बुधवार, 17 जुलाई 2019

33 जिले 4620 गांव बाढ़ में डूबे :असम

गुवाहाटी ! असम भीषण बाढ़ की चपेट में है! सूबे के सभी 33 जिले बाढ़ की चपेट में हैं! ब्रह्मपुत्र नदी का बढ़ता पानी नए इलाकों को अपनी चपेट में ले रहा है! यहां करीब 46 लाख लोग प्रभावित हैं और राज्य के 4,620 गांव बाढ़ में डूब चुके हैं! गुवाहाटी समेत राज्य के सभी जिलों में ब्रह्मपुत्र और उसकी सहायक नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही है! राज्य सरकार ने बाढ़ प्रभावितों को कैंपों में शरण दिया है!


असम में बाढ़ के भयावह रूप को देखते हुए राज्य सरकार ने पूरे राज्य में रेड अलर्ट जारी कर दिया है! रिपोर्ट के मुताबिक मंगलवार को भी बाढ़ से 5 लोगों की मौत हुई है! इसके बाद बाढ़ से मरने वाले लोगों की संख्या 20 तक पहुंच गई है! राज्य में एनडीआरएफ और सेना राहत और बचाव कार्य लगातार चला रहे हैं! वहीं सेना के पांच कॉलम को भी रेस्क्यू ऑपरेशन में लगाया गया है! सरकार ने 152 मॉनिटरिंग स्टेशन बनाए हैं, इससे बाढ़ की स्थिति की पलपल की जानकारी लोगों को दी जा रही है!


भारत की स्टार महिला रनर हिमा दास ने बाढ़ की चपेट में असम को बचाने के लिए लोगों से मुख्यमंत्री राहत कोष में दान देने की अपील की है. हिमा ने ट्वीट किया, "हमारे प्रदेश असम में बाढ़ से स्थिति काफी खराब है। 33 में से 30 जिले इससे प्रभावित हैं। इसलिए मैं बड़े कॉरपोरेट घरानों और लोगों से यह अपील करना चाहती हूं कि वह हमारे राज्य की इस मुश्किल स्थिति में मदद करें!"


बता दें कि असम के साथ बिहार भी बाढ़ की चपेट में है! समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक यहां पर 25 लोगों की मौत बाढ़ से हो चुकी है. राज्य प्रशासन आपदा से प्रभावित लोगों को मदद पहुंचाने के लिए पूरी कोशिश कर रहा है! बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने मंगलवार को बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया था!


सुप्रीम कोर्ट ने पलटा हाई कोर्ट का फैसला

सुप्रीम कोर्ट ने पलटा इलाहाबाद हाईकोर्ट का फैसला, यूपीटीईटी के 1 लाख से ज्यादा शिक्षकों को बड़ी राहत


रिपोर्टर रतन गुप्ता 


नई दिल्ली ! इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश को निरस्त कर सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश के लगभग एक लाख से ज्यादा सहायक शिक्षकों को बड़ी राहत दी है। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कहा था कि जिन लोगों का टीईटी रिजल्ट पहले आया और बीएड या बीटीसी का रिजल्ट बाद में आया उनका टीईटी प्रमाण पत्र वैध नही माना जाएगा। हाईकोर्ट के इसी फैसले को सुप्रीम कोर्ट ने पलट दिया। सुप्रीम कोर्ट यह फैसला 2011 और उसके बाद यूपी में हुए सभी टीईटी परीक्षाओ और नियुक्तियों पर लागू होता है।


आपको बता दें हाईकोर्ट के आदेश के बाद से लगभग एक लाख से ज्यादा सहायक शिक्षकों की नौकरी जाने की आशंका थी, लेकिन मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद इन शिक्षकों ने राहत की सांस ली है। हाई कोर्ट के इस निर्णय से सरकारी प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों में कार्यरत और 2012 से 2018 के बीच नियुक्त एक लाख से अधिक उन शिक्षकों को राहत मिली है जो हाईकोर्ट के आदेश से प्रभावित हो रहे थे।


