतर उप. ३.२)



'एक ही रुद्र है, दूसरा रुद्र नहीं है। वह रुद्र अपनी शक्तियों से सब लोगों पर शासन करता है।'
इसी तरह रुद्र के एकत्व के विषय में और भी कहा है - रुद्रमेंकत्वमाहु: शाश्वैतं वै पुराणम्। (अथर्वशिर उप. ५) अर्थात् 'रुद्र एक है और वह शाश्वत और प्राचीन है।'


'जो रुद्र अग्नि में, जलों में औषधिवनस्पतियों में प्रविष्ट होकर रहा है, जो रुद्र इन सब भुवनों को बनाता है, उस अद्वितीय तेजस्वी रुद्र के लिए मेरा प्रणाम है।' (अथर्वशिर उप. ६)


यो देवना प्रभवश्चोद्भवश्च।
विश्वाधिपो रुद्रो महर्षि:॥ (-श्वेताश्व. उ. ४.१२)
'जो रुद्र सब देवों को उत्पन्न करता है, जो संपूर्ण विश्व का स्वामी है और जो महान् ज्ञानी है।' यह रुद्र नि:संदेह परमात्मा ही है।
जगत् का पिता रुद्र - संपूर्ण जगत् का पिता रुद्र है, इस विषय में ऋग्वेद का मंत्र देखिए-


भुवनस्य पितरं गीर्भिराभी
रुद्रं दिवा वर्धया रुद्रमक्तौ।
बृहन्तमृष्वमजरं सुषुम्नं
ऋधग्हुवेम कविनेषितार:॥ (-ऋग्वेद ६.४९.१०)
'दिन में और रात्रि में इन स्तुति के वचनों से इन भुवनों के पिता बड़े रुद्र देव की (वर्धय) प्रशंसा करो, उस (ऋष्वं) ज्ञानी (अ-जरं सुषुम्नं) जरा रहित और उत्तम मनवाले रुद्र की (कविना इषितार:) बुद्धिवानें के साथ रहकर उन्नति की इच्छा करनेवाले हम शेष रीति से उपासना करेंगे।'
यहाँ रुद्र को 'भुवनस्य पिता' त्रिभुवनों का पिता अर्थात् उत्पन्नकर्ता और रक्षक कहा है। रुद्र ही सबसे अधिक बलवान् है, इसलिए वही अपने विशेष सामर्थ्य से इन संपूर्ण विश्व का संरक्षण करता है। वह परमेश्वर का गुहानिवासी रुद्र के रूप में वर्णन भी वेद में है!


स्तुहि श्रुतं गर्तसंद जनानां
राजानं भीममुपहलुमुग्रम्।
मृडा जरित्रे रुद्र स्तवानो
अन्यमस्मत्ते निवपन्तु सैन्यम्॥ (-अथर्व: १८.१.४०)
'(उग्रं भीमं) उग्रवीर और शक्तिमान् होने से भयंकर (उपहलुं) प्रलय करनेवाला, (श्रुतं) ज्ञानी (गर्तसदं) सबके हृदय में रहनेवाला, सब लोगों का राजा रुद्र है, उसकी (स्तुहि) स्तुति करो। हे रुद्र! तेरी (स्तवान:) प्रशंसा होने पर (जरित्रे) उपासना करनेवाले भक्त को तू (मृड) सुख दे। (ते सैन्यं) तेरी शक्ति (अस्मत् अन्यं) हम सब को बचाकर दूसरे दुष्ट का (निवपन्तु) विनाश करे।' इस मंत्र में 'जनानां राजांन रुद्र' ये पद विशेष विचार करने योग्य हैं।


