रविवार, 30 जून 2019

20 हजार कर्मी हड़ताल पर,चरमराई व्यवस्था

20 हजार कर्मी हड़ताल पर, चरमराई बिजली व्यवस्था


कई सूत्रीय मांगों को लेकर संविदा कर्मी ईको गार्डन में धरने पर बैठे हैं। अफसरों को संविदा कर्मी की बात सुनने का समय नहीं। 


लखनऊ ! जिनके कंधों पर प्रदेश की बिजली व्यवस्था है, उन्हीं की बात सुनने के लिए न तो ऊर्जा मंत्री के पास समय है और न ही बिजली महकमे के बड़े अधिकारियों के पास। यही नहीं उत्तर प्रदेश पॅावर कॉरपोरेशन निविदा संविदा कर्मचारी संघ के संरक्षक व मोहनलालगंज के सांसद कौशल किशोर की भी इनकी बात नहीं सुनी। ऐसे में यूपी के अलग-अलग जिलों से आए बीस हजार संविदा कर्मियों ने अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार पर चले गए हैं। इसका खामियाजा उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ रहा है।
रविवार की सुबह राजधानी सहित आसपास जिलों में तेज बारिश ने बिजली व्यवस्था चरमरा दी। राजाजीपुरम, कैम्पबेल रोड, उतरेठिया, अंबेडकर विवि उपकेंद्र व ग्रामीण क्षेत्रों में सुबह छह बजे गई। बिजली दोपहर एक बजे तक नहीं आ सकी थी। कारण अभियंताओं के इशारे पर नाचने वाले संविदा कर्मी जो हड़ताल पर चले गए थे। ऐसे में सुबह से बिजली उपभोक्ताओं को बिजली व पानी के लिए परेशान होना पड़ा।
इस संबंध में जब मुख्य अभियंता ट्रांस गोमती प्रदीप कक्कड़ से बात की गई तो उन्होंने अपने क्षेत्र के संविदा कर्मियों के हड़ताल पर न जाने के बात कही। वहीं, सिस के मुख्य अभियंता मधुकर वर्मा ने स्वीकार किया कि संविदा कर्मियों के हड़ताल पर जाने से बिजली संकट को दुरुस्त करने में समय लग रहा है।


वहीं, कर्मचारी संघ के प्रदेश महामंत्री देवेंद्र कुमार पांडे ने बताया कि यह समय बिजली महकमे के बड़े अफसरों ने पैदा की है। संविदा कर्मियों का वेतन समय से नहीं मिलता, जो मिलता है उसमें से ई-पीएफ, ईएसआई में घोटाले हो रहे हैं। इसमें अभियंताओं की अनदेखी व मिलीभगत है!


शरद यादव


जीवन का ज्ञान (समीक्षा)

*जीवन का ज्ञान*


" टिकट कहाँ है ? " -- टी सी ने बर्थ के नीचे छिपी लगभग तेरह - चौदह साल की लडकी से पूछा ।"
नहीं है साहब।
"काँपती हुई हाथ जोड़े लडकी बोली।
"तो गाड़ी से उतरो।" टी सी ने कहा ।
इसका टिकट मैं दे रहीं हूँ।............पीछे से ऊषा भट्टाचार्य की आवाज आई जो पेशे से प्रोफेसर थी ।
"तुम्हें कहाँ जाना है ?" लड़की से पूछा" पता नहीं मैम ! "" तब मेरे साथ चल बैंगलोर तक ! ""
तुम्हारा नाम क्या है ? "" चित्रा
"बैंगलोर पहुँच कर ऊषाजी ने चित्रा को अपनी एक पहचान के स्वंयसेवी संस्थान को सौंप दिया । और अच्छे स्कूल में एडमीशन करवा दिया। जल्द ही ऊषा जी का ट्रांसफर दिल्ली होने की वजह से चित्रा से कभी-कभार फोन पर बात हो जाया करती थी ।करीब बीस साल बाद ऊषाजी को एक लेक्चर के लिए सेन फ्रांसिस्को (अमरीका) बुलाया गया । लेक्चर के बाद जब वह होटल का बिल देने रिसेप्सन पर गई तो पता चला पीछे खड़े एक खूबसूरत दंपत्ति ने बिल भर दिया था ।"तुमने मेरा बिल क्यों भरा ? ? ""
मैम, यह बम्बई से बैंगलोर तक के रेल टिकट के सामने कुछ नहीं है ।
""अरे चित्रा ! ! ? ? ? . . . .
चित्रा कोई और नहीं इंफोसिस फाउंडेशन की चेयरमैन सुधा मुर्ति थी, एवं इंफोसिस के संस्थापक श्री नारायण मूर्ति जी की पत्नी थी।
यह उन्ही की लिखी पुस्तक "द डे आई स्टाॅप्ड ड्रिंकिंग मिल्क" से लिया गया कुछ अंश
देखा आपने!............कभी आपके द्वारा भी की गई सहायता किसी की जिन्दगी बदल सकती है।
अगर कुछ कमाना है तो नेकियां कमाईये जनाब,


