मंगलवार, 9 जुलाई 2019

अतिक्रमण करता ने लगाई खुद को आग

अतिक्रमण धारी ने खुद को लगाई आग, पुलिस की तरफ भागा तो मच गया हड़कंप


झुंझुनू ।उदयपुरवाटी में आज दोपहर एक अजीबो गरीब मामला सामने आया जब वन विभाग की जमीन से पुलिस अतिक्रमण हटाने पहुंची! पुलिस जैसे ही अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करने लगी तो एक युवक ने खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगा ली! आग लगने पर वह पुलिस की तरफ भागने का प्रयास करने लगा जिससे वहां हड़कंप मच गया! पुलिस के जवान आग बुझाने की बचाए खुद की जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे! इसके बाद युवक के परिजनों में से एक महिला ने आग बुझाने का प्रयास किया!


गंभीर हालत में झुंझुनू रेफर
महिला ने जैसे-तैसे करके युवक पर लगी आग को बुझाया, लेकिन जब तक आग बुझी वह काफी झुलस चुका था. उसके बाद उसे गंभीर हालत में झुंझुनू रेफर किया गया जहां उपचार जारी है. हालांकि अभी तक पूरे मामले की जानकारी सामने नहीं आई है. लेकिन जो कुछ भी हो यहां पर प्रथम दृष्टया पुलिस की लापरवाही जरूर सामने आ रही है. पुलिस पर पहला सवाल तो यह खड़ा हो रहा है कि आखिर उनकी मौजूदगी में युवक ने आग कैसे लगाई? दूसरा सवाल यह खड़ा होता है अगर आग लग भी गई तो उन्होंने बुझाने का प्रयास क्यों नहीं किया? अब देखने वाली बात तो यह है कि इन पर कोई कठोर कार्रवाई होती है या नहीं।