गुरुवार, 18 जुलाई 2019

भारत रक्षा मंच विचारधारा के प्रति समर्पित


गाजियाबाद ! भारत रक्षा मंच लोनी विधान सभा की कार्यकारिणी का गठन किया गया! जिसमें महंत चंद्रपाल भगत विधानसभा अध्यक्ष के द्वारा संदीप गुप्ता को महामंत्री एवम संगठन मंत्री बनाने के साथ वरिष्ठ उपाध्यक्ष सत्यप्रकाश मावी ,उपाध्यक्ष अंकित गोस्वामी, राहुल कसाना,ससेन्द्र सिंह परमार, पडिंत राकेश शुक्ला, मीडिया प्रभारी पत्रकार विश्वनाथ त्यागी, कानूनी सलाहकार राजेश तिवारी, वरिष्ठ कानूनी सलाहकार विपिन त्यागी, मंत्री सुशील तिवारी, राजेश तिवारी, सोनवीर ,दीपक बजरगीं, घनश्याम मुर्खजी,सहमंत्री ड्रा विकास चौधरी, सूरजभान, जगन्नाथ विश्वकर्मा,देवव्रत चौहान, विकास मौर्य, प्रवक्ता ड्रा आर बी सिंह, राकेश मिश्रा,कार्यलय प्रभारी ओमप्रकाश शर्मा और 22 कार्यकारिणी सदस्य बनाए गए! इस प्रकार 45 सदस्यो की टीम बनाई गई! जो संगठन की विचारधारा के अनुकूल 'मुखर-हिंदू, प्रखर-राष्ट्र' की नीति पर कार्य करेगा ! यथासंभव आर्थिक रूप से संगठन को मजबूत किया जाएगा और हिंदुओ को ज्यादा से ज्यादा जागरूक किया जाएगा और जनसेवा तन मन धन से की जाएगी! भगत चंद्र पाल आस्थावान व्यक्ति क्षेत्र की जनता के लिए अनुचित विचारधारा नहीं रखते हैं! यह संगठन क्षेत्र के ज्वलंत सामाजिक मुद्दो के प्रति ध्यान आकर्षित करता है! जनसंख्या नियंत्रण को लेकर स्‍थानीय विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने उत्तर प्रदेश विधानसभा में विधेयक लाने का वचन दिया है! जिससे कि उत्तर प्रदेश के लोग ही नहीं पूरा देश जागरूक हो सकें! क्योंकि आज हमारे देश को जनसंख्या नियंत्रण कानून की बहुत आवश्यकता है! जिसके लिए भारत रक्षा मंच के सभी कार्यकर्ता पूरे देश में संघर्ष करते रहेंगे!


दिग्विजय ने पूछे, प्रधानमंत्री से कई सवाल

भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने पत्र लिखकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कई सवाल पूछे हैं। पत्र में मध्यप्रदेश के भाजपा नेता
आकाश विजयवर्गीय, साध्वी प्रज्ञा, विश्वास सारंग, प्रहलाद पटेल और जालम सिंह पटेल से जुड़े सवाल हैं। उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि क्या आपने साध्वी प्रज्ञा को माफ कर दिया है? उन्होंने आगे लिखा कि मैं यह देखना चाहूंगा कि आपके द्वारा कही गई बात का वास्तव में असर होता है या यह चिंता सिर्फ हाथी के बाहरी दांत की तरह है। ज्ञात हो कि भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा के नाथूराम गोडसे को देशभक्त कहने पर पीएम मोदी ने नाराजगी जताई थी। इसके अलावा उन्होंने वरिष्ठ भाजपा नेता नरोत्तम मिश्रा पर भी निशाना साधा। उन्होंने पूछा कि नरोत्तम मिश्रा ने खुलकर बोला कि कम उम्र में गलती हो जाती है। क्या वे इन पर कार्रवाई करेंगे? उन्होंने पूछा कि इंदौर से विधायक आकाश विजयवर्गीय की जमानत के लिए दिन-रात एक करने वाले विश्वास सारंग के ऊपर क्या कार्रवाई करेंगे? वे अदालत में सुनवाई के दौरान भी मौजूद थे।
पीएम मोदी ने जताई थी नाराजगी
2 जुलाई को भाजपा संसदीय दल की बैठक में पीएम मोदी ने बिना नाम लिए भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बेटे और इंदौर-3 से विधायक आकाश विजयवर्गीय के निगम कर्मचारी को बल्ले से मारने वाली घटना पर नाराजगी जताई थी। उन्होंने कहा था कि राजनीति में अनुशासन होना चाहिए। दुर्व्यवहार करने वाले लोगों को पार्टी से बाहर कर देना चाहिए। ऐसा बर्ताव अस्वीकार्य है। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसा करने वाले लोग भले ही किसी के भी बेटे हों, लेकिन उन्हें मनमानी की इजाजत नहीं दी जा सकती।
यह था मामला
26 जून को इंदौर-3 विधानसभा सीट से पहली बार विधायक चुने गए आकाश विजयवर्गीय ने जर्जर मकान को ढहाने पहुंचे निगम अधिकारी की बल्ले से पिटाई कर दी थी। उनकी निगम कर्मचारी से पहले बहस हुई थी। अपने कृत्य को लेकर उन्होंने सफाई देते हुए कहा था कि- पहले आवेदन, फिर निवेदन और फिर दे दनादन के तहत कार्रवाई की जाएगी।