30 मई 2018 को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने दिया था आदेश
दरअसल, इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 30 मई के अपने आदेश में बेसिक शिक्षा अधिकारियों से कहा था कि जिन शिक्षकों के प्रशिक्षण का परिणाम उनके टीईटी रिजल्ट के बाद आया है उनका चयन निरस्त कर दें। हालांकि इस मसले पर अब तक सरकार ने अपना रुख स्पष्ट नहीं किया है। एक अनुमान के अनुसार ऐसे शिक्षकों की संख्या एक लाख से अधिक है जिनका ट्रेनिंग का परिणाम टीईटी के बाद घोषित हुआ था। इस आदेश का असर वर्तमान में चल रही 68,500 सहायक अध्यापक भर्ती पर भी पड़ने वाला था।


इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले से प्रभावित शिक्षकों ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। चयनित शिक्षकों का कहना था कि उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपी-टीईटी) के लिए 4 अक्टूबर 2011 और 15 मई 2013 को जारी शासनादेश में इस बात का जिक्र नहीं था कि जिनके प्रशिक्षण का परिणाम टीईटी के बाद आएगा उन्हें टीईटी का प्रमाणपत्र नहीं मिलेगा।


टोल प्लाजा पर कैस लेना हुआ बदं

टोल प्लाजा पर कैश से टैक्‍स देना हुआ बंद


नई दिल्‍ली ! मोदी सरकार ने टोल प्लाजा पर कैश से लेनदेन बंद करने का एलान किया है। आज लोकसभा में सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने इसकी घोषणा की। अब सभी गाड़ियां फास्ट टैग के जरिए ही टोल प्लाजा से निकल सकेंगी। अगले चार महीने में सभी गाड़ियों में फ़ास्ट टैग लगाना अनिवार्य कर दिया जाएगा। वहीं गडकरी ने टोल की व्यवस्था को उचित ठहराया।


करीब 1 हफ्ता पहले उत्तर प्रदेश के इटावा से बीजेपी सांसद रामा शंकर कठेरिया और उनके सुरक्षाकर्मियों की यह तस्वीर सामने आई। जिसमें वो एक टोल प्लाजा के कर्मचारियों से मारपीट करते हुए दिखाई दे रहे हैं।पिछले कुछ सालों में ऐसी तस्वीरें आम हो गई हैं गाड़ी में बैठे यात्रियों और टोल प्लाजा के कर्मचारियों के बीच टोल जमा करने के सवाल पर झड़प होती रही है। लेकिन अब ये स्थिति बदल सकती है, और उसकी वजह है सरकार का एक फैसला। सरकार ने फ़ैसला किया है कि अब किसी भी टोल प्लाजा पर कैश में लेन-देन नहीं होगा।


लाखो खर्च के बाद भी टपक रही छत

ग्राम पंचायत बरईमानपुर में सरकारी धन की लूट।
लाखों रुपया खर्च होने के बाद भी टपक रही प्राथमिक विद्यालय बरईमानपुर की छत।


बांदा ! पत्थर की पटिया और लोहे के गाटर से विकास खंड महुआ स्थित निर्मित प्राथमिक विद्यालय बरईमानपुर व कन्या प्राथमिक विद्यालय बरईमानपुर की छतों को बारिश में टपकने से निजात दिलाने हेतु उक्त छतों की फर्श बनवाए जाने हेतु शासन द्वारा निर्गत लाखों रुपया भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया उक्त सरकारी धन के बंदरबांट का आलम यह रहा कि छत के ऊपर पड़े मसाले की गिट्टी बालू सीमेंट लगभग एक डेढ़ माह बाद भी मजबूती कायम नहीं कर पाई लगभग एक डेढ़ माह पूर्व छत के ऊपर प्लास्टर को आज की तिथि पर हाथ या पैर से ही अलग अलग करके देखा जा सकता है, उक्त विद्यालय के मासूम नौनिहालों को बारिश के टपकते पानी से निजात दिलाने की शासन की मंशा पर ग्राम पंचायत ने कुछ इस तरह से पानी फेरा कि प्लास्टर होने के बावजूद भी विद्यालय के कमरों व बरामदे में बैठे बच्चे बरसात के सीजन में पूर्णरूपेण भीगे नजर आते हैं !