क्योंकि यही वो रास्ता है जो जन्नत तक जाता है....!!!!


हिंदू राव में डॉक्टरों से मारपीट:हड़ताल

 


अब दिल्ली में डॉक्टरों के साथ मारपीट, सोमवार को हिंदूराव में रेजीडेंट डॉक्टर हड़ताल पर



नई दिल्ली ! डॉक्टरों के अनुसार शनिवार देर रात को एक गंभीर मरीज को इमरजेंसी वार्ड में भर्ती करवाया! मरीज की दोनों किडनियां फेल हो गई थीं! कुछ ही देर में उसकी मौत हो गई! मृतक के परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का अरोप लगाते हुए उनसे मारपीट की!


कोलकाता में डॉक्टरों के साथ हुई मारपीट के बाद हुआ बवाल अभी शांत हुआ ही था कि शनिवार को दिल्ली के हिंदूराव अस्पताल में डॉक्टरों के साथ मारपीट हो गई! जिसके बाद हिंदूराव के गुस्साए डॉक्टरों ने सोमवार को हड़ताल का ऐलान कर दिया! जानकारी के अनुसार शनिवार रात को एक गंभीर मरीज को इमरजेंसी लाया गया जहां पर उसकी मौत हो गई! जिसके बाद मृतक के परिजन ने लापरवाही का अरोप लगा कर चिकित्सकों के साथ मारपीट की. बाद में डॉक्टरों ने पुलिस में मरीज के परिजन के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है!


दो डॉक्टर हुए घायल



डॉक्टरों के अनुसार शनिवार देर रात को एक गंभीर मरीज को इमरजेंसी वार्ड में भर्ती करवाया ! मरीज की दोनों किडनियां फेल हो गई थीं! कुछ ही देर में उसकी मौत हो गई. मृतक के परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का अरोप लगाते हुए उनसे मारपीट की! इस दौरान एक इंटर्न डॉक्टर और एक जुनियर डॉक्टर घायल हो गए!



न प्रबंधन न ही सिक्योरिटी गार्ड


डॉक्टर्स ने आरोप लगाया कि रात को न तो अस्पताल प्रबंधन मौजूद होता है और न ही कोई फोन को उठाता है! जब मारपीट हुई तो ढूंढने पर भी सुरक्षा गार्ड नहीं मिला! ऐसे में डॉक्टरों की सुरक्षा पर बड़ा सवाल उठता है! इसको लेकर रेजीडेंट डॉक्टरों ने जॉइंट सेक्रेटरी महेश कुमार से शिकायत भी की!


सोमवार को काम नहीं करेंगे रेजीडेंट डॉक्टर


इसके बाद डॉक्टर महेश ने ऐलान किया कि मारपीट के विरोध में सोमवार को रेजीडेंट डॉक्टर हिंदूराव अस्पताल में हड़ताल पर रहेंगे! उन्होंने कहा कि मारपीट करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाए और उन्हें जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए! साथ ही डॉक्टर्स की सुरक्षा को लेकर कदम उठाए जाएं!