सीआरपीएफ ने तीन उग्रवादियों को मारा

 जेजेएमपी के तीन उग्रवादियों को मार गिराया, 2 AK 47 बरामद



लोहरदगा। झारखंड के लोहरदगा में जेजेएमपी उग्रवादियों और सीआरपीएफ-पुलिस के बीच भीषण मुठभेड़ में जेजेएमपी के तीन उग्रवादियों को मार गिराया गया है। एक अन्य उग्रवादी को भी गोली लगने की बात कही जा रही है, जिसे पप्‍पू लोहरा दस्‍ते के सदस्‍य अपने साथ ले जाने में सफल रहे हैं। मारे गए उग्रवादियों के पास से भारी संख्‍या में हथियार भी बरामद हुए हैं। मुठभेड़ के क्रम में उग्रवादियों के पास से दो AK-47 बरामद किया गया है। बताया गया कि सीआरपीएफ 158 बटालियन एवं राज्य पुलिस की संयुक्त टीम की लोहरदग्गा जिला के बगरू थाना क्षेत्र के सैदा टोली गांव के पास गुरुवार को दोपहर बाद तकरीबन 2:45 बजे उग्रवादियों के साथ मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ के दौरान 3 उग्रवादी मारे गए। सर्च ऑपरेशन अभी जारी है।


सीआरपीएफ के अधिकारी प्रकाश चंद्र बादल ने बताया कि लोहरदगा में सीआरपीएफ 158 बटालियन, पुलिस और जेजेएमपी उग्रवादियों के बीच यह मुठभेड़ पेशरार थाना क्षेत्र के सहेदापाट जंगल में हुई। यहां जेजेएमपी के तीन उग्रवादियों को पुलिस ने मार गिराया है। नक्सलियों के पास से दो AK-47 मिला है। बताया गया कि सहेदापाट जंगल में जेजेएमपी नक्सली संगठन के उग्रवादियों के मूवमेंट की सूचना पर सीआरपीएफ 158 बटालियन, लातेहार और लोहरदगा जिले की पुलिस वहां पहुंची। इस बीच उग्रवादियों के साथ उनकी मुठभेड़ शुरू हो गई। जिसमें तीन उग्रवादी मारे गए हैं। घटनास्थल से पुलिस ने दो एके-47 बरामद किया। जेजेएमपी उग्रवादी संगठन पप्पू लोहरा के दस्ते के साथ पुलिस की मुठभेड़ हुई। जिसमें एक उग्रवादी को गोली भी लगी है, जिसे उग्रवादी अपने साथ ले जाने में कामयाब रहे।घटनास्थल पर चलाए गए सर्च अभियान के दौरान पुलिस ने दो एके-47 बरामद किए है। बताया जा रहा है कि पुलिस को सूचना मिली थी कि नक्सलियों का हथियारबंद दस्ता पेशरार के जंगलों में घूम रहा है। इसके बाद लोहरदगा और लातेहार पुलिस की टीम ने लोहरदगा एएसपी अभियान पुरुषोत्तम के नेतृत्व में छापेमारी अभियान शुरू की। पुलिस की टीम जैसे ही सहेदापाट जंगल पहुंची। वैसे ही नक्सलियों ने पुलिस को लक्ष्य कर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने भी फायरिंग की।


इस दौरान गोली लगने से तीन उग्रवादियों की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि एक अन्य उग्रवादी को भी गोली लगी है। जिसे दस्‍ते के सदस्‍य उठाकर अपने साथ घने जंगलों की ओर ले गए। सर्च अभियान के दौरान पुलिस ने मौके से दो एके 47 राइफल बरामद किया है। पहली बार लोहरदगा में पुलिस के साथ मुठभेड़ की घटना में जेजेएमपी के नक्सली मारे गए हैं। पुलिस की यह मुठभेड़ पप्पू लोहरा के दस्ते के साथ हुई है।


यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...