मासूम नौनिहालों व सरकारी धन के साथ किए गए खिलवाड़ का प्रत्यक्ष प्रमाण संलग्न वीडियो में देखा जा सकता है।


रिपोर्टर: राम मनोहर गुप्ता 


कलराज मिश्र को राज्यपाल बनने की बधाई

गाजियाबाद !भारतीय जनता पार्टी और संगठन के वरिष्ठ नेता पूर्व प्रदेश अध्‍यक्ष व पूर्व केंद्रीय मंत्री आदरणीय कलराज मिश्रा को हिमाचल प्रदेश का महामाहीम राज्‍यपाल नियुक्त करने पर उनके निवास स्‍थान पहुंचकर पार्षद सरदार सिंह भाटी एवं सहयोगियो ,भाजपा कार्यकर्ताओ के द्वारा पुष्प भेट कर बधाई एवम शुभकामनाएँ दी! इस मोके प्रदेश मंत्री रवि भाटी,कालीचरण पहलवान, पूर्व पार्षद योगेश चौधरी,दीपक ठाकुर, अरुण पंडित,अरुण चौधरी आदि भाजपा कार्यकर्ता मोजूद रहे !


बारिश में गिरा मकान,पहुंची नपा अध्यक्ष

घटनास्थल पर पहुंची अध्यक्ष दिया आश्वासन


गाजियाबाद-लोनी !भारतीय जनता पार्टी की लोनी नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती रंजीता धामा को सूचना मिली की प्रेमनगर कालोनी मे बारिश के कारण मकान गिर गया है । नगरपालिका अध्यक्ष बारिश मे ही पीडित व्यक्ति के घर पँहुची तथा जानकारी की ।मौके पर पँहुची नगरपालिका अध्यक्ष रंजीता धामा को कालोनीवासियों ने बताया कि बारिश की वजह से लियाकत अली का मकान गिर गया है जिसमे परिवार के पाँच लोग मकान के गिरने पर दबने से घायल हो गये हैं जिनका इलाज दिल्ली के गुरूतेग बहादुर अस्पताल मे इलाज चल रहा है ।
रंजीता धामा ने डूडा के अधिकारियों से फोन पर संपर्क कर कहा कि पीडित परिवार को सरकार की योजना के अनतर्गत ढाई लाख रूपये की मदद मकान बनवाने मे की जाये जिसके लिये जल्द ही कागजी कार्यवाही की जायेगी तथा शीघ्र अति शीघ्र इनको सरकार की तरफ से आर्थिक मदद भी मिले इसके लिये भी वो उच्च अधिकारियों से बात करेंगी।



रंजीता धामा ने पीडित परिवार को हरसंभव सहायता देने का आश्वासन दिया।इस अवसर पर सभासद सलाउद्दीन, डा.शकील ,हाजी महमूद, उस्मान सहित कॉलोनी के लोग उपस्थित रहे।


राजधानी में पानी के लिए तरस रहे हैं लोग

पानी के लिए तरस रहे हैं मोहल्ला वासी
आशुतोष पांडे


लखनऊ ! पानी ना आने से नागरिकों में काफी रोष है और मोहल्ले के लोग सुबह शाम की ट्यूबवेल का ही रास्ता देखते हैं जो महीने में करीब 4 बार फूक चुका है और एक बार फुकने के लिए हफ्ते भर पानी के लिए तरसते हैं मोहल्ले के लोग! आइए हम बताते हैं कि लखनऊ के खाना मिल कॉलोनी के पास बने ट्यूब बल आए दिन ही खराब रहती है!  खराब रहने की वजह से मोहल्ले में सुबह-शाम पानी के लिए तरसते हैं लोग !पानी ना मिलने से लोगों में काफी रोष व्याप्त है जल निगम विभाग की घोर लापरवाही सामने आ रही है! ऐसे तो कहा जाता है कि जल ही जीवन है! लेकिन जल ही नहीं मिलेगा तो जीवन कैसे चलेगा ?उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा इतनी सख्ती के बावजूद भी अधिकारी अस्तर सुनने का नाम नहीं ले रहा है!


लगातार लोगों में रोष व्याप्त होने के कारण फिर भी कोई अधिकारी सुनने को राजी नहीं है! एक-एक हफ्ता अगर पानी नहीं आएगा तो मोहल्ले के लोग क्या पिएंगे और क्या खाएंगे? अभी है देखने वाली बात है कि जल निगम विभाग के अधिकारी इस पर क्या करते हैं ?ट्यूबल को तत्काल सही करेंगे या 1 हफ्ते का इंतजार ही करना पड़ेगा!


यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई

यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई  संदीप मिश्र  लखनऊ। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन को लेकर उत्तर प्रदेश में भी 7 दिनों के...