मंडलायुक्त ने की18 प्रपत्रो की समीक्षा ,दिए निर्देश


झांसी ! जनपद के लम्बित किसानों का गेहूं भुगतान एक सप्ताह में पीसीएफ द्वारा सुनिश्चित हो अन्यथा एफआरआई दर्ज कर जेल भेजा जाएगा। मऊरानीपुर में लाइनमैन करंट के कारण 3 घण्टे पोल से चिपका रहा घटना की मजिस्ट्रेयल जांच के ओदश। ग्रामीण पेयजल परियोजना का टीम गठित कर भौतिक सत्यापन के निर्देश, सत्यापन एक सप्ताह में पूर्ण कर आख्या प्रस्तुत करे। प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थी जिन्होने पैसा लेने के बाद आवास नही बनवाया है, उन सभी की एफआईआर दर्ज करते हुए आरसी जारी किये जाने के निर्देश। मण्डल में आयुष्मान भारत योजना की प्रति बेहद नंदनीय इसमें सुधार की त्वरित कार्यवाही आवश्यकता। पेट्रोल पम्पों के शौचालयों का निरीक्षण करें। गंदगी पाये जाने पर 25000 रु0 अर्थदण्ड लगाये जाने का प्रावधान इस पर कार्यवाही सुनिश्चित है।
यह निर्देश मण्डलायुक्त श्रीमती कुमुदलता श्रीवास्तव ने आयुक्त सभागार मे शासन की प्राथमिकता वाले 18 प्रपत्रों की समीक्षा करते हुए दिए। उन्होने कहा कि मा0 मुख्यमंत्री उ0प्र0 द्वारा लगातार मण्डलों की समीक्षा की जा रही है। अतः सभी मण्डलीय अधिकारी अपनी विभागीय योजनाओं की स्वयं समीक्षा करे और जहां कमियां है, उन्हे प्राथमिकता से दूर करे। उन्होने कहा कि मा0मुख्यमंत्री जी का फोकस स्वास्थ्य सेवाओं, कानून व्यवस्था, नगरीय एवं शहरी क्षेत्र में साफ-सफाई व्यवस्था के साथ वृक्षारोपण व आओ स्कूल चले अभियान पर अधिक है। अतः इन सारे बिन्दुओं की विभागवार समीक्षा कर ले।
आयुक्त सभागार में मण्डलायुक्त ने 18 प्रपत्रों की समीक्षा करते हुए पुनः नाराजगी व्यक्त की और कहा कि सूचनाओं का प्रेषण सही किया जाए। लगातार समझाइश के बाद भी आनलाइन व हार्ड कापी रिपोर्टिंग के डाटा में भिन्नता है। उन्होने असंतुष्ट होकर कहा कि आगामी बैठक आनलाइन डाटा फीडिंग के माध्यम से ही की जाएगी। अधिकारी जो भी रिपोर्ट दे, वह आनलाइन डाटा की ही दे। उन्होने विभिन्न विभागीय अधिकारियों को ताकीद करते हुए कहा कि गलत रिपोर्टिंग से बचे अन्यथा कार्यवाही की जाएगी।
मण्डलायुक्त ने स्वास्थ्य सेवाओं की व विभिन्न योजनाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि मण्डल में स्थिति अच्छी नही है। अस्पतालों में ड्यूटी चार्ट लगा हो ताकि लोगों की डाक्टर की जानकारी हो सके। वार्ड बॉय यूनिफार्म में रहे। जहां पंजीकरण (पर्चा) होता है वहां सही व्यवस्था हो मेडीकल कचरा का सही निस्तारण हो। उन्होने कहा कि जिला अस्पताल सहित समस्त पीएचसी/सीएचसी में जहरीले जीव-जन्तु के काटने की दवाये उपलब्ध रहे। अस्पतालों में फायर फाईटिंग के यंत्र सही हो, वह क्रियाशील रहे। चिकित्सक बाहर की दवाये न लिखे जो उपलब्ध हो वही मरीजों को लिखी जाए।
आयुष्मान भारत योजना की समीक्षा करते हुए अब तक की प्रगति पर सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि यह योजना मा0 प्रधानमंत्री जी एवं मुख्यमंत्री जी की प्राथमिकता में शामिल है। इसकी प्रगति मण्डल में बेहद खराब है। उन्होने कहा कि 20 जुलाई तक योजना मे प्रगति लाये जाने हेतु एडी अपने स्तर से स्वयं समीक्षा करे। जनपद जालौन में 33 प्रतिशत गोल्डन कार्डो का विवरण और 66 प्रतिशत क्लेम सेंटलमेंट हुआ। इसी प्रकार झांसी में 43 प्रतिशत गोल्डन कार्डो का विवरण और 45 प्रतिशत क्लेम सेंटलमेंट तथा ललितपुर में भी 35 प्रतिशत गोल्डन कार्ड और 59 प्रतिशत क्लेम सेंटलमेंट हुआ। यह प्रगति प्रदेश में अन्य मण्डलों के सापेक्ष अच्छी नही है। उन्होने कहा कि क्लेम सेंटलमेंट के जो प्रपत्र भेजे जाते है वह भी सही नही होते जिस कारण क्लेम सेंटलमेंट में देरी होती है।
श्रीमती कुमुदलता श्रीवास्तव ने सामान्य साफ-सफाई ग्रामीण की समीक्षा करते हुए कहा कि 15 जुलाई तक अभियान चलाकर प्रत्येक गांव की सफाई कराये। मण्डल के गांवो को पालीथीन मुक्त कराये जाने के कार्य में तेजी लाये। मण्डल 2342 गांव है। जनपद जालौन में 20 गांव, झांसी में 63 गांव तथा ललितपुर मे 69 है, जो पालीथीन मुक्त घोषित हुए है। यह स्थिति ठीक नही है, इसे सुधारा जाए। सामान्य साफ-सफाई नगरीय की समीक्षा में उन्होने नगर निगम झासीं में 45 नाले सफाई हेतु अवशेष है पर नाराजगी व्यक्त की और जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिए। नगर निगम में 208 छोटे नाले व 20 बड़े नाले है, सभी की सफाई सुनिश्चित की जाए। उन्हाने कहा कि मण्डल में 26 नगर निकाय है वहां एडीएम समीक्षा कर साफ-सफाई सुनिश्चित करे। उन्होने बैठक में कहा कि मण्डल में लगभग 67 लाख पौधो का रोपण किया जाना है। अतः जो भी प्लास्टिक बैग निकले उन्हे सही ढंग से डिस्पोज किये जाने की प्रॉपर व्यवस्था की जाए।