कल से लागू होंगे नए नियम

नई दिल्ली ;- सोमवार यानि की कल नया महीना शुरु हो जाएगा। नए महीने 1 जुलाई से भारत में कई बड़े बदलाव होने जा रहे हैं। इस बदलावों तथा नए नियमों से आप और आपकी जिंदगी पर सीधा असर पड़ेगा। इन नए नियमों से जहां एक ओर आपको राहत मिलेगी, वहीं अगर कुछ बातों का ध्यान नहीं रखा गया, तो आपको आर्थिक नुकसान भी हो सकता है। आपको बता दें कि कल से बैंक के कई नियम बदलने जा रहे है। इसका आपकी जेब और जिंदगी पर सीधा असर होगा। RBI ने ऑनलाइन पैसों के लेनदेन से जुड़े नियम बदल दिए हैं जो कि एक जुलाई से लागू होंगे। वहीं, रसोई गैस की कीमतें तय होंगी। साथ ही छोटी बचत योजनाओं की नई दरें लागू होंगी।माना जा रहा है कि ब्याज दरें घट सकती हैं। ऐसे में आपके जमा पर मुनाफा घट गया है। आइए जानें ऐसी कौन सी चीजें है जो 1 जून से बदलने जा रही हैं। रसोई गैस सिलेंडर के दाम में होगा बदलाव!


एक जुलाई से रसोई गैस सिलेंडर के दाम में बदलाव होगा। रसोई गैस सिलेंडर का दाम बढ़ भी सकता है और घट भी सकता है। इस बदलाव से आपकी जेब पर सीधा असर पड़ेगा। एक जून को सरकारी सेक्टर की तेल कंपनियों ने रसोई गैस के दामों में सब्सिडी और बिना-सब्सिडी के सिलेंडर की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि की थी। जून में बिना-सब्सिडी वाले सिलेंडर की कीमतों में 25 रुपये का इजाफा हुआ था, जिसके बाद दिल्ली में सिलेंडर की नई कीमत 737.50 रुपये, मुंबई में 709.50 रुपये, कोलकाता में 763.50 रुपये और चेन्नई में 753 रुपये हो गई थी। वहीं सब्सिडी वाले सिलेंडर की कीमतों में 1.23 रुपये की वृद्धि हुई थी, जिसके बाद दिल्ली में सिलेंडर की कीमत 497.37 रुपये, कोलकाता में 500.52 रुपये, मुंबई में 495.09 रुपये और चेन्नई में 485.25 रुपये हो गई थी। रेपो रेट से लिंक होगे होम लोन, देश के सबसे बड़े बैंक, भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा रेपो रेट में कटौती करने के बाद अपने ग्राहकों को बड़ा तोहफा दिया है। बैंक ने कहा है कि अब होम लोन को रेपो रेट से लिंक किया जाएगा। इस संदर्भ में बैंक ने बयान जारी करते हुए कहा कि वो अब रेपो रेट के आधार पर अपने होम लोन की पेशकश करेंगे और यह सुविधा एक जुलाई से शुरू होगी। बैंक के इस कदम का असर 42 करोड़ ग्राहकों पर पड़ेगा, जिन्होंने होम लोन लिया हुआ है। अब जब भी आरबीआई अपने रेपो रेट में बदलाव करेगा, उसका असर तुरंत होम लोन पर भी पड़ेगा।अगर केंद्रीय बैंक ने रेपो रेट में बढ़ोतरी की, तो फिर एसबीआई भी ब्याज दरों में बढ़ोतरी करेगा। छह जून को हुई आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की समीक्षा बैठक में आरबीआई ने आम जनता को बड़ा तोहफा देते हुए रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट (आरटीजीएस) और नेशनल इलेक्ट्रिक फंड ट्रांसफर (एनईएफटी) के जरिये होने वाला लेन-देन के निशुल्क कर दिया था। अब केंद्रीय बैंक ने घोषणा की यह नियम एक जुलाई से लागू होगा। अब यह हुई ब्याज दर, आरटीजीएस और एनईएफटी करने पर बैंक ग्राहकों से चार्ज वसूलते हैं। ऐसे में ग्राहकों के खाते से अतिरिक्त राशि कटती है। हालांकि अब एक जुलाई से बैंकों को आरबीआई के नियम का पालन करना पड़ेगा, जिसका फायदा ग्राहकों को मिलेगा। सरकार ने एनएससी (NSC) और पीपीएफ (PPF) सहित सभी छोटी बचत योजनाओं पर जुलाई से सितंबर की तिमाही में ब्याज दरों में 0.1 फीसदी की कटौती की है। इस फैसले का मकसद रिजर्व बैंक द्वारा रेपो रेट में कटौती के बाद ब्याज दरों को कम करके बैंकिंग सेक्टर के अनुरूप बनाना है। आरबीआई इस साल तीन बार पॉलिसी रेट में कमी कर चुका है। छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों को बैंकिंग सेक्टर के अनुरूप करने के लिए सरकार ने ब्याज दरें घटाई हैं। 2019-20 की दूसरी तिमाही के लिए जारी वित्त मंत्रालय की अधिसूचना के मुताबिक पीपीएफ और एनएससी में सालाना ब्याज आठ फीसदी की जगह 7.9 होगी। वहीं, 113 महीने में परिपक्व होने पर किसान विकास पत्र 7.6 फीसदी ब्याज मिलेगा। अभी 112 महीने में परिपक्व होने पर 7.7 फीसदी ब्याज मिलता है।