प्रधानमंत्री आवास योजना में सम्पूर्ण मण्डल में लगभग 800 ग्रामीण आवास अपूर्ण है, इसमें प्रगति लाये। मण्डलायुक्त ने कहा कि मण्डल में वर्ष 2016-17, 2017-18 तथा 2018-19 के 800 आवास अपूर्ण है। यह स्थिति संतोषजनक नही है। जनपद जालौन में 173 आवास जनपद झांसी में 280 तथा ललितपुर में 343 आवास अपूर्ण है। उन्होने कहा कि लाभार्थी द्वारा पैसा लेने के बाद यदि निर्माण कार्य नही कराया जा रहा है तो एफआईआर दर्ज कराकर रिकवरी की कार्यवाही की जाए। नगरीय क्षेत्र में भी आवास की प्रगति में सुधार लाया जाए।
उन्होने पाइप पेयजल योजना ग्रामीण की समीक्षा करते हुए ग्राम पंचायतों में 15 पयेजल योजनाये बंद होने पर नाराजगी व्यक्त की । जालौन में 2, झांसी में 5 तथा ललितपुर में 8 पाइप पेयजल योजना बंद है। मण्डलायुक्त ने निर्देश दिए कि जो पाइप पेयजल योजनाये नई है, उनका टीम गठित कर सत्यापन एक सप्ताह में कराते हुए रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए।
वृक्षारोपण की समीक्षा में उन्होने कहा कि विभाग गढढे खुदान की जानकारी प्रॉपर फार्मेट में दे ताकि उसे पीएमएस पोर्टल पर अपलोड किया जा सके। उन्होने कहा कि विभाग वृक्षारोपण के लक्ष्य को शत-प्रतिशत पूर्ण करे। उन्होने वृक्षारोपण के दौरान प्लास्टिक बैग का सही डिस्पोजल किया जाए। बैठक में ओडीओपी, गेहूं खरीद, किसान सम्मान निधि, निराश्रित गौवंश, एनआरएलएम, खाद्य सुरक्षा अधिनियम सहित अन्य विभागो की समीक्षा की गयी।
इस मौके पर जिलाधिकारी श्री शिव सहाय अवस्थी, जालौन डॉ. मन्नार अख्तर, वन रक्षक ए.के. सिंह, नगर आयुक्त मनोज कुमार, जेडीसी चन्द्र शेखर शुक्ला, डीडी सांख्यकी संजय कुमार श्रीवास्तव सहित सभी जिलों के मुख्य विकास अधिकारी व विभिन्न विभागो के मण्डलीय अधिकारी उपस्थित रहे।


सोमवार, 8 जुलाई 2019

झूठ का पुलिंदा है अधिशासी अधिकारी

झूठ का पुलिंदा है अधिशासी
अधिकारी
गाजियाबाद,लोनी!सिर से पांव तक भ्रष्टाचार की दलदल में फंसा हुआ कोई भी व्यक्ति, जनता के तिरस्कार का भागीदार बन जाता है! घर-परिवार,व्यवहार में जो भी व्यक्ति झूठ की बैसाखी के सहारे चलने लगता है! वह जनता का स्नेह और सानिध्य प्राप्त करने का अधिकारी भी नहीं रहता है,बल्कि जनता की सामान्य सहानुभूति भी उसके लिए दुर्लभ हो जाती है !सामाजिक परिवेश में इससे बड़ी आत्मग्लानि और क्या हो सकती है ? उपरोक्त कही गई सभी बातों से अधिशासी अधिकारी शालिनी गुप्ता का गहरा संबंध है! अधिशासी-अधिकारी भ्रष्ट अधिकारी है,जो केवल झूठ के सहारे जनता के विकास के साथ खिलवाड़ कर रही है ! उत्तर-प्रदेश की सबसे बड़ी नगर पालिका लोनी की राजनीति देश में जितनी शुमार है! उतनी ही राष्ट्रीय राजनीति के नजदीक भी है! नगर पालिका पर करोड़ों रुपए के भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए हैं! जिनकी जांच पड़ताल की जा रही है ! नगर का भ्रष्टाचार अब किसी से छिपा भी नहीं है! छूट-भैया और स्थानीय राजनेता भी इसमें खूब हाथ से एक रहे हैं! अधिशासी-अधिकारी को किसी राजनेता का संरक्षण भी प्राप्त है! इस बात से भी गुरेज नहीं किया जा सकता है ! जिसकी वजह से अधिशासी-अधिकारी की गतिविधियों पर पूर्ण विराम अंकित करना अभी भी दूर की कौड़ी है! लेकिन इसकी कोई परवाह नहीं है, कम से कम इस बात की संतुष्टि तो अवश्य ही है कि जनता के धन पर होने वाली खुली लूट पर लगाम कसी गई है !प्रकाशित समाचारों को प्रभावित करने के उद्देश्य से अधिशासी-अधिकारी के द्वारा यूनिवर्सल एक्सप्रेस समाचार पत्र के संपादक को विधिवक्ता के द्वारा लीगल नोटिस जारी किया गया है! जिसका प्रत्युत्तर आप सबके सम्मुख है! अब इस बात का फैसला तो न्यायालय में ही होगा कि वास्तविकता क्या है,और क्यों है?


हरिओम उपाध्याय


सोनिया और राज ठाकरे की औपचारिक मुलाकात

सोनिया गांधी से एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे ने की मुलाकात


नई दिल्ली ! महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख ने यूपीए की चेयरमेन और कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी से सोमवार को दिल्ली में उनके निवास जनपथ में मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच करीब 40 मिनट तक बातचीत चली। इस मुलाकात में ईवीएम के मुद्दे पर चर्चा हुई। सूत्रों के मुताबिक ईवीएम के अलावा महाराष्ट्र में साल के आखिरी में होने वाले विधानसभा चुनाव के बारे में दोनों के बीच चर्चा हुई।


गौरतलब है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को देखते हुए इस मुलाकात को अहम माना जा रहा है। लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में मनसे ने उम्मीदवार नहीं खड़े किए थे और खुद राज ठाकरे ने बीजेपी के खिलाफ चुनाव प्रचार किया था। वो पीएम मोदी पर पिछले कुछ समय में लगातार हमलावर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ वो राहुल गांधी की तारीफ भी कर चुके हैं।


परिवर्तन का नजरिया ( संपादकीय)


क्यूँ न अजमेर से शुरू करें यह अनूठी पहल ?


नरेश राघानी


भाई A फ़ॉर क्या होता हैं ? अब कोई कुछ भी कहे मैं तो A फ़ॉर अजमेर ही कहूँगा भाई !और जब अंग्रेजी वर्णमाला की शुरुआत ही A से है तो हम A फ़ॉर अजमेर वासी हैं यार !सबसे पहले हम ही कोई नई शुरुआत करें तो क्या बुरा है ?चलिये बताता हूँ क्या ..


तो साहब !ध्यान से सुनियेगा। यूँ तो कई समाजसेवी संस्थाएं हैं अजमेर में। और बहुत सारा समाज सेवा का काम काफी वर्षों से हर व्यक्ति अपने अपने नजरिए से करता आ रहा है। परंतु आज ऑनलाइन बैठे बैठे मुझे मुंबई वर्सोवा क्षेत्र के लोगों द्वारा चलाए जा रहे बड़े खूबसूरत अभियान की कुछ तस्वीरें देखने को मिली। मैं यही आईडिया अजमेर वासियों से शेयर करना चाहता हूँ।
अजमेर में व्याप्त सैकड़ों समाजसेवी संस्थाएं अगर चाहे तो मिलकर बड़े आराम से यह पुनीत कार्य कर सकती है। बल्कि मैं तो यह कहूंगा अगर राज्य सरकार भी इस तरह की पहल करें तो अपने आप में बहुत बड़ी उपलब्धि होगी।
मैं यहां पर बात कर रहा हूँ मार्किट में , रेजिडेंशियल बिल्डिंग के बाहर , धार्मिक स्थलों आदि जैसी सार्वजनिक जगहों पर जनता फ्रिज लगाने के बारे में। यानी कि सबका फ्रिज ... जिसे इसमें भोजन रखना हो रख दे। और जिसे भूख लगी हो वह उसमें से बे रोक टोक भोजन निकाल कर खा ले। आए दिन हमारे घर में आयोजनों , शादियों या पार्टियों के दौरान , या कभी-कभी हमारे घर में ज्यादा भोजन बन जाने की वजह से ,भी जो कुछ बच जाता है। वह खाना बजाय यूँ ही रखे रखे खराब कर देने के आम नागरिकों द्वारा उस जनता फ्रिज में ऑफिस के लिए निकलते वक्त पॉलिथीन में डाल के रख दिया जाए । और उस जनता फ्रिज पर हर उस इंसान का अधिकार हो जिसको भूख लगी है। या फिर जिसके पास आज खाने के लिए रोटी नहीं है।बड़ी आसानी से शहर भर में इस तरह के जनता फ्रिज लगाए जा सकते हैं। जैसे लोग किसी ज़माने में ठंडे पानी की प्याऊ लगवाते थे अपने बुजुर्गों की याद में , बिल्कुल उसे तरह यह संभव है। जिसके माध्यम से सैकड़ों जरूरतमंद लोगों की पेट की आग शांत की जा सकती है । इससे जनता फ्रिज में घर का बचा हुआ खाना रखने वाले को भी एक संतुष्टि का अनुभव होगा कि उसका खाना किसी और के काम आया। और सैकड़ों ज़रूरतमंद लोगों , बच्चों, महिलाओं और रोटी के अभाव में भूखे सो जाने वालों का जीवन भी थोड़ा आसान हो जाएगा । जिनके पास मांग कर खाने के अलावा और कोई चारा नहीं है।* इस से उन्हें भी हाथ फैला कर मांगने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी और जागरूक नगरवासी इन ज़रूरत मंद लोगों के स्वाभिमान का ख्याल रख कर संतुष्ट महसूस कर सकेंगे।