राजेश राणा


खुद, पेट्रोल छिड़ककर लगाई आग

अलवर,गोविंदगढ़ ! कस्बे के नजदीकी गांव अलघानी के एक युवक सुभाष सैन पुत्र तुलाराम सैन ने जंगल में जाकर अपने आप को पेट्रोल छिड़ककर आग लगा ली! युवक ने आग क्यो लगाई इस का पता नही चला पाया है!


सुभाष की माँ ने बताया कि वह सुबह घर से निकल गया था क्योंकि उसने शराब भी पी रखी थी और उस पर भूत प्रेत के साये का असर होना भी बताया जा रहा है!
आग लगने से उसके शरीर का 50% हिस्सा जल गया! 
सूचना मिलते ही गोविंदगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एंबुलेंस 108 चालक विशाल शर्मा गोविंदगढ़ emt, (स्टाफ नर्स ) विनोद कुमार शर्मा के साथ मौके पर पहुचे!


पीड़ित को प्राथमिक उपचार देकर गोविन्दगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुँचे।जहां गोविंदगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर ड्यूटी पर डॉ राकेश टुटेजा ने प्राथमिक उपचार देकर और लेप लगाकर , डॉक्टर राकेश टुटेजा ने उसकी हालत गंभीर देख कर अलवर के लिए रेफर कर दिया गया!


योगेंद्र द्विवेदी


मध्यप्रदेश में मजूमदार बने अध्यक्ष

वरिष्ठ पत्रकार प्रदीप मजूमदार बने इंडियन रिपोर्टर्स एसोशियन के प्रदेश अध्यक्ष


सतना। प्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार प्रदीप मजूमदार को इरा (इंडियन रिपोर्टर्स एसोशियन) का प्रदेश अध्यक्ष मनोनीत किया गया है। दक्षिण भारत के पत्रकारों के इस प्रसिद्ध राष्ट्रीय संगठन में उनके मप्र अध्यक्ष बनने पर मप्र के पत्रकारों की समस्याओं को राष्ट्रीय स्तर पर उठाया जा सकेगा।
पन्ना के रहने वाले वरिष्ठ पत्रकार मजूमदार वर्तमान में सी वोटर दिल्ली में पदस्थ हैं। परंतु देशभर में उनके भ्रमण चलते रहने के कारण पत्रकारों की समस्याओं को प्रमुखता से उठाया जा सकेगा। उनके प्रदेश अध्यक्ष बनने पर भोपाल से गणेश शंकर विद्यार्थी प्रेसक्लब प्रदेश अध्यक्ष माखन विजयवर्गीय, उज्जैन से मोहित राजे, बैतूल से सौरभ वर्मा, राजगढ़ से अरुण सक्सेना, श्याम निगम, मोहन नागर आदि ने बधाई प्रेषित की है। एवं उनकी लगातार तरक्की की कामना की है।
 मजूमदार ने बताया कि वो जल्द ही भोपाल आकर जनसम्पर्क मंत्री से मुलाकात करेंगे एवं पत्रकारों के साथ हो रही घटनाओं पर कड़ी कार्रवाई एवं प्रमुखता से निराकरण की मांग करेंगे। उन्होंने अपना नम्बर 7566557040 जारी करते हुए कहा कि पत्रकार उनसे इस नम्बर पर संपर्क कर सकते हैं।