राज्य सरकार भी चाहे तो इसे योजना के तहत चला सकती है। इसे अनिवार्यता की शर्तों में शामिल कर हर बनाई जाने वाली रेजिडेंशियल बिल्डिंग के साथ जोड़ सकती है। जिसके तहत ऐसा जनता फ्रिज हर बिल्डिंग के बाहर लगाना बिल्डर के लिए अनिवार्य कर देना चाहिए। ताकि घर से निकलते हुए उस बिल्डिंग का हर निवासी अपने घर का बचा हुआ खाना उसमें रख दे । ताकि यह भोजन किसी और ज़रूरतमंद के काम आए। यही प्रयोग स्कूलों , धार्मिक स्थलों, रेन बसेरों , रेलवे और बस स्टेशन आदि सार्वजनिक स्थानों पर आम समाज सेवी संस्थाओं द्वारा भी किया जा सकता है।


यहाँ बात केवल एक आईडिया शेयर करने की नहीं है। बल्कि यह बात है सामाजिक सरोकार से जोड़ कर अपने आप में और आने वाली पीढ़ियों में रोटी की कद्र के संस्कार को असीम सीमाओं तक ले जाने की भी है। जहाँ सबके घर का भोजन ,सबके लिए भोजन .... सीधा जनता फ्रिज से !


सुनने में ज़रा कठिन लग रहा है न ? परंतु यकीन मानिए अगर अजमेरवासी करने पर उतर आए तो कोई बड़ी मुश्किल बात नहीं है। राजस्थान में अजमेर ऐसा पहला शहर होगा जो ऐसे अनूठे सेवा माध्यम की शुरुआत कर सकेगा। आखिर स्मार्ट सिटी के स्मार्ट लोग हैं हम सब !!! ऐसी पहल हम नहीं करेंगे तो और कौन करेगा ?


विद्युत विभाग के जेई,सरकारी नियंत्रण से बाहर

विद्युत विभाग के जेई से तंग आकर एक व्यक्ति ने मांगी इच्छा मृत्यु
-मीरापुर ने तैनात जेई पर अवैध रूप से पैसे बांधकर अवैध वसूली करने का आरोप
-राजस्व विभाग व विद्युत विभाग के के कर्मचारियों पर लूटपाट व घर में घुसकर मारपीट करने का आरोप
मुजफ्फरनगर। विद्युत विभाग के जेई के उत्पीड़न से तंग आकर एक व्यक्ति ने राष्ट्रपति को पत्र भेजकर इच्छा मृत्यु दिए जाने की मांग की है। मीडिया सेंटर में आयोजित प्रेस वार्ता में मीरापुर कस्बे की मोहल्ला पंजाबी कालोनी निवासी नीरज पुत्र सुखबीर सिंह ने राष्ट्रपति को भेजे पत्र में इच्छा मृत्यु की मांग की है। राष्ट्रपति को भेजे गए पत्र में नीरज ने बताया कि मीरापुर में पीपल के पास आटा चक्की चलाता है ने बताया कि करीब एक वर्ष पूर्व मीरापुर बिजली घर घर पर तैनात जेई विनीत सैनी पीड़ित पर अवैध रूप से महीना बांधकर पैसों की अवैध वसूली करना चाहता था तथा न देने पर पीड़ित को झूठे मामले में फंसाने की धमकी दे रहा था पीड़ित ने बताया कि जेई विनीत सैनी व उसके साथ आए अन्य के लाइनमैनो ने एक वर्ष पूर्व आकर कहा कि तुम बिजली चोरी करते हो जिसके बाद वे लोग चले गए तथा प्रार्थी पर दो लाख देने का दबाव बनाने लगे जब पीड़ित ने कहा कि आपको किस बात के पैसे दू तो जई ने कहा कि हमने तुम्हारे खिलाफ करीब पांच लाख रुपए जुर्माने का एस्टीमेट बनाकर भेजा है अगर यह प्रकरण खत्म करना चाहते हो तो दो लाख रुपए दे दो नहीं तो जेल भिजवा दूंगा। आरोप लगाया कि विगत 6 जुलाई को अपने घर से अपनी बीमार मां के पास जाने की तैयारी कर रहा था पीड़ित की मां मेरठ स्थित एक अस्पताल में भर्ती थी पीड़ित पड़ोस के ही कई आदमियों से बीस हजार रुपए लेकर मेरठ दुकान जाने की तैयारी कर रहा था तभी जेई विनीत सैनी व राजस्व विभाग के अमीन अजय गर्ग के साथ के साथ आ धमके तथा जबरन घर में घुस आए तथा पीड़ित को छोड़ते हुए बाहर खडी अपनी गाड़ी में डालकर ले गए और अन्य साथियों ने पीड़ित के साथ मारपीट शुरू कर दी तथा पीड़ित की जेब में रखे बीस हजार रुपए भी छीन लेने का व यही कागज पर जबरन साइन करा कर पीड़ित को वापस घर छोड़कर चले जाने का आरोप लगाया। प्रेसवार्ता में नीरज कुमार, धीरज कुमार, श्याम कुमार आदि मौजूद रहे।


इंडिया-न्यूजीलैंड के बीच सेमीफाइनल,मैच में बारिश ?

इंडिया-न्‍यूजीलैंड का सेमीफाइनल मैच बारिश से धुला तो क्‍या होगा?


क्रिकेट वर्ल्‍ड कप 2019 के पहले सेमीफाइनल में इंडिया का सामना मंगलवार को न्‍यूजीलैंड से मैनचेस्‍टर के ओल्‍ड ट्रैफर्ड स्‍टेडियम में होगा। इंडिया और न्‍यूजीलैंड पहली बार इस टूर्नामेंट में भिड़ेंगे क्‍योंकि ग्रुप स्‍टेज में दोनों के बीच का मैच बारिश की वजह से धुल गया था। इस वजह से दोनों को एक-एक पॉइंट मिला था।


अब पहले सेमीफाइनल मैच पर भी बारिश का साया मंडरा रहा है। मैच वाले दिन बरसात की संभावना जताई गई है। हालांकि नॉकआउट मैचों के लिए आईसीसी ने रिजर्व डे रखे हैं। ऐसे में सेमीफाइनल और फाइनल मैच के दिन बारिश होने पर अगला दिन रिजर्व होगा। हालांकि फैंस के लिए बुरी खबर यह भी है कि इंडिया न्‍यूजीलैंड के सेमीफाइनल मैच के अगले दिन भी भारी बारिश होने का अनुमान है। साथ ही इस दौरान बादल छाए रहेंगे।


अब सवाल उठता है कि अगर रिजर्व डे के दिन भी बारिश हुई तो क्‍या होगा। फिर इंडिया और न्‍यूजीलैंड में से कौनसी टीम फाइनल में जाएगी। क्‍योंकि ग्रुप स्‍टेज की तरह यहां पर एक-एक पॉइंट देकर काम नहीं बन सकता है। फाइनल के लिए दोनों में किसी एक टीम का फैसला होना ही है। ऐसे में किस्‍मत और ग्रुप स्‍टेज में इंडिया का प्रदर्शन उसकी मदद कर सकता है। अगर बारिश की वजह से यह मैच नहीं हो पाता है तो इंडिया बिना मैच खेले ही फाइनल में चला जाएगा। इसकी वजह होगी ग्रुप स्‍टेज में मिले अंक।


इंडिया ने ग्रुप स्‍टेज के 9 में से 7 मैच जीते थे और केवल एक हारा था। वहीं न्‍यूजीलैंड को 9 में से केवल 5 में ही जीत मिली थी। तीन मुकाबला वह हार गया था। इंडिया और न्‍यूजीलैंड के बीच खेला गया मैच बारिश से रद्द हो गया था तो दोनों को एक-एक अंक मिला था। ऐसे में इंडिया का पलड़ा भारी है। वर्ल्‍ड कप से पहले वॉर्म अप मैच में दोनों टीमों का सामना हुआ था। इसमें कीवी टीम ने अपनी तेज गेंदबाजी की बदौलत इंडिया को बड़ी आसानी से हरा दिया था।


'सीएम' शिंदे ने अपने पद से इस्तीफा दिया

'सीएम' शिंदे ने अपने पद से इस्तीफा दिया  कविता गर्ग  मुंबई। राजभवन पहुंचे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने राज्यपाल सीपी राधा कृष्णन से मु...