यह है स्वच्छ भारत अभियान की सच्चाई

योगी जी के स्वच्छ भारत अभियान के नाम काे जिम्मेदार अधिकारी दिखा रहे ठेंगा


गंदगी जमा होने से संक्रामक बीमारियों का बना रहता है खतरा


अाखिर क्या कारण है कि जिम्मेदार अधिकारी इस ओर ध्यान नही देते


कई बार समाचार पत्र मे प्रमुखता से खबर प्रकाशित हाेने पर सिर्फ स्वच्छ भारत अभियान के नाम पर जनता की नजराे मे दिखावा


 


लखीमपुर(खीरी) ! जहां पर योगी सरकार सफाई व्यवस्था को लेकर लाख दावे कर ले लेकिन उत्तर प्रदेश की हालत सुधरने का नाम नहीं ले रही है ,मामला जनपद लखीमपुर खीरी हीरालाल धर्म शाला के पीछे निकली रोड का है। जहॉ पर याेगी जी के फरमानाे काे ताक पर रख कर जिम्मेदार अधिकारी लगा रहे पलीता, बता दे कि एेसा लगता है नगर पालिका इन दिनों सिर्फ कुम्भ करणीय नींद मे लीन है जहॉ पर साफ साफ इन तस्वीराे काे देखकर अन्दाजा लगा सकते है कि हीरालाल धर्म शाला के पीछे रोड पर कब साफ सफाई हाेती है यह वहां पर रहने वाले लाेग भी नहीं जानते, लेकिन लाेग स्वच्छ भारत अभियान के बारे मे बताए ताे किसकाे बताए वे खुद नही जानते आैर जानेगें भी कैसे, क्याेकि गन्दगी भरी नालियाे व आस पास के घराे के किनारे गन्दी नलियाे का भरा पानी तथा बिजबिजाते कीड़े मकाेडे, जिससे भयंकर सक्रांमक राेग तरह तरह बीमारियॉ फैलने की अशंका जताई जाती हैं आखिर नगर पालिका क्याे नही नालियाे की साफ सफाई करवाती क्या कारण है रोड के किनारे पूरे कूड़े का ढेर दुकानों व मकानों के सामने लगा देते हैं। बैठे जिम्मेदार अधिकारियों के आदेशाे काे साफ सफाई काे लेकर नियमाे का पालन नही करते , जहां पर सफाई व्यवस्था को लेकर धर्म शाले के पास रहनेवाले । व वहां पर दुकानदार बेहद रूप से परेशान हैं यहां कहीं न कहीं सफाई व्यवस्था को लेकर अगर देखा जाए तो नालियां मलबों से खचाखच भरी हुई है साथ ही बता दें, सड़काे की साफ सफाई जैसी ढेर सारी समस्याएं लेकर जब काेई जिम्मेदार अधिकारी व नगर पालिका के पास अगर जाये भी ताे उनकी समस्या सुनने व कुछ भी बताना मुनासिब नही समझते, फैली गन्दगी व गन्दे पानी भरे नाले व नाली चोक। जिसमे साफ सफाई काे लेकर समाचार पत्र मे प्रमुखता से खबर प्रकाशित की गई थी जिससे नाले की साफ सफाई व नाली की सफाई काे लेकर सिर्फ खानापूर्ति सहित के नाम पर जिम्मेदार बैठे अधिकारी अब धीरे - धीरे लोगो का अब जिम्मेदार अधिकारियाे पर से लोगो का विश्वास उठता जा रहा है इन सब तस्वीराे काेे देख कर जिम्मेदार अधिकारी खुद अन्दाजा लगा सकते जहॉ शहर मे इन सब समस्याओं से एेसा लगता की सफाई कर्मी यहां नहीं आता है, वहीं दूसरी जहॉ पर नलियाे की व्यवस्था पूरी तरह खराब है। वहॉ लोग अपने घर के सामने की नालियों को खुद साफ करने पर मजबूर हैं।


'सीएम' शिंदे ने अपने पद से इस्तीफा दिया

'सीएम' शिंदे ने अपने पद से इस्तीफा दिया  कविता गर्ग  मुंबई। राजभवन पहुंचे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने राज्यपाल सीपी राधा कृष्णन से मु...